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क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है

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Cryptocurrency क्या है? जानिए इसके 5 सीक्रेट

“Cryptocurrency क्या है?” का उत्तर संक्षिप्त में दे; तो कह सकते हैं. कि Cryptocurrency एक आभासी मुद्रा (Virtual Currency) है. यह एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है.यह फिजिकल रूप में नहीं होती है।

Cryptocurrency क्या है?

Cryptocurrency भी अन्य currency (जैसे रुपया, डॉलर, यूरो) तरह एक करेंसी ही होती हैं। इसे Digital Money का नाम भी दिया गया है।

भौतिक (फिजिकल) रूप से मतलब ” किसी खास मुद्रा (जैसे रूपया) के छपे नोटों से, तथा सिक्कों से है। उदाहरण के लिए, 100 रुपये का नोट, 5 रुपये का सिक्का आदि भौतिक मुद्रा या Physical currency हैं.इस पर किसी एक व्यक्ति या ग्रुप का नियंत्रण नहीं होता है

क्रिप्टोकरेंसी शब्द के बारे में

यह जानने के लिए कि “Cryptocurrency क्या है?” इसके इतिहास को जानना चाहिए। Cryptocurrency, यह शब्द क्रिप्टोग्राफ़ी (Cryptography) से जुड़ा हुआ है. क्रिप्टोग्राफ़ी की शुरुआत सन 1983 में एक अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर David Chaum के साथ हुई थी.

क्रिप्टोग्राफ़ी एक अध्ययन का ऐसा क्षेत्र होता है; क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है जिसमे इनफार्मेशन को सुरक्षित करने के बारे में अध्ययन किया जाता है. ताकि कोई तीसरा व्यक्ति किसी सूचना को न पढ़ सके।

हालांकि, Cryptocurrency शब्द का चलन मुख्य धारा में Bitcoin की खोज के साथ हुआ. बिटकॉइन, की खोज एक Satoshi Nakamoto नाम के क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है डेवलपर ने की थी. बिटकॉइन की खोज जनवरी 2009 में की गयी थी।

क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास

वर्ष 1983 में, एक अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर ने वर्चुअल मनी के बारे परिकल्पना की; जिसे eCash का नाम दिया। बाद में 1995 में, इसे डिजीकैश का नाम दिया गया.

1996 में, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने हाउ टू मेक टू मिंट: एनक्रिप्टेड इलेक्ट्रॉनिक कैश की क्रिप्टोग्राफ़ी का एक पेपर प्रकाशित किया, क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है जिसमें एक क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रणाली का वर्णन किया गया।

पहली Decentriliced Cryptocurrency का विकास Bitcoin के रूप में 2009 में हुआ. Bitcoin की खोज एक Satoshi Nakamoto नाम के डेवलपर ने की थी. हालांकि डेवलपर के नाम के अलावा और अधिक जानकारी नहीं प्राप्त क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है हो सकी.

बिटकॉइन मुख्य रूप से Blockchain पर आधारित होता है. “Blockchain” एक क्रिप्टोग्राफ़ी के माध्यम से सुरक्षित किया गया Ledger होता है. इसमें बिटकॉइन के सभी लेन देन को सुरक्षित रखा जाता है। ब्लॉकचैन में बिटकॉइन के प्रथम धारक से लेकर अंतिम धारक तक का डेटा सुरक्षित होता है. यह encrpt फॉर्म में होता है. बिटकॉइन के किसी ट्रांजेक्शन को Blockchain Explorer के माध्यम से वेरीफाई भी किया जा सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल वॉलेट में रखी जाती है; जिसको इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जाता है. यह साधारण मुद्रा जैसे रुपया, डॉलर आदि से अलग होती है. चूंकि इसका कोई सेन्ट्रल एडमिनिस्ट्रेशन पॉइन्ट नहीं होता है.

ब्लॉकचैन के माध्यम से इसके लेन देन का रिकार्ड रखा जाता है. Blockchain एक ledger के रूप में कार्य करती है. कुछ छोटे छोटे ट्रांजेक्शन से मिलकर एक ब्लॉक बनता है. ये ब्लॉक आपस में जुड़े होते हैं. इसी लिए इसे ब्लॉक चैन कहा जाता है।

बिना किसी सेंट्रल बैंक या सेंट्रल administraation के यह काम करती है. इसका डाटा अलग अलग कम्प्यूटर्स पर होता है. बिटकॉइन के P2P नेटवर्क के जरिये के यूजर दूसरे यूजर तक क्रिप्टोकरेंसी भेज सकता है।

यदि क्रिप्टोकरेंसी में कोई लेन देन किया जाता है. तो यह जानकारी blockchain पर दर्ज हो जाती है. किसी ट्रांजेक्शन की वैलिडिटी चेक करने का काम Miner करता है. इस प्रक्रिया को Mining कहते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे?

