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आप किसी स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण कैसे ढूंढते हैं?

आप किसी स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण कैसे ढूंढते हैं?
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए पांच से पंद्रह मिनट का टाइम फ्रेम बेस्ट चार्ट टाइम फ्रेम होता है।

Swing Trading क्या है - स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें?

Swing Trading क्या है? इसे कैसे करे? अगर आप भी यह जानना चाहते हैं। तो आज हम आपको इस लेख में swing trading के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने का प्रयास करुगा। आज अगर आप भी पार्ट टाइम ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो स्विंग ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

इसमें कमाएं गए छोटे छोटे प्रॉफिट आपको साल के अंत में एक अच्छा रिटर्न देता है। आयिये तो फिर पहले जानते हैं कि स्विंग ट्रेडिंग क्या होता है?

Swing Trading क्या है? - Swing Trading In Hindi

Swing Trading एक ऐसी ट्रेडिंग रणनीति है। जहा पर ट्रेडर्स शेयर को एक दिन से ज्यादा के लिए खरीदते हैं और थोड़े समय तक होल्ड करने के बाद बेच देते हैं। आप किसी स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण कैसे ढूंढते हैं? ट्रेडर्स शेयर को थोड़े दिनों तक इसी उम्मीद से होल्ड करते हैं ताकि उन्हें कुछ प्रॉफिट हो सके। आमतौर पर यह समय कुछ दिन या कुछ हफ्ते हो सकते हैं।

Swing Traders किसी भी स्टॉक का संभावित स्विंग का एक हिस्से को कैप्चर करने की कोशिश करता है। यानी मतलब यह हुआ कि एक स्विंग ट्रेडर बाजार या किसी भी स्टॉक के प्राइस का एक तरफा मूवमेंट को कैप्चर करने की कोशिश करता है। बाजार या स्टॉक का एक तरफा मूवमेंट को इसी उम्मीद से कैप्चर करने की कोशिश करता है कि उसे कुछ परसेंट का प्रॉफिट होगा। लेकिन अगर बाजार ठीक उसके उलट चला जाता है तो स्विंग ट्रेडर्स अपने नुकसान को बुक करने के बाद मार्केट से बाहर निकल जाता है। स्विंग ट्रेडिंग में हासिल किए गए छोटे छोटे मूवमेंट का लाभ वार्षिक में एक अच्छा रिटर्न बन जाता है।

एक अच्छा स्विंग ट्रेडर opportunity को ढूंढने के लिए टेक्निकल एनालिसिस और कभी कभी फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करता है। साथ ही चार्ट के माध्यम से market trend और patterns का विश्लेषण करता है।

Swing Trading कैसे काम करती है?

Swing Trader किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले मार्केट का ट्रेंड, शेयर कि कीमत में उतार-चढ़ाव, ट्रेडिंग चार्ट में बनने वाले पैटर्न का विश्लेषण करता है। आमतौर पर swing traders लार्ज-कैप शेयरों यानी कि उन शेयरों पर विश्लेषण करते हैं जिसमें ट्रेडिंग अधिक होती है।

अन्य प्रकार के ट्रेडिंग से ज्यादा swing trading में risk ज्यादा होता है। इसमें आमतौर से gap risk शामिल होता है। यदि मार्केट के बंद होने के बाद कोई अच्छी खबर आती हैं तो स्टॉक के प्राइस मार्केट खुलने के बाद अचानक बढ़ जाते हैं। ठीक इसका उल्टा भी हो सकता है। मार्केट के बंद होने के बाद कोई बुरी खबर आती हैं। तो मार्केट खुलने के बाद स्टॉक के प्राइस में भारी गैप डाउन देखने को मिलता हैं। इस तरह के रिस्क को overnight risk कहा जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे क्या है? - Advantages Of Swing Trading In Hindi

अन्य ट्रेडिंग प्रकार की तरह swing trading के भी कुछ फायदे और नुकसान होते है। आइए पहले स्विंग ट्रेडिंग के advantages जानते हैं।

1. स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को कुछ दिनों या कुछ हफ्ते तक होल्ड किया जाता है। इसलिए Intraday के मुकाबले लाइव मार्केट में ज्यादा समय रहने की जरूरत नहीं होती है।

2. Swing Trading, ट्रेडर्स को बाजार के sideways होने पर एक अच्छा रिटर्न देता है।

3. स्विंग ट्रेडिंग उन लोगो के लिए सबसे अच्छा है जो जॉब या बिज़नेस करते हैं। यानी कि स्विंग ट्रेडिंग को पार्ट टाइम किया जा सकता है।

4. Intraday के मुकाबले, स्विंग ट्रेडिंग में स्ट्रेस लेवेल कम होता है।

5. स्विंग ट्रेडिंग में छोटे छोटे रिटर्न्स वार्षिक में एक अच्छा रिटर्न बन जाता है।

6. Intraday के मुकाबले स्विंग ट्रेडिंग आसान होती हैं। आपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए।

7. स्विंग ट्रेडिंग में डे ट्रेडिंग के मुकाबले कम noisy होता है।

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है? - Disadvantages Of Swing Trading In Hindi

