फोरेक्स रणनीति

जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग

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म्यूचुअल फंड की इस स्कीम में 45 साल की उम्र में बन जाओगे करोड़पति

म्यूचुअल फंड में निवेश करना विशेषज्ञों के मुताबिक सुरक्षित होता हैं, इसमें आपका पैसा सुरक्षित के साथ-साथ डबल करने वाली स्कीम भी होती हैं। ऐसी ही एक म्यूचूअल फंड की एक योजना हम आपको बताने जा रहे हैं। जिससे आप भी इस योजना का लाभ उठा सके। जानकारो की माने तो आम निवेशकों के लिये निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता हैं म्युचुअल फंड। वहीं निवेशक बेहद कम रकम के साथ एक्सपर्ट्स की गाइडेंस में ऊंचे रिटर्न का फायदा बहुत आसानी से पा सकते हैं।

आज के समय में सबको करोड़पति बनना हैं, लेकिन इसके लिए रिटायरमेंट तक इंतजार क्यों करना! आजकल लोग जल्दी रिटायरमेंट ले लेते हैं। मौजूदा वक्त की युवा पीढ़ी, बचत और रिटायरमेंट प्लानिंग को लेकर काफी सजग हैं। वो 60 साल की उम्र तक काम नहीं करना चाहती, बल्कि 45 या 50 साल तक इतना पैसा इकट्ठा कर लेना चाहती हैं कि नौकरी छोड़कर बाकी की जिंदगी को आराम से मजे लेते हुए कट ले।अब आप भी 45 तक नौकरी से छुटकारा चाहते हैं और आपकी भी सोच यही जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग है।

तो आपको आज से और अभी से म्यूचुअल फंड्स में निवेश की शुरुआत आपको कर देनी चाहिए, क्योंकि स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स से आप अपने अग्रेसिव लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएँगे। इसके लिए आपको थोड़ा रिस्क उठाना ही पड़ेगा। आप 60 की बजाय अगर 45 की उम्र में रिटायर होना चाहते हैं, तो आपको निवेश पर भी ज्यादा रिटर्न भी चाहिए होगा। इसलिए आपके लिए इक्विटी म्य्चुअल फंड्स बेहतर विकल्प हो सकता हैं, क्योंकि जब आप युवा अवस्था में होते हैं तो आप रिस्क भी ज्यादा ले सकते हैं।

अगर आप 45 या 50 साल की उम्र में करोड़पति बनाना हैं, तो आपको यह दो चीजें करनी होगी

  1. आपको 20-30 साल की उम्र से ही निवेश की शुरुआत करनी होगी।
  2. इनकम बढ़ने के साथ-साथ निवेश को भी बढ़ाते रहना होगा।

मैक्सिमम लोग 20 साल की उम्र में नौकरी या कमाई करना शुरू कर देते हैं। आप इसी उम्र से ही 500 रुपये से म्यूचुअल फंड्स में SIP शुरू कर सकते हैं। जिसे धीरे धीरे बढ़ाते रहना होगा। चूंकि ये लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट होगा इसलिए आपको शेयर बाजार के उठापटक का असर भी नहीं पड़ेगा। आमतौर पर इक्विटी म्यूचुअल फंड्स लंबी अवधि में 12-15 परसेंट का रिटर्न देते हैं।

आइए आपको सिम्पल तरीक़े से बताते हैं:-

उम्र 25 साल
रिटायरमेंट 45 साल
निवेश की अवधि 20 साल
मासिक निवेश 11,000 रुपये
अनुमानित रिटर्न 12 परसेंट
निवेश राशि 26.4 लाख रुपये
कुल रिटर्न 83.50 लाख रुपये
कुल राशि 1.09 करोड़ रुपये

चीन ने एंट ग्रुप कॉरपोरेशन के विस्तार पर जैक मा को दी प्रतिबंध की चेतावनी, आईपीओ डेब्यू पर पड़ सकता है असर

अलीबाबा की फाइनेंशियल सर्विसेज एंट ग्रुप कॉरपोरेशन के विस्तार पर चीन ने जैक मा और अन्य सीनियर एक्जीक्यूटिव्स को चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि इस कदम से उन्हें प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। चीन ने खासतौर पर दुनिया के सबसे बड़े आईपीओ पर जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग रेगुलेटरी रिस्क बढ़ने की चेतावनी दी है। चीन ने यह चेतावनी आईपीओ के ट्रेडिंग डेब्यू से कुछ दिन पहले दी है।

