दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं

जवाब- इसकी अच्छी किस्मों में नीलगिरी ओब्लिव्का, डेली गेटेंसिस, डायवर्सीकलर, नीलगिरी निटेंस, नीलगिरी ग्लोब्युल्स आदि प्रमुख हैं।
Stock Market: Sensex पहली बार 62800 के पार, Nifty भी ऑल टाइम हाई- ये पांच शेयर रहे Top Gainer
सेंसेक्स ने नया रिकॉर्ड बनाया (ANI Photo)
Share Market News Today: शेयर बाजार (Share Market) ने पहली बार दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं अब तक की सबसे बड़ी बढ़त हासिल की है। जारी हफ्ते के दूसरे मंगलवार (29 नवंबर) को शेयर मार्केट ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 62808.2 अंक पर कारोबार कर रहा था। मार्केट खुलने के साथ ही सेंसेक्स (Sensex) 62787.13 (10:50 बजे) के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इससे पहले सेंसेक्स ने सोमवार को 62,701 का ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया था। वहीं इसके साथ निफ्टी (Nifty) भी ऑल टाइम हाई पर है। निफ्टी 18649.3 पर कारोबार कर रहा है।
ये पांच शेयर रहे Top Gainer
वहीं खबर लिखे जाने तक (सुबह 10:55 बजे तक) जो पांच शेयर टॉप गेनर (Top Gainer Shares) रहे, उनमें AB Capital, Dabur India, Marico, Hul और General Insuran शामिल है। AB Capital के एक शेयर का मूल्य 6.13% चढ़कर 8 रुपये 40 पैसे पर पहुंच गया है। जबकि Dabur India का शेयर दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं मूल्य 4.94% चढ़कर 27 रुपये 60 पैसे पर पहुंच गया। Marico का शेयर मूल्य 3.77% चढ़कर 19 रुपये 60 पैसे, Hul का शेयर मूल्य 3.52% चढ़कर 88 रुपये 80 पैसे, जबकि General Insuran का शेयर मूल्य 3.83% चढ़कर 5 रुपये 60 पैसे पर पहुंच गया।
Geojit Financial Services के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, “निफ्टी का एक नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ना बाजार में अंतर्निहित तेजी का संकेत है। लेकिन वैश्विक बाजार का निर्माण बेरोकटोक जारी रहने के लिए बहुत अनुकूल नहीं है। साथ ही भारत में उच्च मूल्यांकन चिंता का विषय बन रहा है।”
सफेदे की खेती में लागत और कमाई का गणित
आप सोच रहे होंगे कि नीलगिरी या सफेदे की खेती करने में बहुत अधिक लागत आती है। ऐसा नहीं है। लागत के हिसाब से कमाई ज्यादा होती है। 1 हेक्टेयर में नीलगिरी के 3 हजार पौधे रोपे जा सकते हैं। इनकी खरीद में करीब 21 हजार रुपये का खर्चा आता है। इसमें अन्य खर्च को भी जोड़ें तो लगभग 25 हजार रुपये कुल लागत होगी। पांच साल बाद ये पौधे आपको प्रति पौधे के हिसाब से 400 केजी लकड़ी (सफेदे की बल्लियां) की पैदावार देंगे। इस लागत के मुकाबले आप 5 साल में खर्चा काट कर 60 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं।
सफेदे की खेती में जब पौधे बड़े हो जाएं तो आप दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं इनके बीच अंतराल में हल्दी, अदरक आदि जमीकंद वाली लाभदायक फसलें भी पैदा कर सकते हैं। यह दोहरा लाभ होगा।
