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रणनीति एलियट की तीसरी लहर

रणनीति एलियट की तीसरी लहर
स्वास्थ्य विभाग की अपील
सीएमएचओ मीरा बघेल नें अपील की है कि रणनीति एलियट की तीसरी लहर कोरोना मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। मास्क लगाएं और 2 गज की दूरी का पालन जरूर करें। जिन लोगों ने अब तक वैक्सीनेशन नहीं करवाया है, वे भी वैक्सीनेशन अवश्य करवा लें।

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तीसरी लहर की आशंका, कैसा हो कोविड प्रबंधन? केंद्र ने राज्‍यों से कहा- पांच स्‍तरीय रणनीति पर करें काम

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तीसरी लहर की आशंका, कैसा हो कोविड प्रबंधन? केंद्र ने राज्‍यों से कहा- पांच स्‍तरीय रणनीति पर करें काम

तीसरी लहर की आशंका, कैसा हो कोविड प्रबंधन? केंद्र ने राज्‍यों से कहा- पांच स्‍तरीय रणनीति पर करें काम 

नई दिल्ली : केंद्र ने मंगलवार को राज्यों से प्रभावी कोविड​​​​-19 प्रबंधन के लिए पांच स्तरीय रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रतिबंधों में ढील देने की प्रक्रिया सावधानीपूर्वक तय की जानी चाहिए। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने जुलाई महीने के लिए कोविड-19 प्रबंधन पर सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को सलाह दी।

'सावधानीपूर्वक हो प्रतिबंधों में ढील'

उन्होंने कहा कि कई राज्यों ने कोरोना वायरस के उपचाराधीन मामलों की संख्या में कमी होने के साथ ही प्रतिबंधों में ढील देना शुरू कर दिया है। भल्ला ने कहा कि प्रतिबंधों में ढील देने की प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक तय की जानी चाहिए और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी सलाह के अनुरूप राज्यों द्वारा त्वरित और लक्षित कार्रवाई की जानी चाहिए।

पत्र में कहा गया है, 'राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को जिलों को प्रशासनिक इकाइयों के रूप में लेते हुए नियमित आधार पर मामले की सकारात्मकता और बिस्तरों की संख्या की निगरानी करनी चाहिए।' इसमें कहा गया है, 'मामले की संक्रमण दर में बढ़ोतरी और भरे हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ने के शुरुआती संकेत को देखते हुए रोकथाम उपाय और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।'

पांच स्तरीय रणनीति की सलाह

गृह सचिव ने कहा कि उच्च संक्रमण दर और अधिक संख्या में भरे हुए बिस्तर वाले जिलों रणनीति एलियट की तीसरी लहर के लिए राज्य प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच स्तरीय रणनीति यानि जांच-संक्रमितों का पता लगाने-इलाज-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन पर लगातार ध्यान देना चाहिए।'

भल्ला ने कहा कि जैसा कि गृह मंत्रालय के पिछले आदेशों और सलाह में जोर दिया गया है मामलों की संख्या में किसी भी वृद्धि से बचाव के लिए कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना महत्वपूर्ण है। गृह सचिव ने कहा कि प्रतिबंधों में ढील देते हुए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन में कोई कमी न हो।

उन्होंने कहा, 'इसलिए, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप जिलों और अन्य सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करें कि वे आवश्यक उपाय करें जिसका उल्लेख स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के प्रबंधन के लिए 28 जून के पत्र में किया गया है।'

कैसे निपटें तीसरी लहर से, आक्सीजन प्लांट में नहीं है आपरेटर

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परमानंद गोप, नोवामुंडी : दूसरी लहर खत्म होने के बाद अब कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। माना जा रहा है कि वायरस रणनीति एलियट की तीसरी लहर का नया वैरिएंट ओमिक्रोन बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। वैक्सीनेशन की दोनों डोज लेने के बाद इस खतरे को बहुत हद तक टाला जा सकता है। दो लहरों के बाद अब हर जगह इसके तीसरी लहर की बात होने लगी है। ऐसे में अब यह समझना बेहद जरूरी है कि हमारे सामने अब किस तरह की चुनौतियां होंगी। इससे निपटने की क्या रणनीति होनी चाहिए। इस बारे में नोवामुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. नरेंद्र सुंडी से बात करने पर बताया कि अगर सरकार की ओर से पहले ही जरूरी कदम नहीं उठाए गए होते तो शायद हमें दूसरी वेव बहुत पहले ही देखने को मिली होती है। लाकडाउन ने इस वायरस को नियंत्रित करने में बहुत मदद की थी। तीसरी लहर की चुनौती के लिए हम कितने तैयार हैं

Maharashtra CoronaVirus: महाराष्ट्र के सात जिले बने चिंता का क्षेत्र, क्या तीसरी लहर की है दस्तक.

