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निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी

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Mutual Fund में पैसा कब लगाएं

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क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ें हर सवाल के जवाब, कितना है जोखिम क्या है फायदा ?

वहीं हजारों निवेशकों को नुकसान भी झेलना पड़ा है. इसको देखते हुए देश में संसदीय समिति ने इसको बैन करने के बजाय रेगुलेट करने पर जोर दिया है. इसको लेकर एक विधेयक भी लाने की तैयारी हो रही है.

What is cryptocurrency

फाइनेंसियल वर्ल्ड में क्रिप्टोकरेंसी की चर्चा जोर-शोर से चल रही है. देश में पिछले कुछ वर्षों से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर निवेशकों में काफी उत्साह भी है. इसका मुख्य कारण यह है कि इसमें जोखिम रहने के बावजूद तेजी से रिटर्न मिलता है.

वहीं हजारों निवेशकों को नुकसान भी झेलना पड़ा है. इसको देखते हुए देश में संसदीय समिति ने इसको बैन करने के बजाय रेगुलेट करने पर जोर दिया है. इसको लेकर एक विधेयक भी लाने की तैयारी हो रही है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों के मन में उलझन बनी हुई है कि इसमें निवेश करना चाहिए या नहीं और आखिर यह क्या है और इसमें ट्रेड कैसे होता है.

पूरी दुनिया के लोगों या किसी भी संस्था को अपनी आधारभूत जरूरतों को सही तरीके से पूरा करने के लिए और किसी से भी आपसी लेनदेन करने के लिए करेंसी यानी मुद्रा की जरूरत होती है.

भारत में आ रही है डिजिटल करेंसी, क्रिप्टोकरेंसी से कितनी होगी अलग ?

भारत में आ रही है डिजिटल करेंसी, क्रिप्टोकरेंसी से कितनी होगी अलग ?

हर देश की मुद्रा अलग-अलग नाम से जानी जाती है, जैसे भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर, यूरोपीय देशों में यूरो, सउदी अरब में रियाल, जापान में येन आदि. उसी तरह क्रिप्टोकरेंसी भी एक तरह की मुद्रा है, लेकिन यह बाकी सभी मुद्राओं से बिलकुल अलग है. यह एक ऐसी मुद्रा है जिसे आप देख या छू नहीं सकते हैं. यानी यह एक डिजिटल करेंसी (डिजिटल मुद्रा) है.

इसे आप अपने पर्स या पॉकेट में नहीं रख सकते बल्कि अपने पास डिजिटल स्वरूप में रख सकते हैं, वह भी ऑनलाइन. इसका मुद्रण नहीं किया जाता है. यह कंप्यूटर एल्गोरिद्म पर बनी होती है. इसका कोई रेगुलेटर नहीं होता यानी इसको कोई कंट्रोल नहीं करता है.

यह दुनिया के किसी भी सरकार के नियंत्रण में नहीं रहता है. लेकिन अपने देश में अब इसको रेगुलेट करने पर चर्चा हो रही है. एक बात और, इसका इस्तेमाल अन्य करेंसी की तरह वस्तुओ और सर्विसेज को खरीदने के लिए किया जा सकता है, सिर्फ ऑनलाइन तरीके से.

इसकी शुरुआत सबसे पहले 2009 में हुई जब पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन आया. अभी पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनमें कारोबार हो रहा है. बिटकॉइन, इथेरियम, टेथर, कारडेनो, बिनान्स कॉइन, पोलका डॉट जैसी कई क्रिप्टोकरेंसीयां हैं जहां भारतीय अपना पैसा लगा रहे हैं.

निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए सही प्लेटफॉर्म का चुनाव करना सबसे महत्वपूर्ण होता है. सही प्लेटफॉर्म का चुनाव नहीं करने पर ट्रेडिंग करते वक्त ज्यादा फीस देनी पड़ सकती है. दुनिया में ऐसे कई प्लेटफॉर्म हैं. यहां कारोबार कभी नहीं रुकता. इसमें कभी भी किसी भी समय निवेश कर सकते हैं या निकाल सकते हैं.

भारत में अभी के समय में सबसे पोपुलर प्लेटफॉर्म - वजीरएक्स है. इसे क्रिप्टोकरेंसी का एक्सचेंज के रूप में भी जाना जाता है. इसके अलावा देश में कॉइनस्विच, कुबेर, कॉइन्डिसिएक्स, जेबपे भी उपलब्ध हैं जिनके जरीये क्रिप्टो में कारोबार हो सकता है.

