ट्रेडर्स वे सपोर्ट

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'अगली दिवाली स्वदेशी वाली' की रणनीति के तहत हो रहा है चीनी सामान के आयात का विरोध
By: अंकित गुप्ता | Updated at : 22 Jun 2020 02:26 PM (IST)
नई दिल्ली: भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प की घटनाओं के बाद अब देशभर में चीन को लेकर गुस्सा है. मांग उठ रही है कि चीन को सबक सिखाने के लिए जरूरी है कि उसको सीमा पर तो मुंहतोड़ जवाब दिया ही जाए. साथ ही आर्थिक तौर पर भी चीन को करारा जवाब देना जरूरी है. इस कड़ी में चीन से आयात होने वाले सामान में कमी लाने की मांग जोर पकड़ रही है क्योंकि ट्रेडर्स वे सपोर्ट आज भी देश में लाखों करोड़ों रुपए का सामान चीन से आयात होता है. इसी को देखते हुए व्यापारी संघ कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम चला रखी है. इसी मुहिम के तहत आज दिल्ली में एक विरोध प्रदर्शन भी किया गया जिसमें चीनी सामान की होली जलाई गई.
चीनी सामान जलाकर किया गया सांकेतिक प्रदर्शन बच्चों की साइकिलें, चीनी झालरें, घर की साज सज्जा का सामान, खिलौनें, वीडियो गेम यह कुछ चीजें थीं जिनको इस विरोध प्रदर्शन में आग के हवाले किया गया. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स से जुड़े हुए व्यापारियों के मुताबिक यह प्रदर्शन एक सांकेतिक प्रदर्शन था, लेकिन यह प्रदर्शन व्यापारियों के गुस्से को जाहिर करने के लिए काफी है. देशभर में इस व्यापारी संघ से जुड़े हुए करोड़ों व्यापारी आज की तारीख में चीन के सामान के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं.
क्यों टेक्निकल एनालिसिस कभी काम करता है और कभी नहीं करता ?
टेक्निकल एनालिसिस में कीमतों का अभ्यास किया जाता है , जो की बाज़ार में लोंगो के मनोदशा और भावनावो ट्रेडर्स वे सपोर्ट का प्रतिनिधित्व स्वरुप है | इसी वजह से टेक्निकल एनालिसिस ज्यादातर बार काम करता है , क्योकि सामान्य रूप से लोग समान परिस्थितियों में एक जैसे निर्णय या फिर गलतिया करते है | जो चार्ट पर समान प्राइस पैटर्न्स या फिर टेक्निकल पैटर्न बनाते रहते है और यह प्रक्रिया बार बार होती रहती है | कीमतों की दिशा या ट्रेंड्स चार्ट पर मूविंग अवेरेजेस और इंडीकेटर्स की मदत से खोजी जा सकती है | और उनकी हद या फिर सीमा चार्ट पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस खीचकर निर्देशित किये जा सकते है | ये एक सीधी और साधा तरीका है मगर इसमें अनुभव जरुरी होता है | जब कीमते रेजिस्टेंस को लांघकर ट्रेड करने लगाती है तो उसे “बुलिश ब्रेकआउट” कहा जाता है , उसी तरह जब कीमते सपोर्ट क निचे टूट जाती है तो उसे “बिअरिश ब्रेकडाउन” कहा जाता है | ब्रेकआउट की घटना एक ट्रेडर के लिए बहुत महत्व पूर्ण होती है और वो ट्रेडर्स के लिए एक शक्तिशाली हत्यार की तरह काम करता है | ब्रेकआउट कीमतों और इंडीकेटर्स में भी देखा जा सकता है और उपयोगी होता है | ब्रेकआउट लगभग ८०-९०% समय काम करता है और सही दिशा में ट्रेड करने वालो को मोटा मुनाफा कमाकर देता है | ज्यादातर ब्रेकआउट और ब्रेकडाउन मुख्य दिशा परिवर्तन के समय होता है और ट्रेडर्स को एक मुनाफे वाली रैली मिल जाती है |
कभी कभी टेक्निकल एनालिसिस क्यों काम नहीं करता ?
