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व्यापारिक लाभ

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एकाकी व्यापार के गुण एवं दोष

ekaki vyapar ke gun or dosh;श्री बैसट के शब्दों मे, एकाकी व्यावसाय विश्व मे सर्वश्रेष्ठ है।" एकाकी व्यावसाय, व्यवसाय का सबसे प्राचीन रूप होने के कारण असभ्य युग का अवशेष' समझा जाता है। लेकिन तथाकथित 'असभ्य युग का अवशेष' अपने गुणों और श्रेष्ठता के कारण आज भी लोकप्रिय है। यद्यपि एकाकी व्यापार का कई दृष्टियों से महत्व है, लेकिन आधुनिक युग मे व्यवसाय जिस प्रकार से बढ़ा रहा है, उसको देखते हुए स्वरूप मे कई कमियाँ एवं दोष भी नजर आते है। इस लेख मे हम एकाकी व्यापार के गुण और दोषों का वर्णन करेंगे।
यह भी पढ़ें; एकाकी व्यापार अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं या लक्षण

एकाकी व्यापार के लाभ अथवा अथवा महत्व अथवा गुण

1. व्यक्तिगत संपर्क
एकाकी व्यापारी का अपने ग्राहकों से निकट संपर्क रहता है। वह अपने व्यक्तित्व, नम्रता तथा व्यापारिक कुशलता से उन्हें संतुष्ट रखता है।
2. कर्मचारियों पर पूर्ण नियंत्रण
एकाकी व्यापारी का अपने व्यापार पर पूर्ण नियंत्रण होता है। अतः इसका अपने कर्मचारियों पर भी नियंत्रण रहता है। वह उनकी त्रुटियों को आसानी से ठीक कर सकता है।
3. लोच
यह सबसे अधिक लोचपूर्ण संगठन होता है। व्यापार के आकार को सुविधा के घटया बढ़ाया जा सकता है।
3. निर्णय लेने मे शीघ्रता
एकाकी व्यापारी अपने व्यापार का सभी कुछ होता है, अतः किये जाने वाले व्यापार और कार्यों के व्यापारिक लाभ लिए उसे अन्य किसी के भी निर्णय की आवश्यकता नही होती। वह अन्य व्यक्तियों की सलाह मानने के लिए भी बाध्य नही होता। व्यापारिक निर्मय शीघ्रता से लेकर वह मौके का लाभ उठा सकता है।

4. गोपनीयता
आज की गलाकाट प्रतियोगिता के युग मे यह आवश्यक है कि व्यापार की नीतियों एवं अन्य महत्वपूर्ण बातों को अन्य प्रतियोगिता से गोपनीय रखा जाए। यह गोपनीयता एकाकी व्यापार मे सबसे अधिक संभव है।
5. व्यक्तिगत गुणों का विकास
एकाकी व्यापार की दशा मे कुछ व्यक्तिगत गुणों का विकास भी होता है; जैसे आत्मविश्वास, शीघ्र निर्णय लेना, जोखिम झेलने की क्षमता, आपत्तियों का साहस के साथ सामना करना इत्यादि।
6. स्थापना मे सरलता
एकाकी व्यापार की स्थापना मे कोई कठिनाई नही होती है, क्योंकि यह समस्त वैधानिक शिष्टाचारों से मुक्त है। इसे जब चाहे प्रारंभ कर सकते है। इसकी स्थापना मे किसी प्रकार के रिजिस्ट्रेशन आदि की आवश्यकता नही पड़ती है।
7. साख सुविधा
एकाकी व्यापारी का दायित्व असीमित होने के कारण लेनदारों के शोधन हेतु व्यावसायिक और व्यक्तिगत सभी सम्पत्तियों का प्रयोग किया जा सकता है। इससे व्यापारी की व्यक्तिगत ख्याति मे वृद्धि होती है और उसे सुलभ व्यापारिक लाभ साख सुविधा प्राप्त हो जाती है।
8. पैतृक ख्याति का लाभ
एकाकी व्यापार पैतृक प्रकृति का होता है। पिता के बाद पुत्र उसे संचालित करते है। फलतः व्यवसायी अपने पूर्वजों द्वारा अर्जित ख्याति का भी लाभ प्राप्त करता है। यदि उसमे व्यक्तिगत योग्यता होती है तो वह उस ख्याति मे और भी वृद्धि करता है। इससे उसकी ख्याति, साख सुविधा और लाभार्जन क्षमता मे वृद्धि होती है।
9. समस्त लाभ पर एकाधिकार
एकाकी व्यापार मे एक ही व्यक्ति समस्त लाभ का अधिकारी होता है। लाभ प्राप्ति की भावना उसे बड़ी प्रेरणा प्रदान करती है। लाभ को अधिकतम करने के लिए वह बहुत परिश्रम एवं चतुराई से कार्य करता है।
10. निर्बाध तथा कम खर्चीला
ऐसे व्यवसाय के प्रबन्धन का भार उसके मालिक पर ही होता है। इसके लिये वह किसी अन्य प्रबन्धन की नियुक्ति नही करता अतः वह प्रबंधक का कार्य अपने दक्षता या सुविधा के अनुसार बिना किसी अतिरिक्त व्यय के स्वतंत्रता रूप से कर पाता है।

