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हालांकि, चालू वर्ष भारत के निर्यात के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.

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व्यापार घाटा (Vyapar ghata ) मीनिंग : Meaning of व्यापार घाटा in English - Definition and Translation

  1. ShabdKhoj
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व्यापार घाटा MEANING IN ENGLISH - EXACT MATCHES

उदाहरण : वर्ष 2008-09 के दौरान व्यापार घाटा बढ़ा। वर्ष 2007-08 के 356449 करोड़ की तुलना में यह 538568 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।

Usage : The Trade deficit during 2008 - 09 increased to Rs. (-) 538568 crore as against Rs. (-) 356449 crore during 2007 - 08.

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Indian Export: देश के निर्यात में मामूली बढ़त, पर व्यापार घाटा बढ़कर दोगुने से ज्यादा हुआ

सांकेतिक तस्वीर।

अगस्त महीने में भारत के निर्यात में मामूली बढ़त दर्ज की गई है। इस महीने में निर्यात 1.62% बढ़कर 33.92 व्यापार घाटा अरब डॉलर हो गया है। इस दौरान देश का व्यापार घाटा दोगुने से ज्यादा बढ़कर 27.98 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया है। बता दें कि अगस्त 2021 में व्यापार घाटा 11.71 अरब डॉलर रहा था। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में इस बात की पुष्टि की गई है। भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से बुधवार (14 सितंबर) को इससे जुड़े आंकड़े जारी किए गए।

इन आंकड़ों के अनुसार अगस्त में देश का आयात 37.28 फीसदी बढ़कर 61.9 अरब डॉलर हो गया। चालू वित्तीय 2022-23 के व्यापार घाटा अप्रैल से अगस्त महीनों के दौरान देश के निर्यात में 17.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 193.51 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुंच गया। वहीं इन पांच महीनों की अवधि में आयात 45.74 प्रतिशत बढ़कर 318 अरब डॉलर हो गया। चालू व्यापार घाटा वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 124.52 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 53.78 अरब डॉलर था।

विस्तार

अगस्त महीने में भारत के निर्यात में मामूली बढ़त दर्ज की गई है। इस महीने में निर्यात 1.62% बढ़कर 33.92 अरब डॉलर हो गया है। इस दौरान देश का व्यापार घाटा दोगुने से ज्यादा बढ़कर 27.98 अरब अमेरिकी डॉलर पर व्यापार घाटा पहुंच गया है। बता दें कि अगस्त 2021 में व्यापार घाटा 11.71 अरब डॉलर रहा था। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में इस बात की पुष्टि की गई है। भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से बुधवार (14 सितंबर) को इससे जुड़े आंकड़े जारी किए गए।

आयात-निर्यात

इन आंकड़ों के अनुसार अगस्त में देश का आयात 37.28 फीसदी बढ़कर 61.9 अरब डॉलर हो गया। चालू वित्तीय 2022-23 के अप्रैल से अगस्त महीनों के दौरान देश के निर्यात में 17.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 193.51 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुंच गया। वहीं इन पांच महीनों की अवधि में आयात 45.74 प्रतिशत बढ़कर 318 अरब डॉलर हो गया। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 124.52 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 53.78 अरब डॉलर था।

व्यापार घाटा अगस्त में बढ़कर 28.68 अरब डॉलर पहुंचा, इंपोर्ट में 37% का इजाफा

व्यापार घाटा अगस्त में बढ़कर 28.68 अरब डॉलर पहुंचा, इंपोर्ट में 37% का इजाफा

देश का व्यापार घाटा (ट्रेड डेफिसिट) इस साल अगस्त में बढ़कर 28.68 अरब डॉलर पहुंच गया है। यह बात सरकारी डेटा में कही गई है। वहीं, अगस्त 2022 में आयात (इंपोर्ट) 37 पर्सेंट बढ़ा है। जबकि, अगस्त में एक्सपोर्ट फ्लैट रहा है। पिछले साल अगस्त के मुकाबले देश का व्यापार घाटा दोगुना से ज्यादा बढ़ गया है। पिछले साल अगस्त में व्यापार घाटा 11.71 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष के आखिर तक एक्सपोर्ट के 450 अरब डॉलर पार करने की उम्मीद है।

इंपोर्ट 37 पर्सेंट बढ़कर 61.68 अरब डॉलर पहुंचा
अगस्त 2022 में देश का इंपोर्ट 37 पर्सेंट बढ़कर 61.68 अरब डॉलर पहुंच गया है। वहीं, एक्सपोर्ट 33 अरब डॉलर पर फ्लैट रहा है। अगर सेक्टर-वाइज परफॉर्मेंस की बात करें तो अगस्त 2022 में ऑयल इंपोर्ट 86.44 पर्सेंट बढ़कर 17.6 बिलियन डॉलर रहा। वहीं, गोल्ड इंपोर्ट 47.54 पर्सेंट घटकर 3.51 अरब डॉलर रहा। महीने दर महीने (मंथ-ऑन-मंथ) आधार पर भारत का ट्रेड डेफिसिट 4.4 पर्सेंट घटा है। इस साल जुलाई में ट्रेड डेफिसिट 28.7 अरब व्यापार घाटा डॉलर था।

अगस्त में निर्यात में 1.62 प्रतिशत बढ़ा, व्यापार घाटा दोगुना से अधिक होकर 27.98 अरब डॉलर पर

Published Date: September 14, व्यापार घाटा 2022 4:39 PM IST

अगस्त में निर्यात में 1.62 प्रतिशत बढ़ा, व्यापार घाटा दोगुना से अधिक होकर 27.98 अरब डॉलर पर

भारत का निर्यात अगस्त में मामूली रूप से 1.62 प्रतिशत बढ़कर 33.92 अरब डॉलर हो गया. इस दौरान व्यापार घाटा दोगुने से अधिक होकर 27.98 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी.

अगस्त, 2021 में व्यापार घाटा 11.71 अरब डॉलर था. इस साल अगस्त में आयात 37.28 प्रतिशत बढ़कर 61.9 अरब डॉलर रहा.

अप्रैल-अगस्त 2022-23 के दौरान निर्यात में 17.68 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 193.51 अरब डॉलर रहा. चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में आयात 45.74 प्रतिशत बढ़कर 318 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया.

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चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 124.52 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 53.78 अरब डॉलर था.

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वैश्विक मांग का कमजोर बने रहना

जुलाई के लिए बढ़ते व्यापार घाटे के पीछे एक अन्य प्रमुख कारक ग्लोबल डिमांड का कमजोर होना है, जो अब निर्यात के आंकड़ों में नजर आ रहा है. उधर आयात मांग सामान्य बनी हुई है, जो मजबूत घरेलू मांग के साथ-साथ निरंतर मूल्य दबावों को दर्शाती है.

ग्लोबल मार्किट रिसर्च फर्म नोमुरा ने व्यापार घाटा भारत के व्यापार आंकड़ों के बाद जारी एक रिपोर्ट में कहा कि निर्यात में गिरावट पहले ही शुरू हो चुकी है और 2022 के बाकी महीनों में इसमें तेजी आएगी. यह संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरो क्षेत्र, यूनाइटेड किंगडम, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा, में मंदी की भविष्यवाणी करता है. जो आगे चलकर विश्व स्तर पर विकास में मंदी का कारण बनेगा.’

नोमुरा अर्थशास्त्री सोनल वर्मा और औरोदीप नंदी ने एक नोट में कहा, ‘वैश्विक विकास की संभावनाओं में तेज गिरावट आने वाले महीनों में निर्यात वृद्धि पर और असर डाल सकती है.’

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