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क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है?

क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है?
बिटकॉइन को सबसे पहले जापान के एक व्यक्ति ने बनाया था। लेकिन बिटकॉइन को किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जाता है। क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे किसी देश के भी व्यक्ति ऑनलाइन खरीद और बेच सकता है।

kya hai cryptocurrency kisne banaya

Bitcoin Price High क्यों हो रहा है और क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है?

दोस्तों. December 5, 2016, को 1 Bitcoin का Price $751 यानि करीब 48,343 रुपये था और January 04, 2020, को 1 Bitcoin का Price $7308.72 यानि करीब 5,24,481 रुपये इसका मतलब One-year में Per Bitcoin Price high होकर पिछले साल से 671334 रुपये ज्यादा होगा. अगर आप अभी भी Bitcoin में interest रखते है और तो आपको Bitcoin price chart को समय में पर monitor करना होगा ताकि आपको price में हो रहे changes के बारे में जानकारी मिल सके. हमने यहाँ पर साल 2020 का latest price chart यहाँ पर share किया है जिसके बारे में आप यहाँ से जानकारी हासिल करेंगे

ऐसा एक साल में क्या हो गया की Bitcoin Price high हो गया. क्या Bitcoin का Demand Increase हो गया है? क्या Bitcoin में Invest करना Share Market Trading से ज्यादा बेहतर है? क्या आगे भी Bitcoin Price ऐसे ही Increase होता रहेगा?

Bitcoin Price High क्यों हो रहा है?

Bitcoin Cryptocurrency क्या है? और Bitcoin Buy & Selling wallet के list में India में सबसे बेहतर कौन है? इसके बारे में सभी थोडा बहुत Knowledge है और आज के समय में Internet और Social Media Platform से जुड़े लोग Bitcoin term से familiar है.

अगर आप इसके बारे में बिलकुल जानकारी नहीं रखते है तो आप यहाँ क्लिक करे और जाने Bitcoin क्या है और कैसे काम करता है ?

Bitcoin एक Decentralized Currency है और इसका कोई भी Authority या Bank नहीं है. जो की Bitcoin Own करता हो. अभी तक पूरी दुनिया में केवल 21 Million यानि करीब 2 करोड़ 10 लाख Bitcoins है.

total number of bitcoin in the world

चुकी पिछले कुछ महीनो से Bitcoin में बहुत ज्यादे लोग Invest कर रहे है. ऐसे में 21 Million Bitcoins को पूरी दुनिया के Invester, Digital Makerter Use कर रहे है, इसके वजह से ही इसके Price में इतना ज्यादा चढाव आया है. और यह आगे भी ऐसे ही Higher Price पर Increase होता रहेगा.

Bitcoin Price in 2020:

साल शुरू हुए अभी बस कुछ दिन हुए है और online market में आपको इसके price में changes देखने को मिल सकता है. अगर आप share market NSE/BSE के बारे में जानकारी रखते है तो आपको इसके trading और price variation chart को समझाना मुश्किल नहीं होगा.

केवल एक दिन के अंदर इसके price में $500 की उछाल आया है और अगले ही दिन $100 की गिरावट देखने को मिला अगर आपको इसे आसान तरीके से समझाना है तो आप सोने के भाव की तरह इसे भी monitor कर सकते है Google Finance और दूसरे ऐसे websites से जाना पर Crypto-coins के बारे में जानकारी दी जाती है.

यहाँ पर मैं पिछले कुछ दिनों का chart share कर रहा हूँ जो की साल 2019 से लेकर साल 2020 से जुड़े report के साथ है.

bitcoin price 2020

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)

Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.

एक्सचेंज फीस

  • क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
  • फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
  • क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
  • आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.

वॉलेट फीस

  • क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
  • क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
    (Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
    (स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

IPO क्या है और कंपनी पब्लिक क्यों बनती है

what is ipo and why does a company become public

एक प्राइवेट कंपनी पब्लिक कंपनी में ट्रांसफर होती है आईपीओ के जरिए कंपनी पब्लिक होती है एक्सचेंज में खुद को लिस्टेड करवाती है और अपने कंपनी के हिस्सेदारी अर्थात शेयर को सेल करते हैं आईपीओ के जरिए कंपनी अपने बिजनेस को Grow करने के लिए मौका मिलती है जिसमें पब्लिक को शेयर के रूप करके … Read more

क्रिप्टो में निवेश करने से पहले यह सात चीजें जान ले

Seven things to know before investing in crypto

क्रिप्टोकरेंसी आज सिर चढ़कर बोल रहा है यह दिन प्रतिदिन लोगों को दीवानगी का सबसे बड़ा कारण बनते जा रहा है इसलिए सरकार को क्रिप्टोकरंसी में रुचि दिखाना पड़ रहा है इसे रेगुलेट करने की पूरी तैयारी में जुड़ी हुई है हाल ही में भारत के वृत्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने क्रिप्टोकरंसी पर 30% … Read more

Private Cryptocurrency List in India

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क्‍या आपने भी खरीदा था 2010 में बिटकॉइन? जानिए कितना दे चुकी है रिटर्न

क्‍या आपने भी खरीदा था 2010 में बिटकॉइन? जानिए कितना दे चुकी है रिटर्न

बुधवार को क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट में रिकवरी देखने को मिल रही है। आज बिटक्‍वाइन की कीमत में 16 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। ( Photo by REUTERS/Dado Ruvic/Illustration/File Photo )

बीते कुछ समय से बिटकॉइन फिर से फोकस में है। 16 अप्रैल से 21 जुलाई के बीच अपने चरम से करीब 53 फीसदी गिरने के बाद महज एक हफ्ते में इसकी कीमतों में 32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। दुनिया की सबसे बडी क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमतें अत्यधिक अस्थिर रही हैं। 2009 में पहली बार लॉन्च होने के बाद से इसमें कई उतार-चढ़ाव आए हैं। बिट्कॉइन की लांचिंग से बने रहने वाले निवेशकों ने अब तक अविश्वसनीय लाभ प्राप्त किया है। उदाहरण के लिए, यदि आपने 2010 के मध्य में बिटकॉइन में निवेश किया था, तो आपका रिटर्न अरबों में हो सकता है, क्योंकि बिटकॉइन का शुरुआती मूल्‍य 0 डॉलर के करीब था।

बिटकॉइन कैसे काम करता है?

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है – बिटकॉइन मूल रूप से एक “COMPUTER FILE” है जिसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर “DIGITAL WALLET APP” में स्टोर किया जाता है। लोग आपके डिजिटल वॉलेट में बिटकॉइन भेज सकते हैं, और आप भी अपनी बिटकॉइन को अन्य लोगों के वॉलेट में भेज सकते हैं। इस लेन-देन को ब्लॉकचेन कहा जाता है और हर एक लेन-देन एक सार्वजनिक सूची में दर्ज किया जाता है।

बिटकॉइन कितने प्रकार के होते हैं?

जानें आखिर बिटकॉइन कितने प्रकार की होते हैं.

बाजार में 18,000 से अधिक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। इन क्रिप्टो सिक्कों का उपयोग निवेश वाहनों, मूल्य के भंडार के रूप में किया जाता है जिन्हें क्रिप्टो एक्सचेंजों पर खरीदा, बेचा या कारोबार किया जा सकता है।

उनमे से कुछ पॉपुलर बिटकॉइन का नाम हैं जैसे १. Bitcoin (BTC), २. Ethereum (ETH), ३. Tether (USDT)

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