क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ?

Olymp Trade पर OTC परिसम्पत्तियों में कैसे ट्रेड करें
ट्रेड की दुनिया में OTC एक गैर-समाचार चीज है। पारंपरिक अर्थ में, इस शब्द का मतलब ओवर-द-काउंटर ट्रेडिंग होता है। कुछ समय पहले तक, OTC बाजार का मतलब एक ऐसा बाजार था जहां आप संदिग्ध कंपनियों या उन कंपनियों के शेयरों को खरीद या बेच सकते थे जो अपनी कमाई की रिपोर्ट नहीं देते थे।
OTC परिसंपत्तियों पर ट्रेड हाल ही में सक्रिय रूप से विकसित हो रहा है। इसका एक उदाहरण एक नए प्रकार की ब्लॉकचेन परियोजना का उत्थान है जो विकेंद्रीकृत वित्तीय प्रणालियों (DeFi) को समर्पित है।
हालांकि, आज, पारम्परिक संपत्ति भी OTC बन रही है।
OTC ट्रेडिंग क्या है?
OTC (ओवर द काउंटर) बाज़ार वित्तीय संस्थानों की एक विकेंद्रीकृत गुट (प्रणाली) है, जिसमें ब्रोकर, मार्केट मेकर, लिक्विडिटी प्रदाता, ट्रेडर्स और अन्य बाजार सहभागी शामिल हो सकते हैं, जिन्हें हर समय ट्रेड करने की जरूरत होती है, यहाँ तक कि सप्ताहांत को भी।
OTC मूल्य निर्धारण अधिक गतिशील है क्योंकि भाव (क्वोट्स) प्रतिभागियों की कम संख्या से प्रभावित होते हैं।
यहां बिटकॉइन पर किए गए एक वास्तविक ओवर-द-काउंटर ट्रेड का एक उदाहरण है। आइए कल्पना करते हैं कि इस क्रिप्टोकरेंसी के 10 प्रमुख धारक हैं। वे एक समुदाय में एकजुट होकर क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ? बड़ी संख्या में बिटकॉइन बेचने के लिए सहमत हुए हैं, जो कि 10 कॉइन से कम नहीं। लेकिन बड़े खरीदारों को आकर्षित करने के लिए, यह समुदाय मौजूदा बाजार मूल्य पर 5% की छूट प्रदान करता है। दूसरे शब्दों में, निवेशकों के इस समूह ने अपनी शर्तों पर अपने खुद के बाजार का आयोजन किया है।
हम निष्कर्ष निकालते हैं कि OTC ट्रेडिंग नियमित प्लेटफॉर्म और ट्रेडिंग समय के बाहर मूल्यवान परिसंपत्तियों पर ट्रेड से संदर्भित है। कार्यान्वित कीमत बाजार की कीमतों से भिन्न हो सकती है।
Olymp Trade पर कौन सी OTC परिसंपत्तियों में मैं ट्रेड कर सकता हूं?
प्रमुख Forex ट्रेड सत्र बंद होने के ठीक बाद, Olymp Trade ग्राहकों को AUD/USD, EUR/USD, GBP/USD, Gold, NZD/USD, USD/CAD, USD/CHF, USD/JPY सहित 8 OTC परिसंपत्तियों पर ट्रेड करने की पेशकश करता है। । इन परिसंपत्तियों पर ट्रेडिंग Fixed Time Trades मोड़ में उपलब्ध है।
OTC परिसम्पत्तियों में ट्रेड कब किया जाता है?
Forex ट्रेड सत्र 21:00 UTC रविवार के आसपास शुरू होता है और 21:00 UTC शुक्रवार तक निरंतर चलता है। OTC परिसंपत्तियों पर ट्रेड प्रमुख सत्र के ठीक बाद शुरू होता है और 48 घंटे तक रहता है। आप परिसंपत्ति जानकारी में (“Help” मेनू पर जाकर, फिर “Assets” चुनकर, परिसंपत्ति चुनकर और “Schedule” टैब पर जाकर)अपने समय क्षेत्र के लिए सटीक सूची देख सकते हैं ।
क्या मैं OTC परिसंपत्तियों पर ट्रेडिंग करने के लिए ऐप का उपयोग कर सकता हूं?