सफेदे की खेती के लिए सबसे पहले करें जमीन का चयन
अगर आपको सफेदे की खेती करनी है तो सबसे पहले जमीन का चयन करना बहुत जरूरी है। इसके लिए जल निकासी वाली भूमि की आवश्यकता होती है। यह जमीन ऐसी हो जहां पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी पहुंचती हो, हवा का आवागमन सही तरीके से रहे और जल का स्थायी ठहराव नही हो। तापमान 30-35 डिग्री सेल्सियस रहना चाहिए। दोमट किस्म की मिट्टी अधिक उपजाऊ रहती है। सफेदे को दो तरह से उगा सकते हैं। बीजों से और कलम लगा कर। कलम वाली विधि ज्यादा अच्छी रहती है। इसकी खेती का समय जून से अक्टूबर तक रहता है।
सफेदे के पौधों की रोपाई करने के लिए सबसे पहले ट्रैक्टर के प्लाऊ मशीन की सहायता से खेती गहरी जुताई कर लें। इसके बाद कल्टीवेटर चला कर दो आडी-तिरछी जुताई करें। खेत यदि समतल नहीं हो तो इसे समतल बना लें। इसके बाद 5 फीट की दूरी पर एक एक फीट चौड़ाई और गहराई के हिसाब से गड्ढे बना लें। यह काम इनमें पौधे लगाने से बीस दिन पहले पूरा कर लेना चाहिए। इसी दौरान इनमें उचित मात्रा में गोबर की खाद मिट्टी में मिला दें। खाद के अलावा इनमें 200 ग्राम प्रति गड्ढे के हिसाब से एन.पी. मात्रा मिला देनी चाहिए।
सफेदे की नर्सरी कैसे करें तैयार?
सफेदे की पौधशाला तैयार करना भी आपके लिए कमाई का अच्छा जरिया बन सकता है। इसके लिए इसकी बेहतरीन किस्म के बीजों को पॉलिथीन में लगाया जाता है। इसमें गोबर की खाद मिट्टी में मिला कर रखें और इसमें बीज दबा दें। पौधे दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं अंकुरित होने पर इन्हे जमीन में लगा दें। करीब 6 महीने के पौधों को अटैचमेंट के लिए तैयार हो जाते हैं। वैसे सफेदे की खेती के लिए यदि पौधे रोपने हों तो एक साल पुराना पौधा ज्यादा लाभदायक होता है। नीलगिरी की अच्छी किस्मों में नीलगिरी ओब्लिव्का, डेली गेटेंसिस, डायवर्सीकलर, नीलगिरी निटेंस, नीलगिरी ग्लोब्युल्स आदि प्रमुख हैं।
सफेदे के पौधों को खेत में लगाने के बाद इनकी सिंचाई मौसम के अनुसार करें। गर्मियों में वीक में तीन बार भी सिंचाई की जा सकती है वहीं सर्दियों में सिंचाई पंद्रह दिन में करें। बारिश के दिनों में सिंचाई की जरूरत बहुत कम होती है। पौधों के संपूर्ण विकास तक लगभग 25-26 सिंचाई की जा सकती है। इसी तरह पौधों की देखभाल करते रहें। इनमें दीमक का प्र्रकोप हो सकता है। इसके अलावा किंक बनने से तना और पत्ते खराब होने लगते हैं। तनहाई रोग के कारण भी पौधे नष्ट हो सकते हैं। ऐसे में कीटनाशक दवा का छिडक़ाव किया जा सकता है। दीमक लगने पर निंबीसाइड 2 एमएम 1 लीटर पानी में मिला कर स्प्रे करें।
सफेदे के मुख्य प्रोडक्टस
नीलगिरी या सफेदे से कई कीमती उत्पाद मिलते हैं। इससे दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं इमारती लकड़ी के अलावा क्रेंक से एक प्रॉम्प्ट उडने वाला तेल, यूकेलिप्ट ऑयल, गोंद आदि मिलता है। बाजार में इनकी खासी डिमांड रहती है।
सवाल-1. नीलगिरी क्या है इसकी खेती के क्या फायदे हैं?