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना चाहते हैं, तो पहले कुछ जांची-परखी गयी क्रिप्टोकरेंसी को समझें और फिर तय करें कि आपको कहां ट्रेड करना है. ऐसे कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानें.

यह दुनिया की सबसे मशहूर क्रिप्टोकरेंसी है. इसे सबसे पहले 2009 में संतोषी नाकामोटो के नाम से, किसी व्य​क्ति या समूह द्वारा बनाया गया था. यह एक ब्लॉकचेन पर चलता है. किसी ब्रोकर के बिना रीयल–टाइम में ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करता है. किसी भी टाइप की हैकिंग से पूरी तरह सुरक्षित है.

: यह दूसरा लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है. यह एक ब्लॉकचेन नेटवर्क है जिसका मूल टोकन इथर या इटीएच है. यह भी ओपन सोर्स, डीसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन आधारित कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है. यह अपने यूजर्स को डिजिटल टोकन बनाने में मदद करता है जिसकी मदद से इसे करेंसी के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

यह तीसरी सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है. इसका इस्तेमाल ट्रेडिंग, पेमेंट प्रोसेसिंग या ट्रैवल बुकिंग के लिए भी किया जा सकता है. साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी के अन्य रूपों जैसे कि इथेरियम या बिटकॉइन के लिए भी इसे ट्रेड या एक्सचेंज किया जा सकता है. इसकी कीमत अभी 650 डॉलर से अधिक चल रही है.

: यह एक नयी क्रिप्टोकरेंसी है, लेकिन इसने निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी आते ही धूम मचा दी और इस समय सबसे ज्यादा चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बन गया है. बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में कम लागत पर ट्रांजेक्शन को वैलिडेट करने के लिए, इसे नये व भरोसेमंद प्रूफ–ऑफ–स्टेक मेथड के लिए जाना जाता है.

संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार ला सकती है विधेयक

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: टेथर एक अलग तरह की क्रिप्टोकरेंसी है. इसे स्टेबल कॉइन कहा जाता है. यह अमेरिकी डॉलर जैसी फिएट करेंसी द्वारा समर्थित है, जो इसे की तुलना में अधिक स्थिर और भरोसेमंद बनाती है. इसका मार्केट कैप 73 बिलियन डॉलर के करीब है.

निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान

क्रिप्टोकरेंसी के अपने फायदे और नुकसान हैं. इन पर देश की मुद्रास्फीति का कोई असर नहीं पड़ता है. इसके कई डार्क पहलू भी हैं. इसलिए इसमें निवेश से पहले इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

क्रिप्टोकरेंसी का कोई कानूनी पक्ष नहीं है : क्रिप्टोकरेंसी में किया गया निवेश किसी भी तरह के कानूनी पहलू का हिस्सा नहीं होता है. भविष्य में कुछ गलत होता है, तो आप कोई क्लेम नहीं कर सकते हैं.

उतार-चढ़ाव से भरा है बाजार: क्रिप्टोकरेंसी निवेश बाजार जोखिमों के आधीन हैं. रोजाना काफी उतार-चढ़ाव होते हैं. ऐसे में इनमें मुनाफा और घाटा काफी तेजी से होता है.

क्रिप्टो व्हेल : सबसे बड़ी समस्या क्रिप्टो व्हेल है यानी वे निवेशक जो बड़ी मात्रा निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी में अपने पैसे डंप करते हैं और उतार-चढ़ाव को प्रभावित करते हैं. इससे छोटे और मध्यम दर्जे के निवेशकों को घाटा होता है.

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत में चिंता, जानें कैसे 1 हजार रुपये 24 घंटे में बन गये 2.37 करोड़ रुपये

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जोखिम है, पर बेहतर रिटर्न पाने का मौका भी

क्रिप्टोकरेंसी बिलकुल एक नयी दुनिया है. अर्थव्यवस्था में या यूं कहें कि बैंकिंग, निवेश, आय-व्यय आदि हर जगह इसका प्रभाव पड़ने वाला है. यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जो बिलकुल नयी है. यह अभी शुरुआती दौर में है, इसलिए इसको लेकर बहुत सारे भ्रम हैं. लेकिन सबसे अच्छी बात है कि इसमें जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न पाने का बहुत ही अच्छा अवसर है.

