शेयर बाजार के इतिहास

शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी का रुख, सेंसेक्स 293 अंक तक उछला
नई दिल्ली (New Delhi), 24 नवंबर . मजबूत वैश्विक संकेतों के कारण आज घरेलू शेयर बाजार में भी तेजी का रुख बना हुआ है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने आज बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की. शुरुआती मिनट में मामूली उतार-चढ़ाव के बाद दोनों सूचकांकों ने तेजी का रास्ता पकड़ लिया. पहले 1 घंटे के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.45 प्रतिशत और निफ्टी 0.47 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे.
शुरुआती कारोबार में स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से अपोलो हॉस्पिटल, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, बीपीसीएल और ओएनजीसी के शेयर 2.86 प्रतिशत से लेकर 1.17 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर अडाणी एंटरप्राइजेज, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा और एशियन पेंट्स के शेयर 0.49 प्रतिशत से लेकर 0.12 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.
अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 1,893 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 1,344 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 549 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 26 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में और 4 शेयर बिकवाली के दबाव के कारण लाल निशान में बने हुए थे. जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 41 शेयर हरे निशान में और 9 शेयर लाल निशान में कारोबार करते दिख रहे थे.
वैश्विक स्तर पर मिल रहे मजबूत संकेतों के कारण घरेलू शेयर बाजार में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने भी बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की. ये सूचकांक 145.42 अंक की उछाल के साथ एक 61,656 अंक के स्तर पर खुला. शुरुआती मिनट में बाजार में मामूली बिकवाली होती नजर आई, जिससे सेंसेक्स गिरकर 61,600.42 अंक तक पहुंच गया. लेकिन थोड़ी देर बाद ही बाजार में खरीदार हावी हो गए और चौतरफा लिवाली शुरू कर दी.
लगातार हो रही लिवाली के सपोर्ट से सुबह 10 बजे के करीब ये सूचकांक 293.10 अंक उछल कर 61,803.68 अंक तक पहुंच गया. हालांकि इस स्तर पर मामूली बिकवाली का दबाव भी बना, लेकिन सेंसेक्स की तेजी जारी रही. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे ये सूचकांक 274.60 अंक की बढ़त के साथ 61,785.18 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.
सेंसेक्स की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज वैश्विक सपोर्ट के कारण मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की. निफ्टी 58.85 अंक की तेजी के साथ 18,326.10 अंक के स्तर पर खुला. शुरुआती मिनट में बिकवाली के दबाव की वजह से ये सूचकांक भी गिरकर 18,294.25 अंक तक पहुंचा. लेकिन इसके बाद बाजार में चौतरफा लिवाली शुरू हो जाने के कारण निफ्टी की चाल में भी तेजी आ गई. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे ये सूचकांक 85.40 अंक की बढ़त के साथ 18,352.65 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.
पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों के कारण आज प्री ओपनिंग सेशन में भी शेयर बाजार ने मजबूती के साथ ही कारोबार की शुरुआत की थी. इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 25.18 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की उछाल के साथ 61,535.76 अंक के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 80.05 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,347.30 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था.
इसके पहले पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार (Wednesday) को सेंसेक्स 91.62 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की तेजी के साथ 61,510.58 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 23.05 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,267.25 अंक के स्तर पर बुधवार (Wednesday) के कारोबार का अंत किया था.