1. स्विंग ट्रेडिंग में overnight और वीकेंड रिस्क शामिल रहेता है।

2. मार्केट का अगर किसी तरह से अचानक ट्रेंड बदल जाता है तो यहां काफी नुकसान हो सकता है।

3. स्विंग ट्रेडिंग में गैप रिस्क शामिल रहता है।

4. डे ट्रेडिंग के मुकाबले स्विंग ट्रेडिंग में रिटर्न्स कम मिलता है।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी क्या है? - Swing Trading Strategy In Hindi

अभी तक आपने स्विंग ट्रेडिंग के बारे में बारीकी से अध्ययन किया है। अब हम आपको swing trading के को कैसे किया जाता है इसे करने के लिए कौन कौन सी strategy को आप सीख सकते हैं। इसके बारे में जानकारी दूंगा। तो फिर आइए जानते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्ट्रेटजी बनाने के लिए ट्रेडर्स कई प्रकार के इंडिकेटर्स और चार्ट पैटर्न का इस्तेमाल करते हैं। उनमें से कुछ पॉपुलर चार्ट पैटर्न और इंडिकेटर के बारे में नीचे बताया गया है।

Chart Patterns

  • Head & Shoulder Patterns
  • Cup & Handle Patterns
  • Candlestick Patterns
  • Triangle Patterns
  • Double Top & Double Bottom Patterns
  • Flag Patterns
  • Triple Top & Triple Bottom Patterns

Indicators

  • Simple Moving Average
  • Exponential Moving Average
  • Bollinger Band
  • RSI (Relative Strength Index)
  • MACD (Moving Average Convergence Divergence)
  • Moving Average Crossover
  • Pivot Support & Resistance
  • Fibonacci Retracement
  • VWAP (Volume Weighted Average Price)
  • Stochastics
  • SuperTrend

Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है?

1. Swing Trading में अधिक फायदा या नुकसान होने की संभावना रहती है। यह स्ट्रेटजी स्विंग ट्रेडर्स को intraday में होने वाले उथल पुथल से दूर रखती है।

2. स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी ट्रेडर्स का बढ़े ट्रेड पर ध्यान केंद्रित करती है।

3. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी आपको बाजार में एंट्री और पोजिशन को square off करने का सही समय बताने की कोशिश करता है।

4. टेक्निकल पर आधारित होने के कारण आप स्पष्ट निर्णय ले सकते हैं।

निष्कर्ष

Swing Traders बाजार में अलग अलग तरीकों की स्ट्रेटेजी का प्रयोग करते हैं। यह सभी बताए गए चार्ट पैटर्न और इंडिकेटर्स आपको अपनी खुद की भी स्ट्रेटेजी बनाने में मदद करेगी। आप चाहे तो दो या इसे अधिक इंडिकेटर्स को मिलाकर एक स्ट्रॉन्ग स्ट्रेटेजी बना सकते हैं। अंत में यह याद रखना कि कोई भी स्ट्रेटेजी आपको 100% एक्यूरेट रिजल्ट नहीं दे सकता है। मेरे द्वारा लिखी गई यह पोस्ट सिर्फ आपको Swing trading kya hai? के बारे में विस्तार से जानकारी देने कि कोशिश की गई है। उम्मीद करता हूं कि यह पोस्ट आपको कुछ इंफॉर्मेशन जानकारी दे पाई होगी।

मूल्य कार्रवाई परिभाषा

मूल्य कार्रवाई समय के साथ प्लॉट की गई सुरक्षा की कीमत का आंदोलन है। मूल्य कार्रवाई स्टॉक, कमोडिटी या अन्य परिसंपत्ति चार्ट के सभी तकनीकी विश्लेषण के लिए आधार बनाती है। कई अल्पकालिक व्यापारी मूल्य कार्रवाई पर विशेष रूप से भरोसा करते हैं और ट्रेडिंग निर्णय लेने के लिए इससे तैयार किए गए स्वरूप और रुझान। एक अभ्यास के रूप में तकनीकी विश्लेषण मूल्य कार्रवाई का एक व्युत्पन्न है क्योंकि यह गणना में पिछले मूल्यों का उपयोग करता है जिसका उपयोग व्यापारिक निर्णयों को सूचित करने के लिए किया जा सकता है।

चाबी छीन लेना

  • मूल्य कार्रवाई आम तौर पर एक सुरक्षा की कीमत के ऊपर और नीचे आंदोलन को संदर्भित करती है जब यह समय के साथ साजिश रची जाती है।
  • व्यापारियों के लिए मूल्य कार्रवाई के रुझानों को अधिक स्पष्ट करने के लिए एक चार्ट पर विभिन्न लुक लागू किए जा सकते हैं।
  • तकनीकी विश्लेषण प्रारूप और चार्ट पैटर्न मूल्य कार्रवाई से प्राप्त होते हैं। मूविंग एवरेज जैसे तकनीकी विश्लेषण उपकरण की कीमत कार्रवाई से गणना की जाती है और भविष्य में ट्रेडों को सूचित करने का अनुमान लगाया जाता है।

मूल्य कार्रवाई आपको क्या बताती है?

