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CRM कैसे काम करता है

CRM कैसे काम करता है

मार्केटिंग ऑटोमेशन क्या है? 5 मिनट में समझें [2022] | What is Digital Marketing Automation in Hindi?

अगर आप भी डिजिटल मार्केटिंग करते हैं और यह जानना चाहते हैं की मार्केटिंग ऑटोमेशन क्या है? इसका फायदा क्या है? और कैसे आप भी कर सकते हैं? तो यह ब्लॉग पोस्ट सिर्फ आपके लिए है – What is Digital Marketing Automation in Hindi?

डिजिटल मार्केटिंग ऑटोमेशन क्या है? – What is Digital Marketing Automation in Hindi?

मार्केटिंग ऑटोमेशन का काम होता है लीड तक पहुंचना उसके बाद मार्कटिंग प्रोसेस को ऑटोमेट (Auotmate) करके उन सभी लीड को कस्टमर में परिवर्तित करना।

ऑटोमेशन का अर्थ होता है कोई भी ऐसा प्रोसेस जिसे बार बार करना होता है उसे सॉफ्टवेयर के मदद से सेट करना जिससे आपको सिर्फ मॉनिटर करना होता है और बाकी का काम सॉफ्टवेयर बार बार खुद से करता है।

मार्केटिंग ऑटोमेशन में आप ऐसे सभी कामों को ऑटोमेट कर सकते हो जिसका इस्तेमाल लीड को आकर्षित करने के लिए किया जाता है।

मान लो आपका लीड अभी एजुकेशन और awareness स्टेज में है तो आप मार्केटिंग के प्रोसेस को ऑटोमेट कर सकते हो और अंत में उन लीड को कस्टमर में कन्वर्ट करने के लिए मार्केटिंग ऑटोमेशन प्रोसेस से लीड के बारे में जरूरी जानकारी निकाल सकते हो और लीड को कस्टमर में कन्वर्ट कर सकते हो।

मार्केटिंग ऑटोमेशन कैसे काम करता है? – How Does Marketing Automation Works in Hindi?

मार्केटिंग ऑटोमेशन को करने के लिए ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है जो की बार बार होने वाले काम को खुद से कर सकता है जैसे की ईमेल मार्केटिंग, सोशल मीडिया पोस्टिंग, PPC Ad कैंपेन, और कंटेंट मार्केटिंग इत्यादि।

मार्केटिंग ऑटोमेशन आपके काम को और भी कुशल बना देता है और इसी के साथ यह आपके कस्टमर को व्यक्तिगत एक्सपीरियंस भी उपलब्ध कराता है। मार्केटिंग ऑटोमेशन में इस्तेमाल होने वाला टेक्नोलॉजी इसके काम को काफी आसान और तेज़ बना देता है।

मार्केटिंग ऑटोमेशन के फायदे क्या हैं? – Benefits of Marketing Automation in Hindi?

बिज़नेस की मार्केटिंग करते समय लीड को कस्टमर में कन्वर्ट करना बहुत ही मुश्किल का काम होता है इसके लिए आपको बहुत अधिक डाटा को कलेक्ट करना होता है और फिर उसे एनालाइज करके फैसला लेना होता है जो की आपके काम को काफी हद तक बढ़ा देता है।

मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर आपके काम को खुद से ही करते हैं बस उमसें आपको मार्केटिंग प्रोसेस को ऑटोमेट करते समय चीज़ों को सेट करना होता है।

चलिए मार्केटिंग ऑटोमेशन के फायदे को जानें :

मार्केटिंग ऑटोमेशन लीड को कस्टमर में कन्वर्ट CRM कैसे काम करता है करने के लिए फनल के बीच में काम करता है और इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से ईमेल मार्केटिंग को ऑटोमेट करने के लिए किया जाता है।

मार्केटिंग फनल के बीच में हर एक पॉइंट पर ऑटोमेशन का इस्तेमाल करके कस्टमर को व्यस्त किया जाता है। अगर आप मार्केटिंग ऑटोमेशन का इतेमाल सही से करेंगे तो आपको निचे बताये गए फायदे जरुर होंगे।

व्यक्तिगत कार्यप्रवाह (Personalized Workflow)

कई बार ऐसा होता है की कस्टमर आपके मार्केटिंग फनल में ऐसे डाटा पॉइंट का इस्तेमाल करता हैं जो की उनके लिए बहुत फायदेमंद होता है लेकिन इन सभी चीज़ों को खुद से ट्रैक करना आपके लिए काफी मुश्किल हो सकता है लेकिन मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर के लिए यह काम करना काफी आसान होता है।

आप मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके यह पता लगा सकते हैं की किस लीड को क्या पसंद है और उसके हिसाब से आप उनके समस्याओं को हल कर सकते हैं।

सुव्यवस्थित प्रक्रियाएं (Streamlined Processes)

यह जरुरी CRM कैसे काम करता है है की आपके कस्टमर का डाटा एक जगह पर मौजूद हो इससे आपको मार्केटिंग फैसले लेना काफी आसान हो जाता है और आप आपके सभी कस्टमर के डिटेल का इस्तेमाल करके उनके प्रॉब्लम को हल कर सकते हो।

मार्केटिंग ऑटोमेशन का इस्तेमाल करके आप अपने मार्केटिंग के सभी डाटा को एक ही डाटा स्टोरेज में सेव कर सकते हैं वो भी बिना किसी दिक्कत के।

डाटा और एनालिटिक्स एक ही जगह पर (Integrated data and analytics)