सेंट्रल बैंक और तीन अन्य वित्तीय रेगुलेटर ने दिया समन

एंट के को-फाउंडर और चीन के सबसे ताकतवर बिजनेसमैन जैक को चीन के केंद्रीय बैंक और तीन अन्य वित्तीय रेगुलेटर ने समन जारी किया था। इसके बाद जैक मा ने सोमवार को केंद्रीय बैंक और अन्य वित्तीय रेगुलेटर के साथ बैठक की। हालांकि, इस बैठक में चर्चा की जानकारी सामने नहीं आ पाई है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के मुताबिक, एंट की लीडरशिप टीम ने कहा है कि कंपनी पर रेगुलेटरी स्क्रूटनी बढ़ सकती है। साथ ही कैपिटल पर प्रतिबंध लग सकता है।

एंट ग्रुप पर लागू हो सकते हैं चीन के नए रेगुलेशन

निवेशकों का मानना है कि एंट ग्रुप पर चीन के नए रेगुलेशन लागू हो सकते हैं। लेकिन इसका इतिहास के सबसे बड़े स्टॉक मार्केट डेब्यू पर कोई असर नहीं होगा। एंट ग्रुप 34.5 बिलियन डॉलर का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आया है। शंघाई और हॉन्गकॉन्ग में एक साथ लाए गए इस आईपीओ में रिटेल इन्वेस्टर्स ने 3 ट्रिलियन डॉलर की बोली लगाई है।

एंट ग्रुप के लिए रेगुलेटरी जोखिम बड़ा रिस्क फैक्टर

सैनफोर्ड सी. बर्नस्टेन के एनालिस्ट कैविन क्वीक ने एक नोट में कहा है कि एंट ग्रुप के लिए रेगुलेटरी जोखिम एक बड़ा रिस्क फैक्टर है। हम सोचते हैं कि इस खबर का लिस्टिंग पर लगातार नेगेटिव असर होगा और हमें विश्वास है कि अधिकांश इन्वेस्टर एंट के पॉजिटिव लॉग-टर्म प्रॉस्पैक्टस पर आशावादी बने रहेंगे। हालांकि, रेगुलेटरी हस्तक्षेप के संकेतों को देखते हुए निवेशक अपनी धारणा पर फिर से विचार सकते हैं।

सभी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा: एंट ग्रुप

CSRC की ओर से वीबो पर जारी बयान के मुताबिक, चीन के केंद्रीय बैंक, चाइना सिक्युरिटीज रेगुलेटरी कमीशन और फॉरेन एक्सचेंज एडमिनिस्ट्रेशन से बैठक के दौरान जैक मा के साथ एंट के चेयरमैन इरिक जिंग और चीफ एक्जीक्यूटिव सिमोन ह्यू भी मौजूद रहे। वहीं, एंट ग्रुप ने एक बयान जारी किया है कि मीटिंग की ओपिनियन और सभी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।

अरामको के IPO ने अलीबाबा का रिकॉर्ड तोड़ा था, अब अरामको फिर अलीबाबा से पीछे

सऊदी अरब की तेल कंपनी सऊदी अरामको पिछले साल 29.4 अरब डॉलर का IPO लाई थी। तब यह अलीबाबा के 2014 में आए इश्यू (25 अरब डॉलर) को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे बड़ा IPO बना था। लेकिन, अब अलीबाबा फिर आगे हो गया है, क्योंकि एंट ग्रुप अलीबाबा की ही कंपनी है।

शेयर लिस्टिंग 5 नवंबर को होगी

एंट ग्रुप के शेयर की ट्रेडिंग जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग शंघाई और हॉन्गकॉन्ग के बाजारों में 5 नवंबर से यानी अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के 2 दिन बाद शुरू होगी। यानी अमेरिकी चुनावों का दुनिया के शेयर बाजारों पर बड़ा असर होता है तो, एंट ग्रुप की लिस्टिंग पर भी असर पड़ सकता है।

श्रीहनुमानजी प्राकट्योत्सव: हनुमानजी की कृपा प्राप्ति के लिए इन श्लोकों का पाठ करना चाहिए

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आज हनुमानजी का प्राकट्योत्सव है, हनुमानजी के जन्म के विषयक दो मत हैं– कुछ लोग चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को मानते हैं तो कुछ कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को।

यह सुनिश्चित है कि अतुलित बलशाली पवनसुत हनुमान जी इस धरा धाम में ईश्वर कार्य के लिए अवतरित हुए और आज भी हमारे मध्य में हैं और अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। हनुमानजी की कृपा प्राप्ति के लिए इन श्लोकों का पाठ करना चाहिए।

जयत्यतिबलो रामो लक्ष्मणश्च महाबल: । राजा जयति सुग्रीवो राघवेणाभिपालित: ।।

दासोऽहं कोशलेन्द्रस्य रामस्याक्लिष्टकर्मण:। हनुमाञ्शत्रुसैन्यानां निहन्ता मारुतात्मज: ।।

न रावणसहस्रं मे युद्धे प्रतिबलं भवेत् । शिलाभिश्च प्रहरत: पादपैश्च सहस्रश: ।।

अर्दयित्वा पुरीं लङ्कामभिवाद्य च मैथिलीम्। समृद्धार्थो गमिष्यामि मिषतां सर्व रक्षसाम् ।।