मूल्य कार्रवाई को उन चार्टों का उपयोग करके देखा और व्याख्या किया जा सकता है जो समय के साथ कीमतों की साजिश करते हैं। ट्रेडर्स ट्रेंड, ब्रेकआउट और रिवर्सल की व्याख्या और व्याख्या करने की अपनी क्षमता में सुधार करने के लिए विभिन्न चार्ट रचनाओं का उपयोग करते हैं। कई व्यापारी कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करते हैं क्योंकि वे अप या डाउन सत्रों के संदर्भ में खुले, उच्च, निम्न और करीबी मूल्यों को प्रदर्शित करके बेहतर मूल्य आंदोलनों की मदद करते हैं।

कैंडलस्टिक पैटर्न जैसे कि हरामी क्रॉस, एनग्लिफ़िंग पैटर्न और तीन श्वेत सैनिक, नेत्रहीन मूल्य कार्रवाई के सभी उदाहरण हैं। कई और कैंडलस्टिक फॉर्मेशन हैं जो कि आगे आने वाली एक उम्मीद को स्थापित करने के लिए मूल्य कार्रवाई से उत्पन्न होते हैं। ये समान रूप बिंदु और आकृति चार्ट, बॉक्स चार्ट, बॉक्स प्लॉट और इतने पर सहित अन्य प्रकार के चार्ट पर लागू हो सकते हैं।

चार्ट पर दृश्य संरचनाओं के अलावा, कई तकनीकी विश्लेषक तकनीकी संकेतकों की गणना करते समय मूल्य कार्रवाई डेटा का उपयोग करते हैं। लक्ष्य कीमत के कभी-कभी बेतरतीब आंदोलन में आदेश ढूंढना है। उदाहरण के लिए, मूल्य एक्शन चार्ट के ट्रेंडलाइन को लागू करके एक आरोही त्रिकोण पैटर्न का उपयोग संभावित ब्रेकआउट की भविष्यवाणी करने के लिए किया जा सकता है क्योंकि मूल्य कार्रवाई इंगित करती है कि बैल ने कई मौकों पर ब्रेकआउट का प्रयास किया है और हर बार गति प्राप्त की है।

मूल्य कार्रवाई का उपयोग कैसे करें

मूल्य कार्रवाई को आम तौर पर एक संकेतक की तरह एक व्यापारिक उपकरण के रूप में नहीं देखा जाता है, बल्कि डेटा स्रोत से दूर होता है, जो सभी उपकरण निर्मित होते हैं। स्विंग ट्रेडर्स और ट्रेंड ट्रेडर्स मूल्य कार्रवाई के साथ सबसे अधिक निकटता से काम करते हैं, ब्रेकआउट और समेकन की भविष्यवाणी करने के लिए समर्थन और प्रतिरोध स्तरों पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करने के पक्ष में किसी भी मौलिक विश्लेषण से बचते हैं । यहां तक ​​कि इन व्यापारियों को वर्तमान मूल्य से परे अतिरिक्त कारकों पर कुछ ध्यान देना चाहिए, क्योंकि व्यापार की मात्रा और स्तरों को स्थापित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले समय की अवधि का उनकी व्याख्याओं की सटीक होने पर सभी पर प्रभाव पड़ता है।

मूल्य कार्रवाई की सीमाएं

मूल्य कार्रवाई की व्याख्या करना बहुत व्यक्तिपरक है। दो व्यापारियों के लिए समान मूल्य कार्रवाई का विश्लेषण करते समय विभिन्न निष्कर्षों पर पहुंचना आम है। एक व्यापारी को मंदी का सामना करना पड़ सकता है और दूसरा यह मान सकता है कि मूल्य कार्रवाई एक संभावित निकटवर्ती बदलाव को दर्शाती है । बेशक, उपयोग की जा रही समयावधि का भी व्यापारियों पर एक बड़ा प्रभाव पड़ता है, जो स्टॉक के रूप में देखते हैं, महीने के दौरान एक महीने में बनाए रखने के दौरान कई इंट्रा डे डाउनट्रेंड हो सकते हैं। याद रखने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी समय के पैमाने पर मूल्य कार्रवाई का उपयोग करके किए गए व्यापारिक पूर्वानुमान सट्टा हैं। इसकी पुष्टि के लिए आप अपने ट्रेडिंग पूर्वानुमान पर जितने अधिक उपकरण लगा सकते हैं, उतना ही बेहतर होगा। अंत में, हालांकि, सुरक्षा की पिछली कीमत कार्रवाई भविष्य की कीमत की कार्रवाई की कोई गारंटी नहीं है। उच्च संभावना वाले ट्रेड अभी भी सट्टा व्यापार हैं, जिसका मतलब है कि व्यापारियों को संभावित पुरस्कारों तक पहुंच प्राप्त करने के लिए जोखिम उठाना पड़ता है।

इंट्राडे के लिये बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम | Best Trading Chart Time Frame In Hindi

बहुत से ट्रेडर्स को ये नही समझ मे आता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाईम फ्रेम कौन सा है ?