आपके लीड किस समय किस प्रकार के इनफार्मेशन का इस्तेमाल कर रहे हैं यह जानना आपके लिए काफी जरुरी है क्यूंकि इसका इस्तेमाल करके आप अपने मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को सुधार सकते हो।

आपके कस्टमर सोशल मीडिया, वेबसाइट, और ईमेल पर किस तरह का कंटेंट देखना ज्यादा पसंद करते हैं इन सभी को हाथों से ट्रैक करना काफी मुश्किल होता है जिससे आपको डाटा को एकत्रित करने में काफी मुश्किल हो सकता है।

लेकिन मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर आपके इन सभी कामों को काफी आसान बना देता है, ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर सभी प्रकार के डाटा को इकठ्ठा करके उन्हें एनालाइज कर सकता है जिससे आप अपने मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को सुधारकर और भी कस्टमर बना सकते हो।

मार्केटिंग ऑटोमेशन कैसे करें? – How To Start Doing Marketing Automation in Hindi?

मार्केटिंग ऑटोमेशन में कस्टमर को केंद्र में रखकर ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर और स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल करके आप अपने कस्टमर के पूरी खरीद यात्रा को व्यक्तिगत और सुविधापूर्ण बना सकते हो।

अपने व्यवसाय की जरूरतों के बजाय ग्राहक यात्रा पर ध्यान केंद्रित करके शुरुआत करें। संभावित टचप्वाइंट की पहचान करें जो मार्केटिंग ऑटोमेशन से लाभान्वित हो सकते हैं और ऐसी प्रक्रियाओं का निर्माण कर सकते हैं जो ग्राहक को एक टचपॉइंट से दीसरे टचपॉइंट तक आसान बनाती हैं।

सबसे पहले आपको मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर खरीदना होगा जैसे की HubSpot और SalesForce कंपनी का उसके बाद अपने मार्केटिंग चैनल को ऑटोमेट करके कस्टमर के खरीद यात्रा को सुविधापूर्ण बना सकते हो।

आपके मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ़्टवेयर के साथ एकीकृत CRM का उपयोग करके संपर्कों को व्यवस्थित करें, ताकि ग्राहक द्वारा की जाने वाली प्रत्येक क्रिया को एक अन्य डेटा बिंदु के रूप में ट्रैक किया जा सके।

ग्राहकों को उनकी यात्रा के अगले चरण से जोड़ने के लिए इन डेटा बिंदुओं का उपयोग करें – चाहे वह शैक्षिक सामग्री हो, विक्रेता हो, या ग्राहक सफलता चेक-इन हो।

एक बेहतरीन मार्केटिंग ऑटोमेशन रणनीति कार्यों को प्राथमिकता देकर आपकी टीमों को सिंक में लाती है। संपर्क रिकॉर्ड मार्केटिंग टीम के स्वामित्व में हो सकते हैं जब तक कि लीड वार्म न हो और बिक्री से संपर्क करने के CRM कैसे काम करता है लिए तैयार न हो।

जब ग्राहक खरीदारी करता है, तो ग्राहक की सफलता की सूचना दी जाती है, और बिक्री के रास्ते में ग्राहक द्वारा की गई सभी पिछली बातचीत और कार्रवाइयां देख सकता है। न केवल प्रक्रिया निर्बाध और कुशल है, बल्कि यह ग्राहक और व्यवसाय के बीच दीर्घकालिक संबंध भी बनता है।

मार्केटिंग ऑटोमेशन कस्टमर को कैसे फायदा पहुंचाता है?

मार्केटिंग ऑटोमेशन से सिर्फ आपको ही नहीं बल्कि आपके कस्टमर का भी काम काफी आसान हो जाता है, कई बार आपके कस्टमर को आपके टीम से कांटेक्ट करने के लिए कई चरणों से गुजरना पड़ता है जो की काफी समय लेता है लेकिन अगर आपने मार्केटिंग कैंपेन को ऑटोमेट किया है तो उनका भी काम काफी आसान हो जाता है।

बेहतर और तेज़ी से उत्तर उपलब्ध कराता है

अगर आपने मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है तो आप अपने कस्टमर के इतिहास के हिसाब से उनसे बिना पूछे कंटेंट दे सकते हैं जिसकी उन्हें सख्त जरुरत होती है।

आप CRM (Customer Relation Management) का इस्तेमाल करके कस्टमर के सभी डाटा को एनालाइज कर सकते हो और उन्हें जल्दी और बेहतर तरिके से उनके उत्तर उपलब्ध करा सकते हो।

योग्य कंटेंट पा सकते हैं

मार्केटिंग ऑटोमेशन के जरिये आप यह देख सकते हो की आपके कस्टमर को क्या पसंद है चाहे ईमेल हो, ब्लॉग हो या वीडियो आपका ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर उनके पसंद के हिसाब से उन्हें कंटेंट दिखा सकता है जो की उनके लिए योग्य कंटेंट होगा।

बिना रूकावट ओम्नीचैंनल अनुभव कर सकते हैं

आप मार्केटिंग ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके अपने कस्टमर से एक ही समय पर फॉर्म भरा सकते हैं और उनके जरुरत के हिसाब से उन्हें ईमेल भेज सकते हैं वो भी बिना किसी रूकावट के।

हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल मार्केटिंग ऑटोमेशन क्या है? (What is Digital Marketing Automation in Hindi) कैसे काम करता है? और इसके फायदे क्या हैं? इन सभी सवालों का जवाब आपको आसानी से मिल गया होगा।

CRM Kya Hai और बिज़नस के लिए यह क्यों जरुरी है?