Published: September 6, 2021 7:49 AM IST

India, COVID19, COVID-19, Coronavirus, death toll, Corona

Maharashtra CoronaVirus: महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. दूसरी लहर को झेल रहे राज्य में उद्धव सरकार अब तीसरी लहर को रोकने की कोशिशों में लगी है. रविवार को सरकार ने एक बैठक की जिसमें बताया गया कि महाराष्ट्र में 7 जिले चिंता का सबब बने हुए हैं, इन 7 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. इन राज्यों में पुणे, मुंबई, सांगली आदि जिले शामिल हैं. इसके साथ ही आने वाले कुछ ही दिनों में राज्य में गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाना शुरू हो जाएगा, जिसको लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की है.

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महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को हुई बैठक में पुणे सहित राज्य के सात पश्चिमी जिलों को “चिंता के क्षेत्र” बताया है और सरकार को डर है कि कोरोना के मामलों में जो उछाल देखने को मिल रहा है वह तीसरी लहर की दस्तक हो सकती है. पिछले 10 दिनों में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में कोई गिरावट नहीं देखी गई है; इसके बजाय, नए संक्रमणों में उछाल ही आया है. राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मुंबई में हुए सम्मेलन में यह जानकारी दी है.

कोरोना मामलों के डेटा से पता चला है कि भले ही पिछले कई हफ्तों से सभी जिलों में साप्ताहिक सकारात्मकता दर 5% से नीचे रही, लेकिन इस सप्ताह पुणे और अहमदनगर जैसे कुछ जिलों में यह आंकड़ा क्रमशः 6.रणनीति एलियट की तीसरी लहर 58% और 5.08% देखा गया है. वहीं मुंबई वापस उन टॉप 5 जिलों रणनीति एलियट की तीसरी लहर में शामिल हो गया है जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं .

बता दें कि राज्य के कुल 52,025 सक्रिय मामलों में रणनीति एलियट की तीसरी लहर से 90.62 प्रतिशत मामले केवल 10 जिलों से हैं, जिनमें से 37,897 यानी 72.84 प्रतिशत मामले केवल 5 जिलों से सामने आए हैं. इन आंकड़ों के बाद राज्य सरकार ने पुणे, अहमदनगर, सतारा, सोलापुर, सांगली, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग को ‘चिंता के जिले’ करार दिया है.

Coronavirus Symptoms: दूसरी लहर से अलग है तीसरी लहर में कोरोना संक्रमण के लक्षण, अगर शरीर में दिख रहे हैं ये संकेत तो न करें नजरअंदाज

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रायपुर. Third Wave of Coronavirus Symptoms: दूसरी लहर की अपेक्षा कोरोना संक्रमण व तीसरी लहर के संक्रमण में काफी अंतर है। दूसरी लहर में पहले बुखार, तेज सिर दर्द व खांसी होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। पहले गला खराब, बदन दर्द और फिर बुखार आ रहा है। सबसे राहत की बात यह है कि अब तक जितने भी पॉजिटिव केस आए हैं, उनमें से 98 फीसदी होम आइसोलेट हैं। 7 दिन में मरीज ठीक हो रहे हैं।

तीसरी लहर में कोरोना (Coronavirus Third Wave) के लक्षण दूसरी लहर से पूरी तरह अलग हैं। दूसरी लहर में जो मरीज कोरोना संक्रमित होने पर पहले बुखार आता था, लेकिन तीसरी लहर में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पहले गला खराब हो रहा है और उसके कई दिन बाद बुखार आ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, तीसरी लहर में सबसे अलग लक्षण यह हैं कि पॉजिटिव मरीज के शरीर पर लाल दाने भी उभर रहे रणनीति एलियट की तीसरी लहर हैं। इस तरह के लक्षण पहली या दूसरी लहर में देखने को नहीं मिले थे। तीसरी लहर लगातार पीक की तरफ बढ़ रही है। इसके चलते हर किसी को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरी तरह से सतर्क रहने की जरूरत है।

पांच स्तरीय रणनीति की सलाह

गृह सचिव ने कहा कि उच्च संक्रमण दर और अधिक संख्या में भरे हुए बिस्तर वाले जिलों के लिए राज्य प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच स्तरीय रणनीति यानि जांच-संक्रमितों का पता लगाने-इलाज-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन पर लगातार ध्यान देना चाहिए।'

भल्ला ने कहा कि जैसा कि गृह मंत्रालय के पिछले आदेशों और सलाह में जोर दिया गया है मामलों की संख्या में किसी भी वृद्धि से बचाव के लिए कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना महत्वपूर्ण है। गृह सचिव ने कहा कि प्रतिबंधों में ढील देते हुए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन में कोई कमी न हो।

उन्होंने कहा, 'इसलिए, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप जिलों और अन्य सभी संबंधित अधिकारियों रणनीति एलियट की तीसरी लहर को निर्देश जारी करें कि वे आवश्यक उपाय करें जिसका उल्लेख स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के प्रबंधन के लिए 28 जून के पत्र में किया गया है।'

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