बहुत से नए ट्रेडर्स अक्सर इस उलझन में रहते हैं कि ट्रेडिंग के समय ऐसा कौन सा Best Trading Chart Time Frame प्रयोग किया जाए,

जिससे ट्रेडिंग में ज्यादा शुद्धता आ सके तथा नुकसान की संभावना को भी कम किया जा सके।

इस लेख में हमलोग इसी बात पर चर्चा करेंगे कि किस बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम का प्रयोग किया जाए जिससे ट्रेडिंग में ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

जैसा कि हम जानते हैं कि ट्रेडिंग तीन प्रकार से होती है –

पहली इंट्राडे ट्रेडिंग जिसमें हमे उसी दिन शेयर की खरीद – बिक्री करनी होती है, तथा उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले अपनी पोजिशन बन्द करनी होती है।

दूसरी स्विंग ट्रेडिंग जिसमे एक दिन से लेकर दस दिन तक की पोजिशन हो सकती है।

तीसरी पोर्टफोलियो बनाना जिसमे लंबे समय तक कभी – कभी कई वर्षों तक पोजीशन बरकरार रह सकती है।

आइए, अब देखते हैं कि इन सब प्रकार की ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम कौन सा है, और इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं ?

बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम ( Best Trading Chart Time Frame In Hindi )

जैसा कि ऊपर बताया गया है कि शेयर बाजार में भिन्न – भिन्न प्रकार से ट्रेडिंग की जाती है। और हर प्रकार की ट्रेडिंग में चार्ट भी अलग – अलग समयानुसार ही देखा जाता है।

वैसे तो चार्ट को अपनी सुविधा और अनुभव के आधार पर अलग – अलग समय चक्र के अनुसार देखा और समझ जाता है।

किन्तु नए Traders को Stock Market का ज्यादा अनुभव नही होता है इसलिए वो चार्ट को लेकर हमेशा दुविधा में रहते हैं।

भिन्न – भिन्न समय ढांचे में चार्ट को देखते रहने पर भी नए ट्रेडर को किसी भी Sock का कोई स्पष्ट रुझान या Trend समझ मे नही आता है।

वो ये समझ ही नही पाते हैं कि आखिर Best Trading Chart Time Frame है क्या ?

इस लेख में नए ट्रेडरों की इसी उलझन को सुलझाने का प्रयत्न किया जा रहा है कि किस प्रकार की ट्रेडिंग के लिए कौन सा बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम अच्छा होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम ( Best Trading Chart Time Frame For Intraday In Hindi )

किसी भी चार्ट में सबसे पहला एक मिनट का टाइम फ्रेम होता है जिसमे एक इंट्राडे ट्रेडर ब्रेकआउट ( Brakeout ) की स्थिति ढूंढने का प्रयास करता है।

परन्तु इसमे बहुत ज्यादा शुद्धता नही होती है क्योंकि एक मिनट मे बनने वाले चार्ट पैटर्न से केवल किसी स्टॉक की क्षणिक स्थिति ही पता चलती है इसलिए एक मिनट के टाइम फ्रेम आप किसी स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण कैसे ढूंढते हैं? पर ट्रेडिंग करना उचित नही होता है।

बेस्ट-ट्रेडिंग-चार्ट-टाइम-फ्रेम

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए पांच से पंद्रह मिनट का टाइम फ्रेम बेस्ट चार्ट टाइम फ्रेम होता है।

बहुत सारे ट्रेडर पांच मिनट का टाइम फ्रेम प्रयोग करते हैं तथा बाजार के क्षणिक उतार – चढ़ाव से ही अपना प्रॉफिट बनाने का प्रयास करते हैं।

जो अनुभवी ट्रेडर होते हैं वो अतिशीघ्र ही विश्लेषण करके अनुमान लगा लेते हैं कि अगले 5 या 10 मिनट मे इस स्टॉक की क्या चाल होगी।

परन्तु नए ट्रेडरों के लिए इतनी जल्दी सटीक अनुमान लगा पाना काफी कठिन होता है, क्योंकि पांच मिनट के टाइम फ्रेम में मार्केट में जितनी शीघ्रता से घुसना होता है उतनी ही शीघ्रता से बाहर भी निकलना होता है।

अनुभवी ट्रेडरों के लिए तो ये सब करना बहुत आसान होता है परन्तु नए ट्रेडरों के लिए इतनी शीघ्रता से निर्णय लेना आसान नही होता है।

अतः नए ट्रेडर को शुरुआत में पांच मिनट के टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करने से बचना चाहिये ये उनके लिए घातक हो सकता है।

हाँ जब ट्रेडिंग का अनुभव आ जाये तब वो आराम से पांच मिनट के टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करके प्रॉफिट बना सकते हैं।

चूंकि यहाँ इंट्राडे ट्रेडिंग की बात हो रही है तो इंट्राडे के लिए दस या पन्द्रह मिनट का टाइम फ्रेम आदर्श टाइम फ्रेम होता है इन टाइम फ्रेम में जो संकेत मिलते हैं वह ज्यादा विश्वशनीय होते हैं ।

क्योंकि दस या पन्द्रह मिनट में स्टॉक के ट्रेंड में स्थिरता होती है जो अगले पन्द्रह या बीस मिनट तक बनी रह सकती है।

नए ट्रेडर के लिए यही बेस्ट चार्ट टाइम फ्रेम होता है और इन्हीं टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करना ज्यादा उचित होता है।

दोस्तों, टाइम फ्रेम इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम ट्रेडिंग को कितना समय दे पाते हैं ?