Cryptocurrency Exchange या मार्केट, एक ऐसा स्थान होता है. जहां पर कोई व्यक्ति क्रिप्टो करेंसी को खरीद व् बेच सकता है। क्रिप्टो एक्सचेंज अलग अलग क्रिप्टो जैसे Bitcoin, Ethereum, Binance coin, Solana, Doge coin आदि को रखने तथा ट्रेडिंग की सुविधा देते हैं.

इन एक्सचेंज के माध्यम से staking भी की जाती है. कुछ समय से क्रिप्टो future Contract ट्रेडिंग भी होने लगी है.

स्टैकिंग एक प्रक्रिया होती है जिसमे यूजर अपनी क्रिप्टो एसेट कुछ पहले से निश्चित समय के लिए एक्सचेंज के पास रखते हैं, जिसके बदले यूजर को कुछ ब्याज दिया जाता है।

टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Top 10 Cryptocurrency Exchange)

क्रिप्टोकरेंसी के प्रयोग (Use)

  • बहुत से लोग इसका उपयोग केवल निवेश के तरीके के रूप में करते हैं।
  • ऐसा माना जाता है, कुछ गलत लोग इसका क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है प्रयोग टेरर फंडिंग में करते हैं।
  • कुछ Metaverse वेबसाइट इन Crypto Token को अपने मेटावर्स में Virtual Land, Non fungible Token (NFT) खरीदने के लिए करते हैं। जैसे की Decetraland में Mana टोकन का प्रयोग होता है।
  • Sandbox गेम में भी Sand नाम के टोकन का प्रयोग गेम मेटावर्स में Virtual चीजे खरीदने में होता है।

बिटकॉइन (Bitcoin)

बिटकॉइन को सबसे पहली क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है. आज सबसे ज्यादा कीमत की यदि कोई क्रिप्टोकरेंसी है, तो वह बिटकॉइन ही है. बिटकॉइन की कीमत 50,000 अमेरिकी डॉलर तक जा चुकी है. बिटकॉइन को प्राइमरी क्रिप्टोकरेंसी भी माना जाता है.

ऑल्टकॉइन (Altcoin)

जैसा की ऊपर बताया जा चूका है की बिटकॉइन को प्राइमरी क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है. इसी रेफरेन्स से बिटकॉइन के आलावा अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी को ऑल्टकॉइन (Altcoin) कहा जाता है.

मार्केट केपेटलाइजेसन के हिसाब से बिनान्स कॉइन (Binance Coin), टीथर (Tether), सोलाना (Solana), यु एस डी कॉइन (USDC), कार्डेनो (Cardano), रिपल (XRP), पोल्काडॉट (PolkaDot), डोजकॉइन (Dogecoin), एवेलांचे (Avalanche), लाइटकॉइन (Litecoin) आदि ऑल्टकॉइन (Altcoin) के उदाहरण हैं.

Cryptocurrency के फायदे

  • क्रिप्टोकरेंसी को अब तक सबसे सुरक्षित माना गया है.
  • इसे किसी अन्य व्यक्ति के पास भेजने में बहुत ही कम फीस लगती है. अपेक्षाकृत पुराने माध्यम के।
  • यदि इसे साक्षी तरीके से रखा जाये तो इसे कोई चोरी नहीं कर सकता।
  • एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है संस्था या व्यक्ति का नियंत्रण नहीं होने के कारण, बाजार में अधिक नहीं आ सकती इसलिए मॅहगाई से लड़ सकती है।

Cryptocurrency की कमियां

  • किसी व्यक्ति के पास अगर क्रिप्टोकरेंसी भेजते समय Crypto Wallet का एड्रेस सही नहीं भरा जाये, तो यह आपके वॉलेट से कट जाएगी और उस व्यक्ति को नहीं मिलेगी।
  • यदि किसी वॉलेट की आई दी खो जाये, तो उसे दोबारा पाना बहुत मुश्किल होता है.
  • इसका लेन देन केवल इंटरनेट के माध्यम से ही किया जा सकता है, इसलिए हर कोई लेन देन नहीं कर सकता।
  • इसकी कोई फिक्स्ड कीमत नहीं होती, उतार चढाव अधिक होने के कारण नुकसान भी हो सकता है।