दोस्तो आ चुका हु एक और नए आर्टिकल के साथ में वापिस तो दोस्तो आज हम बात करने वाले है CRM क्या है और यह बिजनेस के लिए क्यों जरुरी है और CRM से आपको फायदा होगा या नुकसान अगर आपको यह सारी बाते जाननी है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए

दोस्तो जैसा आप सभी को पता है की आज के समय में सभी कंपनी और बिजनेस डिजिटल हो चुके है और इसमें CRM का बहुत ही बड़ा महत्व है CRM से कोई भी कम्पनी या कोई भी फैक्ट्री अपने कॉस्टूमर की पूरी इन्फॉर्मेशन रखती है जैसा अपने पहले भी सुना होगा की CRM कोई नही सर्विस नही है यह इंटरनेट के आने से पहले भी थी

जैसा की दोस्तो आप सभी को पता है की कोई भी बिजनेस हो वो बिना कस्टमर के तो नही चलता इसी वजह से बह कस्टमर से फीडबैक लेते है जिसकी वजह से उनको पता चल पता है की हमारा प्रोडक्ट कैसा है अगर उनको प्रोडक्ट में कोई खराबी होती है तो वो सही करते है और अपने प्रोडक्ट को सुधारते है

दोस्तो आपको तो पता है की इंटरनेट कब चालू हुआ था दोस्तो इंटरनेट 1980 में जब चालू ही हुआ था तब फिर मैनुअली फीडबैक को हटा दिया गया फिर सब ऑनलाइन फीडबैक ही देने लगे अब तो मार्केट में बहुत सारे CRM सॉफ्टवेयर आ चुके है जिसकी वजह से CRM खुद ब खुद प्रोडक्ट को ठीक कर देता है

अगर आप CRM के बारे में पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए और इसी आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे

CRM Full Form in Hindi

दोस्तो में आपको बता दू की CRM की फुल फॉर्म Customer Relationship management होता है जिसे हम हिंदी में ग्राहक संबंध प्रबधन कहते है

CRM क्या है (What is CRM in Hindi)

दोस्तो में आपको बता दू की CRM एक स्ट्रेटजी होती हैं जिसके जरिए आप अपने संबंध कस्टमर से बढ़िया बना सकते है और जो आपके कस्टमर नही है उनको भी आपके कस्टमर बनाने का काम करती है अगर कोई भी कंपनी हो वो अपने बिजनेस के लिए Campaign जरूर चलाती है क्योंकि उनके कस्टमर तक उनका प्रोडक्ट पहुंच पाए

जैसा की दोस्तो आप सभी को पता है की CRM एक सॉफ्टवेयर होता है जिसकी मदद से कोई भी कंपनी अपने कस्टमर की इन्फॉर्मेशन रखती है जैसे उसका नाम नंबर एड्रेस ईमेल आईडी आदि इन्फॉर्मेशन हो सकते है

कंपनिया अपना CRM कस्टमर स्टोर डेटा अपने सेल्स टीम को से देती है और वो कस्टमर से फीडबैक लेते है की उनका प्रोडक्ट कैसा बना है और वो फीडबैक के हिसाब से अपना प्रोडक्ट को बढ़िया बनाने के की कोशिश करते है फिर वह उनको नए कस्टमर तक पहुंचते है

CRM काम कैसे करता है

दोस्तो में आपको बता दू की जब भी कोई कंपनी CRM का उपयोग करती है तो बह सबसे पहले अपनी ऑडियंस तक पहुंचने के लिए एड्स चलाती है जिसकी मदद से बह अपने प्रोडक्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुंचा पता है और वो एड्स किस्से चलती है जैसे गूगल एड्स फेसबुक एड्स ब्लॉग आदि

दोस्तो में आपको बता दू की कोई भी कम्पनी लीड स्टोर करने के लिए CRM का उपयोग करती है जिसकी मदद से वह अपने कस्टमर की इन्फॉर्मेशन रखता है जैसे नाम, नंबर, ईमेल आईडी, एड्रेस, सोशल मीडिया अकाउंट आदि.

दोस्तो ने आपको बता दू की CRM कस्टमर की इन्फॉर्मेशन रखने के बाद यह इन्फॉर्मेशन सेल्स टीम को दे दिया जाता है फिर बह काल एसएमएस और ईमेल के जरिए लोगो तक अपना प्रोडक्ट पहुंचता और जो भी प्रोडक्ट उनको अच्छा लगा तो वो खरीद भी लेते है और वो आपके कस्टमर बन जाते है

इसी प्रकार से अगर कोई भी कम्पनी CRM का उपयोग करती है तो आपको उसको सारी जानकारी होगी जिससे कम्पनी वाले को सारी जानकारी मिल जाति है की उसने प्रोडक्ट कब खरीदा और रिटर्न किया या नहीं सारी जानकारी और यह जानकारी CRM से पता चलता है

CRM के प्रकार (Types of CRM in Hindi)

दोस्तों अगर आपने आर्टिकल यहां तक पढ़ा होगा तो आपको यह तो समझ में आ गया होगा की CRM क्या है अब में आपको बता दू की CRM के कितने प्रकार होते है CRM के तीन प्रकार होते है

  • Operational CRM (परिचालन सीआरएम)
  • Analytical CRM (विश्लेषणात्मक सीआरएम)
  • Collaborative CRM (सहयोगात्मक सीआरएम)

#1 – Operational CRM (परिचालन सीआरएम)