यदि हम सारा दिन अपने कंप्यूटर स्क्रीन को नही देख पाते हैं बल्कि बीच – बीच मे ही कुछ देर के लिए देखते हैं, तो हमारे लिए बड़े टाइम फ्रेम यानी दस से पन्द्रह मिनट के टाइम फ्रेम पर ट्रेडिंग करना ही ज्यादा बेहतर होता है।

लेकिन अगर आप एक फुल टाइम ट्रेडर हैं और पूरा दिन अपने कंप्यूटर स्क्रीन के सामने ही रहते हैं तो आप छोटे टाइम फ्रेम पर भी अच्छी ट्रेडिंग कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading ) के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम

यदि हम स्विंग ट्रेडिंग करते हैं तो इसके लिए आधे घण्टे या एक घण्टे के टाइम फ्रेम का प्रयोग कर सकते हैं।

बहुत से इंट्राडे ट्रेडर भी आधे घंटे के टाइम फ्रेम को देखते हैं, क्योंकि चार्ट टाइम फ्रेम जितना बड़ा होगा उसके संकेत भी उतने ही सटीक होंगे।

किसी स्टॉक का सही ट्रेंड बड़े टाइम फ्रेम से ही सटीक पता चलता है। जो Trend आपको बड़े टाइम फ्रेम में दिखेगा वही Trend छोटे चार्ट टाइम फ्रेम में भी होगा।

उदाहरण के लिए यदि आधे घण्टे के टाइम फ्रेम में कोई स्टॉक तेजी दर्शा रहा है तो पांच मिनट के टाइम फ्रेम में भी वो तेजी ही दिखाएगा।

पोर्टफोलियो (Portfolio) के लिए बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम

जब लॉंग टर्म के लिए ट्रेडिंग की जाती है तो डेली ( Daily) या साप्ताहिक ( Weekly) चार्ट टाइम फ्रेम में विश्लेषण किया जाता है।

यदि लंबे समय तक निवेश के लिए कोई स्टॉक लेना हो तो मासिक और वार्षिक चार्ट टाइम फ्रेम भी देखा जाता है।

best-trading-chart-time-frame-hindi

परन्तु जब हम काफी लम्बे समय के लिए कोई स्टॉक खरीदते है तो वहाँ तकनीकी विश्लेषण के साथ – साथ फंडामेंटल ( Fundamental) की भी जांच की जाती है,

इसके अतिरिक्त कम्पनी की बैलेंसशीट ( Balance sheet), Turnover तथा अन्य कई चीजों का भी गहनता से परीक्षण किया जाता है।

निष्कर्ष ( The Conclusion )

उम्मीद है कि अब आपको कुछ Idea हो गया होगा कि किस तरह की Trading के लिए कौन सा चार्ट टाइम फ्रेम Best Trading Chart Time Frame है।

जहाँ तक इंट्राडे ट्रेडिंग की बात है तो सबसे सुरक्षित ये है कि आप आधे घंटे या एक घंटे के टाइम फ्रेम में स्टॉक की चाल को समझें,

और दस या पन्द्रह मिनट के टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करें साथ ही साथ अपने ट्रेडिंग नियम और अनुशासन का पालन अवश्य करें।

शुरुआत में आपको सभी बेस्ट ट्रेडिंग चार्ट टाइम फ्रेम में ट्रेडिंग करने थोड़ी – बहुत समस्या आ सकती है,

लेकिन जब आपको चार्ट देखने और प्राइस एक्शन ( Price Action) को समझने का अनुभव हो जाएगा तो फिर आप किसी भी टाइम फ्रेम पर आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं और आसानी से पैसा भी बना सकते हैं।

इस लेख Best Trading Chart Time Frame In Hindi से संबंधित अपनी राय अथवा सुझाव कमेंट के माध्यम से हमे जरूर बताएं ।

Swing Trading क्या है - स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें?

Swing Trading क्या है? इसे कैसे करे? अगर आप भी यह जानना चाहते हैं। तो आज हम आपको इस लेख में swing trading के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने का प्रयास करुगा। आज अगर आप भी पार्ट टाइम ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो स्विंग ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

इसमें कमाएं गए छोटे छोटे प्रॉफिट आपको साल के अंत में एक अच्छा रिटर्न देता है। आयिये तो फिर पहले जानते हैं कि स्विंग ट्रेडिंग क्या होता है?

Swing Trading क्या है? - Swing Trading In Hindi

Swing Trading एक ऐसी ट्रेडिंग रणनीति है। जहा पर ट्रेडर्स शेयर को आप किसी स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण कैसे ढूंढते हैं? एक दिन से ज्यादा के लिए खरीदते हैं और थोड़े समय तक होल्ड करने के बाद बेच देते हैं। ट्रेडर्स शेयर को थोड़े दिनों तक इसी उम्मीद से होल्ड करते हैं ताकि उन्हें कुछ प्रॉफिट हो सके। आमतौर पर यह समय कुछ दिन या कुछ हफ्ते हो सकते हैं।