निष्कर्ष

ये क्रिप्टोकरेंसी एक बहुत ही कम की चीज है. यदि इसको सही तरीके से प्रयोग किया जाये, तो यह बहुत ही अच्छी है. अंत में, हम सक्षेप में दोबारा याद करते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी एक Digital Currency होती है, जो ब्लॉकचैन पर काम करती है. यह एक Digital Wallet में स्टोर की जाती है.

Cryptocurrency

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इसमें किया जाने वाला पेमेंट इन्टरनेट का उपयोग करके कुछ वॉलेट के रूप में किया जाता हैं. यह करेंसी हमें दिखाई नई देती हैं, इसलिए यह कैशलेस भुगतान का सबसे एडवांस्ड वर्जन है, जोकि डिजिटल फॉर्म में होता है. क्रिप्टोकरेंसी का मुख्य कार्य होता हैं एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में पैसे ट्रांसफर करना. और यह कार्य किया जाता हैं, ब्लॉकचैन के माध्यम से. ब्लॉकचैन बैंक की तरह कार्य करती है. इसमें जो भी लेनदेन किये जाते हैं, उसका पूरा

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जानिए क्या है Shiba Inu कॉइन और भारत में इसे कैसे खरीदें?

जानिए क्या है Shiba Inu कॉइन और भारत में इसे कैसे खरीदें?

Ethereum और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी नई ऊँचाइयों पर पहुंचने के साथ, निवेशक हमेशा अगली बड़ी चीज़ की तलाश में रहते हैं। क्रिप्टो यूनिवर्स में लेटेस्ट आने वाला Shiba Inu कॉइन है, जो हाल ही में Dogecoin में से जुड़ने के बाद से सुर्खियां बटोर रहा है।

CoinMarketcap पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, Shiba Inu ने एक समय में, पिछले 24 घंटों में 120 प्रतिशत से अधिक और पिछले सात दिनों में 1,970.57 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। Dogecoin के विकल्प के रूप में आने वाले इस कॉइन का टोकन $ 13 बिलियन से अधिक के बाजार पूंजीकरण तक पहुंच गया है। इसकी तुलना में, Dogecoin की वैल्युएशन $ 61 बिलियन से अधिक है।

क्या है Shiba Inu कॉइन?

अभी तक Shiba Inu के बारे में बहुत कम जानकारी है। ऐसा प्रतीत होता है कि Dogecoin को कुछ कंपीटिशन देने के लिए कॉइन बनाया गया है। इसकी वेबसाइट का दावा है कि Shiba Inu, decentralised spontaneous community बनाने के लिए एक प्रयोग है।

इस कॉइन में जापान के उसी शिकारी कुत्ते. Shiba Inu को फीचर किया गया है जिसने Dogecoin की बदौलत लोकप्रियता पाई है। वास्तव में, यहां तक ​​कि एलोन मस्क भी Shiba Inu puppy चाहते हैं।

shiba inu

Shiba Inu कॉइन को शॉर्ट में शिब (SHIB) कहा जाता है। यह दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्‍टोकरेंसी एक्सचेंज बिनांस (Binance) पर हाल ही में 10 मई 2021 को लिस्ट हुआ है। बिनांस पर लिस्ट होने के बाद कुछ मिनटों में ही इसकी कीमतें 60 फीसदी से ज्‍यादा उछल गईं। पहले दिन इस क्रिप्‍टोकरेंसी की कीमतों में 70 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है।

भारत में कैसे खरीदें Shiba Inu?