बाजार में उथल-पुथल के बाद भी सेंसेक्स ने रचा इतिहास, निवेशकों की संपत्ति में इजाफा
शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में जोरदार बढ़त दर्ज की गई। सकारात्मक वैश्विक शेयर बाजार के इतिहास संकेतों के अनुरूप सेंसेक्स-निफ्टी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने इतिहास में पहली बार 45000 का आंकड़ा पार किया। विदेशी फंडों ने घरेलू बाजार में पैसा लगाना जारी रखा। दिनभर के कारोबार के बाद सेंसेक्स 380.68 अंक (0.85 फीसदी) ऊपर 45013.33 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी की बात करें, तो यह 13239.10 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
बाजार में आए इस जोरदार उछाल से निवेशकों की संपत्ति में इजाफा हुआ। इस दौरान बीएसई का बाजार पूंजीकरण 179 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा। अंतरराष्ट्रीय कारकों के अतिरिक्त भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिए गए फैसलों से भी बाजार गुलजार रहा। बीएसई के डाटा के अनुसार, विदेशी फंडों ने 2,970 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीद की। कोरोना वायरस की वैक्सीन की सकारात्मक खबरों से बाजार प्रभावित हुआ।
अगले कुछ महीने अर्थव्यवस्था के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। आरबीआई ने रेपो रेट स्थिर रखी है लेकिन केंद्रीय बैंक ने अगली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 0.10 फीसदी कर दिया है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति तीसरी तिमाही में 6.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.8 फीसदी रहने का अनुमान है।
सूचकांक ने वर्ष 2020 में हुए पूरे नुकसान की भरपाई कर ली है। यह एक जनवरी 2020 को 41,306.02 पर बंद हुआ था। इसके बाद जैसे ही कोरोना वायरस महामारी फैलती गई, वैश्विक बाजार धड़ाम हुआ, जिसका असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिला। भारत में जब संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी, तब 24 मार्च 2020 को सेंसेक्स 25,640 के स्तर पर था। हालांकि इसके बाद बाजार में तेजी से रिकवरी हुई। लेकिन विश्लेषकों के अनुसार, आगे बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
सबसे ज्यादा मुनाफे में रहीं टेक कंपनियां
जनवरी 2018 से अब तक सबसे ज्यादा मुनाफे में टेक कंपनियां रहीं। सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आईटी में 83 फीसदी और एनर्जी में 41 फीसदी की बढ़त आई। वहीं यूटिलिटी, टेलीकॉम और मेटल में क्रमश: 21 फीसदी, 25 फीसदी और 29 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बढ़ी रुचि
नवंबर में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की भी रुचि बढ़ी है। एफपीआई लगातार दूसरे महीने भारतीय बाजारों में शुद्ध निवेशक बने रहे। एफपीआई ने नवंबर में भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 62,951 करोड़ रुपये डाले हैं। इस दौरान एफपीआई ने शेयर बाजारों में रिकॉर्ड निवेश किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने नवंबर में शेयरों में शुद्ध रूप से 60,358 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वहीं ऋण या बॉन्ड बाजार में उनका शुद्ध निवेश 2,593 करोड़ रुपये रहा है।
- सेंसेक्स को 41,000 से 42,000 के स्तर तक पहुंचने में आठ महीने लगे।
- वहीं सूचकांक ने 44,000 से 45,000 का आंकड़ा सिर्फ 11 दिनों में पूरा कर लिया।
- 26 जून को 35,000 पर पहुंचले के बाद 113 कारोबारी सत्रों में यह 45,000 तक पहुंचा।
- साल 2018 से अब तक बीएसई का बाजार पूंजाकरण 19 लाख करोड़ रुपये बढ़ा और रिकॉर्ड 179 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
- इस दौरान विदेशी फंडों ने इक्विटीज में 1.9 लाख करोड़ रुपये डाले।
शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में जोरदार बढ़त दर्ज की गई। सकारात्मक वैश्विक संकेतों के अनुरूप सेंसेक्स-निफ्टी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने इतिहास में पहली बार 45000 का आंकड़ा पार किया। विदेशी फंडों ने घरेलू बाजार में पैसा लगाना जारी रखा। दिनभर के कारोबार के बाद शेयर बाजार के इतिहास सेंसेक्स 380.68 अंक (0.85 फीसदी) ऊपर 45013.33 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी की बात करें, तो यह 13239.10 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