Swing Traders किसी भी स्टॉक का संभावित स्विंग का एक हिस्से को कैप्चर करने की कोशिश करता है। यानी मतलब यह हुआ कि एक स्विंग ट्रेडर बाजार या किसी भी स्टॉक के प्राइस का एक तरफा मूवमेंट को कैप्चर करने की कोशिश करता है। बाजार या स्टॉक का एक तरफा मूवमेंट को इसी उम्मीद से कैप्चर करने की कोशिश करता है कि उसे कुछ परसेंट का प्रॉफिट होगा। लेकिन अगर बाजार ठीक उसके उलट चला जाता है तो स्विंग ट्रेडर्स अपने नुकसान को बुक करने के बाद मार्केट से बाहर निकल जाता है। स्विंग ट्रेडिंग में हासिल किए गए छोटे छोटे मूवमेंट का लाभ वार्षिक में एक अच्छा रिटर्न बन जाता है।

एक अच्छा स्विंग ट्रेडर opportunity को ढूंढने के लिए टेक्निकल एनालिसिस और कभी कभी फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करता है। साथ ही चार्ट के माध्यम से market trend और patterns का विश्लेषण करता है।

Swing Trading कैसे काम करती है?

Swing Trader किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले मार्केट का ट्रेंड, शेयर कि कीमत में उतार-चढ़ाव, ट्रेडिंग चार्ट में बनने वाले पैटर्न का विश्लेषण करता है। आमतौर पर swing traders लार्ज-कैप शेयरों यानी कि उन शेयरों पर विश्लेषण करते हैं जिसमें ट्रेडिंग अधिक होती है।

अन्य प्रकार के ट्रेडिंग से ज्यादा swing trading में risk ज्यादा होता है। इसमें आमतौर से gap risk शामिल होता है। यदि मार्केट के बंद होने के बाद कोई अच्छी खबर आती हैं तो स्टॉक के प्राइस मार्केट खुलने के बाद अचानक बढ़ जाते हैं। ठीक इसका उल्टा भी हो सकता है। मार्केट के बंद होने के बाद कोई बुरी खबर आती हैं। तो मार्केट खुलने के बाद स्टॉक के प्राइस में भारी गैप डाउन देखने को मिलता हैं। इस तरह के रिस्क को overnight risk कहा जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे क्या है? - Advantages Of Swing Trading In Hindi

अन्य ट्रेडिंग प्रकार की तरह swing trading के भी कुछ फायदे और नुकसान होते है। आइए पहले स्विंग ट्रेडिंग के advantages जानते हैं।

1. स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को कुछ दिनों या कुछ हफ्ते तक होल्ड किया जाता है। इसलिए Intraday के मुकाबले लाइव मार्केट में ज्यादा समय रहने की जरूरत नहीं होती है।

2. Swing Trading, ट्रेडर्स को बाजार के sideways होने पर एक अच्छा रिटर्न देता है।

3. स्विंग ट्रेडिंग उन लोगो के लिए सबसे अच्छा है जो जॉब या बिज़नेस करते हैं। यानी कि स्विंग ट्रेडिंग को पार्ट टाइम किया जा सकता है।

4. Intraday के मुकाबले, स्विंग ट्रेडिंग में स्ट्रेस लेवेल कम होता है।

5. स्विंग ट्रेडिंग में छोटे छोटे रिटर्न्स वार्षिक में एक अच्छा रिटर्न बन जाता है।

6. Intraday के मुकाबले स्विंग ट्रेडिंग आसान होती हैं। आपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए।

7. स्विंग ट्रेडिंग में डे ट्रेडिंग के मुकाबले कम noisy होता है।

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है? - Disadvantages Of Swing Trading In Hindi

1. स्विंग ट्रेडिंग में overnight और वीकेंड रिस्क शामिल रहेता है।

2. मार्केट का अगर किसी तरह से अचानक ट्रेंड बदल जाता है तो यहां काफी नुकसान हो सकता है।

3. स्विंग ट्रेडिंग में गैप रिस्क शामिल रहता है।

4. डे ट्रेडिंग के मुकाबले स्विंग ट्रेडिंग में रिटर्न्स कम मिलता है।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी क्या है? - Swing Trading Strategy In Hindi

अभी तक आपने स्विंग ट्रेडिंग के बारे में बारीकी से अध्ययन किया है। अब हम आपको swing trading के को कैसे किया जाता है इसे करने के लिए कौन कौन सी strategy को आप सीख सकते हैं। इसके बारे में जानकारी दूंगा। तो फिर आइए जानते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्ट्रेटजी बनाने के लिए ट्रेडर्स कई प्रकार के इंडिकेटर्स और चार्ट पैटर्न का इस्तेमाल करते हैं। उनमें से कुछ पॉपुलर चार्ट पैटर्न और इंडिकेटर के बारे में नीचे बताया गया है।

Chart Patterns

  • Head & Shoulder Patterns
  • Cup & Handle Patterns
  • Candlestick Patterns
  • Triangle Patterns
  • Double Top & Double Bottom Patterns
  • Flag Patterns
  • Triple Top & Triple Bottom Patterns

Indicators

  • Simple Moving Average
  • Exponential Moving Average
  • Bollinger Band
  • RSI (Relative Strength Index)
  • MACD (Moving Average Convergence Divergence)
  • Moving Average Crossover
  • Pivot Support & Resistance
  • Fibonacci Retracement
  • VWAP (Volume Weighted Average Price)
  • Stochastics
  • SuperTrend

Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है?

