डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने

पोर्टफोलियो शब्द का शाब्दिक अर्थ अर्थात मीनिंग देखा जाये, तो वह किसी विशेष प्रकार की चीजों का समूह को हम उस चीज का पोर्टफोलियो कहते है।
फ्लेक्सी लोन
फ्लेक्सी डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने लोन एक अनसेक्योर्ड लोन है जहां फंड प्राप्त करने के लिए किसी कोलैटरल की आवश्यकता नहीं होती है. बजाज फिनसर्व फ्लेक्सी लोन सुविधा एक ऐसी विशेषता है जो आपको अपनी स्वीकृत राशि से आसानी से उधार लेने और अतिरिक्त फंड होने पर आसानी से पुनर्भुगतान करने की सुविधा देती है. फ्लेक्सी लोन सुविधा के दो प्रकार हैं:
फ्लेक्सी टर्म लोन
- आप आपको दिए गए लोन लिमिट से आसानी से पैसे उधार ले सकते हैं
- केवल उपयोग की जाने वाली राशि पर ब्याज़ लगाया जाता है
- हर बार जब आप पैसे निकालते हैं, तो आपकी लोन लिमिट की राशि कम हो जाती है
- अगर आपके पास अतिरिक्त पैसे आ जाते हैं, तो आप मूल राशि का पार्ट-पेमेंट कर सकते हैं हालांकि, आपकी लोन लिमिट इसके अनुसार रीस्टोर नहीं की जाएगी.
फ्लेक्सी हाइब्रिड लोन
- आप आपको दिए गए लोन लिमिट से आसानी से पैसे उधार ले सकते हैं
- केवल उपयोग की जाने वाली राशि पर ब्याज़ लगाया जाता है
- आपके पास अवधि के अंत में मूलधन का पुनर्भुगतान करते समय केवल ब्याज़ का भुगतान ईएमआई के रूप में करने का विकल्प है या जब भी आपके पास अतिरिक्त फंड हो तो मूलधन के लिए पार्ट-प्री-पे करने का विकल्प होता है
- जब आप निकालते हैं, तो उपलब्ध फंड की राशि तदनुसार कम हो जाती है
- जब आप मूलधन राशि प्री-पे करते हैं, तो आपकी लोन लिमिट में उपलब्ध फंड उसके अनुसार बढ़ जाते हैं.
विशेषताएं और लाभ
- फ्लेक्सी लोन अनसेक्योर्ड लोन हैं जिनके लिए कोई कोलैटरल आवश्यक नहीं है. यह कोलैटरल को गिरवी रखने के लिए एसेट वैल्यूएशन की आवश्यकता को समाप्त करता है. डॉक्यूमेंटेशन कम हो जाने से अप्रूवल की प्रोसेस तेज हो जाती है और यह 1 कार्य दिवस में पूरी हो जाती है.
- बजाज फिनसर्व के मौजूदा कस्टमर को टॉप-अप लोन या दरों में कमी जैसे विशेष प्री-अप्रूव्ड ऑफर मिल सकते हैं. फ्लेक्सी लोन न्यूनतम 3 वर्षों की अवधि के साथ प्रदान किए जाते हैं.
- आप अपनी जरूरत के अनुसार उधार ले सकते हैं और पैसा आने पर पुनर्भुगतान कर सकते हैं. आप अपनी लोन लिमिट के समाप्त होने तक इससे कई बार उधार ले सकते हैं.
- अपनी अप्रूव्ड लोन लिमिट से अपनी ज़रूरत के अनुसार जितनी बार चाहें, उतनी बार पैसे निकालें
- जब भी आपके पास अतिरिक्त पैसे हों, आप बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपने लोन अकाउंट में फंड जमा कर सकते हैं
- पैसे निकालने या प्रीपे करने पर अतिरिक्त पेपरवर्क के झंझट से बचें.
- अपनी ईएमआई को कम करने के लिए, अवधि के शुरुआती समय में केवल ब्याज भुगतान करने का विकल्प चुनें और बाद में मूलधन का भुगतान करें.