आप बिना किसी रोक के OTC परिसंपत्तियों पर ट्रेड करने के लिए iOS और Android के आधिकारिक Olymp Trade एप्लिकेशन का उपयोग कर सकते हैं। हम आपको यह भी याद दिलाना चाहते हैं कि आप सप्ताहांत पर क्रिप्टोकरेंसी पर ट्रेड कर सकते हैं।
स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के क्या नियम हे ?
share market investing aur trading ke niyam
stock-market-investment-trading-rules
स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट करने से पाहिले किन बातो का ध्यान रखना चाहिए।और ट्रेडिंग के कुछ नियम होते हे जो की एक सफल ट्रेडर अच्छे से जानता हे तो में आपको इन्ही नियमो के बारे में आज बताने वाला हूँ।
चलो दोस्तों आज हम देखंगे की स्टॉक मार्किट में लोग क्यू नुकसान करते हे। और इन्वेस्टिंग के क्या नियम हे ,और साथ ही ट्रेडिंग के भी नियम होते जो हम अगर सिख गए तो हम भी ट्रेडिंग में माहिर हो सकते हे। आपको अगर interday trading kya hota he के बारे में पता नहीं हे,तो आप हमारा पिछले पोस्ट देख सकते हे। हमने उसने ट्रेडिंग क्या होता हे सविस्तार में बताया हे। और अगर पोस्ट अच्छी लगे तो इसे अपने फॅमिली या दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगे।
शुरवात में हम स्टॉक मार्किट में क्या नहीं करना चाहिए वो देखंगे।
stock market rules
शेयर मार्केट के नियम ;
- कभी किसीकी भी टिप्स लेनी नहीं चाहिए।
- कभी किसीका इन्वेस्टिंग के बारे में सुनना नहीं चाहिए। जैसा की -की ये करो वो करो।
- कर्जा लेकर शेयर मार्किट में इन्वेस्ट या ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए।
- कभी दोस्त या रिस्तेदारोका के लिए ट्रेडिंग से प्रॉफिट नहीं बनाना चाहिए।
- कभी किसीको नहीं बोलना चाहिए की मुझे पैसा दो में तुम्हे इसके ज्यादा रिटर्न्स बनके दूंगा।
- ट्राय या टाइमपास करने के लिए मार्किट में निवेश न करे।
- कभी न्यूज़ का या मीडिया का भरोसा नहीं करना चाहिए न्यूज़ फेक ( गलत ) भी हो सकती हे।
- कभी किसीको अपना प्रॉफिट और लॉस शेयर नहीं करना चाहिए।
हम देखेंगे की जो stock market में शुरुवात करते हे वो क्या गलतिया करते हे।
begginners mistakes -शुरुवाती गलतिया
- पेनी स्टॉक्स खरीदना।
- उपर गया हुआ स्टॉक को खरीदना।
- अपने दोस्तों ने लिया या टीवी में बताया वो स्टॉक्स को खरीदना।
- कहिसुनि बाते सुनकर या पब्लिक को फॉलो करके स्टॉक को खरीदना।
- पैसो से ख़रीदे हुए टिप्स या कॉल को फॉलो करना।
- किसी के बोलने से स्टॉक को खरीदना।
- टाइमपास के लिए स्टॉक को को खरीदना
- स्टॉक के प्रति प्यार दिखाना।
- आँखे बंद करके स्टॉक्स पर भरोसा करना।
- कीसकी भी रिसर्च को फॉलो करना।
ये सब गलतिया हम करते हे। हमें कुछ क्नॉलेज नहीं तो हम टिप्स लेते हे। हम एक दो बार टिप्स से पैसे कमा भी लेते हे लेकिन वो लाइफटाइम के लिए नहीं रहता। तो कुछ क्नॉलेज लो और खुद ही इन्वेस्टमेंट या ट्रेडिंग करो.