इससे लोगों की आय बढ़ेगी. और आय बढ़ेगी तो लोग खर्च भी करेंगे. इससे सरकार का इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन भी बढ़ेगा. अपने देश में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर पाबंदी लगाने से इनकार कर दिया है.

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निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी

अस्वीकरण :
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म्यूचुअल फंड में पैसा कब और कैसे लगाएं, ऐसा करने पर मिल सकता हैं ज्यादा रिटर्न

म्युचुअल फंड में पैसा कब लगाएं, Mutual Fund में कब निवेश करें, Mutual Funds Mein Nivesh Kaise Kare

Mutual Fund में पैसा कब लगाएं

म्युचुअल फंड में पैसा कब और कैसे लगाएं? यदि आपका भी यही सवाल हैं तो आप इस पोस्ट में म्युचुअल फंड में निवेश के लिए सही समय के बारे में जान सकते हैं।
औसत कमाई के साथ आपके जीवन की रोजमर्रा की छोटी जरूरतें तो पूरी हो सकती हैं। मगर कोई बड़ी जरूरतें या बड़ा लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल हो सकता हैं। इसलिए फाइनेंशियल लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निवेश करना बहुत जरूरी होता हैं।
यदि आपके पास इन्वेस्टमेंट से जुड़ी पर्याप्त जानकारी हैं तो आपके लिए निवेश करने के बहुत से विकल्प हो सकते हैं जैसे- शेयर बाजार, रियल एस्टेट, गोल्ड, क्रिप्टोकरेंसी आदि। मगर जानकारी के अभाव में निवेश करना अधिक जोखिम भरा हो सकता हैं। इस लिहाज से म्युचुअल फंड अन्य की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जा सकता हैं। हालांकि म्युचुअल फंड में निवेश के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका आपको ध्यान रखना जरूरी होता हैं।

म्युचुअल फंड में पैसा कब लगाएं?

ऐसा कोई निश्चित नियम या समय नहीं हैं जिसके अनुसार म्युचुअल फंड में निवेश के लिए सही समय का चुनाव किया जा सके। निवेश करने पर आपको सही समय का इंतजार नहीं करना हैं। क्योंकि लंबे समय के लिए निवेश करने पर आपको बाजार के सभी स्थितियों (अप एंड डाॅउन) का सामना करना हैं। इसलिए बाजार की स्थिति कैसी भी हो आप निवेश शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि परफेक्ट समय के इंतजार में समय बीतता जाता हैं और निवेश के लिए परफेक्ट समय कभी आता ही नहीं है।
इसके बाद भी कुछ मुख्य कारक हैं जिनको ध्यान में रखकर म्युचुअल फंड में निवेश करना अच्छा माना जा सकता हैं।

अपना लक्ष्य निर्धारित करें

अपना लक्ष्य (Goal) निर्धारित करें व उसे हासिल करने में लगने वाले समय को भी ध्यान में रखें। लक्ष्य को समय पर हासिल कर सकें इसके लिए समय रहते इन्वेस्टमेंट शुरू कर देनी चाहिए। क्योंकि समय बीत जाने पर आप निश्चित समय पर अपना लक्ष्य हासिल करने से चूक जाएंगे। इसलिए इन्वेस्टमेंट के लिए समय रहते ही शुरूआत कर देनी चाहिए। जिससे आप लक्ष्य तक आसानी से पहुंच सकें।

न्यूनतम एनएवी का चुनाव करें

बहुत से निवेशकों, खासकर नये निवेशकों के मन में दुविधा रहती हैं कि आखिर म्युचुअल फंड में पैसा कब लगाना चाहिए। वैसे इसके लिए कोई भी समय अच्छा या खराब नहीं होता हैं। फिर भी फंड की उच्चतम एनएवी की निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी तुलना में कम एनएवी का चुनाव अच्छा माना जाता हैं।
जिस तरह स्टाॅक के शेयर का प्राइस होता हैं उसी तरह फंड के एक यूनिट की कीमत होती हैं जिसै एनएवी कहा जाता हैं।
स्टाॅक के उच्च स्तर पर निवेश की शुरुआत करना अच्छा नहीं होता हैं उसी तरह फंड की उच्च एनएवी पर फंड में निवेश की शुरुआत करना अच्छा नहीं होता हैं।

सेंसेक्स सूचकांक का ध्यान रखें

खासकर लार्ज कैप फंड में सेंसेक्स सूचकांक निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी के अनुसार म्युचुअल फंड में सही समय का चुनाव कर सकते हैं। जब सेंसेक्स सूचकांक नीचे हो तब आप म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। ऐसा करने पर आप कम रकम में अधिक यूनिट पा सकते हैं। और जब बाजार की स्थिति पहले से बहतर होगी तो आपको बहुत फायदा मिल सकता हैं। यह बिल्कुल शेयर खरीदने जैसा ही हैं। स्टाॅक में गिरावट होने पर आप शेयरों की खरीदारी करते हैं और जब शेयरों का प्राइस बढ़ता हैं तो आपको फायदा मिलता हैं।

म्युचुअल फंड में निवेश कैसे करें?

आज के समय में हर कोई म्युचुअल फंड में निवेश के लिए उत्सुक हैं। मगर मन में हमेशा संका रहतीं हैं कि आखिर म्युचुअल फंड में किस तरह निवेश करें। म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए आप निम्न बातों पर विचार कर सकते हैं-

एसआईपी बहतर विकल्प हो सकता हैं

निवेशक अपने अनुसार एकमुश्त रकम (Lumpsum Amount) या एसआईपी (Systematic Investment Plan) का चुनाव कर सकता हैं।
इसके लिए आप अपने जोखिम लेने की क्षमता, लक्ष्य को प्राप्त करने के अनुसार इन्वेस्टमेंट के तरीके का चयन कर सकते हैं।
एकमुश्त रकम निवेश करने पर रिटर्न अधिक मिल सकता हैं हालांकि जोखिम भी संपूर्ण निवेशित रकम पर बना रहता हैं।
हर महीने अपनी कमाई का कुछ अंश एसआईपी के माध्यम से निवेश करना बहतर हो सकता हैं। इससे आप थोड़ा-थोड़ा अमाउंट जमा करके बड़ी रकम इकट्ठा कर सकते हैं। साथ ही कुछ समय बाद आपको म्युचुअल फंड के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त होगी। जिसके बाद आप और अधिक रकम को भी निवेश कर सकते हैं।

ऐप का चुनाव कर सकते हैं

म्युचुअल फंड या स्टाॅक मार्किट में निवेश के लिए बहुत से प्लेटफार्म मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल करके निवेश किया जा सकता हैं।
इनमें से ऐप का इस्तेमाल करना आसान होता हैं। ऐप के माध्यम से निवेश की सारी प्रक्रिया बहुत सरल हो जाती हैं। आप एक ही प्लेटफार्म से म्युचुअल फंड व स्टाॅक बाजार दोनों में निवेश कर सकते हैं। बहुत से ऐप मौजूद हैं मगर इनमें से सबसे बहतर निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी ऐप Groww App हैं। इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है व म्युचुअल फंड के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं चुकाना पड़ता हैं। आप आसानी से बिना किसी शुल्क का भुगतान किये निवेश की शुरुआत निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी कर सकते हैं। बहुत से ऐप म्युचुअल फंड व स्टाॅक बाजार में निवेश करने पर कुछ शुल्क वसूलते हैं। मगर Groww ऐप इन सबके लिए बिल्कुल फ्री हैं। तो आप इसका इस्तेमाल कर आसानी से अपने इन्वेस्ट की शुरुआत कर सकते हैं।

लंबे समय के लिए निवेश करें

आप जितना भी अमाउंट निवेश करना चाहते हैं। उसे लंबे समय के निवेश करें। क्योंकि म्युचुअल फंड में समय के साथ रिटर्न में बढ़ोतरी होती हैं। छोटी अवधि में रिटर्न की संभावना कम होती हैं जबकि लंबे समय में अधिक रिटर्न की उम्मीद की जा सकती हैं। हालांकि बाजार के उतार चढ़ाव के कारण लंबे समय में भी रिटर्न को निश्चित नहीं किया जा सकता हैं। यदि बाजार की स्थिति लंबे समय तक ख़राब बनीं रहतीं हैं तो लंबी अवधि में भी लाभ मिलना मुश्किल हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से देखा जाए तो अधिकतर फंड्स ने लंबे समय अच्छा रिटर्न दिया हैं। जिसको देखते हुए लंबे समय तक निवेश कर अच्छा हो सकता हैं।

