एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है

क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है? | cryptocurrency in hindi meaning ✅✅✅
क्रिप्टो करेंसी का नाम आप लोगों ने कहीं ना कहीं सुना ही होगा आज पूरी दुनिया क्रिप्टो के पीछे भाग रही है तो आखिर क्रिप्टो करेंसी क्या है?(What Is Cryptocurrency in hindi) यह कैसे काम करती है और इसका उपयोग क्या है ऐसे तमाम सवालों के जवाब हम आसान भाषा में बताने जा रहे हैं।
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi meaning)
क्रिप्टो करेंसी एक कोडिंग डाटा है जो एक करेंसी की तरह काम करती है इसको और आसान भाषा में समझे तो क्रिप्टो करेंसी डिजिटल करेंसी है यह पूरी तरह से ऑनलाइन ही उपलब्ध है इसे आप फिजिकली लेन-देन नहीं कर सकते यानी आप इसे अपने हाथ से नहीं छू सकते और ना ही अपने पॉकेट में रख सकते हैं यह केवल मोबाइल लैपटॉप और कंप्यूटर के एक डिजिटल वायलेट के द्वारा दूसरे डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर किया जाता है।
हर देश की अपनी एक करेंसी होती है जैसे भारत की करेंसी रुपया,अमेरिका की करेंसी डॉलर और चीन की करेंसी युआन ऐसे अनेक देशों की करेंसी है जो अपने देशों में उपयोग में लाए जाते हैं और उन पर उन देशों की सरकारों का कंट्रोल होता है लेकिन क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं है क्रिप्टो करेंसी पूरी दुनिया में इस्तमाल किया जाता है और इस पर किसी देश की सरकार,बोर्ड,एजेंसी और किसी व्यक्ति का कोई कण्ट्रोल नहीं होता है।
Cryptocurrency कैसे काम करती है?
क्रिप्टो करेंसी विकेंद्रीकृत करेंसी है दो ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है और इसको क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित रखा जाता है। ब्लॉकचेन एक तरह का डिजिटल लेजर है।
जब क्रिप्टो करेंसी को खरीदा बेचा या ट्रांसफर किया जाता है तो इसका हिसाब किताब एक डिजिटल लेजर में सेव कर लिया जाता है इस डिज़िटल लेजर को पब्लीक लेजर भी कहा जा सकता है क्योकि इसको एक व्यक्ति मैनेज नहीं करता बल्कि इसको बहुत सारे लोग कंप्यूटर के द्वारा मैनेज करते हैं और इन लोगो के नेटवर्क को Peer to Peer नेटवर्क कहा जाता है यानि Person to Person नेटवर्क।
यह नेटवर्क Blockchain Technology के द्वारा काम करता है और यह Technology एक कंप्यूटर में नहीं रहता है बल्कि बहुत सारे कम्प्यूटर्स में मावजूद रहता है। अगर एक व्यक्ति इसको मैनेज करता तो इसमें कुछ भी चेंज कर सकता है लेकिन इसको कई सारे लोग Blockchain Technology माध्यम से कंप्यूटर द्वारा निगरानी करते है जिससे कोई भी व्यक्ति इसमें छेड़छाड़ करता है तो सारे कंप्यूटर से मिसमैच हो जाता है और वह व्यक्ति पकड़ा जाता है।
जो लोग इस डिजिटल लेजर को मैनेज करने की रिस्पांसिबिलिटी उठाते हैं उन्हें Miner कहा जाता है और इसको मेंटेन करने की प्रक्रिया को Mining कहा जाता है। यह किसी को बैठकर नहीं करना होता है यह सब ऑटोमेटिकअली सिस्टम जेनरेटेड होता है लेकिन इसको करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर और पावरफूल कंप्यूटर लगते है और इस प्रोसेस में यानि माइनिंग जो पैसा और समय लगता है उसके बदले माइनर्स को उसी करेंसी के बदले कुछ रिवॉर्ड दिए जाते है।
लेकिन आपके मन में ऐसे सवाल जरूर आ रहे होंगे कि इस डिजिटल लेजर को बहुत सारे लोग मेंटेन करते हैं तो आपका पैसा जो क्रिप्टो करेंसी में लगा है वह सबको पता चल चलेगा कि कितना पैसा हमने क्रिप्टोकरंसी में लगाया है लेकिन ऐसा नहीं है यहां पर Cryptography नामक टेक्नोलॉजी के माध्यम से सब कुछ कोडेड है यानी यहां पर आपका नाम आपका नाम नहीं है बल्कि वह एक कोड द्वारा अंकित किया गया है जिससे आपके प्राइवेसी में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।
आज पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी हैं। कुछ सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी :
बिटकॉइन पहली क्रिप्टोकरेंसी थी जिसे 2009 बनाया गया था और अभी भी सबसे अधिक कारोबार किया जाता है। इस करेंसी को सातोशी नाकामोतो द्वारा विकसित की गई थी - इनके नाम को लेकर संदेह है।
इस करेंसी को 2015 में विकसितकिया गया , एथेरियम एक ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है जिसकी अपनी क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे ईथर (ईटीएच) या एथेरियम कहा जाता है। यह बिटकॉइन के बाद सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है।
यह मुद्रा बिटकॉइन के समान है लेकिन नए नवाचारों को विकसित करने के लिए और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ी है, जिसमें तेज़ भुगतान और अधिक लेनदेन की अनुमति देने की प्रक्रिया शामिल है।
रिपल एक वितरित खाता प्रणाली है जिसे 2012 में स्थापित किया गया था। वेव का उपयोग विभिन्न प्रकार के लेनदेन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है, न कि केवल क्रिप्टोकुरेंसी। इसके पीछे कंपनी ने विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ काम किया है।
क्या आपको Cryptocurrency में निवेश करना चाहिए?
क्रिप्टोकरेंसी में डील करने के कई फायदे हैं, और नुकसान भी काफी हैं। यहां शीर्ष तीन कारण दिए गए हैं जो क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष और विपक्ष में काम करते हैं।
CryptoCurrency के फायदे
आइए अब जानते हैं कुछ क्रिप्टो करेंसी के फायदों के बारे में :-
- क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम है।
- अगर हम क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो ये सामान्य डिजिटल पेमेंट से ज्यादा सुरक्षित हैं।
- अन्य भुगतान विकल्पों की बात करें तो लेनदेन शुल्क भी बहुत कम है।
- इसमें खाते बहुत सुरक्षित हैं क्योंकि यह विभिन्न प्रकार के क्रिप्टोग्राफी एल्गोरिदम का उपयोग करता है।
Cryptocurrency के नुकसान
आइए अब जानते हैं कुछ क्रिप्टो करेंसी के नुकसान के बारे में :-
- क्रिप्टोक्यूरेंसी में, एक बार लेनदेन पूरा हो जाने के बाद, इसे उलटना असंभव है क्योंकि ऐसा कोई विकल्प नहीं है।
- यदि आपका वॉलेट आईडी खो जाता है तो यह हमेशा के लिए खो जाता है क्योंकि इसे पुनर्प्राप्त करना संभव नहीं है। ऐसे में आपके बटुए में जो भी पैसा है वह हमेशा के लिए खो जाता है।
भारत में क्रिप्टो करेंसी
2022 के केंद्रीय बजट की घोषणा तक, भारत में क्रिप्टोकुरेंसी का भाग्य काफी हद तक अनिश्चित था।
बजट में, भारतीय वित्त मंत्री ने आभासी डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण पर 30% tax की घोषणा की है , जिसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल है, इसको शुरू में क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। इससे यह बहस छिड़ गई कि क्रिप्टोकरेंसी पर tax से पता चलता है कि सरकार ने इसे मुद्रा के वैध रूप में मान्यता दी है।
हालांकि, यह सच नहीं है लेकिन ऐसी अटकलें लगाई गई हैं कि private क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध आरबीआई की अपनी आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के लॉन्च के बाद होगा। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने फरवरी 2022 में इस संबंध में खुलकर कहा, कि भारत के लिए क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाना उचित है। क्या यह 2018 में क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार के प्रतिबंध के समान होगा (जिसे 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पलट दिया गया था) देखा जाना बाकी है।
मुझे आशा है की क्रिप्टो करेंसी क्या है cryptocurrency in hindi meaning इसको हम आसान भाषा में बताने सफल हुए होंगे अगर आप को इससे कुछ सीखने को मिला होगा आप इसे share और comment जरूर करें।
Cryptocurrency क्या है और कैसे काम करता है?