जहां सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाने का खतरा है, वहीं भारतीय सक्रिय रूप से क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कर रहे हैं। Ethereum क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है और Dogecoin में हालिया उछाल ने भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX के सर्वर को भी क्रैश कर दिया। हालांकि, Shiba Inu कॉइन WazirX पर कारोबार करने के लिए उपलब्ध नहीं है।

कॉइन खरीदने के लिए कोई भी CoinDCX, Binance, और Coinbase जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग कर सकता है। खरीदारों को समर्थित क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट को UniSwap से कनेक्ट करना होगा। कनेक्ट किए गए वॉलेट में समर्थित क्रिप्टोकरेंसी फंड होना चाहिए, जो ज्यादातर मामलों में Ethereum या Bitcoin है।

खरीदारों को फिर उस करेंसी को कॉन्फ़िगर करना होगा जिसे वे Shiba Inu के लिए एक्सचेंज करना चाहते हैं और स्लिपेज (मूल्य परिवर्तन) सहिष्णुता निर्धारित करते हैं और वांछित सेटिंग्स पर निष्पादित करने के लिए लेनदेन की प्रतीक्षा करने के लिए वे जितना समय चाहते हैं।

यदि समय अवधि में मूल्य मिलान होता है, तो यूजर्स को अपनी राशि के Shiba Inu कॉइंस मिलेंगे।

(अंग्रेजी से अनुवाद: रविकांत पारीक)

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Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार

Cryptocurrency

क्या आप पात है की Cryptocurrency क्या है ? क्या आप इसके बारे में जानते है ? नहीं तो हम आप को Cryptocurrency के बारे में बताते है | पूरी दुनिया में बहुत तरह की मुद्रा (Currency) है,जब हम कोई भी चीज खरीदते है, तो हम उसके बदले में दूकानदार को पैसे देते है, जो की एक प्रकार की मुद्रा होती है | दुनिया के सभी देशो में अलग अलग मुद्रा (Currency) का उपयोग किया जाता है।

पर आज कल तो ऑनलाइन का टाइम है हर एक काम ऑनलाइन होता है ,और भारत में तो अब ऑनलाइन रूपये का ज्यादा होता है | पर क्या आप को पात है की एक Currency ऐसी भी है, जो की पूरी तरह से Digital Currency है। इस मुद्रा (Currency) को Cryptocurrency के नाम से जानते है। आइए जानते है की क्रिप्टोकरेंसी क्या है, और इसे कैसे खरीदते है, इस के प्रकार क्या है ?

Table of Contents

Cryptocurrency क्या है ?

आज कल सभी चीज़ें ऑनलाइन ही हो रही हैं ऐसे में आप की इन्वेस्टमेंट भी अब ऑनलाइन ही हो चुकी है। इसका सबसे अच्छा ऑप्शन है Cryptocurrency।
Cryptocurrency आज पुरे बज़ार में अपनी जगह बना चुकी है और लगातार फैल रही है। Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना है Crypto+Currency जो की लैटिन भाषा से लिए गए हैं। Crypto एक बड़े शब्द cryptography से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है छुपा हुआ। Currency एक शब्द currentia से लिया गया है, जो की रुपये-पैसे के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है। क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या हैं और यह कैसे काम करती है अगर इसके अनुसार समझा जाये तो Cryptocurrency का मतलब होता है छुपा हुआ पैसा या डिजिटल रुपया।
साधारण शब्दों में समझा जाये तो यह डिजिटल मुद्रा है। जिसे किसी सिक्के या नोट की तरह देखा, छुआ और संभाला तो नहीं जा सकता पर हाँ उसकी वैल्यू किसी से कम भी नहीं होती।
तो चलिए समझते हैं क्रिप्टोकरेंसी के पुरे कॉन्सेप्ट को और समझने की कोशिश करते हैं कैसे करें इन्वेस्टमेंट ?

Cryptocurrency कैसे काम करती है ?

  • किसी भी चीज़ की वैल्यू तभी होती है जब सामने वाला उसे लेने के लिए एक मूल्य देने को तैयार हो और उसकी वैल्यू तब बढ़ जाती है जब उसकी मांग ज्यादा और उत्पादन कम हो।
  • उसी तरह क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू भी लेन देन पर ही निर्भर करती है। यह एक ब्लॉकचैन के माध्यम से कार्य करती है।
  • आसान भाषा में जैसे ही आप एक क्रिप्टोकरेंसी को ख़रीदते या बेचते हैं तो उसकी पूरी डिटेल्स ब्लॉकचैन में रिकॉर्ड हो जाती हैं।
  • इस पूरी प्रक्रिया को कुछ लोगों द्वारा पॉवरफुल कंप्यूटर्स की मदद से किया जाता है।
  • इस प्रकिर्या को “क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग ” और जिनके द्वारा यह की जाती हैं उन्हें “माइनर्स “कहते हैं।

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