- केवल उपयोग की गई राशि पर ब्याज का भुगतान करें
- ट्रांज़ैक्शन के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं
- अपनी आवश्यकताओं के अनुसार, बिना किसी अतिरिक्त लागत के अपने अकाउंट से पैसे ड्रॉडाउन करें/निकालें.
- कहीं भी और कभी भी अपने लोन अकाउंट को एक्सेस करें
- हमारे बजाज कस्टमर पोर्टल - एक्सपीरिया और बजाज फिनसर्व ऐप के माध्यम से सेवा संबंधी सहायता
- अप्रूवल के बाद 24 घंटे में आपके अकाउंट में राशि
- न्यूनतम डॉक्यूमेंटेशन और तुरंत डिस्बर्सल सहित लोन.
पात्रता
आपको भारत का निवासी नागरिक होना चाहिए
आयु मानदंड:
- सेलरीड पर्सनल लोन: 21 से 67 वर्ष
- बिज़नेस लोन: 24 से 72 वर्ष
- डॉक्टर लोन: 24 से 70 वर्ष
- सिबिल स्कोर: 685 या उससे अधिक
सामान्य प्रश्न
फ्लेक्सी लोन बजाज फाइनेंस द्वारा प्रदान की जाने वाली एक अनोखी और इनोवेटिव सुविधा है. यह सुविधा आपको अपने कैश फ्लो को अधिक प्रभावी ढंग से मैनेज करने और ब्याज़ की बचत करने की अनुमति देती है. फ्लेक्सी सुविधा के साथ, आप अपनी स्वीकृत लिमिट से अपनी आवश्यकता के अनुसार फंड्स उधार ले सकते हैं. आपके पास अतिरिक्त फंड होने पर आप प्री-पे भी कर सकते हैं. इसके अलावा, आप केवल उस राशि पर ब्याज़ का भुगतान करेंगे जो आपने इस्तेमाल की है, न कि पूरी लोन लिमिट पर. आप अवधि के शुरुआती भाग में ब्याज़-मात्र ईएमआई का विकल्प चुनकर अपनी मासिक किश्त को भी कम कर सकते हैं.
- इस प्रॉडक्ट के साथ, आप जितनी बार चाहें उतनी बार प्री-पे कर सकते हैं और पैसे डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने ड्रॉडाउन कर सकते हैं/निकाल सकते हैं, जिससे यह प्रोसेस आसान और सरल बनती है.
- केवल आपके द्वारा निकाली जाने वाली राशि पर ब्याज़ लिया जाता है न कि पूरी लोन राशि पर.
- इसका लाभ उठाने पर, आपको ब्याज़ लागत में बचत का लाभ होता है क्योंकि आप बिना किसी अतिरिक्त लागत के लोन का भुगतान कर सकते हैं.
- हमारे बजाज कस्टमर पोर्टल – एक्सपीरिया पर आसान, सरल और परेशानी रहित ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करें
आपको अपनी स्वीकृत लिमिट से किसी भी समय पैसे निकालने और किसी भी समय लोन का प्री-पेमेंट करने की सुविधा होती है जिससे यह प्रोसेस आसान बनती है.
आप बिना किसी अतिरिक्त डॉक्यूमेंटेशन के, लोन अवधि के दौरान किसी भी समय उपलब्ध सीमा के भीतर प्री-पे की गई राशि का दोबारा लाभ उठा सकते हैं.
आप ब्याज लागत पर बचत करें. ब्याज़ केवल उपयोग की गई लोन राशि पर देय है. प्री-पेड राशि पर कोई ब्याज़ नहीं लगाया गया है.
हमारे बजाज कस्टमर पोर्टल - एक्सपीरिया पर आसान, सरल और परेशानी मुक्त तरीके से ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करें
आप बिना किसी अतिरिक्त लागत के किसी भी समय अपनी उपलब्ध लिमिट से पैसा निकाल सकते हैं.