दोस्तो अगर आपको किसी भी बिजनेस की डेली मार्केटिंग की जानकारी चाहिए होती है तो उसके लिए आपको Operational CRM की जरूरत पड़ती है इस CRM को कस्टमर के हिसाब से डिजाइन किया जाता है चाहे बह किसी से भी संबंधित हो इसका सारा रिकॉर्ड Operational CRM के जरिए ही रखा जाता है

#2 – Analytical CRM (विश्लेषणात्मक सीआरएम)

Analytical CRM कस्टमर के डेटा को मैनेज करता है Analytical CRM में आपको यह सब पता चलता है की कस्टमर कैसा प्रोडक्ट पर्चेस कर रहा है और उसका फीडबैक कैसा है आप उसके जरिए अपने प्रोडक्ट में सुधार कर पाएंगे

Analytical CRM के अंदर ऐसा डेटा भी हो सकता है जैसे

  • कस्टमर की Sales डेटा जैसे Purchase और Return की जानकारी.
  • कस्टमर का Finincial डेटा जैसे कस्टमर पेमेंट किस Methode से कर रहा है.
  • कस्टमर को प्रोडक्ट बढ़िया लगा या नही.
  • आपके मार्केटिंग Campaign पर कस्टमर का Reaction आदि.

अगर में आपको सीधा सीधा बताऊं तो कस्टमर की सभी डेटा Analysis करने के लिए Analytical CRM का उपयोग किया जाता है जिसकी मदद से हम कस्टमर को डिटेल को Analysis कर पाते है

#3 – Collaborative CRM (सहयोगात्मक सीआरएम)

दोस्तो में आपको बता दू की Collaborative CRM कंपनी के हर स्टाफ को प्रोवाइड कराया जाता है इसे एक Strategic CRM के विषय में भी जाना जाता है Collaborative CRM की हेल्प से आप ग्राहक के डाटा को विभिन्न टीम जैसे मार्केटिंग टेक्निकल सेल्स स्पोर्ट्स इत्यादि के शेयर कर सकते है जिससे की संगठन की कोई भी टीम अपने जरूरत के अकॉर्डिंग डाटा का प्रयोग कर पाएगी दोस्तो मिलते है अगले आर्टिकल में तब तक के लिए बाय बाय आर्टिकल को पूरा पड़े और अपनी फैमिली एंड फ्रेंड को शेयर जरूर करे ताकि उन को भी पता लग जाए इसके बारे में

सेल्सफोर्स, क्लाउड के माध्यम से ग्राहक संबंध प्रबंधन में विशेषज्ञ: इसकी कीमत क्या है?

सेल्सफोर्स, क्लाउड के माध्यम से ग्राहक संबंध प्रबंधन में विशेषज्ञ, इसके लायक क्या है

क्लाउड ने काम की दुनिया को गहराई से बदल दिया है। सेल्सफोर्स इसे अच्छी तरह से समझता है। इसलिए कंपनी ने अपना क्लाउड सीआरएम समाधान विकसित किया है। इसका सॉफ्टवेयर, जो आज एक हिट है, कंपनियों को अपने ग्राहकों और भागीदारों के साथ संवाद करने की अनुमति देता है।

1999 में लॉन्च किया गया, Salesforce एक ऐसी कंपनी है जो ग्राहक संबंध प्रबंधन (CRM) में विशेषज्ञ बन गई है। वह ग्राहक संबंध प्रबंधन में भी माहिर हैं। बादल उसके काम के केंद्र में है। इसके अलावा, इसने सॉफ्टवेयर विकसित किया जो समान नाम रखता है। इसकी सफलता निर्विवाद है। अपने सॉफ्टवेयर की बदौलत, कंपनी सीआरएम के क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी का 19,7% हिस्सा हासिल करने में सफल रही है।

सेल्सफोर्स अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी एसएपी से ठीक आगे है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी का 12,1% है। इसके बाद, हम पाते हैं, Oracle (9,1%), या Microsoft (6,2%), कंपनी का इतिहास क्या है? इसका सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है? फायदे और नुकसान क्या हैं ?

सेल्सफोर्स और उसका इतिहास

CRM के बाजार में आने से पहले, कंपनियां अपने सर्वर पर विभिन्न ग्राहक संबंध प्रबंधन समाधान होस्ट करती थीं। हालांकि, यह बहुत महंगा था, यह जानते हुए कि इसमें बहुत समय लगता है: कई महीनों और कई वर्षों के बीच सिर्फ सॉफ्टवेयर के विन्यास के लिए। प्रश्न लागत, औसतन कुछ मिलियन डॉलर खर्च करना आवश्यक था . और यह ऐसी प्रणालियों की जटिलता की गणना के बिना है।

इन बाज़ार अंतरालों का सामना करते हुए, Salesforce ने अपने CRM सॉफ़्टवेयर को डिज़ाइन करने का निर्णय लिया। यह न केवल अधिक कुशल था, बल्कि क्लाउड में पेश किए जाने के बाद से पहले से मौजूद समाधानों की तुलना में बहुत कम खर्चीला था।

बिक्री बल का उदय

अपने सॉफ्टवेयर की बदौलत सेल्सफोर्स बड़ी लीगों में प्रवेश करने में सफल रहा है। वास्तव में, यह पांचवीं सर्वश्रेष्ठ सॉफ्टवेयर डिजाइन कंपनी बन गई। इसने क्लाउड कंप्यूटिंग को अपनी विशेषता बना लिया है, और इसी ने बड़े हिस्से में अपनी सफलता बनाई है। सॉफ्टवेयर न केवल शक्तिशाली और कुशल था, बल्कि सबसे कम खर्चीला था, जो उस समय अभूतपूर्व था।

सेल्सफोर्स: इसके लिए क्या है? इसके दुष्परिणाम क्या हैं?