अब दुनिया में एक नई payment system का प्रचलन बढ़ रही है; क्रिप्टोकरेंसी. शायद अब तक सभी ने Bitcoin के बारे में सुना होगा, जो पहली Cryptocurrency थी. CoinLore के मुताबिक 5,000 से अधिक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी हैं.
ज्यादातर लोगों ने क्रिप्टोकुरेंसी के बारे में सुना है लेकिन, इसे पूरी तरह से नहीं समझे हैं, कि Cryptocurrency क्या है? क्या यह सुरक्षित है और आप इसमें कैसे निवेश कर सकते हैं?
Table of Contents
Cryptocurrency meaning in Hindi
Crypto मतलब secret (गुप्त या गोपनीय) और Currency का मतलब मुद्रा, पैसे या धन जिसे हम क्रय और विक्रय करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. यानी यह एक secret या private digital currency है.
Cryptocurrency शब्द “cryptography” नामक एन्क्रिप्शन तकनीकों से लिया गया है, जिसका उपयोग नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी को अच्छी तरह से समझने के लिए इसमें इस्तेमाल होने वाले कुछ terms के बारे में हमें जानना होगा:
Ledger: सभी वित्तीय transactions (debits और credits) का हिसाब रखने के लिए जिस डॉक्युमेंट इस्तेमाल किया जाता है उससे Ledger कहते हैं.
Peer-to-Peer network: यह नेटवर्क तब बनता है, जब दो या दो से अधिक PC जुड़े होते हैं और बिना किसी सर्वर कंप्यूटर के संसाधनों को साझा करते हैं.
Blockchain: यह एक विकेन्द्रीकृत, वितरित ledger के रूप में परिभाषित किया जाता है जो अपरिवर्तनीय और पारदर्शी तरीके से digital asset को रिकॉर्ड करता है.
Cryptography: Code के उपयोग के माध्यम से सूचना और संचार का method है, ताकि जिनके लिए यह जानकारी भेजी गई केवल वही, इसे पढ़ और संसाधित कर सकें.
Mining: क्रिप्टोक्यूरेंसी में transaction की पुष्टि करने और उन्हें public ledger में जोड़ने की प्रक्रिया को mining कहा जाता हैं. इस कार्य को करने वाले व्यक्ति को, “Miners” कहते हैं, जो एक जटिल कम्प्यूटेशनल समस्या को हल करते हैं.
क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है?
Cryptocurrency digital या virtual, private मुद्रा (currency) है, जिसे cryptography द्वारा सुरक्षित किया जाता है. यह क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन तकनीक पर आधारित है. इसकी सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसे किसी भी देश, सरकार या authority द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है. यह एक विकेंद्रीकृत network है, जो सरकारी नियंत्रण और हस्तक्षेप से दूर है.
Cryptocurrency Example: Bitcoin, Dogecoin, Ripple, Ethereum etc.
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत 2009 में हुई थी जो “Bitcoin” थी. इसको जापान के Satoshi Nakamoto नाम के एक इंजीनियर ने बनाया था. शुरुआती दौर में यह उतनी प्रचलित नहीं थी, किन्तु धीरे-धीरे इसके रेट आसमान छूने लगे.
Blockchain क्या है?
ब्लॉकचेन एक विकेन्द्रीकृत तकनीक है जो कई कंप्यूटरों में फैली हुई है और सभी transaction का प्रबंधन और रिकॉर्ड करती है.
क्रिप्टोक्यूरेंसी में, बहत से लोग और उनके कंप्यूटरों का एक नेटवर्क होता है, जो public ledger को maintain करता है. इसमें किये जाने वाले किसी भी transaction को नेटवर्क में मौजूद सभी लोगों द्वारा मान्य किए जाने पर ledger में update किया जाता है. इस तकनीक को ब्लॉकचेन कहा जाता है।
मान ले एक ऐसी किताब है, जहां हर दिन आप जो पैसा खर्च कर रहे हैं उसका रिकॉर्ड है. यहां प्रत्येक page एक block के समान है, और संपूर्ण पुस्तक, एक ब्लॉकचेन है.