सीमित जोखिम और बेहतर मुनाफाः इन बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में है निवेश का अच्छा ऑप्शन
चलिए आज यहां बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को समझने की कोशिश करते हैं जो म्यूचुअल फंड की ऐसी कैटेगरी है जिसमें खरीदना बेचना और पोर्टफोलियो रिबैलेन्सिंग करना सभी पहले से तय नियमों के आधार पर होता है.
By: एबीपी न्यूज़ वेब डेस्क | Updated at : 26 Jul 2021 03:43 PM (IST)
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड
कहते तो सब यही हैं कि सस्ता लो, महंगा बेचो लेकिन होता है अक्सर इसका उल्टा. अक्सर यह समझ नहीं आता कि कब खरीदें और कब बेचें. शेयर बाजार में निवेशकों के मन में डर और लालच हमेशा बना रहता है. गिरते बाजार में खरीदते हुए डर लगता है और चढ़ते बाजार में रुका नहीं जाता. अक्सर हमारी भांवनाएं निर्णय लेने में बाधा डालती हैं. दूसरी समस्या यह भी है कि बेच दिया और यदि प्रॉफिट भी कमा लिया तो अब सवाल यह है कि पैसों को निवेश कहां करें. साथ ही स्कीम में लगने वाले एक्जिट लोड, कैपिटल गेन टैक्स इत्यादि की चिंता. ऐसे में नियमों पर आधारित निवेश मददगार साबित हो सकता है.
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के बारे में जानें
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड म्यूचुअल फंड की ऐसी कैटेगरी है जिसमें खरीदना बेचना और पोर्टफोलियो रिबैलेन्सिंग करना सभी पहले से तय नियमों के आधार पर होता है. सेबी के अनुसार ये ओपन एंडेड डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड होते हैं. यानि कि ये फंड इक्विटी और डेब्ट दोनों ही ऐसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं और इक्विटी और डेब्ट के बीच एलोकेशन पूंजी बाजार की स्थिति के आधार पर तय होता है. पहले से नियम तय होंगे तो लालच और डर का बैरियर ख़त्म हो जायेगा साथ ही स्कीम को इस तरह से मैनेज किया जाता है कि कैपिटल गेन पर टैक्स काम लगे और अधिक से अधिक मुनाफा निवेशकों के हाथ में ही रहे. चलिए आज यहां पर इस कैटेगरी के कुछ फंड को समझने की कोशिश करते हैं.
आदित्य बिरला सन लाइफ बैलेंस्ड एडवांटेज फंड
यह इस कैटेगरी के बेहतरीन फंड में से एक है. यह फंड प्राइस अर्निंग रेश्यो यानि कि पीई रेश्यो के आधार पर शेयरों का मूल्यांकन करता है. फंड पोर्टफोलियो में शेयरों का चुनाव टॉप डाउन और बॉटम अप पद्धति के अनुसार करता है. यानि कि शेयरों का चुनाव करते समय अर्थव्यवस्था, बिजनेस साईकिल के साथ साथ कम्पनी के वित्त संकेतों पर भी ध्यान दिया जाता है. पहले यह पता लगाया जाता है कि कौन सा सेक्टर आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन करेगा और फिर उस सेक्टर के बेहतरीन शेयर इस फंड के पोर्टफोलियो में जगह बना पाते हैं. डेट पोर्टफलियो की बात करें तो इसमें उच्च गुणवत्ता और २ साल से कम परिपक्वता वाले निवेश के साधनों को शामिल किया जाता है ताकि जोखिम कम रहे. यह फंड 25 अप्रैल 2000 को लॉन्च हुआ था और फंड का पिछला प्रदर्शन शानदार रहा है. रेगुलर प्लान ने शुरुआत से लेकर अभी तक करीब 10 फीसदी सालाना की कम्पाउंडिंग ग्रोथ दी है. वहीं पिछले एक साल में यह फंड लगभग 29 प्रतिशत और पिछले 5 सालों में औसत 10 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिलाने में कामयाब रहा है.