सेल्सफोर्स, क्लाउड के माध्यम से ग्राहक संबंध प्रबंधन में विशेषज्ञ: इसकी कीमत क्या है?

सीधे तौर पर, Salesforce के लिए धन्यवाद, कंपनियां अपने भागीदारों और ग्राहकों के साथ संवाद करने के लिए क्लाउड का लाभ उठा सकती हैं। वे ग्राहक डेटा को ट्रैक और विश्लेषण भी कर सकते हैं। प्रक्रिया वास्तविक समय में की जाती है। सेल्सफोर्स के जरिए कंपनियां अपने टर्नओवर को 27 फीसदी तक बढ़ाने में कामयाब रही हैं। इतना ही नहीं: संभावित बातचीत में 32% की वृद्धि हुई।

इष्टतम गतिशीलता

इसके हिस्से के लिए, ग्राहक संतुष्टि दर में 34% की वृद्धि हुई। Salesforce के CRM समाधान का उपयोग करने वाली कंपनियों ने भी परिनियोजन गति में 56% सुधार किया है। वे सॉफ़्टवेयर द्वारा गारंटीकृत गतिशीलता का लाभ उठाने में भी सक्षम हुए हैं। वास्तव में, वे इसे कभी भी, कहीं भी एक्सेस कर सकते हैं।

उत्कृष्टता के लिए एक विपणन अनुप्रयोग

अपने व्यावहारिक पहलुओं के अलावा, Salesforce एक उत्कृष्ट विपणन समाधान है। दरअसल, अपने अनुप्रयोगों के माध्यम से, एक कंपनी को अपनी बिक्री और खर्चों की निगरानी करते हुए सीआरएम के संदर्भ में अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करने की संभावना है। सॉफ्टवेयर संचार मंचों के प्रबंधन की भी अनुमति देता है जहां ग्राहक और कंपनी संवाद कर सकते हैं। सेल्सफोर्स के माध्यम से बिक्री रणनीति स्थापित करना भी संभव है।

सेल्सफोर्स: मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

सीआरएम के संदर्भ में सेल्सफोर्स द्वारा कई सुविधाएं दी जाती हैं।

संग्रह के लिए उद्धरणों का प्रबंधन

सेल्सफोर्स सीआरएम एक आसान सुविधा है जो कोट्स सेट करने में मदद करती है। यह बिक्री प्रतिनिधि को अपने ग्राहकों के लिए नवीनतम छूट देते हुए सही उद्धरण चुनने की क्षमता देता है।

सेल्सफोर्स सीआरएम के माध्यम से स्थापित उद्धरण उल्लेखनीय रूप से सटीक हैं। उन्हें ग्राहकों को जल्दी से जमा करना संभव है। सेल्सफोर्स लाइटनिंग भी है, जो अपने हिस्से के लिए, चालान एकत्र करने और भेजने की प्रक्रिया को मूर्त रूप से सरल बनाती है।

संपर्क प्रबंधन

सॉफ्टवेयर व्यवसायों को महत्वपूर्ण ग्राहक डेटा तक पहुंचने की अनुमति देता है। इस उपकरण के लिए धन्यवाद, वे अपने एक्सचेंजों के इतिहास से भी परामर्श कर सकते हैं। आपके पास संबंधित ग्राहक की समग्र तस्वीर भी हो सकती है।

आइंस्टीन एनालिटिक्स

इस फीचर के जरिए आप बिजनेस इंटेलिजेंस के जरिए जटिल सर्विस और सेल्स की जानकारी हासिल कर सकते हैं। दूसरी ओर, आइंस्टीन एनालिटिक्स आपको सामुदायिक क्लाउड, लेकिन बिक्री और सेवा क्लाउड तक पहुंचने की अनुमति देता है। आप अपने भागीदारों और अपने ग्राहकों दोनों के लिए सभी प्रकार के उपयोगी डेटा पाएंगे।

रास्ते के एक किनारे

इसके भाग के लिए, यह सुविधा स्टार्टअप और एसएमई (लघु और मध्यम उद्यम) के लिए अधिक लक्षित है। यह उन्हें, अन्य बातों के अलावा, समर्थन चैनलों, कैलेंडर या ईमेल से स्वचालित रूप से डेटा पुनर्प्राप्त करने की अनुमति देता है।

गतिशीलता

Salesforce के साथ, कोई व्यवसाय मीटिंग, खाता अपडेट और ईवेंट देखने के लिए कभी भी, कहीं भी CRM डेटा एक्सेस कर सकता है।

बिक्री पूर्वानुमान

कंपनी बिक्री पाइपलाइनों के विस्तृत सारांश तक पहुंच सकती है। इस तरह, यह बाजार के विकास के लिए अपने व्यवहार को बेहतर ढंग से अनुकूलित कर सकता है।

ट्रैक प्रबंधन

यहां आपको क्लाउड सीआरएम पर अपनी गतिविधियों का कालक्रम मिलेगा। आपके संपर्क इसे एक्सेस कर सकते हैं। उपकरण आपको गतिविधि के किसी दिए गए क्षेत्र में सबसे प्रभावी प्रथाओं के बारे में अधिक जानने की अनुमति देता है।

फ्रेशवर्क्स सीआरएम बनाम विशपोंड

फ्रेशवर्क्स सीआरएम बनाम विशपोंड

इस बनाम में, हम तुलना करते हैं फ्रेशवर्क्स CRM vs Wishpond उनमें से किसी एक को चुनने में आपकी मदद करने के लिए गहराई से। यदि आप अधिक विवरण जानना चाहते हैं, तो हम आपको हमारे पढ़ने की सलाह देते हैं फ्रेशवर्क्स सीआरएम समीक्षा और विशपॉन्ड की समीक्षा.