जवाब- नीलगिरी को यूकेलिप्ट्स या सफेदा भी कहा जाता है। इसकी खेती से हर पांच साल में प्रति हेक्टेयर 50 से 60 लाख रुपये कमाए जा सकते हैं।
सवाल-2. सफेदे के पौधों की बढ़त के लिए कितना तापमान जरूरी है?
जवाब- 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए।
सवाल-3. सफेदे की खेती के लिए कैसी मिट्टी चाहिए?
जवाब- दोमट या चिकनी मिट्टी।
सवाल- 4. सफेदे की खेती कौन-कौन से प्रदेशों में ज्यादा की जाती है?
Mangal Margi : साल 2023 में राशि परिवर्तन करने जा रहे मंगल, इन लोगों का चमकाएंगे भाग्य
नई दिल्ली। वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology) के अनुसार ग्रह समय समय पर मार्गी और वक्री होते हैं. जिसका असर मानव जीवन और देश दुनिया पर देखने को मिलता है. मंगल ग्रह (Mars planet) को आक्रामकता और उत्साह से जुड़ा माना जाता है. मंगल ग्रह साहस, शक्ति और परिश्रम आदि का ग्रह माना गया है. मजबूत मंगल आपके पराक्रम को बढ़ाता है, आपके लिए शुभदायक और फलदायक (auspicious and fruitful) होता है. यदि मंगल कमजोर है आपको घमंडी बना देता है.
13 जनवरी 2023 को मंगल ग्रह वृषभ राशि (Taurus) में मार्गी होंगे. जिसका असर सभी राशियों में देखने को मिलेगा. वृष राशि में मार्गी मंगल ऊर्जा का स्तर और लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा. जिससे व्यवहार में उतार चढ़ाव, व्यवसाय में अप्रत्याशिता होगी. मार्गी मंगल का 12 राशियों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा. लेकिन कुछ ऐसी राशियां हैं, जिनको मार्गी मंगल ज्यादा सफलता दिलाएगा. आइए जानते हैं ये कौन सी राशियां हैं.
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1. कर्क
रुपए-पैसों के मामले में विशेष सावधानी (special care) बरतने की जरूरत है. ठगों से सावधान रहें और कर्ज-उधार से दूर दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं रहें. कर्क राशि के जातकों के द्वारा किए गए व्यापार और नौकरी में प्रयास रंग लाएंगे. समाज में आपको मान सम्मान मिलेगा. शेयर बाजार से भी आपको लाभ होगा. व्यवसाय संबंधों में तरक्की मिलेगी. परिवार वालों के साथ रिश्तों में सुधार होगा.
2. मकर
मकर राशि (Capricorn) वालों में कार्यक्षेत्र में मिलेगी तरक्की. मंगल के मार्गी होने से बिजनेस में होगा लाभ. ये समय छात्रों के लिए सबसे अच्छा रहेगा. इस समय मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें.
3. कुंभ
कुंभ राशि (Aquarius) के जातकों को पेशेवर जीवन में पहचान और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी. जिम्मेदारियों को संभालने के लिए सबसे आगे रहेंगे. जमीन जायदाद या वाहन के सौदे फायदेमंद साबित होंगे. परिवार वालों की सेहत का इस समय खास ख्याल रखें. शैक्षिणिक प्रयासों में विजयी होने वाले छात्रों के लिए समय आसान रहेगा.
सफेदे की नर्सरी कैसे करें तैयार?