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड
यह फंड इस कैटेगरी का पायनियर फंड है. यह फंड अपने निजी प्राइस टू बुक मॉडल के आधार पर शेयरों का मूल्यांकन करता है और इस आधार पर यदि किसी शेयर में कम जोखिम के साथ मजबूत मुनाफे की सम्भावना दिखाई देती है तभी उसे इस स्कीम के पोर्टफोलियो में जगह डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने मिलती है. इस फंड की पूरी परिसंपत्ति का 30 प्रतिशत से 80 प्रतिशत के बीच लार्ज और मिड कैप श्रेणी के चुनिंदा शेयरों में निवेश किया जाता है. ये स्कीम 30 दिसंबर 2006 को लॉन्च हुयी थी और इस फंड के रेगुलर प्लान ने शुरुआत से लेकर अभी तक करीब 11 प्रतिशत सालाना की औसत दर से रिटर्न दिया है. वहीं पिछले एक साल में 25 प्रतिशत से अधिक और पिछले 5 सालों में औसत 10 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दर्ज किया है. डायरेक्ट प्लान के रिटर्न थोड़े और भी बेहतर हैं क्योंकि वहां पर एक्सपेंस रेश्यो कम है .
News Reels
निप्पॉन इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड
यह भी इस कैटेगरी का एक अच्छा फंड है. सेबी ने जब 2017 में म्यूचुअल फंड्स की श्रेणी को पुनः परिभाषित किया तब रिलायंस म्यूचुअल फंड ने रिलायंस एनआरआई इक्विटी फंड का नाम बदल कर इसे रिलायंस बैलेंस्ड एडवांटेज फंड कर दिया था. बाद में जब सन 2019 में जब निप्पॉन म्यूचुअल फंड ने रिलायंस म्यूचुअल फंड का अधिग्रहण कर लिया तो इस फंड का नाम निप्पॉन बैलेंस्ड अडवांटेज फंड हो गया. यह फंड प्राइस अर्निंग रेश्यो के आधार पर और शार्ट एंड मीडियम टर्म के मोमेंटम के आधार पर शेयरों का मूल्यांकन करता है. मूलतः यह फंड 15 नवंबर 2004 को लॉन्च हुआ था. हालांकि शुरुआत में यह एक अलग केटेगरी का फंड था. शुरुआत से लेकर अभी तक इस फंड का प्रदर्शन देखें तो इस डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने फंड ने सालाना लगभग 16 प्रतिशत की कम्पाउंडेड ग्रोथ दर्ज की है. लेकिन इन रिटर्न को सन्दर्भ के तौर पर लेना उचित नहीं होगा क्योंकि फंड उस वक्त एक डैम अलग था. पिछले एक साल में फंड में लगभग 29 प्रतिशत और पिछले 5 साल में लगभग 11 प्रतिशत का औसत सालाना रिटर्न दर्ज कराया है जो कि अपने आप में आकर्षक रहा है.
ऐसे निवेशक जो पहली बार शेयर बाजार पर आधारित म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं उनके लिए इस कैटेगरी के फंड्स उचित हैं. जो सीमित जोखिम के साथ शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, साथ ही ऐसे निवेशक जो अपने नियमित खर्चों के लिए सिस्टेमेटिक विड्राल प्लान के जरिये नियमित रकम पाना चाहते हों वे भी इस तरह के फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं.
इस लेख के लेखक पंकज मठपाल सर्टिफाइड फ़ाइनेंशियल प्लानर हैं और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के सीईओ हैं.