बाजार में आए इस जोरदार उछाल से निवेशकों की संपत्ति में इजाफा हुआ। इस दौरान बीएसई का बाजार पूंजीकरण 179 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा। अंतरराष्ट्रीय कारकों के अतिरिक्त भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिए गए फैसलों से भी बाजार गुलजार रहा। बीएसई के डाटा के अनुसार, विदेशी फंडों ने 2,970 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीद की। कोरोना वायरस की वैक्सीन की सकारात्मक खबरों से बाजार प्रभावित हुआ।
अगले कुछ महीने अर्थव्यवस्था के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। आरबीआई ने रेपो रेट स्थिर रखी है लेकिन केंद्रीय बैंक ने अगली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 0.10 फीसदी कर दिया है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति तीसरी तिमाही में 6.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.8 फीसदी रहने का अनुमान है।
सूचकांक ने वर्ष 2020 में हुए पूरे नुकसान की भरपाई कर ली है। यह एक जनवरी 2020 को 41,306.02 पर बंद हुआ था। इसके बाद जैसे ही कोरोना वायरस महामारी फैलती गई, वैश्विक बाजार धड़ाम हुआ, जिसका असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिला। भारत में जब संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी, तब 24 मार्च 2020 को सेंसेक्स 25,640 के स्तर पर था। हालांकि इसके बाद बाजार में तेजी से रिकवरी हुई। लेकिन विश्लेषकों के अनुसार, आगे बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
सबसे ज्यादा मुनाफे में रहीं टेक कंपनियां
जनवरी 2018 से अब तक सबसे ज्यादा मुनाफे में टेक कंपनियां रहीं। सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आईटी में 83 फीसदी और एनर्जी में 41 फीसदी की बढ़त आई। वहीं यूटिलिटी, टेलीकॉम और मेटल में क्रमश: 21 फीसदी, 25 फीसदी और 29 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बढ़ी रुचि
नवंबर में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की भी रुचि बढ़ी है। एफपीआई लगातार दूसरे महीने भारतीय बाजारों में शुद्ध निवेशक बने रहे। एफपीआई ने नवंबर में भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 62,951 करोड़ रुपये डाले हैं। इस दौरान एफपीआई ने शेयर बाजारों में रिकॉर्ड निवेश किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने नवंबर में शेयरों में शुद्ध रूप से 60,358 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वहीं ऋण या बॉन्ड बाजार में उनका शुद्ध निवेश 2,593 करोड़ रुपये रहा है।
जेफ बेजोस की अमेज़न कंपनी $1 ट्रिलियन बाजार पूंजीकरण खोने वाली इतिहास की पहली कंपनी बन गई
जेफ बेजोस की कंपनी अमेज़न एक ट्रिलियन डॉलर खोने वाली दुनिया की पहली सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी बन गई है । अमेरिका में मंदी की आशंका , बढ़ती मुद्रास्फीति, सख्त मौद्रिक नीतियों और और निराशाजनक कमाई के संयोजन ने इस साल कंपनी के शेयरों में ऐतिहासिक बिकवाली शुरू कर दी है, जिसके कारण कंपनी के बाजार पूंजीकरण में एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा गिरावट आई है।
अमेज़न जो ई-कॉमर्स और क्लाउडबिजनेस कंपनी है इसका बाजार मूल्य जुलाई 2021 में 1.88 ट्रिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर से लगभग वर्तमान में 879 बिलियन डॉलर हो गया है।
अमेरिका की पांच बड़ी टेक कंपनियां , इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट (गूगल के मालिक), मेटा (पूर्व में फेसबुक) और अमेज़ॅन के शेयर लगातार गिर शेयर बाजार के इतिहास रहे हैं , क्योंकि उनकी विकास संभावनाएं मंदी के डर से ग्रस्त अर्थव्यवस्था में अनिश्चित दिख रही हैं।
राजस्व के लिहाज से शीर्ष पांच अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों को इस साल बाजार मूल्य में लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
अक्टूबर 2022 में, अमेज़ॅन ने कंपनी के इतिहास में छुट्टियों की तिमाही के लिए सबसे धीमी राजस्व वृद्धि का अनुमान घोषित किया है । आर्थिक अनिश्चितता को देखते हुए खरीदारों ने अपने खर्च को कम कर दिया है जिससे अमेजन के ई-कॉमर्स पर बुरा प्रभाव हुआ है । पिछले महीने कंपनी के इतिहास में तिमाही के लिए सबसे धीमी राजस्व वृद्धि दर्ज की है और पहली बार कंपनी का बाजार मूल्य $ 1 ट्रिलियन से नीचे चला गया है।
बाजार पूंजीकरण या एम-कैप क्या है?