आगे हम देखंगे फ्यूचर मार्किट के क्या नियम क्या मेन पॉइंट्स हे।
future market imp points -फ्यूचर मार्किट के महत्वाचे पॉइंट
- फ्यूचर मार्किट में किसीभी स्टॉक लॉट साइज में मिलता हे।
- अपने ट्रेडिंग अकॉउंट में एक्स्ट्रा डिपोसिट होना चाहिए ।
- हर स्टॉक की महीने के आखरी गुरुवार को समाप्ति (expiry ) रहती हे।
- अभी हप्तेकी की भी समाप्ति शुरू जो गयी हे।
- स्टॉक का तीन महीनो के लिए भी कॉन्ट्रैक्ट हे लेकिन तीन महीने से ज्यादा नहीं।
- M 2 M मार्क तो मार्किट का नियम हे।
company fundamental -फ़ण्डामेंअटल में कंपनी का क्या क्या देखना चाहिए।
- हर साल कंपनी का प्रॉफिट बढ़ रहा हे की नहीं।
- कंपनी पर कर्जा नहीं चाहिए। और १ से ज्यादा नहीं चाहिए।
- कंपनी के शेयर्स diluted नहीं होने चाहिए।
- और शेयर प्लेज भी नहीं चाहिए।
- कंपनी ने नियमित devident देना चाहिए।
- कंपनी का वैल्यूएशन ज्यादा चीप नहीं चाहिए।
OHL stratergies -ओपन हाई लौ स्ट्रैटर्जीस
trend positive
सेटप ; अगर ट्रेंड पोसिटिव हे तो
पिछले बंद से ऊपर होना चाहिए।
बुलिश मूवमेंट को बनाए रखना चाहिए।
और फिर buy करना चाहिए।
आपका स्टॉपलॉस (stoploss ) = ओपनिंग प्राइज।
trend negetive
सेटप ; अगर ट्रेंड नेगेटिव हे तो
पिछले बंद से नीचे होना चाहिए।
बेयरिश मूवमेंट को बनाए रखना चाहिए।
और फिर sell करना चाहिए।
आपका stoploss = ओपनिंग प्राइज।
technical analysis
अगर आपकोtechnical analysis kya hota heके बारे में पता नहीं हे ,तो आप हमारा पिछले पोस्ट देख सकते हे। उस पोस्ट में हमने टेक्निकल के बारे में सविस्तर जानकारी दी हे।
ट्रिक १
- लाइफटाइम हाई पर कोनसा स्टॉक हे पता लगाएं।
- तो इसे न खरीदें, 15% अधिक तक पहुंचने की प्रतीक्षा करें।
- फिर इसे खरीदें और असीमित समय के लिए होल्ड करें।
- होल्डिंग टाइम ये असीमित समय तक रह सकता हे ।
- बेस्ट सेलिंग टाइम, क्योंकि यह अब तक के उच्चतम 10% से गिरता है.
अब हम इन्वेस्टिंग की ट्रिक्स समझेंगे।
ट्रिक २ ;
- अपने आस-पास की चीजों का विश्लेषण करें, जिनका आप 10 साल पहले और अब उपयोग कर रहे हैं और 10 साल बाद उपयोग करेंगे।
- और इसको अपनी डायरी में लिख के रखो।
- और फिर उस कंपनी के शेयर्स को खरीदो।
ट्रिक ३ ;
- कंपनी का निरन्तर प्रॉफिट होना चाहिए।
- कंपनी में कोईभी फ्रॉड नहीं चाहिए।
- और कंपनी की पालिसी चेंज होती रहनी चाहिए।
interday trading analysis
8 pm tasks
- आज का बाजार देखें, पिछले दिन से तुलना करें।
- निवेशित शेयरों, उनके ऊपर-नीचे की जाँच करें और उन्हें क्या स्थानांतरित करता है?
- कारण स्थायी है या अस्थायी?
- यदि अस्थायी अधिक निवेश करें।
- आपके स्टॉक से संबंधित समाचार।
- चार्ट का विश्लेषण करें।
- पुरस्कार और मात्रा बढ़ाएँ
- बाजार की स्थिति और सकारात्मक परिणाम।
8 pm task
- जाँच करें कि रातों-रात में क्या हुआ हे।
- समाचार का विश्लेषण करें।
- किसी भी विशेषज्ञ की बात सुनकर डरिये क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ? नहीं ,आपके कॉल पर विपरीत राय ले।
- आपके निवेश कॉल के लिए सख्त रहे।
- जर्नल लिखे।
- खरीद पोंईट (entry ), लक्ष्य (target ), स्टॉपलोस (stop loss ) और खरीदने (Buy )का कारण पूर्व तय करके रखे।
आज हमने क्या सीखा –
तो दोस्तों आज हमने शेयर मार्कीट इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग के कुछ रूल्स और स्ट्रैटर्जीस देखे। इसमें हमने जाना की एक सफल ट्रेडर किन बातो का ध्यान रखता हे। किन किन नियम का पालन करता हे। और ये सब नियम मैंने अपने एक्सपीरियंस से लिखे हे। ये आपको न तो किसी बुक में मिलेंगे। और न ही आपको कोई ये सब बताएगा।
यकीं हे आपको हमारी हे आज की पोस्ट पसंद आयी होगी। और ऐसेही शेयर मार्किट पोस्ट और अपडेट्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट को सब्सक्राइब करना न भूले।
और आपको ये पोस्ट मदतगार साबित हुयी हो तो आप इसे शेयर जरूर कीजियेगा। और अगर आपको और भी कुछ जानकारी चाहिए हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हो। धन्यवाद
क्या मैं मार्जिन अकाउंट के साथ म्यूचुअल फंड खरीद सकता हूं?
मार्जिन खाते का उपयोग करके सुरक्षा खरीदने का मतलब है कि आप पैसे उधार ले रहे हैं ताकि आप अधिक शेयर खरीद सकें जिसके लिए आपके पास नकदी है। यह जोखिम भरा है, क्योंकि यदि आपका निवेश कम हो जाता है, तो आप न केवल अपना पैसा, बल्कि आपके द्वारा उधार लिया गया पैसा खो चुके हैं। आइए देखें कि म्यूचुअल फंड के लिए यह क्यों काम नहीं करेगा, जबकि अन्य तरीकों को देखते हुए आप मार्जिन पर अन्य प्रकार के फंड खरीद सकते हैं।
स्टॉक और म्युचुअल फंड के बीच अंतर
म्यूचुअल फंड के साथ उपयोग किए जाने वाले मूल्य निर्धारण / ट्रेडिंग तंत्र के कारण, उन्हें स्टॉक की तरह खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है। जब शेयर ट्रेडिंग करते हैं, तो एक निवेशक सीमित ऑर्डर दे सकता है, कम बिक्री में संलग्न हो सकता है, मार्जिन पर खरीद सकता है, और पूरे दिन द्वितीयक बाजार में ट्रेड कर सकता है।
दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड शेयर खरीदारों को जारी किए जाते हैं और फंड कंपनी द्वारा सीधे विक्रेताओं से भुनाए जाते हैं। फंड शेयर की कीमतें व्यापार के बंद होने के एक दिन बाद निर्धारित की जाती हैं और फंड के पोर्टफोलियो में अंतर्निहित प्रतिभूतियों के समापन मूल्यों पर आधारित होती हैं। लेनदेन होने के अगले दिन तक फंड शेयर खरीदने और बेचने की कीमतें पोस्ट नहीं की जाती हैं। इससे पैसा खोने पर म्यूचुअल फंड से जल्दी निकलना मुश्किल हो जाता है। इस कारण से, आप एक मार्जिन खाते का उपयोग करके म्यूचुअल फंड शेयर नहीं खरीद सकते हैं।
ETF के लिए मार्जिन खाते का उपयोग करना
पारंपरिक म्युचुअल फंड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड के साथ इन सीमाओं के कारण, जो कि इंडेक्स म्यूचुअल फंड्स को संरचित और स्टॉक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, मूल रूप से स्टॉक के रूप में एक ही सुविधा के साथ व्यापार व्यापारियों की इच्छा के जवाब में बनाया गया था।
आप ईटीएफ को मार्जिन पर खरीद सकते हैं। जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है । यदि आप ईटीएफ खरीदने के लिए पैसे उधार लेते हैं और यह मूल्य में गिरावट आती है, तो आपको अपने मार्जिन खाते में जमा करना होगा। इसके अलावा, आप उधार लिए गए पैसे पर ब्याज का भुगतान करेंगे। इनमें से कोई भी स्थिति आपके निवेश के लिए घातक हो सकती है। और यहां तक कि अगर आप पूरे निवेश को नहीं खोते हैं, तो भी लागत आपके ईटीएफ से आपके मुनाफे में आती है।
फिर दोहरा खतरा है: कुछ ईटीएफ मार्जिन का उपयोग करते हैं ताकि वे प्रतिभूतियों को खरीद सकें। जब आप एक ईटीएफ देखते हैं जो अपने अंतर्निहित सूचकांक से दो या तीन गुना वृद्धि हासिल करने का प्रयास करता है, तो इसका मतलब है कि फंड उन परिणामों को प्राप्त करने का प्रयास करने के लिए लीवरेज या उधार ली गई धनराशि का उपयोग कर रहा है । फिर, यदि आप उस उत्तोलक ETF को खरीदने के लिए पैसे उधार लेते हैं, तो आपके पास और भी अधिक जोखिम है। साथ ही, दलाल इस प्रकार के ईटीएफ को खरीदने के लिए आपको उतने पैसे उधार नहीं लेने देंगे। संभावित नुकसान काफी हैं। उदाहरण के लिए, एक ईटीएफ जो सूचकांक के दो बार प्रदर्शन चाहता है, जब सूचकांक गिरता है तो दो बार खो सकता है। यदि आपने उस फंड को खरीदने के लिए पैसा उधार लिया है, तो आप तेजी से पैसा खो रहे हैं। आप एक ही बूंद में तीन या चार गुना ज्यादा पैसा खो सकते हैं।
आप एक म्यूचुअल फंड से लाभ के लिए मार्जिन का उपयोग कैसे कर सकते हैं