1. Swing Trading में अधिक फायदा या नुकसान होने की संभावना रहती है। यह स्ट्रेटजी स्विंग ट्रेडर्स को intraday में होने वाले उथल पुथल से दूर रखती है।

2. स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी ट्रेडर्स का बढ़े ट्रेड पर ध्यान केंद्रित करती है।

3. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी आपको बाजार में एंट्री और पोजिशन को square off करने का सही समय बताने की कोशिश करता है।

4. टेक्निकल पर आधारित होने के कारण आप स्पष्ट निर्णय ले सकते हैं।

निष्कर्ष

Swing Traders बाजार में अलग अलग तरीकों की स्ट्रेटेजी का प्रयोग करते हैं। यह सभी बताए गए चार्ट पैटर्न और इंडिकेटर्स आपको अपनी खुद की भी स्ट्रेटेजी बनाने में मदद करेगी। आप चाहे तो दो या इसे अधिक इंडिकेटर्स को मिलाकर एक स्ट्रॉन्ग स्ट्रेटेजी बना सकते हैं। अंत में यह याद रखना कि कोई भी स्ट्रेटेजी आपको 100% एक्यूरेट रिजल्ट नहीं दे सकता है। मेरे द्वारा लिखी गई यह पोस्ट सिर्फ आपको Swing trading kya hai? के बारे में विस्तार से जानकारी देने कि कोशिश की गई है। उम्मीद करता हूं कि यह पोस्ट आपको कुछ इंफॉर्मेशन जानकारी दे पाई होगी।

शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए ? 5 Tips in HINDI

वैसे तो जितने भी हमारे शेयर मार्केट के इन्वेस्टर हैं या फिर पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं उनके दिमाग में एक विचार तो जरूर आता होगा शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए क्योंकि शेयर मार्केट के अंदर अच्छा खासा पैसा कमाने के लिए शेयर मार्केट की प्रॉपर नॉलेज होना बहुत ज्यादा जरूरी है

शेयर खरीदने के लिए स्टॉक ढूंढना निवेशकों के लिए एक सुखद और लाभदायक चीज हो सकता है। यह अत्यधिक लाभदायक भी हो सकता है यदि आप एक ऐसे स्टॉक को खरीदना बंद कर देते हैं जो मूल्य में सराहना करता है। दूसरी ओर, जब आप वास्तव में बाहर जाकर स्टॉक खरीदना चाहते हैं?

यहां आज इस ब्लॉग में पांच उपाय दिए गए हैं जो आपको यह पता लगाने में मदद करेंगे कि स्टॉक कब खरीदना है और कब बेचना है ताकि आपको उनसे लाभ का एक अच्छा मौका मिल सके।

शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए ? 5 Tips in HINDI

कुछ जरूरी बातें

  • जैसा कि कई चीजों के साथ होता है, बाजार में ट्रेडिंग और निवेश के मामले में समय ही सब कुछ है।
  • किसी स्टॉक को कब खरीदना है, इसका विश्लेषण करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन जब अच्छा हो तो इसमें शामिल होना आपके रिटर्न को बढ़ा सकता है।
  • यहां, हम कुछ सामान्य रणनीतियों के बारे में बता रहे हैं कि आपको एक विजेता को पकड़ने का सबसे अच्छा मौका देने के लिए स्टॉक कब खरीदना है।


शेयर कब खरीदना और बेचना चाहिए ?

आज की इस ब्लॉग पोस्ट में है हम आपको पांच ऐसे तरीके बताएंगे जिनसे आप यह पता लगा सकते हैं कि स्टाफ को कब खरीदना है और कब बेचना है

1.जब कोई स्टॉक बिक्री पर जाता है? ( शेयर कब खरीदे)

जब खरीदारी की बात आती है तो consumer हमेशा अच्छे सौदे की तलाश में रहते हैं। कम कीमतों ने ब्लैक फ्राइडे, साइबर मंडे और क्रिसमस के मौसम में products की भारी मांग को बढ़ावा दिया। जब इक्विटी बिक्री पर जाती है, हालांकि, निवेशकों को लगभग उतना उत्साहित नहीं लगता है। शेयर बाजार में झुंड की मानसिकता बनी रहती है, और जब कीमतें कम होती हैं तो निवेशक स्टॉक से दूर हो जाते हैं।

2008 की समाप्ति और 2009 की शुरुआत अत्यधिक निराशावाद के समय थे, लेकिन वे उन निवेशकों के लिए बहुत बड़े अवसर के क्षण भी थे, जिन्होंने सौदेबाजी की दरों पर कई इक्विटी खरीदे होंगे। ऐतिहासिक रूप से, सुधार या दुर्घटना के बाद की अवधि निवेशकों के लिए छूट पर खरीदारी करने का एक शानदार अवसर रही है।

निवेशक यह मूल्यांकन कर सकते हैं कि क्या स्टॉक की कीमतें "बिक्री पर" हैं और भविष्य में ऊपर चढ़ने की संभावना है यदि वे ओवरसोल्ड हैं। एक स्टॉक मूल्य लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक नहीं है। एक मूल्य सीमा स्थापित करना जिस पर आप स्टॉक खरीदेंगे एक बेहतर option है।