बाजार पूंजीकरण निकालने के लिए किसी कंपनी के फ्री फ्लोटिंग शेयरों की कुल संख्या को प्रत्येक शेयर के मौजूदा बाजार मूल्य से गुणा किया जाता है।
व्याख्या
मान लीजिए कि टाटा मोटर्स नामक एक कंपनी है और इसके प्रमोटर श्री रतन टाटा हैं। कंपनी के पास 100 शेयर हैं और कंपनी के सभी शेयर रतन टाटा के पास हैं। रतन टाटा ने फैसला किया कि उन्हें पैसे की जरूरत है। उन्होंने टाटा मोटर्स के 20 शेयरों को टाटा मोटर्स इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के माध्यम से 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से जनता को बेचने का फैसला किया। लोग शेयर खरीदेंगे और फिर इस प्रक्रिया के पूरा होने पर , टाटा मोटर्स कंपनी बीएसई जैसे भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होगी। अब रतन टाटा के पास कंपनी के केवल 80 शेयर हैं।
ध्यान रहे कंपनी के सिर्फ 20 शेयर ही बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे क्योंकि कंपनी ने जनता को सिर्फ 20 शेयर ही बेचे हैं। शेयर बाजार की भाषा में कहा जाएगा कि टाटा मोटर्स का फ्री फ्लोटिंग शेयर 20 हैं न की 100 ।
अब मान लीजिए बाजार में टाटा मोटर्स की कीमत 100 रुपये है तो टाटा मोटर्स का बाजार पूंजीकरण होगा: कंपनी का फ्री फ्लोटिंग शेयर x कंपनी के प्रति शेयर का बाजार मूल्य।
इस प्रकार यह 20 X 100 रुपये = 2000 रुपये होगा ।
बाजार पूंजीकरण के प्रकार
भारत में बाजार पूंजीकरण के आधार पर कंपनियों को लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में वर्गीकृत किया जाता है। यहाँ कैप का अर्थ पूंजीकरण है।
सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 20,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक है, उन्हें लार्ज कैप कंपनियां कहा जाता है।
मिड-कैप: सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 20,000 करोड़ रुपये से कम और 5000 करोड़ रुपये तक है।
स्मॉल कैप : सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 5,000 करोड़ रुपये से कम है।
Share Market : वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच सेंसेक्स 61,600 अंक के पार पहुंचा
मुंबई : वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 124 अंक से अधिक चढ़कर शेयर बाजार के इतिहास 61,600 अंक के पार पहुंच गया। निफ्टी ने भी बढ़त दर्ज की। इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 124.35 अंक चढ़कर 61,634.93 अंक पर पहुंच गया।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी शुरुआती कारोबार में 38 अंक के लाभ के साथ 18,305.25 अंक पर कारोबार कर रहा था। बीएसई सेंसेक्स कुछ देर के बाद 248.22 अंक के लाभ के साथ 61,760.67 अंक पर और निफ्टी 75 अंक चढ़कर 18,342.25 अंक पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स में एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पॉवर ग्रिड, महिद्रा एंड महिद्रा, इंडसइंड बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर लाभ में थे।
दूसरी ओर, कोटक महिद्रा बैंक, टाटा स्टील और भारती एयरटेल के शेयर नुकसान में शेयर बाजार के इतिहास कारोबार कर रहे थे। पिछले कारोबारी सत्र में, बुधवार को तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 91.62 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,510.58 अंक पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23.05 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,267.25 अंक पर बंद हुआ था।अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, तोक्यो और हांगकांग के बाजारों में तेजी थी लेकिन शंघाई के बाजार नुकसान में कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी बाजार भी बुधवार को तेजी के साथ बंद हुए। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 85.24 प्रति बैरल पर था। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 789.86 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।