हालाँकि, आप सीधे भी पा सकते हैं सर्वश्रेष्ठ ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम) सॉफ्टवेयर, हम उन्हें रैंकिंग के आधार पर सूचीबद्ध करते हैं (हमारी समीक्षा रेटिंग के आधार पर), आप हमारे द्वारा की गई सभी तुलनाओं को ढूंढ सकते हैं और हम समझाते हैं कि आपको उचित कैसे चुनना चाहिए।

यहाँ हम इस लेख के बाकी हिस्सों के बारे में बात करेंगे:

फ्रेशवर्क्स सीआरएम बनाम विशपॉन्ड एक नजर में

अपनी पसंद को त्वरित और कुशल बनाने के लिए, फ्रेशवर्क्स सीआरएम बनाम विशपॉन्ड की हमारी तुलना के बारे में यहां एक संक्षिप्त सारांश दिया गया है। उनकी रेटिंग, सुविधाओं, कीमतों का पता लगाएं और फिर बनाम के विजेता की खोज करें।

पेशेवरों और विपक्ष तुलना

फ्रेशवर्क्स सीआरएम रिव्यू - सेल्स और मार्केटिंग टीमों के लिए सीआरएम

फ्रेशवर्क्स सीआरएम रिव्यू - सेल्स और मार्केटिंग टीमों के लिए सीआरएम

इस फ्रेशवर्क्स सीआरएम समीक्षा में, आपको इसकी विशेषताओं, मूल्य निर्धारण, पेशेवरों और विपक्षों के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी और आप क्यों…

  • उपयोग में आसान और किफायती
  • एआई ऑटोमेशन
  • 21 दिन नि: शुल्क परीक्षण
  • दृश्य बिक्री फ़नल
  • अन्य प्लेटफार्मों में अधिक एकीकरण हैं
  • अन्य सीआरएम बड़े व्यवसायों के लिए बेहतर सूट

विशपॉन्ड रिव्यू - सीआरएम सॉफ्टवेयर

विशपॉन्ड रिव्यू - सीआरएम सॉफ्टवेयर

इस विशपॉन्ड समीक्षा में, आपको इसकी विशेषताओं, मूल्य निर्धारण, पेशेवरों और विपक्षों के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी और आपको यह क्यों करना चाहिए .

  • का उपयोग करने के लिए आसान
  • पूरा मार्केटिंग प्लेटफॉर्म
  • लीड ट्रैकिंग अच्छी तरह से काम करती है
  • कई एकीकरण
  • खींचें और छोड़ें इंटरफ़ेस उत्तरदायी नहीं है
  • टेम्प्लेट को ऑप्टिमाइज़ करना मुश्किल है
  • सीमित रिपोर्टिंग क्षमताएं

विनिर्देशों की तुलना

विशपॉन्ड मूल्य निर्धारण

विशपॉन्ड योजनाओं की गहन समीक्षा

आइए उनके बारे में अधिक जानने के लिए तीन विशपॉन्ड योजनाओं पर करीब से नज़र डालें और चुनें कि आपकी आवश्यकताओं के लिए कौन सा सबसे अच्छा है।

$49 प्रति माह पर योजना शुरू करना

1,000 लीड की सीमा के साथ, यह योजना तालिका में ऊपर दिखाई गई सुविधाएँ प्रदान करती है। इसमें एकीकरण विकल्प (Mailchimp, Salesforce, और अन्य), साथ ही आयात, निर्यात और सिंक क्षमताएँ हैं। ग्राहक सेवा, ईमेल और लाइव चैट भी समर्थित हैं। यह कार्यनीति केवल लैंडिंग पृष्ठ बनाने के उद्देश्य से है। नौसिखियों के लिए यह पर्याप्त हो सकता है, लेकिन मैं इस योजना का सुझाव उन लोगों को नहीं दूंगा जो ए/बी परीक्षण जैसी अधिक क्षमताओं की तलाश कर रहे हैं, जो विपणन उपकरणों में सबसे आवश्यक पहलुओं में से एक है। वार्षिक सदस्यता जिसकी कीमत लगभग $49/माह है और यह आपको मासिक लागत से लगभग 35% अधिक बचाती है। यदि आप केवल लैंडिंग पृष्ठ बनाने से अधिक कुछ करना चाहते हैं, तो अगली योजना, आपको जो कुछ भी चाहिए, वह जाने का रास्ता है।

आपको जो कुछ भी चाहिए वह $99 प्रति माह पर योजना है

इस योजना में कुल 2,500 लीड्स के लिए स्टार्टर योजना की सभी सुविधाएँ, साथ ही आगे की तालिका में दिखाई गई कुछ अतिरिक्त सुविधाएँ शामिल हैं। Mailchimp, Salesforce और अन्य सेवाओं के साथ एकीकरण भी उपलब्ध है। ग्राहक सेवा, ईमेल और लाइव चैट आपकी पूरी क्षमता को साकार करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। वार्षिक सदस्यता के लिए यह पैकेज केवल $99/माह है। इसके अलावा, आप वार्षिक सदस्यता पर लगभग 33% की बचत करेंगे। यदि आप अभी शुरुआत कर रहे हैं तो यह आपके लिए आदर्श रणनीति हो सकती है। यदि आप अधिक सुविधाएँ और बेहतर विकल्प चाहते हैं, तो निम्न योजना, रैपिड ग्रोथ, अधिक सहायक होगी।