धोखाधड़ी को रोकने के लिए, प्रत्येक लेनदेन की जांच के लिए दो मुख्य validation techniques में से एक का उपयोग की जाती है: कार्य का प्रमाण (proof of work) या हिस्सेदारी का प्रमाण (proof of stake).
Cryptocurrency कैसे काम करता है?
- जब हम एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में Cryptocurrency ट्रांसफर करते हैं, तब वह public ledger में update हो जाता है. अगर इस ledger को कोई एक ऑर्गेनाइजेशन या कोई एक व्यक्ति संचालन करें तो वह इसमें गड़बड़ी या हेराफेरी कर सकता है. इसलिए बहुत सारे कंप्यूटर और लोग मिलकर इसे maintain करते हैं.
- ताकि यदि कोई एक व्यक्ति इसमें गड़बड़ी करने की कोशिश करें, तो वह data दूसरे सभी कंप्यूटर से मेल नहीं खाएगा और वह व्यक्ति पकड़ा जाएगा. Peer-to-Peer network के तहत यह काम करता है और इसके लिए जो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है ब्लॉकचेन.
- ब्लॉकचैन बैंक की तरह कार्य करती है. इसमें जो भी लेनदेन किये जाते हैं, उसका पूरा रिकॉर्ड ब्लॉकचैन में होता है. इस टेक्नोलॉजी की कुछ लोगों द्वारा पॉवरफुल कंप्यूटर्स के माध्यम से निगरानी एवं जांच की जाती हैं. यह क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग प्रोसेस कहा जाता है.
- जैसे बैंक में क्लर्क का कार्य होता हैं, उसी तरह कार्य करने वाले व्यक्तियों को माइनर्स कहा जाता है.
- ये माइनर्स जिनकी निगरानी में माइनिंग का प्रोसेस होता है, यह इतना आसान काम नहीं है. इसके लिए उन्हें विशेष कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर चाहिए और कुछ जटिल गणितीय कोड का समाधानल्व करना होता है. इस काम के लिए माइनर्स को उसी करेंसी में से reward दिया जाता है.
- आपके मन में सवाल होगा कि यदि हर कंप्यूटर में यह ledger maintain हो रहा है तो क्या इसमें कोई privacy है? जी हाँ, इसके लिए इस्तेमाल होता है Cryptography का, जिसमें सबकुछ coded होता है.
- माइनिंग प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एक्सचेंज प्रोसेस आती हैं, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जाता हैं. क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से जब खरीदारी, बिक्री या उसका व्यापार करते हैं, तो कुछ wallet होते हैं जिसमे यह store रहती हैं.
- हर क्रिप्टोकरेंसी में यह तय है कि उसमें कितने coin उत्पत्ति की जाएगी (Bitcoin 21 million). इसलिए इस करेंसी में कीमत निर्भर करता है, इसके demand (मांग) के ऊपर.
क्रिप्टोक्यूरेंसी के फायदे
- क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से सुरक्षित होने की वजह से धोखाधड़ी की उम्मीद बहुत कम है.
- बैंक की तुलना में transaction cost बहत ही कम है.
- आप दिन या रात के किसी भी समय लेनदेन कर सकते हैं, और खरीद और निकासी की कोई सीमा नहीं है.
- मुद्रा विनिमय में उतार-चढ़ाव, और इसी तरह की जटिलताओं के बिना बिदेशों में किए जा सकता है.
- बहुत सारे digital wallets है, जिनके वजह से क्रिप्टो करेंसी को खरीदना,बेचना और इन्वेस्ट करना बहुत ही आसान है.
क्रिप्टोक्यूरेंसी के नुकसान
- क्रिप्टो करेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है, इसका मुद्रण नहीं किया जा सकता है.
- इसको कंट्रोल करने के लिए कोई Central authority ना होने की वजह से, कोई असुविधा या शिकायत होने पर आप किसके पास जाएंगे.
- इसका उपयोग गलत कामों जैसे हथियार की खरीद-फरोख्त, ड्रग्स, कालाबाजारी आदि के लिए आसानी से किया जा सकता है.
- इसकी कीमत में कभी बहुत अधिक उछाल और गिरावट देखने को मिलता है, जिसकी वजह से क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना जोखिम एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है भरा सौदा है.
- यदि कोई ट्रांजैक्शन आपसे गलती से हो गया तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते हैं.
क्या Cryptocurrency भारत में Legal है
बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कानूनी रूप से सही है या नहीं! यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश से हैं, क्योंकि कुछ देशों में अभी भी क्रिप्टो करेंसी को कानूनी मान्यता नहीं मिली है, लेकिन यह भारत में Legal है. मगर इसमें निवेश, trade करना legal है, परंतु वैध मुद्रा (legal tender of money) नहीं है.
2018 में, RBI ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया और सभी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं को उनमें व्यापार करने की अनुमति देने से प्रतिबंधित कर दिया था. इसके बाद बिटकॉइन या किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी को अपने बैंक खाते से ऑनलाइन किसी क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज में फंड ट्रांसफर नहीं कर सकते थे.
लेकिन मार्च 2020 एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है में सुप्रीम कोर्ट ने RBI को कहा कि इस प्रतिबंध को हटा दिया जाए. जिसके बाद से बहुत से लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करना शुरू किया.
क्रिप्टोक्यूरेंसी में कैसे निवेश करें?
फिलहाल बहुत सारे वेबसाइट या apps जिनके मदद से आप क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin, Dogecoin आदि में निवेश, खरीद, बेच सकते हैं.
- CoinMarketCap
- Coinbase
- Wazirx
- Unocoin
- Zebpay
उम्मीद करता हूं क्रिप्टोक्यूरेंसी के बारे में दी गई जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी. यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो हमें नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं.
क्रिप्टो करेंसी क्या है हिंदी में what is Cryptocurrency in hindi.
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जिसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है, जिससे नकली या दोहरा खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन तकनीक पर आधारित विकेन्द्रीकृत नेटवर्क हैं - कंप्यूटर के एक अलग नेटवर्क द्वारा लागू एक वितरित खाता बही । क्रिप्टोकरेंसी की एक परिभाषित विशेषता यह है कि वे आम तौर पर किसी भी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं की जाती हैं, जो उन्हें सैद्धांतिक रूप से सरकारी हस्तक्षेप या हेरफेर से प्रतिरक्षा प्रदान करती हैं।
- क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नेटवर्क पर आधारित डिजिटल संपत्ति का एक रूप है जो बड़ी संख्या में कंप्यूटरों में वितरित किया जाता है। यह विकेंद्रीकृत संरचना उन्हें सरकारों और केंद्रीय अधिकारियों के नियंत्रण से बाहर रहने की अनुमति देती है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लॉकचेन और संबंधित तकनीक वित्त और कानून सहित कई उद्योगों को बाधित करेगी।
- क्रिप्टोकरेंसी के फायदों में सस्ता और तेज मनी ट्रांसफर और विकेन्द्रीकृत सिस्टम शामिल हैं जो विफलता के एक बिंदु पर नहीं गिरते हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान में उनकी कीमत में उतार-चढ़ाव, खनन गतिविधियों के लिए उच्च ऊर्जा खपत और आपराधिक ग
क्रिप्टोकरेंसी को समझना
क्रिप्टोग्राफिक मुद्राएं क्रिप्टोग्राफ़िक सिस्टमों के एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है आधार पर डिजिटल या आभासी मुद्राएं हैं। वे तृतीय-पक्ष मध्यस्थों के उपयोग के बिना सुरक्षित ऑनलाइन भुगतान सक्षम करते हैं। "क्रिप्टो" विभिन्न एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम और क्रिप्टोग्राफ़िक तकनीकों को संदर्भित करता है जो इन प्रविष्टियों की सुरक्षा करता है, जैसे अण्डाकार वक्र एन्क्रिप्शन, सार्वजनिक-निजी कुंजी जोड़े और हैशिंग फ़ंक्शन।
क्रिप्टोकरेंसी का खनन या क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों से खरीदा जा सकता है । सभी ई-कॉमर्स साइट क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके खरीदारी की अनुमति नहीं देती हैं। वास्तव में, क्रिप्टोकरेंसी, यहां तक कि बिटकॉइन जैसी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, का खुदरा लेनदेन के लिए शायद ही उपयोग किया जाता है। हालाँकि, क्रिप्टोकरेंसी के आसमान छूते मूल्य ने उन्हें व्यापारिक उपकरणों के रूप में लोकप्रिय बना दिया है। एक सीमित सीमा तक इनका उ
ब्लॉकचेन
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की अपील और कार्यक्षमता का केंद्र ब्लॉकचेन तकनीक है। जैसा कि इसके नाम से संकेत मिलता है, ब्लॉकचेन अनिवार्य रूप से जुड़े हुए ब्लॉक या ऑनलाइन लेज़र का एक सेट है। प्रत्येक ब्लॉक में लेनदेन का एक सेट होता है जिसे नेटवर्क के प्रत्येक सदस्य द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया गया है। उत्पन्न होने वाले प्रत्येक नए ब्लॉक को पुष्टि होने से पहले प्रत्येक नोड द्वारा सत्यापित किया जाना चाहिए, जिससे लेनदेन इतिहास बनाना लगभग असंभव हो जाता है। 1 ऑनलाइन लेज़र की सामग्री पर एक व्यक्तिगत नोड के पूरे नेटवर्क, या कंप्यूटर द्वारा लेज़र की एक प्रति बनाए रखने पर सहमति होनी चाहिए।
क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार
बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय और मूल्यवान क्रिप्टोकरेंसी है। सातोशी नाकामोतो नामक एक गुमनाम व्यक्ति ने इसका आविष्कार किया और 2008 में एक श्वेत पत्र के माध्यम से इसे दुनिया के सामने पेश किया। आज बाजार में हजारों क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
प्रत्येक क्रिप्टोक्यूरेंसी का एक अलग कार्य और विनिर्देश होने का दावा है। उदाहरण के लिए, एथेरियम का ईथर अंतर्निहित स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट प्लेटफॉर्म के लिए खुद को गैस के रूप में बाजार में उतारता है। रिपल के एक्सआरपी का उपयोग बैंकों द्वारा विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के बीच स्थानान्तरण की सुविधा के लिए किया जाता है।
बिटकॉइन, जिसे 2009 में जनता के लिए उपलब्ध कराया गया था, सबसे व्यापक रूप से कारोबार और कवर क्रिप्टोक्यूरेंसी बनी हुई है। नवंबर 2021 तक, लगभग 1.2 ट्रिलियन डॉलर के कुल मार्केट कैप के साथ 18.8 मिलियन से अधिक बिटकॉइन प्रचलन में थे। केवल 21 मिलियन बिटकॉइन ही मौजूद रहेंगे। 3
बिटकॉइन की सफलता के मद्देनजर, कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी, जिन्हें "ऑल्टकॉइन" के रूप में जाना जाता है, लॉन्च की गई हैं। इनमें से कुछ बिटकॉइन के क्लोन या कांटे हैं, जबकि अन्य नई मुद्राएं हैं जिन्हें खरोंच से बनाया गया था। इनमें सोलाना, लिटकोइन , एथेरियम, कार्डानो और ईओएस शामिल हैं। नवंबर 2021 तक, अस्तित्व में मौजूद सभी क्रिप्टोकरेंसी का कुल मूल्य $2.1 ट्रिलियन से अधिक हो गया था—बिटकॉइन उस कुल मूल्य का लगभग 41% प्रतिनिधित्व करता था। 4
क्या क्रिप्टोकरेंसी कानूनी हैं?
फिएट मुद्राएं सरकार या मौद्रिक अधिकारियों से लेनदेन के माध्यम के रूप में अपना अधिकार प्राप्त करती हैं। उदाहरण के लिए, प्रत्येक डॉलर के बिल को फेडरल रिजर्व द्वारा बैकस्टॉप किया जाता है।
लेकिन क्रिप्टोकरेंसी किसी भी सार्वजनिक या निजी संस्थाओं द्वारा समर्थित नहीं हैं। इसलिए, दुनिया भर के विभिन्न वित्तीय क्षेत्राधिकारों में उनकी कानूनी स्थिति के लिए मामला बनाना मुश्किल हो गया है। यह उन मामलों में मदद नहीं करता है कि क्रिप्टोकुरियां बड़े पैमाने पर मौजूदा वित्तीय बुनियादी ढांचे के बाहर काम करती हैं। क्रिप्टोकरेंसी की कानूनी स्थिति का दैनिक लेनदेन और व्यापार में उनके उपयोग पर प्रभाव पड़ता है। जून 2019 में, फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने सिफारिश की कि क्रिप्टोकरेंसी के वायर ट्रांसफर उसके यात्रा नियमों की आवश्यकताओं के अधीन होना चाहिए, जिसके लिए AML अनुपालन की आवश्यकता होती है। 5
दिसंबर 2021 तक, अल सल्वाडोर दुनिया का एकमात्र देश था जिसने बिटकॉइन को मौद्रिक लेनदेन के लिए कानूनी निविदा के रूप में अनुमति दी थी। दुनिया के बाकी हिस्सों में, क्रिप्टोक्यूरेंसी विनियमन क्षेत्राधिकार के अनुसार भिन्न होता है।
जापान का भुगतान सेवा अधिनियम बिटकॉइन को कानूनी संपत्ति के रूप में परिभाषित करता है। देश में चल रहे 6 क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ग्राहक के बारे में जानकारी और वायर ट्रांसफर से संबंधित विवरण एकत्र करने के अधीन हैं। चीन ने अपनी सीमाओं के भीतर क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज और खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत द्वारा दिसंबर में क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक ढांचा तैयार करने की सूचना मिली थी। 7
यूरोपीय संघ में क्रिप्टोकरेंसी कानूनी हैं। क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करने वाले डेरिवेटिव और अन्य उत्पादों को "वित्तीय उपकरण" के रूप में अर्हता प्राप्त करने की आवश्यकता होगी। जून 2021 में, यूरोपीय आयोग ने क्रिप्टो-एसेट्स (MiCA) विनियमन में बाजार जारी किया जो विनियमन के लिए सुरक्षा उपाय निर्धारित करता है और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों या विक्रेताओं के लिए नियम स्थापित करता है। 8 संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर, दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे परिष्कृत वित्तीय बाजार, क्रिप्टो डेरिवेटिव जैसे बिटकॉइन फ्यूचर्स शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज पर उपलब्ध हैं । सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने कहा है कि बिटकॉइन और एथेरियम सिक्योरिटीज नहीं हैं।
हालाँकि क्रिप्टोकरेंसी को पैसे का एक रूप माना जाता है, आंतरिक राजस्व सेवा (IRS) उन्हें एक वित्तीय संपत्ति या संपत्ति के रूप में मानती है। और, अधिकांश अन्य निवेशों की तरह, यदि आप क्रिप्टोकरेंसी को बेचने या व्यापार करने में पूंजीगत लाभ प्राप्त करते हैं, तो सरकार लाभ का एक टुकड़ा चाहती है। 20 मई, 2021 को, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने एक प्रस्ताव की घोषणा की जिसके लिए करदाताओं को आईआरएस को $10,000 और उससे अधिक के किसी भी क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन की रिपोर्ट करने की आवश्यकता होगी। 9 आईआरएस वास्तव में कैसे कर आय करेगा - पूंजीगत लाभ या सामान्य आय के रूप में - यह इस बात पर निर्भर करता है कि करदाता कितने समय तक क्रिप्टोकुरेंसी रखता है। 10
क्रिप्टोक्यूरेंसी के फायदे और नुकसान
क्रिप्टोकरेंसी को वित्तीय बुनियादी ढांचे में क्रांति लाने के इरादे से पेश किया गया था। हर क्रांति की तरह, हालांकि, इसमें ट्रेडऑफ़ शामिल हैं। क्रिप्टोकाउंक्शंस के विकास के वर्तमान चरण में, क्रिप्टोकाउंक्शंस के साथ एक विकेन्द्रीकृत प्रणाली के सैद्धांतिक आदर्श और इसके व्यावहारिक कार्यान्वयन के बीच कई अंतर हैं।
आखिर क्यों गिर रहा है क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार, क्या जानते हैं भारत में रोजाना कितना का है इसका बिजनेस
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर के देश एक अजीब से असमंजस की स्थिति में हैं. कई देशों ने तो अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन कर दिया है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी
Updated on: Jul 05, 2021 | 11:20 AM
बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में मिला जुला करोबार कर रहे हैं. वैश्विक क्रिप्टो मार्केट कैप 1.37 ट्रिलियन डॉलर है. जो हाल के दिनों की तुलना में कम है. रॉयटर्स के मुताबिक, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज बिनेंस ने 30 जून को कहा कि उसके प्लेटफॉर्म से स्टर्लिंग निकासी को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. ग्राहक अब डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ डिजिटल क्वॉइन भी खरीद सकते हैं.
स्टेबल कॉइन्स के वॉल्युम की बात करें तो यह 61.71 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. पिछले 24 घंटे में कुल क्रिप्टो मार्केट में स्टेबल कॉइन्स की हिस्सेदारी 74.32 फीसदी है.
एलन मस्क के ट्वीट से गिरा था बिटक्वॉइन
बीते 24 घंटे में क्रिप्टो मार्केट वॉल्युम 83.03 अरब डॉलर रहा है. पिछले दिन के मुकाबले इसमें 6.07 फीसदी की गिरावट आई है. पिछले महीने जब बिटक्वॉइन समेत दुनिया की शीर्ष 30 क्रिप्टो करेंसी में गिरावट आई थी, तो चीन में इसके लेकर हुई सख्ती को वजह बताया गया था.
बिटक्वॉइन की कीमतों में आई गिरावट की एक वजह टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव अफसर एलन मस्क का ट्वीट को भी बताया गया. वहीं, बिटक्वॉइन को लेकर चीन सख्ती अभी भी जारी है.
कई देशों ने बैन किया क्रिप्टो का कारोबार
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर के देश एक अजीब से असमंजस की स्थिति में हैं. कई देशों ने तो अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसमें ईरान और सऊदी अरब शामिल है. वहीं, भारत, रूस, ब्राजील समेत कई ऐसे देश हैं, जो अभी भी डिजिटल एसेट को लेकर विचार की ही स्थिति में हैं. इनकी तरफ से अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चीन सख्त
चीन का रवैया हमेशा से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत ही सख्त रहा है. 2013 में चीन के केंद्रीय बैंक ने वित्त संस्थाओं को बिटक्वॉइन से जुड़े ट्रांजेक्शन को रोक दिया था. चीन में क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग बंद होने का बड़ा असर इसकी कीमतों पर पड़ा. क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में चीन की 70 फीसदी तक की हिस्सेदारी है. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, कुछ माइनर्स चीन से अपना करोबार कजाकिस्तान जैसे देशों में शिफ्ट कर रहे हैं.
भारत में है बड़ा कारोबार
पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो का कारोबार भारत में भी बढ़ा है. देश में कुल 15 क्रिप्टो एक्सचेंज बिजनेस कर रहे हैं. बताया जाता है कि इनका रोजाना का कारोबार करीब 1500 करोड़ रुपये का है. भारत में इस समय करीब एक करोड़ एक्टिव इन्वेस्टर हैं, जो इसमें ट्रेडिंग कर रहे हैं.
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इनकी ट्रेडिंग के लिए लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
नेटवर्क फीस
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, एक क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 9 कंपनियों का मार्केट कैप 90,319 करोड़ बढ़ा, Reliance Industries को सबसे ज्यादा फायदा
Upcoming IPO: अगले हफ्ते Global Health और Fusion Micro Finance समेत 4 कंपनियों का आ रहा है आईपीओ, लगभग 4,500 करोड़ जुटाने का इरादा
Stock Investment: 1 महीने के लिए करना है निवेश, मिल सकता है 20% तक रिटर्न, इन 4 शेयरों में आने वाली है तेजी