फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग

शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में

शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में
शेयर बाजार 29 नवंबर 2022 ,18:15

बाजार भाव से 20% सस्ता शेयर बेच रही है कंपनी, निवेशकों की हुई चांदी

पोजीशनल निवेशकों तगड़ा रिटर्न के साथ-साथ डिविडेंड, बोनस और राइट्स इश्यू का भी फायदा मिलता है। स्मॉल कैप कंपनी Compuage Infocom का राइट्स इश्यू 23 नवंबर 2022 को ओपन हुआ था। कंपनी का यह इश्यू 2 दिसंबर तक ओपन रहेगा। बता दें, कंपनी मौजूदा शेयर होल्डर्स को 20% सस्ता शेयर खरीदने का मौका दे रही है।

क्या कहा है कंपनी ने?

कंपनी ने एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया, “Compuage Infocom ने 8:25 के हिसाब से राइट्स इश्यू को मंजूरी दी है। कंपनी इस राइट्स इश्यू के जरिए 41.58 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा करेगी। Compuage Infocom की तरफ से इस राइट्स इश्यू के लिए 2,07,92,258 शेयर जारी किए जाएंगे।” बता दें, कंपनी इस राइट्स इश्यू के लिए 20 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से स्टॉक खरीदने का मौका निवेशकों को दे रही है। मौजूदा समय में कंपनी के शेयर का भाव 20 रुपये है।

राइट्स इश्यू के विषय में जरूरी बातें-

1- क्या है इश्यू प्राइस - स्मॉल कैप कंपनी के राइट्स इश्यू का प्राइस 20 रुपये प्रति शेयर है।

2- राइट्स इश्यू डेट्स - कंपनी का राइट्स इश्यू 23 नवबंर 2022 को ओपन हुआ था और यह 2 दिसंबर तक खुला रहेगा।

3- राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी 41.58 करोड़ रुपये जुटाएगी।

4- राइट्स इश्यू रेशियो - जिस किसी के पास रिकॉर्ड डेट (14 नवंबर 2022) तक कंपनी के 25 शेयर होंगे वह इस राइट्स के दौरान 8 शेयर खरीद सकता है।

5- कब होगा शेयरों का अलॉटमेंटः कंपनी के शेयरों का अलॉटमेंट 13 दिसंबर 2022 को हो सकता है।

निफ्टी 500 के कई शेयर 200 डीएमए से ऊपर

प्रमुख सूचकांकों - सेंसेक्स और निफ्टी50 की तेज रफ्तार का असर धीरे धीरे अन्य सूचकांकों में भी दिख रहा है। आंकड़े से पता चलता है कि निफ्टी-500 के 312 या करीब दो​-तिहाई शेयर अब अपने 200-दिन के मूविंग एवरेज (डीएमए) से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। दीर्घाव​धि निवेशकों के ​लिए, 200-डीएमए रुझान का व्यापक परिदृश्य मुहैया कराता है। निवेशक और कारोबारी 200-डीएमए से ऊपर शेयरों को पसंद करते हैं, क्योंकि उनमें बदलते बाजार में बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना होती है। इसलिए, जो​खिम प्रबंधन तुलनात्मक तौर पर आसान हो गया है।

आंकड़ों से पता चलता है कि निफ्टी-500 सूचकांक में अदाणी एंटरप्राइजेज, ऐ​क्सिस बैंक, केनरा बैंक, कोल इंडिया, एचडीएफसी, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, आरबीएल बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नवीन फ्लोरीन इंटरनैशनल, मझगाव डॉक ​शिपबिल्डर्स, बीपीसीएल, रेमंड और पीवीआर से ऐसे शेयर हैं जो अपने 200-डीएमए से काफी ऊपर कारोबार कर रहे हैं।

विश्लेषकों का कहना है कि ताजा बाजार तेजी को इन उम्मीदों से मदद मिली कि मुद्रास्फीति दबाव और केंद्रीय बैंक की सख्ती से जुड़ी चुनौतियां दूर हो गई हैं। लार्जकैप के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप के ताजा कमजोर प्रदर्शन को देखते हुए विश्लेषकों का मानना है कि ये दो बाजार सेगमेंट, खासकर स्मॉलकैप अब अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ डेरिवेटिव एवं तकनीकी विश्लेषक नंदीश शाह ने कहा, ‘स्मॉलकैप सूचकांक अब अच्छा प्रदर्शन करने लगा है। यह सूचकांक कम कारोबार के बीच 14 सितंबर से कमजोर बना हुआ था और अब इसमें बदलाव आने का अनुमान है। कारोबार की मात्रा भी बढ़ रही है और चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात सुधर रहा है। निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 10,181 के अपने सितंबर 2022 के ऊंचे स्तर को पार कर सकता है और 10,400 पर पहुंच सकता है।’