म्यूचुअल फंड में पैसा कब और कैसे लगाएं, ऐसा करने पर मिल सकता हैं ज्यादा रिटर्न

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Mutual Fund में पैसा कब लगाएं

म्युचुअल फंड में पैसा कब और कैसे लगाएं? यदि आपका भी यही सवाल हैं तो आप इस पोस्ट में म्युचुअल फंड में निवेश के लिए सही समय के बारे में जान सकते हैं।
औसत कमाई के साथ आपके जीवन की रोजमर्रा की छोटी जरूरतें तो पूरी हो सकती हैं। मगर कोई बड़ी जरूरतें या बड़ा लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल हो सकता हैं। इसलिए फाइनेंशियल लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निवेश करना बहुत जरूरी होता हैं।
यदि आपके पास इन्वेस्टमेंट से जुड़ी पर्याप्त जानकारी हैं तो आपके लिए निवेश करने के बहुत से विकल्प हो सकते हैं जैसे- शेयर बाजार, रियल एस्टेट, गोल्ड, क्रिप्टोकरेंसी आदि। मगर जानकारी निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी के अभाव में निवेश करना अधिक जोखिम भरा हो सकता हैं। इस लिहाज से म्युचुअल फंड अन्य की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जा सकता हैं। हालांकि म्युचुअल फंड में निवेश के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका आपको ध्यान रखना जरूरी होता हैं।

म्युचुअल फंड में पैसा कब लगाएं?

ऐसा कोई निश्चित नियम या समय नहीं हैं जिसके अनुसार म्युचुअल फंड में निवेश के लिए सही समय का चुनाव किया जा सके। निवेश करने पर आपको सही समय का इंतजार नहीं करना हैं। क्योंकि लंबे समय के लिए निवेश करने पर आपको बाजार के सभी स्थितियों (अप एंड डाॅउन) का सामना करना हैं। इसलिए बाजार की स्थिति कैसी भी हो आप निवेश शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि परफेक्ट समय के इंतजार में समय बीतता जाता हैं और निवेश के लिए परफेक्ट समय कभी आता ही नहीं है।
इसके बाद भी कुछ मुख्य कारक हैं जिनको ध्यान में रखकर म्युचुअल फंड में निवेश करना अच्छा माना जा सकता हैं।

अपना लक्ष्य निर्धारित करें

अपना लक्ष्य (Goal) निर्धारित करें व उसे हासिल करने में लगने वाले समय को भी ध्यान में रखें। लक्ष्य को समय पर हासिल कर सकें इसके लिए समय रहते इन्वेस्टमेंट शुरू कर देनी चाहिए। क्योंकि समय बीत जाने पर आप निश्चित समय पर अपना लक्ष्य हासिल करने से चूक जाएंगे। इसलिए इन्वेस्टमेंट के लिए समय रहते ही शुरूआत कर देनी चाहिए। जिससे आप लक्ष्य तक आसानी से पहुंच सकें।

न्यूनतम एनएवी का चुनाव करें

बहुत से निवेशकों, खासकर नये निवेशकों के मन में दुविधा रहती हैं कि आखिर म्युचुअल फंड में पैसा कब लगाना चाहिए। वैसे इसके लिए कोई भी समय अच्छा या खराब नहीं होता हैं। फिर भी फंड की उच्चतम एनएवी की तुलना में कम एनएवी का चुनाव अच्छा माना जाता हैं।
जिस तरह स्टाॅक के शेयर का प्राइस होता हैं उसी तरह फंड के एक यूनिट की कीमत होती हैं जिसै एनएवी कहा जाता हैं।
स्टाॅक के उच्च स्तर पर निवेश की शुरुआत करना अच्छा नहीं होता हैं उसी तरह फंड की उच्च एनएवी पर फंड में निवेश की शुरुआत करना अच्छा नहीं होता हैं।