तेजी से विकास योजना $199/माह से शुरू हो रही है

इसमें वे सभी सुविधाएँ हैं जो आपको सब कुछ योजना के रूप में हैं। इसके अतिरिक्त, फर्स्ट-इन-लाइन कस्टमर सपोर्ट के साथ-साथ निःशुल्क कार्यान्वयन कोचिंग जैसी सुविधाएँ आपके लिए विशपॉन्ड के साथ आरंभ करना आसान बना देंगी। इस योजना की वार्षिक सदस्यता $199/माह से शुरू होती है और आपको आवश्यक लीड की संख्या के आधार पर आगे बढ़ती है।

BPO Full Form in Hindi – BPO क्या है और अन्य जानकारियां।

BPO Kya Hai

BPO (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) व्यापार व्यवहार की एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ एक संगठन किसी अन्य कंपनी को अपने कार्य को पूरा करने के लिए Hire या काम पर रखती है। जैसे अगर कोई कंपनी है जिसे अपने मुख्य व्यवसाय के अलावा किसी अतिरिक्त काम को करवाना है। परन्तु वह उस व्यवसाय का हिस्सा नहीं है तो इस तरह के अतिरिक्त काम को करवाने के लिए वह उसे अन्य कंपनी को सौंप देती है इस पूरी प्रोसेस को ही BPO कहते है। यदि आप BPO Full Form in Hindi और बीपीओ (BPO) क्या है (What is BPO in Hindi) के बारे में जानना चाहते है तो इस लेख को पूरा पढ़े।

पिछले 5 सालों में भारत की अर्थव्यवस्था की रफ़्तार भले ही तेज़ हुई हो, लेकिन रोज़गार के अवसर लगातार कम होते जा रहे है वहीं दूसरी ओर बेरोज़गारी के इस दौर में BPO ने युवाओं को रोज़गार देने में पूरी तरह से मदद की है। BPO कंपनी में युवा तेजी से रुख़ कर रहे है और अपना Career बना रहे है। जिसका कारण आसानी से जॉब मिलना और कम स्किल्स के साथ ही अच्छी सैलरी मिलना भी है। युवाओं के लिए यह शानदार करियर विकल्प होता है।

Table of Contents

BPO के अलावा यदि आप यह भी जानना चाहते है कि BPO Telecaller Means और BPO Telecaller Means in Hindi में क्या होता है यह भी आपको इस पोस्ट में जानने को मिलेगा बस बने रहे पोस्ट में अंत तक।

BPO Full Form in Hindi

बीपीओ (BPO) का मतलब या BPO Ka Full Form “Business Process Outsourcing (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग)” होता है।

BPO Full Form In Marathi “बिझनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग” होता है जिसका मराठी में मतलब (BPO Meaning In Marathi) भी यही होता है।

BPO Kya Hai

बीपीओ (BPO) ‘बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग’ जिसे एक अन्य नाम इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इनेबल्ड सर्विसेज (ITES) के नाम से भी जाना जाता है। बीपीओ (BPO) एक ऐसी बिज़नेस आउटसोर्स प्रक्रिया है जिसमें एक संगठन अपने अन्य कार्य को संचालित करने के लिए किसी अन्य कंपनी को काम पर रखता है तथा उस कंपनी को संगठन के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए अपने खुद के एक बिज़नेस की आवश्यकता होती है।

आसान शब्दों में समझे तो BPO यह एक ऐसी आउटसोर्स प्रक्रिया है जिसमें थर्ड-पार्टी प्रोवाइडर को कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर मैनेजमेंट में शामिल किया जाता है। BPO आमतौर पर Back Office में क्लासिफाइड आउटसोर्स है जिसमे आंतरिक व्यापार संचालन जैसे- ह्यूमन रिसोर्स, फाइनेंस और अकाउंटिंग शामिल होते है और फ्रंट ऑफिस (Front Office) आउटसोर्सिंग में ग्राहक सेवा जैसे BPO Call Center शामिल होता है।

BPO में अगर किसी कंपनी को देश से बाहर कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है तो उसे Offshore आउटसोर्सिंग कहते है और यदि किसी पड़ोसी देश की कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है तो उसे Nearshore Outsourcing कहते है। BPO का मुख्य उद्देश्य कम वेतन में लोगों से काम निकलवाना होता है। बाहर की बहुत सी बड़ी-बड़ी कंपनियां अपनी सेवाएं दूसरे देशों में आउटसोर्स करती है जहां पर बड़ी संख्या में कम वेतन में कर्मचारी मिल जाते है।

तो यह थी बीपीओ (BPO) क्या है (BPO Meaning In Hindi) एवं BPO Ke Baare Mein Jankari, चलिए अब BPO Full Form क्या होता है यह आपको बताते है ।

Types Of BPO

वैसे तो दुनिया में बहुत सी कंपनियाँ है जो दूसरे संगठनों को BPO सर्विस प्रदान करती है, तो इन्हीं कुछ चीज़ो को ध्यान में रखके इसके प्रकारों को बाँटा जाता है।

Offshore Outsourcing

ऑफशोर आउटसोर्सिंग तब की जाती है जब आपकी कंपनी किसी काम के सम्बंधित जरुरत को पूरा करने के लिए विदेशी कंपनी को काम पर रख लेती है।

Onshore Outsourcing

ऑनशोर आउटसोर्सिंग तब की जाती है जब कोई कंपनी उसी देश में काम करने वाली कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट करती है।