जुलाई, 2022 से निफ्टी-500 सूचकांक ने निफ्टी-50 के अनुरूप प्रदर्शन किया है और इस अव​धि के दौरान इसमें करीब 17.5 प्रतिशत की तेजी आई। इस सूचकांक के मझगांव डॉक ​शिपबिल्डर्स, रेल विकास निगम (आरवीएनएल), करूर वैश्य बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इं​डिया और कोचीन ​शिपयार्ड में जुलाई 2022 से अब शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में तक 100 प्रतिशत से 245 प्रतिशत के बीच तेजी आई है। आंकड़े के अनुसार, सिएट, पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी), आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बीएचईएल और केआरबीएल ऐसे अन्य शेयर हैं जिनमें 80 प्रतिशत से 95 प्रतिशत के बीच तेजी आई है।

लगातार दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार ने नई ऊंचाईयों को छुआ (लीड-1)

शेयर बाजार 29 नवंबर 2022 ,18:15

लगातार दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार ने नई ऊंचाईयों को छुआ (लीड-1)

© Reuters. लगातार दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार ने नई ऊंचाईयों को छुआ (लीड-1)

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

मुंबई, 29 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन तेजी रही और मंगलवार को बीएसई का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।बीएसई का सेंसेक्स मंगलवार को 62,362.08 अंक पर शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में खुलने के बाद 62,877.73 अंक की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया और दिन के दौरान 62,362.08 अंक के निचले स्तर को छू गया।

सेंसेक्स 177.04 अंकों की तेजी के साथ 62,681.84 अंक पर बंद हुआ।

सोमवार को सेंसेक्स 62,701.40 के अब तक के उच्चतम स्तर को छूने के बाद 62,504.80 अंक पर बंद हुआ था।

एनएसई पर निफ्टी पहले 18,562.75 अंक पर बंद होने के बाद मंगलवार को 18,552.45 अंक पर खुला था।

फिर निफ्टी 18,659.75 अंक की तेजी के साथ 18,552.15 अंक के निचले स्तर को छुआ और 18,618.05 अंक पर बंद हुआ।

एक्सिस सिक्योरिटीज के मुख्य निवेश अधिकारी नवीन कुलकर्णी ने कहा, दूसरी छमाही में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भी भारतीय बाजार सकारात्मक बढ़त के साथ बंद हुए। जिन क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया उनमें एफएमसीजी शामिल है, जहां बाजार अब सकल मार्जिन पर कम दबाव में मूल्य निर्धारण कर रहा है क्योंकि पैकेजिंग और कृषि कीमतों के 2023 की दूसरी तिमाही के उच्च स्तर से कम होने की उम्मीद है। चीनी नियामकों द्वारा संपत्ति डेवलपर्स के लिए वित्तपोषण को आसान बनाने के बाद धातुओं ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, इस कदम से धातुओं की मांग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिटेल शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, वैश्विक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद घरेलू इक्विटी ने मजबूत कैरेक्टर दिखाया है क्योंकि उन्होंने लगातार छठे दिन बढ़त हासिल की और नई ऊंचाई बनाई। जबकि अपनी प्रतिगामी कोविड नीतियों के लिए चीन में आंदोलन के कारण दिन की शुरुआत में वैश्विक संकेत नकारात्मक थे। निफ्टी गिरावट के साथ खुला लेकिन जल्द ही नई ऊंचाई बनाने के लिए रफ्तार पकड़ ली। अंत में इंडेक्स 55 अंकों की बढ़त के साथ 18,618 के स्तर पर बंद हुआ। एफएमसीजी, मेटल्स और फार्मा सेक्टर में एक्शन देखने को मिला। ग्रामीण मांग में सुधार और तेल की कीमतों में गिरावट के कारण एफएमसीजी शेयरों में खरीदारी देखी गई।