Analyst रिपोर्ट और आम सहमति मूल्य लक्ष्य, जो सभी Analyst की राय के औसत हैं, शुरू करने के लिए आदर्श स्थान हैं। ये आंकड़े अधिकांश वित्तीय वेबसाइटों पर पाए जा सकते हैं। मूल्य लक्ष्य सीमा के बिना स्टॉक कब खरीदना है, यह तय करने के लिए निवेशक संघर्ष करेंगे।

2.जब स्टॉक undervalued होता है | ( शेयर कब खरीदे)

Value लक्ष्य सीमा निर्धारित करते समय, बहुत सारी जानकारी की आवश्यकता होती है, जैसे कि यदि किसी कंपनी का मूल्यांकन कम किया गया है। कंपनी के भविष्य के विकास और लाभ की संभावनाओं का अनुमान लगाना overvaluation या devaluation की सीमा को मापने के लिए बेहतरीन तकनीकों में से एक है।

Discount cash flow (DCF) analysis एक महत्वपूर्ण मूल्यांकन तकनीक है जो कंपनी के भविष्य के अनुमानित नकदी प्रवाह को लेती है और स्वीकार जोखिम कारक का उपयोग करके उन्हें वर्तमान में वापस कर देती है। सैद्धांतिक मूल्य उद्देश्य इन सब्सिडी भविष्य के नकदी प्रवाह का कुल योग है। यदि मौजूदा स्टॉक की कीमत इस राशि से कम है, तो यह निश्चित रूप से एक अच्छा निवेश है।

किसी कंपनी की dividend increase को देखते हुए और Competitors की तुलना में स्टॉक की cost-to-income (P/E) गुणक की तुलना करना दो और Evaluation रणनीतियां हैं। अन्य Indicators, जैसे कि बिक्री की कीमत और नकदी प्रवाह की कीमत, एक निवेशक को यह निर्धारित करने में सहायता कर सकते हैं कि क्या कोई स्टॉक अपने प्रमुख प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम आंका गया है।

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3.जब आपने अपना गृहकार्य स्वयं कर लिया हो | ( शेयर कब खरीदे)

जबकि Analysts मूल्य लक्ष्य या financial समाचार पत्र सलाह पर भरोसा करना एक ठोस शुरुआत है, excellent निवेशक स्टॉक की जांच करते समय अपना खुद का शोध और उचित परिश्रम करते हैं।

किसी कंपनी की 1 साल की रिपोर्ट पढ़ना, उसकी सबसे recent समाचार पढ़ना, और उसके कुछ recent निवेशक या उद्योग व्यापार शो presentations को देखने के लिए ऑनलाइन जाना इस शोध के सभी उदाहरण हैं। यह सारी जानकारी निवेशक संबंधअनुभाग के तहत कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर पाई जा सकती है।

4. अपने Stock को Hold करके रखें | (शेयर कब खरीदे)

यदि आपने अपना होमवर्क कर लिया है, किसी स्टॉक के मूल्य उद्देश्य की खोज की है, और गणना की है कि क्या इसका मूल्यांकन नहीं किया गया है, तो यह उम्मीद न करें कि आपके द्वारा खरीदा गया स्टॉक जल्द ही Value में सुधार करेगा। सब्र की आवश्यकता है। किसी स्टॉक को अपने पूर्ण मूल्य तक पहुंचने में लंबा समय लग सकता है। अगले महीने या तिमाही के लिए कीमतों का अनुमान लगाने वाले Analysts का अनुमान है कि स्टॉक कितनी जल्दी value में बढ़ेगा।

Value लक्ष्य सीमा के करीब की सराहना करने में स्टॉक को कई साल लग सकते हैं। किसी शेयर को तीन से पांच साल के लिए रखना और भी बेहतर होगा, खासकर अगर आपको इसके स्टॉक बढ़ने पर भरोसा है।

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5. बिल्कुल नीचे से देखें अपने Stock को | (शेयर कब खरीदे)

पीटर लिंच, दिग्गज स्टॉक पिकर, invester को अपने स्थानीय शॉपिंग मॉल में अपने पसंदीदा व्यापारी जैसे परिचितों को खरीदने की सलाह देते हैं। आप दूसरे लोगों से ऑनलाइन शोध करके या अन्य निवेशकों से बात करके कंपनी के बारे में जान सकते हैं।

जब अन्य दिशानिर्देशों के साथ संयोजन में उपयोग किया जाता है, तो अपने सामान्य ज्ञान का उपयोग करते हुए कि क्या स्टॉक खरीदने का निर्णय लेने से सबसे अधिक फायदेमंद परिणाम मिल सकते हैं। यदि आप स्टॉक ट्रेडिंग या निवेश करना चाहते हैं तो आपको ब्रोकर की आवश्यकता होगी।

Conclusion

दोस्तों अगर आपको हमारी ब्लॉक को शेयर कब खरीदे अच्छी लगी हो तो इसे जरूरतमंद लोगों के पास जरूर शेयर करना अगर आप शेयर मार्केट क्रिप्टोकरंसी इंश्योरेंस के बारे में कुछ जानकारी लेना चाहते हैं तो हमारे ब्लॉक पोस्ट को जरूर पढ़ सकते हैं

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