Nearshore Outsourcing

जब कोई कंपनी पड़ोसी देशों में स्थित कंपनियों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के लिए कॉन्ट्रैक्ट करती है, वह नियरशोर आउटसोर्सिंग होती है।

Telecaller BPO Meaning In Hindi

क्या आपने कभी सोचा है की यह BPO टेलिकॉलर क्या है (CRM कैसे काम करता है What is BPO Telecaller) तो आपको बता दें कि, कॉल सेंटर को ही BPO भी कहा जाता है। यह दोनों एक ही होते है। कॉल सेंटर ग्राहक सेवा देने के लिए जाना जाता है। BPO Full Form In Call Center ‘बीपीओ कॉल सेंटर आउटसोर्स’ होता है यह एजेंटों की एक टीम है जो अन्य व्यवसायों के लिए इनकमिंग और आउटगोइंग ग्राहक कॉल को संभालती है।

आपको तो पता ही होगा कि SIM की सर्विस की जानकारी पाने के लिए कॉल सेंटर में कॉल किया जाता है जो आपने भी कई बार किया होगा। जिन्हें हम कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव कहते है, वही ग्राहक सेवा या बीपीओ सेवा प्रदाता (BPO सर्विस प्रोवाइडर) होते है। आमतौर पर BPO और कॉल सेंटर दोनों में बहुत से काम होते है।

Mobile Industry

Travel Industries

Technical Support

Hospitality Service

Software Support

BPO Ke Labh

बिजनेस प्रोसेस को आउटसोर्सिंग करने से आपको बहुत से फ़ायदे भी मिलेंगे जिसमें से कुछ फ़ायदे आप आगे जान सकते है।

  • Cost Reduction CRM कैसे काम करता है – इसके द्वारा आउटसोर्सिंग ऑर्गनाइसिंग को लागत में कटौती करने और पैसे बचाने में मदद मिलती है, यह कम लागत में बेहतर Employees ले आता है। जिसके परिणामस्वरूप कंपनी को अच्छा Revenues मिलता है।
  • Experienced Professionals – नए कर्मचारियों की भर्ती करना और उन्हें ट्रेनिंग देने में बहुत दिक्कत आती है जिसमें कंपनी को अच्छा पैसा खर्च करना पड़ता है।

जब सारे संसाधनों के साथ स्थापित कंपनी को आउटसोर्स किया जाता है तब Hiring और बीपीओ प्रशिक्षण (BPO Training) की मुसीबत से बचा जा सकता है।

  • Improved Human Resources – एक बेहतर मानव संसाधन, आउटसोर्सिंग व्यवसाय प्रक्रिया के लिए एक बड़े फ़ायदे की तरह है। कंपनियों को एक प्रोडक्टिव और कुशल मानव संसाधन (HR) की जरुरत होती है जो बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्थाएँ उत्पन्न कर सके।
  • Excellent Employment Opportunity – BPO इंडस्ट्री बहुत से देशों में उच्चतम नौकरियां करती है। कर्मचारियों को बीपीओ वेतन अच्छा प्रदान करता है यही कारण है कि युवा यहाँ नौकरी करना पसंद करते है।

BPO In Hindi (Career In BPO)

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, BPO Call Center दो तरह के होते है। एक अंतराष्ट्रीय कॉल सेंटर और दूसरा घरेलू कॉल सेंटर होता है। अंतराष्ट्रीय कॉल सेंटर में नौकरी पाने के लिए आपको इंग्लिश अच्छे से बोलना आनी चाहिये।

जबकि घरेलु या डोमेस्टिक कॉल सेंटर में अगर आपकी इंग्लिश ज्यादा अच्छी नही है तब भी आपको जॉब आसानी से मिल जाएगी, क्योंकि घरेलू कॉल सेंटर में अधिकतर कस्टमर हिंदी में बात करने वाले ही मिलते है। इसके अलावा कंप्यूटर का बेसिक नॉलेज और टाइपिंग स्पीड भी अच्छी होना बहुत ही ज़रूरी है। अगर आपकी टाइपिंग स्पीड कम है इस आर्टिकल Typing Speed कैसे बढ़ाए को पढ़े

BPO कम्पनीज में जॉब की यह सारी संभावनाएँ होती है आप इन सभी फील्ड में नौकरी कर सकते है।

  • ऑपरेशन्स मैनेजमेंट
  • कंटेंट मैनेजमेंट
  • रिसर्च एंड एनालिटिक्स
  • लीगल सर्विसेज
  • ट्रेनिंग एंड कंसल्टेंसी
  • डाटा एनालिटिक्स

BPO की सैलरी कितनी होती है?

जैसा कि आप जानते है की बपीएओ एक कॉर्पोरेट जॉब होती है, जो कि पार्ट टाइम और फुल टाइम दोनों की जा सकती है। अगर आप फ्रेशर है और फुल टाइम जॉब करते है तो BPO के रूप में आपकी शुरुआती सैलरी 10,000-12,000 रूपये मासिक होगी, जो कि अनुभव, स्किल्स के साथ-साथ बढ़ती जाती है।

Conclusion

उम्मीद करते है कि आपको BPO क्या होता है (What Is BPO In Hindi) व इसमें क्या काम होता है? यह सब कुछ अच्छे से समझ में आ गया होगा। हमने हमारी तरफ से BPO Telecaller Meaning In Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी के बारे में आपको बताया, फिर भी यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमे Comment करके पूछ सकते है। बीपीओ के बारे में दी गयी यह जानकारी आपको BPO Telecaller Kya Hota Hai के बारे में जानने से लेकर इसमें जॉब प्राप्त करने तक मदद करेगा।

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