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के हेड फंडामेंटल रिसर्च- इन्वेस्टमेंट सर्विसेज, नरेंद्र सोलंकी ने कहा, चीन द्वारा बड़ों के लिए टीकाकरण को प्रोत्साहित करने वाली खबरों के बाद समग्र एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख के बाद भारतीय बाजार सकारात्मक नोट पर खुले, जिन्हें छिटपुट लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए महत्वपूर्ण देखा जा रहा है।

सोलंकी ने कहा कि धारणा आशावादी बनी हुई है क्योंकि आंकड़ों से पता चलता है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने नवंबर के महीने में अब तक भारतीय शेयर बाजारों में 32,344 करोड़ रुपये का निवेश किया है और फिर से शुद्ध खरीदार बन गए हैं।

चॉइस ब्रोकिंग के अनुसार, निफ्टी ने पहली बार 18,650 को पार किया और लगातार छठे सत्र के लिए एक अपट्रेंड बनाए रखा, साथ ही साथ लगातार पांचवें सत्र के लिए उच्चतम स्तर बनाए रखा।

सेंसेक्स 0.28 प्रतिशत बढ़कर 62,681.84 पर, जबकि निफ्टी 0.30 प्रतिशत बढ़कर 18,618.05 पर पहुंच गया।

लॉन्ग टर्म में पैसा बनाने के लिए ग्रोथ और वैल्यू इनवेस्टिंग में आपके लिए कौन है बेहतर

.

बिज़नेस न्यूज डेस्क - आमतौर पर हर कोई कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना चाहता है। इसके लिए ज्यादातर युवा अक्सर शेयर बाजार का रुख करते शेयरों में निवेश करना आसान है शेयरों में हैं, क्योंकि आज के दौर में शेयर बाजार एक आदर्श बनकर उभरा है। लेकिन युवाओं को यह नहीं पता कि सही स्टॉक का चुनाव कैसे करें? अगर आप शेयर बाजार में शेयर चुनने का हुनर ​​जानते हैं तो इसमें निवेश करना बहुत आसान हो सकता है। हालांकि, शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव हमेशा बना रहता है। वहीं, ज्यादातर युवा शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाने के लिए अपने अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिसके लिए निवेशक वैल्यू इनवेस्टिंग और ग्रोथ इनवेस्टिंग की ओर रुख करते हैं। निवेश के ये दोनों तरीके काफी लोकप्रिय हैं। इनमें से प्रत्येक की अपनी खूबियां हैं। हालांकि, कई युवा दोनों के बीच के अंतर को नहीं समझते हैं।

दरअसल, ग्रोथ इन्वेस्टमेंट और वैल्यू इनवेस्टिंग निवेश के दो अलग-अलग तरीके हैं। निवेशक अपनी पूंजी बढ़ाने के लिए दोनों तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि दोनों ही स्टाइल निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। निवेशकों और विश्लेषकों की विभिन्न श्रेणियां हैं जो दोनों दृष्टिकोणों में विश्वास करती हैं। वहीं, ग्रोथ और वैल्यू इनवेस्टमेंट साइकल में चलते हैं। आपको बता दें कि ग्रोथ इन्वेस्टमेंट में उन कंपनियों को खोजा जाता है, जिनके भविष्य में बाजार से ज्यादा बढ़ने की उम्मीद होती है। दूसरी ओर, मूल्य निवेश उन कंपनियों की पहचान करता है जिनके शेयर की कीमत उनकी वास्तविक क्षमता से कम होती है। आम तौर पर, विकास आधारित कंपनियाँ अपने शेयरों या व्यवसाय को बढ़ाने के लिए अपनी कमाई का पुनर्निवेश करती हैं। ऐसे में वे लाभांश का भुगतान नहीं करते हैं। वहीं, वैल्यू स्टॉक्स बहुत ज्यादा डिविडेंड देते हैं। ग्रोथ स्टॉक्स में रिटर्न देने की सबसे ज्यादा क्षमता होती है। यही कारण है कि वे मूल्य शेयरों की तुलना में जोखिम और अस्थिरता से अधिक प्रवण होते हैं। साथ ही, वैल्यू स्टॉक्स की तुलना में ग्रोथ स्टॉक्स का पीई रेशियो काफी ज्यादा होता है।

रेटिंग: 4.33
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 729
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *