निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष

सार्वजनिक निर्गम जारी करने वाली कंपनियों द्वारा अरुचिकर 'आवेदन राशि' के उपयोग पर नियंत्रण - सेबी के अनुरोध पर, वाणिज्यिक बैंकों ने स्टॉक निवेश योजना (शेयर निवेश योजना) की शुरुआत की, जिसके तहत निवेशक, बैंकों से खरीदे गए, निवेशित शेयर, उनके शेयर आवेदन के साथ प्रस्तुत किया। यदि निवेशक को शेयर/डिबेंचर आवंटित किए जाते हैं, तो 'स्टॉक निवेश' जारी करने वाला बैंक आवश्यक राशि संबंधित कंपनी के खाते में स्थानांतरित कर देगा। दूसरे मामले में (यदि शेयर/डिबेंचर आवंटित नहीं किए जाते हैं), तो निवेशक को निवेश की गई पूंजी पर ब्याज की एक पूर्व निर्धारित दर मिलेगी। सेबी के इस कदम ने निवेशक को शेयर/डिबेंचर आवंटित किए जाने तक ब्याज अर्जित करना सुनिश्चित किया।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) भारतीय पूंजी बाजार को कैसे नियंत्रित करता है ? | How does the Securities and Exchange Board of India (SEBI) regulate the Indian capital market in hindi ?
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) का गठन शुरू में 12 अप्रैल 1988 को सरकार के एक संकल्प के माध्यम से प्रतिभूति बाजार के विकास और विनिमय और निवेशकों की सुरक्षा से संबंधित सभी मामलों को देखने और इन मामलों पर सरकार को सलाह देने के लिए किया गया था। . एक गैर-अंशदायी निकाय के रूप में। सेबी को 30 जनवरी 1992 को एक अध्यादेश के माध्यम से वैधानिक दर्जा और शक्तियां दी गई थीं।
डेली न्यूज़
प्रश्न. अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन कानून सभी देशों को उनके क्षेत्र के ऊपर हवाई क्षेत्र पर पूर्ण और अनन्य संप्रभुता प्रदान करते हैं। 'हवाई क्षेत्र' से आप क्या समझते है ? इस हवाई क्षेत्र के ऊपर अंतरिक्ष पर इन कानूनों के क्या प्रभाव हैं? इससे उत्पन्न चुनौतियों पर चर्चा कीजिये तथा खतरे को नियंत्रित करने के उपाय सुझाइये। निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष ( 2014)
प्रश्न. सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत संयुक्त उद्यमों के माध्यम से भारत में हवाई अड्डों के विकास का परीक्षण कीजिये। इस संबंध में अधिकारियों के सामने क्या चुनौतियाँ हैं? (2017)
निवेशक शिक्षा ,जागरूकता और संरक्षण का प्रशिक्षण का समापन
हाथरस-1 जून। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष नेहरू युवा केन्द्र द्वारा रंजना वाटिका अलीगढ़ रोड़ पर 31 मई से 1 जून तक आयोजित निवेशक शिक्षा, जागरूकता और संरक्षण का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत बाल आयोग अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा, एवं विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने संयुक्त रूप से युवाओं के प्ररेणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष के छवि चित्र के समक्ष दीप प्रज्जलित एवं मालार्पण कर किया। कार्यक्रम में भाजपा के जिला युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अनुराग अग्निहोत्री, बाल कल्याण समिति सदस्य/मजिस्टेट विनोद चैधरी, सी.डब्लू.सी अध्यक्ष बबीता अग्रवाल, जिला क्रीड़ा अधिकारी अनिल कुमार, शशिभानु गर्ग, जिला प्रोवेशन अधिकारी एवं मंचासीन अतिथियों का बैच एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया।
नेहरू युवा केन्द्र की जिला युवा अधिकारी सुश्री दिव्या शर्मा ने कहा कि निवेशक शिक्षा, जागरूकता और संरक्षण में युवाओं को तीन दिवसीयय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। जिसमें युवाओं को म्यूचल फंड, क्रिप्टों करेंसी एवं बचत से संबंधित विभिन्न जानकारी प्रदान की गयी। जिससे वह अपने गांववासियों को इसके बारे में बताकर उन्हे सतर्क एवं अपनी जिम्मेदारी बताएंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाल आयोग अध्यक्ष डा.देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि आज का युवा ही कल का कर्णधार है। देश का वर्तमान एवं भविष्य युवाओं पर ही निर्भर है। जैसे कि हम सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए। जैसे कि गुरू द्रोणाचार्य ने जब अपने शिष्यों निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष से पूछा कि पेड़ पर क्या दिख रहा है, उसमें से किन्हीं शिष्यों ने उत्तर दिया कि गुरूजी मुझे तो फल दिख रहा हैं, किसी ने कहा कि गुरू जी मुझे तो निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष पत्ती दिख रहे हैं, किसी ने कहा कि मुझे तो टहनी दिख रही है, लेकिन उनमें से एक शिष्य ने कहा कि मुझे तो सिर्फ गुरू जी उस चिड़िया कि आँख दिख रही है। वह थे अर्जुन। बस इस तरह से हमें अपने लक्ष्य पर बना रहना है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह नेहरू युवा केन्द्र युवाओं के लिए जो कार्य कर रहा हैं उसकी मै सराहना करता हूँ। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र के कार्यक्रम में युवाओं को प्रतिभाग करना चाहिए जिससे युवाओं को नई-नई जानकारी प्राप्त हो। नेहरू युवा केन्द्र द्वारा युवाओं को खेल-कूद के प्रति प्रोत्साहन हेतु खेल किट प्रदान की जा रही है, जिससे निश्चित ही युवाओं में खेल के प्रति जागरूकता आयेगी ।
विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष कहा कि जो भी यहां उपस्थित सभी युवाओं ने बैंकिंग, म्युचल फंड एवं अन्य विभिन्न जानकारी प्राप्त की है मैं उनसे कामना करता हूँ कि वह अपने गांव एवं अपने और युवा साथियों को इसके बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। इससे संबंधित आज के समय में रोजगार भी बहुत मिलता है। उन्होंने युवाओें का निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि युवाओं को ऐसे प्रशिक्षण एवं कार्यक्रम में अपना पूरा योगदान देना होगा।
लेखाकार एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर श्रीमती ऊषा सक्सैना जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज की बिगड़ती सामाजिक स्थिति में युवा पीढ़ी को उनके विचार आत्मसात करने की जरूरत है तभी युवा वर्ग समाज और देश को प्रगति की ओर ले जा सकेगा। युवा देश के कर्णधार है, अतः उन्हें यह जिम्मेदारी समझनी ही होगी। आज विश्वभर में अधिकतर युवा विलासिता और सुख-सुविधा को देखते हुए अपनी देश की जमीन को छोड़कर दूसरी जगह जा रहें है।
नेहरू युवा केन्द्र के प्रशिक्षक पूरन अवस्थी ने युवाओं को प्रशिक्षण में प्रातः योगाभ्यास कराया और बताया कि हमारे मन एवं तन को स्वस्थ एवं साफ रहने के लिए हमें प्रतिदिन योगाभ्यास करना चाहिए। जिससे कि हमारा मानसिक तौर पर स्वस्थ रह सके।
समापन पर प्रशिक्षक पूरन अवस्थ ने युवाओं संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं के लिए शिक्षा क्यों जरूरी है इसके बारे में बताया कि शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अपने परिवेश से परिचित हो सके। शिक्षा हम सभी के उज्जवल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है हम अपनेे जीवन में शिक्षा के इस साधन का उपयोग करके कुछ भी इस अवसर पर श्री बबीता अग्रवाल, विनोद चैधरी, अनिल कुमार, शशिभानु गर्ग आदि ने भी युवाओं को जानकारी प्रदान की । कार्यक्रम के समापन के अवसर पर बाल आयोग अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा जी ने युवा मण्डलों को खेल सामग्री की किट भी प्रदान की गयी । सभी युवाओं को प्रमाण-पत्र एवं बैंग वितरण किये।
कार्यक्रम में विकास खंड-सहपऊ,सादाबाद एवं मुरसान के अलग-अलग ग्राम पंचायत के युवा मंडल के 80-90 युवाओं ने इस कार्यक्रम में भााग लिया है।
कार्यक्रम में गौरव कुमार, संतोष कुमार, साक्षी उपाध्याय, कृष्णा, शिल्पी, आकाश, शिवाजी, पूरन, पंकज, सौरभ, आदि का सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम का संचालन लेखाकार एवं कार्यक्रम सहायक श्रीमती ऊशा सक्सेना जी ने किया।