एकाकी व्यापार की हानियाँ अथवा दोष

1. सीमित प्रबंध चातुर्य
संसार मे कोई भी व्यक्ति सर्वगुणसंपन्न नही है। एक व्यक्ति की निर्णय शक्ति, विवेक बुद्धि, प्रबंध क्षमता प्रायः सीमित होती है। जिस कारण वह व्यापार का एक सीमा तक ही विस्तार कर सकता है।
2. सीमित व्यापार क्षेत्र
सीमित पूंजी, असीमित उत्तरदायित्व तथा सीमित प्रबंध चातुर्य के कारण एकाकी व्यापार का क्षेत्र सीमित रहता है। अतः यह कहा जा सकता है कि एकाकी व्यापार एक स्थान पर छोटे पैमाने पर ही चल सकता है।
3. सीमित योग्यता
एकाकी व्यवसाय मे साधनों का एकीत्रीकरण, प्रबंध संचालन, नियंत्रण सभी कुछ एक व्यक्ति की व्यक्तिगत योग्यता पर निर्भर करता है। मनुष्य प्रत्येक कार्य मे स्वयं को सक्षम बनाने की आशा अवश्य करता है, लेकिन ऐसा सम्भव नही होता। वह अच्छा पूँजीपति हो सकता है, प्रबन्धक नही। या अच्छा प्रबंधक, संचालक नियंत्रक हो सकता है, पूँजीपति नही।
4. सीमित विस्तार की सम्भावना
सीमित धन, प्रबंध योग्यता, आदि के कारण एकाकी व्यापार का आकार नही बड़ पाता। एकाकी व्यापार का आकार इसीलिए अपेक्षाकृत छोटा पाया जाता है। बड़े आकार या व्यापार करने के लिये या तो साझेदारी फर्म या कम्पनी की स्थापना करनी पड़ती है।
5. अनुपस्थिति मे हानि
एक ही व्यक्ति के द्वारा व्यवसाय के संचालन के कारण, यह कठिनाई भी उत्पन्न होती है कि यदि वह किसी कारण से दुकान न जा पाये तो वह बन्द हो जाती है। बीमारी के कारण या बाहर जाने पर या अन्य किसी कारण से मालिक की अनुपस्थिति मे या तो काम बन्द हो जाता है या शिथिल हो जाता है।
6. निर्णय मे त्रुटि की संभावनाएं
एकाकी व्यापार मे शीघ्र निर्णय लेने की स्वतंत्रता रहती है। शीघ्र निर्णय मे त्रुटि की संभावना रहती है। इस संबंध मे यह कहावत चरितार्थ है " जल्दी का काम शैतान का होता है।" जल्दबाजी मे त्रुटिपूर्ण निर्णय से व्यवसाय मे हानि हो सकती है।
7. विकासशील व्यवसाय के लिए अनुपयुक्त
एकाकी स्वामित्व एक ऐसे व्यवसाय के लिए अनुपयुक्त है जिसका निरन्तर विकास होने के कारण आकार मे वृद्धि हो जा रही है। किम्बाल एवं किम्बाल के शब्दों मे, " जैसे ही उपक्रम बड़ा हो जाता है, एकाकी स्वामित्व का प्रारूप अनुपयुक्त हो जाता है।"
8. असीमित दायित्व
एकाकी व्यापार का दायित्व असीमित होता है। व्यापार मे होने वाली हानि के लिए उसकी निजी संपत्ति उत्तरदायी होती है। कभी-कभी व्यापार मे उसे उतनी हानि हो जाती है कि उसका पूर्णतः विशान तक हो जाता है।

सरकार ने रुपये में व्यापार निपटान को निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ दिया

भारत के विदेश व्यापार महानिदेशक (DGFT) ने विदेश व्यापार नीति में संशोधन किया है। इसके तहत रुपये में व्यापार करने वाले निर्यातक (Exporters settling trade in rupee terms) अब निर्यात प्रोत्साहन या शुल्क छूट का उपयोग कर सकेंगे। इस कदम का उद्देश्य निर्यातकों को रूस जैसे देशों को विदेशी मुद्रा के बजाय रूपये में शिपमेंट (ट्रेड) को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करना है।

रुपये में व्यापार करने के लिए क्यूबा और सूडान सहित अन्य देशों के साथ भी बातचीत चल रही है।

मुक्त रूप से परिवर्तनीय मुद्रा

संशोधन से पहले, निर्यातकों को शुल्क वापसी, निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत वस्तु प्रोत्साहन (EPCG), और एडवांस ऑथोराइज़ेशन स्कीम के रूप में प्रोत्साहन केवल तभी उपलब्ध थे जब भुगतान या निर्यात प्राप्ति मुक्त रूप से परिवर्तनीय मुद्राओं ( freely convertible currencies) में आती थी।

मुक्त रूप से परिवर्तनीय मुद्राओं में अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड, यूरो और जापानी येन शामिल हैं।

रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण

हालाँकि, रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण (internationalization of the rupee) में बढ़ती रुचि को देखते हुए, भारतीय रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार लेनदेन को सुविधाजनक बनाने और आसान बनाने के लिए नीतिगत संशोधन किए गए हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक ने जुलाई 2022 में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए रुपया निपटान प्रणाली (rupee settlement system) की शुरुआत की, जहां सभी देशों को निर्यात और आयात का चालान, भुगतान और निपटान, अगर RBI द्वारा अनुमोदित किया जाता है, तो भारतीय रुपये में हो सकता है।

इस मैकेनिज्म के तहत, निर्यातक और आयातक रुपये में (denominated in rupees) की प्राप्तियों और भुगतानों के लिए भागीदार देश के कॉरेस्पोंडेंट बैंक से जुड़े एक विशेष वोस्ट्रो खाते (Vostro account) का उपयोग कर सकते हैं।

यह निर्णय घरेलू मुद्रा के अंतर्राष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देने का संकेत देता है। ये भारतीय रुपये की 100% परिवर्तनीयता की दिशा में शुरुआती कदम हैं।

Business Loss: ठप व्यापार के साथ अगर बढ़ता जा रहा है कर्जा तो यह सरल उपाय देंगे लाभ, लक्ष्मी जी की होगी कृपा

टाइम्स नाउ डिजिटल

Business Loss Solution: जब कभी समस्याएं आए व्यापार गति ना पकडे अवरोध उत्पन्न हो तब एक बार किसी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें साथ ही समस्याओं के निदान हेतु वैदिक उपायों का प्रयोग करें। जिससे स्थितियां अनुकूल होकर व्यवस्थित बनी रहें।

Business Loss

  • फिजूल खर्ची पर लगाम लगाए
  • समस्याएं उतपन्न होने पर ज्योतिषीय परामर्श लें
  • वैदिक उपायों का प्रयोग करें

Astro Solution for Business Loss: आजकल आपने बहुत से ऐसे लोगों को सुना होगा जो कहते हैं कि उनका व्यापार बहुत अच्छा चल रहा था परंतु पिछले कुछ समय से व्यापार में परेशानियां आ रही हैं। पहले बिक्री खूब अच्छी होती थी किंतु अचानक उस में गिरावट आ जाती है। लाभ का प्रतिशत भी घट जाता है और समस्या विकट हो जाती है। आप कुशल व्यवसाई हैं, व्यवसाय चलाने का अनुभव भी आपके पास है लेकिन अच्छे भले चलते व्यवसाय में अचानक रुकावट आ जाती है। अच्छा माल बेचते हैं, व्यवहार कुशल भी हैं लेकिन इतना सब होते हुए भी व्यापार निरंतर घाटे में चला जाता है। इन्हीं समस्याओं के चलते कर्ज भी सर पर बढ़ जाता है। क्योंकि व्यापारिक गतिविधियां निर्बल हो जाती है। सब कुछ इंसान के हाथ मे नही होता है। यह सब कर्म और नसीब पर भी आधारित होता है। हर व्यक्ति के जीवन में अच्छे बुरे व्यापारिक लाभ व्यापारिक लाभ दौर आते है। व्यापार की गति कम पड़ने की तमाम सारी वजह हो सकती है। अगर आपके भी व्यवसाय में समस्याएं आ रही है। तो आप भी इन उपायों के माध्यम से अपने द्वारा पोषित व्यापार को फिर से पटरी पर ला सकते है।

इस प्रकार की समस्या आपके साथ तो नही होती

आइए पहले जान लेते हैं अगर आपके व्यापार में किसी प्रकार का बंधन लगा हुआ है। तो व्यापार बहुत प्रभावित होता है। आप अपने ऑफिस या दुकान पर जाते हैं। तो मन आशंकित हो जाता है। तरह-तरह के डरावने विचार आने लगते हैं। व्यापार में मन नहीं लगता। दुकान में साफ सफाई पूजा पाठ करने का भी मन नहीं करता। व्यापारिक लाभ दुकान में रखे हुए सामान पर जाले और धूल लगी रहती है। सफाई कभी कभी ही हो पाती है। ग्राहक आता है। लेकिन आपके व्यक्तित्व से वह प्रभावित नहीं हो पाता और आप उसको सन्तुष्ट नहीं कर पाते वह खाली हाथ चला जाता है। कमाई धीरे धीरे घटने लगती है। मन निराश होने लगता है। जहां से आप सामान लेकर आते हैं। वहां से संबंध खराब होने लगते हैं। अगर आपने उधारी की हुई है तो वह रुक जाती है। नए ग्राहक नहीं बन पाते। पिछले वाले टूटने लगते हैं। इन सब से व्यक्ति मानसिक रूप से इतना कमजोर हो जाता है। सुबह उठ कर दुकान खोलने जाने से भी कतराते है।

फिजूल खर्ची तो आपकी दुश्मन नही

कई बार बेवजह के खर्चे कर्ज बढ़ा बढ़ा देते हैं। जितनी भी कमाई होती है ऐसे कामों पर खर्च हो जाती है। जहाँ नहीं होनी चाहिए। जैसे बीमारी कोर्ट कचहरी मुकदमा आदि। व्यक्ति इन सभी में फस कर रह जाता है। इन सब समस्याओं से व्यक्ति का मानसिक स्तर इतना दुर्बल हो जाता है कि वह खुद का नुकसान करने लगता है। और उसको पता भी नहीं चलता। इस तरह समस्याओं से समझ लेना चाहिए। आपके या तो ग्रह नक्षत्र अनुकूल नही या कोई तंत्र बाधन की वजह से व्यापारिक स्थितियों में अवरोध उतपन्न हो रहे है।

इन सरल उपायों से फिर से व्यापार होगा मजबूत

-प्रत्येक मंगलवार पीपल के 11 पत्ते लें और लाल चंदन से प्रत्येक पत्ते पर राम राम लिखें। इन पत्तों को हनुमान जी के मंदिर में चढ़ा दें।

-सोमवार को 11 बेलपत्र लें तथा उनपर केसर से 'ऊं नमः शिवाय' लिखकर भगवान शिव को मंत्र बोलकर चढ़ाएं। व्यवसायिक आपदा दूर हो जाएंगी। यह कार्य 16 सोमवार तक करें।

-7 कौड़ी 7 कमलगट्टे 7 गोमती चक्र अपने व्यापारिक प्रतिश्ठान में लाल कपड़े में बांध कर रखें

-बांसुरी पर लाल कलावा लपेट कर मोर पंखी के साथ व्यापारिक स्थान पर रखें। लाभ होगा।

-सुबह उठकर मुरली बजाते श्री कृष्ण की तस्वीर के दर्शन करें और कर्ज मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।

-प्रत्येक बुद्ध और शुक्रवार को मछलियों को आटे की गोलियां पक्षियों को दाना डालने से कर्ज से भी मुक्ति मिलेगी साथ ही व्यापारिक सम्पन्नता बढ़ेगी

यहां जानें ओरिगैनो खेती के फायदे तथा व्यापारिक लाभ

ओरिगैनो की खेती करके किसान भाई आसानी से अच्छी कमाई कर सकते हैं. देश-विदेश में इसकी खेती की अधिक मांग होती हैं. क्योंकि इसकी फसल से कई उत्पादकों को तैयार किया जाता हैं.

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अगर आप एक किसान है. तो आप ओरिगैनो की खेती के बारे में तो जानते ही होंगे. कि यह किस तरह से हमारे लिए फायदेमंद है और किसान किस तरह से इसे बाजार में बेचकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं. अगर आप इस खेती के बारे में नहीं जानते हैं. तो आइए इस लेख में ओरिगैनो की खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं.

ओरिगैनो क्या है?

ओरिगैनो एक प्रकार का हर्ब पौधा है. जिसका उपयोग केवल इटालियन डिशेज को बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि कई तरह की दवा बनाने में भी किया जाता है. यह कई खतरनाक बीमारी से लड़ने के लिए एक सुरक्षा कवच है. इसका उपयोग ज्यादातर यूनानी लोग करते है. वो भी सर्दियों के महीने में होने वाली कई बीमारियों के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल क्या जाता है.

ओरिगैनो की खेती के फायदे

  • ओरिगैनो की खेती करके किसान कम समय में अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं.
  • ओरिगैनो शरीर में होने वाली खतरनाक बीमारियों से लड़ने में मदद करता हैं.
  • इसके अंदर बेहद शक्तिशाली जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं.
  • इसके अलावा यह शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है.
  • इसके सेवन से व्यक्ति का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
  • ओरिगैनो का उच्च मात्रा में सेवन करने से दिल संबंधी बीमारी नहीं होती है.

वेस्ट डीकम्पोजर : जैविक खेती के लिए नई आशा

जैविक खेती एक सदाबहार कृषि पद्धति है, जो पर्यावरण की शुद्धता, जल व वायु की शुद्धता, भूमि का प्राकृतिक स्वरूप बनाने वाली, जल धारण क्षमता बढ़ाने वाली, धैर्यशील, द्ढ संकल्पित…

ओरिगैनो की खेती व्यापारिक लाभ

  • किसान इस खेती को व्यापारिक तौर पर भी करते हैं. क्योंकि इसके द्वारा निर्मित उत्पादों का आयात-निर्यात देश-विदेशों में अच्छे दामों पर किया जाता है.
  • ओरिगैनो खाने में मिठास व स्वाद लाता हैं. जिसकी वजह से यह बाजार में सबसे अधिक बिकता हैं.
  • यह एक ताजा, सूखे या तेल के रूप में पाया जाता है.
  • ओरिगैनो का सबसे अधिक उपयोग तेल के रूप में किया जाता है.
  • ओरिगैनो का व्यापारिक रूप से व्यंजनों, भूमध्यसागरीय बेसिन, लैटिन अमेरिका, और अर्जेंटीना के साथ कई देशों के व्यंजनों में इसका उपयोग किया जाता है. इसलिए किसान इसकी खेती करके कुछ ही महीनों में लाखों की कमाई कर सकते हैं.
  • यह किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए एक बेहतरीन खेती है.

English Summary: Oregano Cultivation, Benefits and Business Benefits Published on: 03 March 2022, 11:13 IST

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Horoscope 18 November 2022 : व्यापार-व्यवसाय में आकस्मिक लाभ के सौदे मिलने से भविष्य की योजनाएं गति लेंगी, जानिए आज का राशिफल ज्योतिषाचार्य डॉ. देवव्रत से

रायपुर, नवप्रदेश। मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) – आज का दिन आपकी सुख शांति में वृद्धि करेगा परन्तु किसी के उकसावे में आकर कुछ समय के लिए विवेक पर नियंत्रण खो सकते है भ्रामक बातो में ना आये सुख शांति के लिए आज आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में आकस्मिक लाभ के सौदे मिलने से भविष्य की योजनाएं गति लेंगी। नौकरी पेशा जातको को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा जिससे सम्मान की प्राप्ति भी होगी। परिवारक दायित्वों की पूर्ति करने में थोड़े असहज रह सकते है लेकिन ले देकर इससे भी पर पा लेंगे। स्वास्थ्य आज सामान्य बना रहेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) – आज दिन के पूर्वार्ध व्यापारिक लाभ में अशुभ समाचार मिलने से बेचैन रह सकते है। मध्यान तक आपसी व्यवहार में विशेष सावधानी रखें किसी से मामूली बात का बतंगड़ बन सकता है हास परिहास भी मर्यादा में रहकर ही करें आपकी बाते किसी व्यापारिक लाभ को चुभने से माहौल गरम होने की सम्भावना है। मध्यान के बाद का समय परिस्थितियों में धीरे-धीरे सुधार लाएगा। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज व्यापारिक लाभ का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा) – आज के दिन मध्यान से पहले आपको कोई लाभदायक समाचार मिलेगा धन कोष में भी आकस्मिक वृद्धि होगी। कार्य व्यवसाय से दिन के पहले भाग में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक लाभ कमा लेंगे इसके बाद का समय उदासीन रहेगा। सरकारी कार्य आज करने से सफलता की संभावनाएं अधिक रहेंगी। परन्तु आज किसी से भी किसी भी प्रकार के उधारी व्यवहार ना करें बाद में पछतावा होगा। धर्म कर्म में रुचि लेंगे पौराणिक धार्मिक स्थल की यात्रा होगी। आज कोई मनोकामना घरेलू कारणों व्यापारिक लाभ से पूर्ण नही होने पर दुख होगा। दाम्पत्य जीवन का सुख सामान्य रहेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) – आज के दिन आप अधिक परिश्रम के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव करेंगे लेकिन परिश्रम का सकारात्मक फल मिलने से उत्साहित भी रहेंगे। कार्य व्यवसाय में आज थोड़े व्यवधान रहेंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार धन की आमद हो ही जाएगी। आज किसी पारिवारिक सदस्य के विपरीत व्यवहार पर क्रोध आएगा जिससे कुछ समय के लिए वातावरण अशांत रहेगा। उधार दिए धन की वसूली की लिए समय उपयुक्त है परंतु आर्थिक व्यवहारों में आज गरमा गर्मी से बचे उधार आज किसी से ना लें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) – आज आप प्रातः काल से ही पूर्व नियोजित कार्य से लाभ की आशा लगा कर रखेंगे परन्तु इसके मध्यान तक पूर्ण ना होने से थोड़े अधीर रहेंगे। क्रोध में आकर आज कोई अनैतिक कार्य भी कर सकते है बाद में इसकी ग्लानि मन को दुखी करेगी। व्यवसायी वर्ग व्यवसाय सामान्य चलने से निश्चिन्त रहेंगे परन्तु धन लाभ में कोई ना कोई अड़चन अवश्य आएगी। नौकरी पेशा जातक स्वयं को बेहतर दिखाने के चक्कर मे कोई बड़ी गलती कर सकते है जिसका दुष्परिणाम शीघ्र देखने को मिलेगा। गृहस्थ जीवन मे आज धैर्य की कमी रहेगी फिर भी वातावरण काम निकालने लायक रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) – आज दिन का पहला भाग शांति से बिताएंगे लेकिन इस अवधि में लाभ की आशा आलस्य-प्रमाद की भेंट चढ़ेगी। इसके बाद का समय कष्टकारी रहने वाला है। आज आपके स्वभाव में थोड़ी उद्दंडता रहेगी एवं आपको भी अन्य लोगो ऐसे ही व्यवहार का सामना करना पड़ेगा जिससे दिनचार्य खराब होगी। कार्य स्थल पर कोई भी काम मन के अनुसार नही होगा। नौकरी वाले जातक अधिकारी एवं सहकर्मियों के स्वभाव में अचानक परिवर्तन आने से परेशान होंगे। किसी से काम निकालना आज अत्यंत मुश्किल