यदि आप वास्तव में म्यूचुअल फंड में लीवरेज का उपयोग करना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड खरीदें जो लीवरेज का उपयोग करता है। अधिक प्रतिभूतियों को खरीदने के लिए फंड अपने पोर्टफोलियो मूल्य का 33.33% तक उधार ले सकता है। फंड उधार खर्च पर लेता है। ध्यान दें, हालांकि, अगर आप गलत अनुमान लगाते हैं तो आप अभी भी तेजी से पैसा खो सकते हैं। नुकसान के लिए आपको एक मार्जिन खाते में पैसा जमा नहीं करना होगा, लेकिन जब आप म्यूचुअल फंड शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) नुकसान के परिणामस्वरूप कम हो जाते हैं, तो आप नुकसान के लिए भुगतान करते हैं ।
तल – रेखा
मार्जिन पर निवेश एक परिष्कृत, जोखिम भरा पैंतरेबाज़ी है जो अनुभवी निवेशकों को भी जला सकता है। यदि आप मार्जिन पर निवेश की दुनिया में उतरना चाहते हैं, तो खुद को शिक्षित करें। बेहतर अभी तक, एक सलाहकार के साथ काम करें जो आपको नुकसान के माध्यम से आगे बढ़ा सकता है।
जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा
शेयर बाजार में निवेश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. यहां पर पारंपरिक निवेश की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि, शेयर बाजार में निवेश का जोखिम भी होता है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा
Updated on: Jul 22, 2021 | 10:32 AM
अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा पैसा महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सबसे पहली जरूरत डीमैट अकाउंट की होती है. इसी अकाउंट में शेयर्स, ईटीएफ, बॉन्ड्स, म्यूचुअल फंड्स और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में रखा जाता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज एनसडीएल और सीडीएसल के साथ खोला जा सकता है. देश में कई स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां हैं, जो लोगों को शेयर बाजार में निवेश करने में मदद करती हैं. स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां ही इस सुविधा को आम आदमी तक पहुंचाती हैं. इस सुविधा के बदले ये ब्रोकरेज फर्म्स छोटी फीस वसूलते हैं.
इस बात क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ? की भी संभावना है कि आप ये ब्रोकरेज फर्म्स ही किन्हीं कारणों से बंद हो जाए. ऐसी स्थिति में क्या आपका निवेश पूरी तरह से डूब जाएगा? कहीं स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी आपका पूरा पैसा लेकर तो नहीं भाग जाएगी? एक निवेशक के तौर पर आपके मन में जरूर इस तरह के सवाल उठ रहे होंगे. लेकिन अब आपको इसकी चिंता नहीं करनी हैं. क्योंकि हम आपको इस तरह के सभी सवालों के जवाब लेकर आए हैं.
ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्या होगा?
आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्तेमाल करने के लिए आप इन्हें निर्देश दे सकते हैं.
स्टॉक्स और शेयरों का क्या होगा?
आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ? पास क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ? खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.
किसी भी समय पर एक निवेशक का स्टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्स के पास नहीं होता है. वे बस एक प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.
इसी प्रकार आपका म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.