यह भी पढ़ें-
Published at : 26 Jul 2021 02:30 PM (IST) Tags: Mutual fund Balanced Advantage Funds ICICI Prudential Mutual Fund Nippon Mutual Fund Aditya Birla Sun Life Mutual Fund हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Portfolio का क्या मतलब होता है Portfolio meaning in hindi
हेलो दोस्तों, में आपका एक बार फिर से स्वागत करता हूँ, आप सभी ने अलग- अलग जगहों पर इस शब्द “पोर्टफोलियो” को जरूर सुना होगा या पढ़ा होता , आइये आज हम इस पोर्टफोलियो को समझने की कोशिश करते है। आज हम जानेंगे की पोर्टफोलियो शब्द का शाब्दिक अर्थ अर्थात इसका मीनिंग [Portfolio meaning in hindi] क्या होता है , शेयर मार्केट में इसका क्या महत्व है , पोर्टफोलियो के कितने प्रकार होते है और अंत में जानेंगे की आप कैसे अपनी आवश्यकता के अनुसार एक सही पोर्टफोलियो बना कर शेयर मार्केट में ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकते है।
पोर्टफोलियो शब्द का शाब्दिक अर्थ अर्थात मीनिंग देखा जाये, तो वह किसी विशेष प्रकार की चीजों का समूह को हम उस चीज का पोर्टफोलियो कहते है।
यह समूह किसी का भी हो सकता है । यदि हम शेयर मार्केट के सन्दर्भ में पोर्टफोलियो शब्द को परिभाषित करे तो यहाँ इसका अर्थ होता है हमारे विभिन्न प्रकार के निवेशों के समूह से, जिस प्रकार एक निवेशक स्टॉक्स, Govt. बांड्स , इक्विटी , मुद्रा, कमोडिटीज इत्यादि में निवेश करता है तो यह निवेश सामूहिक रूप से उसका पोर्टफोलियो कहलाता है।
अगर कोई व्यक्ति म्युचुअल फंड में विभिन्न केटेगरी में निवेश करता है, तो वह उसका म्युचुअल फंड का पोर्टफोलियो हो जाता है इस पोर्टफोलियो में वह अपनी रिस्क लेने की क्षमता के हिसाब से इक्विटी फंड से लेकर सुरक्षित डेब्ट फंड, लिक्विड फंड या बांड फंड को रख सकता है और सभी म्युचुअल फंड जिसमे की व्यक्ति का निवेश है वो उसका पोर्टफोलियो कहलाता है।
कोई भी निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार अपने पोर्टफोलिओ को और छोटे पोर्टफोलियो में विभाजित कर सकता है।
पोर्टफोलियो का शेयर मार्केट में क्या महत्व है?
पोर्टफोलिओ निर्माण का सबसे बड़ा फायदा यह होते है की इससे आप अपने सभी निवेशों पर नजर रख सकते है, साथ ही साथ समय समय पर सही परिवर्तन करके के आप अपने जोखिम को कम कर सकते है। पोर्टफोलियो की मदद से आपको अपने निवेशों से हो रहे फायदे और नुकसान की जानकारी मिलती रहती है जिससे आपको निर्णय लेने में आसानी होती है।आप अपनी सुविधा और अपने जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर एक अच्छे पोर्टफोलियो का निर्माण कर सकते है, जो भविष्य में आपकी जरूरतों को पूरा करने के साथ साथ आपको शेयर मार्केट में आने वाले उतार चढ़ाव के जोखिम से आपको बचाता भी है। अगर आप अपने पोर्टफोलियो को सही ढंग से नहीं चुनते है, उसमे सही स्टॉक्स, बांड्स इत्यादि को सही समय पर सम्मिलित नहीं करते है तो आपके लिए जोखिम बढ़ सकता है, जिससे आपको नुकसान होने की भी सम्भावना रहती है। एक अच्छा निवेशक अपने पोर्टफोलियो को बहुत सारे छोटे हिस्सों में बाँट कर रखता है, और हर एक हिस्से के अपने अलग अलग फायदे और नुकसान होते है ।
पोर्टफोलियो के कितने प्रकार होते है ?