सफेदे की पौधशाला तैयार करना भी आपके लिए कमाई का अच्छा जरिया बन सकता है। इसके लिए इसकी बेहतरीन किस्म के बीजों को पॉलिथीन में लगाया जाता है। इसमें गोबर की खाद मिट्टी में मिला कर रखें और इसमें बीज दबा दें। पौधे अंकुरित होने पर इन्हे जमीन में लगा दें। करीब 6 महीने के पौधों को अटैचमेंट के लिए तैयार हो जाते हैं। दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं वैसे सफेदे की खेती के लिए यदि पौधे रोपने हों तो एक साल पुराना पौधा ज्यादा लाभदायक होता है। नीलगिरी की अच्छी किस्मों में नीलगिरी ओब्लिव्का, डेली गेटेंसिस, डायवर्सीकलर, नीलगिरी निटेंस, नीलगिरी ग्लोब्युल्स आदि प्रमुख हैं।
सफेदे के पौधों को खेत में लगाने के बाद इनकी सिंचाई मौसम के अनुसार करें। गर्मियों में वीक में तीन बार भी सिंचाई की जा सकती है वहीं सर्दियों में सिंचाई पंद्रह दिन में करें। बारिश के दिनों में सिंचाई की जरूरत बहुत कम होती है। पौधों के संपूर्ण विकास तक लगभग 25-26 सिंचाई की जा सकती है। इसी तरह पौधों की देखभाल करते रहें। इनमें दीमक का प्र्रकोप हो सकता है। इसके अलावा किंक बनने से तना और पत्ते खराब होने लगते हैं। तनहाई रोग के कारण भी पौधे नष्ट हो सकते हैं। ऐसे में कीटनाशक दवा का छिडक़ाव किया जा सकता है। दीमक लगने पर निंबीसाइड 2 एमएम 1 लीटर पानी में मिला कर स्प्रे करें।
सफेदे के मुख्य प्रोडक्टस
नीलगिरी या सफेदे से कई कीमती उत्पाद मिलते हैं। इससे इमारती लकड़ी के अलावा क्रेंक से एक प्रॉम्प्ट उडने वाला तेल, यूकेलिप्ट ऑयल, गोंद आदि मिलता है। बाजार में इनकी खासी डिमांड रहती है।
सवाल-1. नीलगिरी क्या है इसकी खेती के क्या फायदे हैं?
जवाब- नीलगिरी को यूकेलिप्ट्स या सफेदा भी कहा जाता है। इसकी खेती से हर पांच साल में प्रति हेक्टेयर 50 से 60 लाख रुपये कमाए दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं जा सकते हैं।
सवाल-2. सफेदे के पौधों की बढ़त के लिए कितना तापमान जरूरी है?
जवाब- 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए।
सवाल-3. सफेदे की खेती के लिए कैसी मिट्टी चाहिए?
जवाब- दोमट या चिकनी मिट्टी।
सवाल- 4. सफेदे दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं की खेती कौन-कौन से प्रदेशों में ज्यादा की जाती है?
Business Idea: मात्र 10 हजार में शुरू करें ये शानदार सदाबहार बिजनेस, हर महीने होगी तगड़ी कमाई
Business Idea: आज यह खबर आपके लिए बहुत काम की हो सकती है। क्योंकि आज इस खबर के माध्यम से एक जबरदस्त बिजनेस आइडिया सांझा करने जा रहे दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं है। आज के समय में स्वतंत्र जीवन जीने के लिए आपके पास अच्छे पैसों का होना जरूरी है। दिन के व्यापार के लिए सबसे अच्छा बाजार कौन से हैं और इस बिजनेस के माध्यम से आप अच्छी शानदार कमाई कर सकते है। और इसे बेहद कम निवेश के साथ शुरू कर सकते है। इस बिजनेस को सिर्फ 10,000 रुपये में भी शुरू कर सकते हैं। और इतनी कम लागत में नौकरी के बदले खुद का करोबार करना बहुत अधिक आसान होगा।
आज के समय में कई युवा नौकरी करने के बदले खुद का कारोबार करना भी अधिक पसंद कर रहे हैं। हालांकि, इसके लिए सबसे बड़ी चुनौती फंड की ही होती है। लेकिन कैटरिंग बिजनेस ऐसा है। जिसमें बड़े बजट की कोई खास जरूरत नहीं पड़ती जरूरत नहीं होती है। साथ ही यह ऐसा बिजनेस है, जो हमेशा भी चल सकता है।