टेक्निकल ट्रेडर्स वे सपोर्ट एनालिसिस कभी कभी किसी ट्रेडर के लिए कम नहीं करता और उसका मुख्य कारण होता है , अनुभव की कमी | जो लोग या ट्रेडर्स मार्केट में नए है वो ज्यादातर पकीमतों को या फिर इंडीकेटर्स को अच्छे से नहीं समज पाते और गलती कर बैठते है | इसी कहते है की लिए एक यशस्वी ट्रेडर्स के पीछे उसके अनुभव का हाथ होता है | ज्यादातर व्यावसायिक और नए ट्रेडर्स एक ही तकनीक अपनाते है मगर व्यवसायिक ट्रेडर मुनाफा कमाता है और उसी तकनीक से नए ट्रेडर्स को नुकसान होता है | यह कही बार देखा गया है | दूसरा यह की बहुत बार ट्रेडर्स चार्ट्स, प्राइस पैटर्न और इंडीकेटर्स के ऊपर इतना निर्भर हो जाते है की वो मार्केट की परिस्थितियों को जानना और समज़ना भूल जाते , और अपने इस छोटे कोष से बाहर न आने की वजह से गलत साबित होते रहते है | ट्रेडर्स वे सपोर्ट यही व्यवसायिक ट्रेडर्स मार्केट और उतार-चढाव के हिसाब से अपनी तकनीक और इंडीकेटर्स को ट्यून करते रहते है | जैसे की ज्यादा चढ़ उतार वाले मार्केट में चार्ट पर फाल्स ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन होने पर ट्रेडर्स को मुख्य ट्रेंड के साथ रहना चाहिए | दूसरा उदहारण में बुल मार्केट में कीमते ओवर बाउट स्थिति में हप्ते या ट्रेडर्स वे सपोर्ट फिर महीनो तक ट्रेंड करती है और बीच बिच में गलत सेल सिग्नल निर्माण होते है | कभी कभी कुछ तकनीक कुछ वक्त तक ही काम करते जाते है ट्रेडर्स वे सपोर्ट क्योकि मुख्य मार्केट मेकर्स वही टेक्निक्स उपयोग में लाते है और उनपर ही उस वक्त भरोसा बैठ होता है , इसे “सेल्फ फुल फिलिंग प्रोफेसी” भी कहा जाता है | कुछ ट्रेडर्स बहुत सामान्य तकनीक उपयोग करते है और फिर भी मुनाफा कमाते है और कुछ जटिल और महंगी ट्रेडिंग सिस्टम का उपयोग करके भी सदा नुकसान में ही बैठे होते है | ये इस लिए होता है क्योकि व्यावसायिक ट्रेडर्स जो गैर प्रचलित ट्रेडिंग की रणनीति बनाते है वो अनुभव पर आधारित होती है और उसकी मार्केट पर पूरी पकड़ होती है | ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश मुनाफा कमाना है न की वैज्ञानिक तरीकेसे सही रहना |
NPS Traders : छोटे कारोबारियों को भी पेंशन देगी सरकार, हर महीने बस 55 से लेकर 200 रुपये तक करने होंगे जमा
छोटे कारोबारियों को बुढ़ापे के लिए पूंजी जुटाने में मदद कर सकती है NPS ट्रेडर्स स्कीम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नौकरीपेशा लोगों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में वित्तीय सहायता मिल जाती है लेकिन छोटे कारोबारियों के लिए यह सुविधा नहीं होती है. ऐसे में केंद्र सरकार की एक योजना लघु कारोबारियों के लिए भी बड़ा सहारा बन सकती है. पेंशन की इस स्कीम के जरिए बुढ़ापे में छोटे या लघु कारोबारी पेंशन का फायदा ले सकते हैं. छोटे दुकान के मालिक, चावल मिल मालिक, खुदरा व्यापारी, तेल मिल मालिक, कमीशन एजेंट, छोटे होटल-रेस्तरां और ऐसे ही अन्य व्यापारियों, जिनका सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं है वे इस योजना के तहत लाभ उठा सकते हैं.
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केंद्र की इस स्कीम का नाम राष्ट्रीय पेंशन योजना फॉर ट्रेडर्स यानी NPS-Traders ट्रेडर्स वे सपोर्ट है. सरकार ने ये स्कीम छोटे व्यापारियों को पेंशन मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू की है. राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत कारोबारियों को 3,000 रुपये का पेंशन हर महीने 60 साल की आयु के बाद मिलेगा. वहीं व्यापारी की मृत्यु होने के बाद उस व्यक्ति के जीवनसाथी को 50 फीसदी पेंशन की रकम फैमिली पेंशन के तौर पर दी जाएगी. इस खास स्कीम में फैमिली पेंशन का फायदा केवल जीवनसाथी यानी पति या पत्नी को ही मिलेगा.
केंद्र सरकार की इस स्कीम के लिए अप्लाई करने की उम्र 18 से 40 साल है. ये योजना सिर्फ छोटे कारोबारियों के ट्रेडर्स वे सपोर्ट लिए शुरू की गई है अगर कोई कारोबारी इनकम टैक्स जमा करता है तो वह इस योजना में आवेदन नहीं कर सकता है. इस योजना का लाभ सिर्फ वे व्यापारी ही ले सकते हैं जो आयकर दाता न हों.
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मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिशन का प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव आज
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन का प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव आज होगा। इसमें अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष पदों पर सीधा मुकाबला होगा। चुनाव को लेकर सर्वाधिक गहमागहमी महामंत्री पद पर है। इस पद के लिए सर्वेश कुमार सर्राफ और विजय आनंद अग्रवाल के बीच कांटे की टक्कर होगी। चुनाव को लेकर आज दोनों ही पैनलों ने अपना चुनाव प्रचार किया और वोट मांगे। विजय आनंद अग्रवाल पैनल ने गढ़ रोड पर सेवन इलेवन में कार्यक्रम भी किया।
चुनाव अधिकारी अशोक कुमार रस्तोगी ने बताया कि चुनाव आज शहर सर्राफा स्थित मंदिर महादेव परिसर में होगा। मतदान दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक होगा। इसमें 288 मतदाता भाग लेंगे। मतदान समाप्ति के बाद मतगणना का कार्य होगा। इसके बाद चुनाव परिणाम की घोषणा की जाएगी। चुनाव में उपचुनाव अधिकारी राजकिशोर रस्तोगी सहयोग करेंगे। कल एसोसिएशन के चार सदस्यों संदीप अग्रवाल, दिनेश भारद्वाज, विजय गोयल ट्रेडर्स वे सपोर्ट और सौरभ रस्तोगी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया था। नामांकन वापसी के बाद उपाध्यक्ष पद पर राजकुमार भारद्वाज, मंत्री पद पर अनिल जैन बंटी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया था।