आइये जानते है पोर्टफोलियो के प्रकारो को उनसे जुड़े जोखिम के आधार पर।
रक्षात्मक पोर्टफोलियो [ Defensive Portfolio ] –
एक रक्षात्मक निवेशक ऐसे स्टॉक्स और फंड्स में निवेश करता है जिनमे रिस्क कम हो , एक ऐसा पोर्टफोलियो जिसमे कम रिस्क वाले लार्जकैप शेयर, ब्लू चिप फंड, बांड्स और डेब्ट फंड सम्मिलितऔर जिसमे नुकसान का जोखिम भी कम हो ऐसा फंड्स का समूह रक्षात्मक पोर्टफोलियो कहलाता है । ऐसा पोर्टफोलियो (meaning in hindi) उन निवेशकों के लिए उचित होता है जिन्हे कम जोखिम के साथ लम्बे समय में एक फिक्स लाभ प्रति वर्ष चाहिए होता है। अधिकांशतः अधिक उम्र के डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने निवेशक जिन पर अधिक लायबिलिटीज होती है वे इस प्रकार के पोर्टफोलियो का निर्माण करते है।
संतुलित पोर्टफोलियो [ Balanced Portfolio ]-
यदि आप अपने पोर्टफोलियो में सभी प्रकार के फंड मिलते है और एक अच्छा बैलेंस्ड फोर्टफोलिओ बनाते है, जिसमे डेब्ट फंड, govt बांड्स के साथ साथ ऐसे स्टॉक्स भी हो जिनमे अधिक जोखिम के साथ अधिक मुनाफे के आसार हो तो इन सभी के मिलने से एक माध्यम जोखिम वाले पोर्टफोलियो का निर्माण होता है।
यह फंड डेब्ट फंड्स से अधिक रिस्की लेकिन इक्विटी फंड्स से कम रिस्की होता है। अगर आप माध्यम उम्र के निवेशक है तो आप bluechip कंपनी में इन्वेस्ट कर अपने जोखिम को और कम कर सकते है। इस प्रकार की कंपनी में हर साल तो फिक्स return मिलता है।
आक्रामक पोर्टफोलियो [ Aggressive Portfolio ]-
यदि आप एक आक्रामक निवेशक है जो अधिक रिस्क ले कर कम समय में अधिक लाभ कमाने में रूचि रखते है तो आपको एक ऐसा पोर्टफोलियो बनाना चाहिए जिसमे स्माल कैप या लार्ज कैप ग्रोथ स्टॉक्स और साथ ही साथ मल्टीबैग्गेर बनाने की क्षमता रखने वाले स्टॉक्स सम्मिलित हो। इस प्रकार का पोर्टफोलियो उन निवेशकों के लिए उचित है जो अधिक रिस्क लेने की क्षमता रखते है साथ ही साथ जिनकी लायबिलिटीज भी कम है।
कम उम्र के अनुभवी निवेशक प्रायः इस प्रकार के पोर्टफोलियो का निर्माण कर अधिक लाभ प्राप्त करने का प्रयास करते है, लेकिन यदि आपको स्टॉक मार्केट में आने वाले उतर चढ़ाव का अनुभव नहीं है तो आपको इस प्रकार के स्टॉक्स में निवेश करने से बचना चाहिए व कम रिस्क वाले स्टॉक्स में ही निवेश कर अनुभव प्राप्त करना चाहिए । इस प्रकार के पोर्टफोलियो में सम्मिलित स्टॉक्स काफी रिस्की होने के कारन इसमें नुकसान होने की सम्भावना भी अधिक होती है ।
तो क्या हमारा ये लेख आपके लिए लाभदायक था, अगर हाँ तो प्लीज आप अपने विचार हमे अपने कमैंट्स में जरूर बताये। और आप भी पोर्टफोलियो [Portfolio Meaning] के बारे में और जानकारी देना चाहते है वो भी आप कमेंट में लिख सकते है। हम आप लोगो के लिए इसी प्रकार के जानकारी से भरे लेख लाते रहते है।
डेब्ट फंड्स के बारे में अधिक जाने
Investments in securities are subject to market risks. Read all the documents or product details carefully before investing. WealthDesk Platform facilitates offering of WealthBaskets by SEBI registered entities, termed as "WealthBasket Managers" on this platform. Investments in WealthBaskets are subject to the Terms of Service.
WealthDesk is a platform that lets you invest in systematic, modern investment products called WealthBasket.
WealthDesk Unit No. 001, Ground Floor, Boston House, Suren Road, Off. Andheri-Kurla Road, Andheri (East), Mumbai, Mumbai City, Maharashtra- 400093
© 2022 Wealth Technology & Services Private Limited. CIN: U74999MH2016PTC281896