रहेगा। धन लाभ के लिये तरस सकते है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) – आज के दिन का आरंभिक भाग धन लाभ करेगा किसी अधूरे कार्य के पूर्ण होने से धनागम सुनिश्चित होगा परन्तु इसमे विलम्ब हो सकता है। आज आपके सामाजिक व्यवहारों में वृद्धि होगी प्रथम दृष्टया यह झंझट ही लगेगा परन्तु बाद में लाभ दायक सिद्ध होगा। व्यावसायिक अथवा किसी अन्य कार्य को लेकर उच्च प्रतिष्ठित लोगो के साथ भेंट होगी इसका परिणाम आपके पक्ष में परन्तु विलम्ब से आएगा। मध्यान के बाद परिस्थिति प्रतिकूल बनने लगेंगी सेहत के साथ साथ कार्य व्यापारिक लाभ क्षेत्र पर भी अधिक ध्यान देना पड़ेगा। परिजनों से किसी विषय को लेकर मतभेद होंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) – आज के दिन आप किसी सरकारी उलझन में पड़ सकते है। दो पक्षो के झगड़े में आपका ना बेवजह आने से व्यर्थ की भाग-दौड़ करनी पड़ सकती है। लेकिन मध्यान के बाद गलतफहमी दूर होने से राहत की सांस लेंगे। फिर भी मध्यान तक ज्यादा सावधानी रखें। स्वभाव से चंचल रहेंगे किसी की भी बातो को बिना तथ्य जाने सच मान लेंगे जिससे बाद में परेशानी होगी। बुरानी बीमारियों में आज थोड़ा सुदर आएगा फिर भी लापरवाही से बचें। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन सामान्य रहेगा। आय-व्यय लगभग समान ही रहेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे) – आपको आज का दिन मिला-जुला फल देगा दिन के आरंभ में आलस्य एवं किसी बात को लेकर चिड़चिड़े रहेंगे लेकिन अतिआवश्यक एवं धन संबंधित कार्य मध्यान से पहले पूर्ण करने का प्रयाद करें इसके बाद प्रत्येक कार्य मे उलझने बढ़ने से अधूरे रह सकते है। कार्य क्षेत्र पर किसी से विवाद होगा सहकर्मियों से भी मनमुटाव के कारण कार्य मे व्यापारिक लाभ विलम्ब होगा। घरेलू वातावरण भी आज अस्त-व्यस्त ही रहेगा। आपकी बात आज कोई भी जल्दी से नही सुनेगा जिससे क्रोध में भरे रहेंगे। सेहत भी कुछ खास ठीक नही रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी) – आज दिन के आरंभ में सेहत संबंधित समस्या रहेगी काम करने में उत्साह नही रहेगा घर के सदस्यों से किसी कारण ताने सुनने पड़ेंगे। लेकिन मध्यान के बाद स्थिति में सुधार आएगा विरोध करने वालो को अपनी गलती का अहसास होगा। परन्तु कार्य क्षेत्र पर आज अनमने मन से ही कार्य करेंगे। धन लाभ अल्प मात्रा में एवं आवश्यकता के समय नही होगा जिससे कार्य बाधित हो सकते है। संध्या के आस-पास अपने बुद्धि विवेक से कुछ रुके काम बना लेंगे जिससे निकट भविष्य में आय की संभावना बनेगी। अधिकारी एव परिजनों से आज सतर्क रहें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) – आज दिन के पूर्वार्ध में आप कार्यो को लेकर आलस्य दिखाएंगे परन्तु इसके बाद का समय पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। व्यवसायी वर्ग नगद व्यवहार को अधिक महत्त्व देंगे जिससे आर्थिक आयोजनों में स्पष्टता रहने के साथ ही ज्यादा मगजमारी नही करनी पड़ेगी। परिवार मे किसी बाहरी व्यक्ति के दखल देने से आपसी विश्वास की कमी रह सकती है। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) – आज के दिन आपकी महात्त्वकांक्षाये बढ़ चढ़ कर रहेंगी दिखावे की प्रवृति रहने के कारण अन्य लोगो को अपने आगे तुच्छ मानेंगे जिससे स्नेहीजन आपसे दूरी बना कर रहेंगे। कार्य व्यवसाय में मनमानी एवं जल्दबाजी करने से हानि हो सकती है। आर्थिक रूप से दिन उठापटक वाला रहेगा। अचानक व्यापारिक लाभ लाभ होता दिखाई देगा अगले पल निराशा मिलेगी लेकिन फिर भी मध्यान के बाद कही से अकस्मात लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक सदस्य आज आपके स्वभाव से परेशान होने की जगह मजाक में लेंगे। सेहत थोड़ी गड़बड़ रहेगी।

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