सेंसेक्स सूचकांक का ध्यान रखें

खासकर लार्ज कैप फंड में सेंसेक्स सूचकांक के अनुसार म्युचुअल फंड में सही समय का चुनाव कर सकते हैं। जब सेंसेक्स सूचकांक नीचे निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी हो तब आप म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। ऐसा करने पर आप कम रकम में अधिक यूनिट पा सकते हैं। और जब बाजार की स्थिति पहले से बहतर होगी तो आपको बहुत फायदा मिल सकता हैं। यह बिल्कुल शेयर खरीदने जैसा ही हैं। स्टाॅक में गिरावट होने पर आप शेयरों की खरीदारी करते हैं और जब शेयरों का प्राइस बढ़ता हैं तो आपको फायदा मिलता हैं।

म्युचुअल फंड में निवेश कैसे करें?

आज के समय में हर कोई म्युचुअल फंड में निवेश के लिए उत्सुक हैं। मगर मन में हमेशा संका रहतीं हैं कि आखिर म्युचुअल फंड में किस तरह निवेश करें। म्युचुअल फंड में निवेश निवेश के लिए सही प्लेटफॉर्म जरूरी करने के लिए आप निम्न बातों पर विचार कर सकते हैं-

एसआईपी बहतर विकल्प हो सकता हैं

निवेशक अपने अनुसार एकमुश्त रकम (Lumpsum Amount) या एसआईपी (Systematic Investment Plan) का चुनाव कर सकता हैं।
इसके लिए आप अपने जोखिम लेने की क्षमता, लक्ष्य को प्राप्त करने के अनुसार इन्वेस्टमेंट के तरीके का चयन कर सकते हैं।
एकमुश्त रकम निवेश करने पर रिटर्न अधिक मिल सकता हैं हालांकि जोखिम भी संपूर्ण निवेशित रकम पर बना रहता हैं।
हर महीने अपनी कमाई का कुछ अंश एसआईपी के माध्यम से निवेश करना बहतर हो सकता हैं। इससे आप थोड़ा-थोड़ा अमाउंट जमा करके बड़ी रकम इकट्ठा कर सकते हैं। साथ ही कुछ समय बाद आपको म्युचुअल फंड के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त होगी। जिसके बाद आप और अधिक रकम को भी निवेश कर सकते हैं।

ऐप का चुनाव कर सकते हैं

म्युचुअल फंड या स्टाॅक मार्किट में निवेश के लिए बहुत से प्लेटफार्म मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल करके निवेश किया जा सकता हैं।
इनमें से ऐप का इस्तेमाल करना आसान होता हैं। ऐप के माध्यम से निवेश की सारी प्रक्रिया बहुत सरल हो जाती हैं। आप एक ही प्लेटफार्म से म्युचुअल फंड व स्टाॅक बाजार दोनों में निवेश कर सकते हैं। बहुत से ऐप मौजूद हैं मगर इनमें से सबसे बहतर ऐप Groww App हैं। इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है व म्युचुअल फंड के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं चुकाना पड़ता हैं। आप आसानी से बिना किसी शुल्क का भुगतान किये निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। बहुत से ऐप म्युचुअल फंड व स्टाॅक बाजार में निवेश करने पर कुछ शुल्क वसूलते हैं। मगर Groww ऐप इन सबके लिए बिल्कुल फ्री हैं। तो आप इसका इस्तेमाल कर आसानी से अपने इन्वेस्ट की शुरुआत कर सकते हैं।

लंबे समय के लिए निवेश करें

आप जितना भी अमाउंट निवेश करना चाहते हैं। उसे लंबे समय के निवेश करें। क्योंकि म्युचुअल फंड में समय के साथ रिटर्न में बढ़ोतरी होती हैं। छोटी अवधि में रिटर्न की संभावना कम होती हैं जबकि लंबे समय में अधिक रिटर्न की उम्मीद की जा सकती हैं। हालांकि बाजार के उतार चढ़ाव के कारण लंबे समय में भी रिटर्न को निश्चित नहीं किया जा सकता हैं। यदि बाजार की स्थिति लंबे समय तक ख़राब बनीं रहतीं हैं तो लंबी अवधि में भी लाभ मिलना मुश्किल हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से देखा जाए तो अधिकतर फंड्स ने लंबे समय अच्छा रिटर्न दिया हैं। जिसको देखते हुए लंबे समय तक निवेश कर अच्छा हो सकता हैं।

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