हनुमानजी का प्रसाद गुण, बेसन के लड्डू, भीगा चना या भुना हुआ चना है।

कहा जाता है कि त्रेता युग में रामावतार के समय ब्रह्मा जी ने सभी देवताओं को वानर और भालुओं के रूप में पृथ्वी में अवतरित होकर भगवान श्रीराम की सेवा करने का आदेश दिया। तब सभी देवताओं ने अपने अपने अंश से अवतार लिया। इनमें वायु के अंश से रुद्रावतार महावीर हनुमान जी ने जन्म लेकर पिता वानरराज केशरी और माता अञ्जना के घर को सुशोभित किया। कहा भी है ‘शंकर सुवन केशरी नंदन’ जन्म के बाद इन्हें भूख से व्याकुल देखकर मां फल लाने जङ्गल चली गई और हनुमान जी ने उदित सूर्य को अरुण बिम्व का फल समक्ष कर छलांग लगाई और वायु वेग से सूर्य मण्डल में पहुंच गए। उस दिन अमावस्या थी और राहु भी सूर्य को ग्रसने के लिए सूर्य के समीप पहुंचे थे, हनुमानजी ने उसे अपनी फल प्राप्ति में अवरोध समझा और एक धक्का लगाया इसके फलस्वरूप राहु इन्द्र के पास गए, इन्द्र ने वज्र का प्रहार किया जिससे हनुमानजी की बायीं ठुड्डी (हनु) टूट गई तभी से उनका नाम हनुमान हुआ, इसके कारण वायु देव को अत्यन्त क्रोध आया और प्राण के आधार वायु का संचरण बन्द कर दिया जिससे सारी प्रजा व्याकुल हो उठी, प्रजा की घबराहट के कारण पितामह ब्रह्माजी वहां गए जहां वायु देव अपने मूर्छित पुत्र को लेकर बैठे थे। ब्रह्मा जी के कर स्पर्श से हनुमानजी सचेष्ट हुए।

सभी देवताओं ने अपने अस्त्र शस्त्रों से हनुमानजी को अबध्य किया और ब्रह्मा जी ने वरदान दिया कि — वायु देव तुम्हारा यह पुत्र शत्रुओं के लिए भयंकर काल पुरुष होगा, और युद्ध में इसे कोई नहीं जीत सकेगा साथ ही रावण के साथ होने वाले राम के युद्ध में अपना अद्भुत पराक्रम दिखाकर भगवान श्री राम की प्रसन्नता का कारक होगा।

ऐसे बलशाली पवनसुत हनुमान जी का जन्मोत्सव हर भारतीय मनाता है। आज रामायण का पाठ, रामचरितमानस के सुन्दर काण्ड का पाठ या अखण्ड हनुमान चालीसा का पाठ बहुत लाभ दायक है। हनुमानजी के विग्रह पर सिन्दूर से श्रृंगार करना सामान्य सा कर्म है जिसे हर जन मानस करता है, हनुमानजी का भजन, कीर्तन और गुणगान अवश्य करेंगे। ‘ॐ हनुमते नमः’ का जप दिन भर करना चाहिए।
हमें अपने आराध्यों के प्रति सदैव सजग रहना चाहिए।

@आचार्य श्री हर्षमणि बहुगुणा

श्री हनुमान जन्मोत्सव

*प्रातः स्मरामि हनुमन्त मनन्तवीर्यं*
*श्रीरामचन्द्र चरणाम्बुज चञ्चरीकम्*
*लङ्कापुरी दहन नन्दित देववृन्दं*
*सर्वार्थ सिद्धि सदनं प्रथित प्रभावम्*

आज चैत्र पूर्णिमा हिन्दू नववर्ष की प्रथम पूर्णिमा है आज के ही दिन श्री हनुमान जी ने माता अंजनी की कोख से जन्म लिया था। श्रीहनुमान जी का जन्मोत्सव होने से इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता हेै।

इस पवित्र दिन में श्री हनुमान जी की पूजा करने से अनेक संकटो से मुक्ति मिलती है और भक्त की सभी मनोकामनाए भी पूर्ण होती है। ऐसे अनेक उदाहरण है जिसमें श्री हनुमान जी ने भगवान से लेकर एक आम भक्त तक को भी संकट से ऊबारा हेै।

ऐसे श्री हनुमान जी जो श्री रामचन्द्र जी के चरण-कमलों के भ्रमर हैं, जिन्होंने लँकापुरी को दग्ध करके देवगणों को आनन्द प्रदान किया है, जो सम्पूर्ण अर्थ सिद्धियों के आगार और लोक विश्रुत प्रभावशाली हैं, उन अनन्त पराक्रमशील श्री हनुमान जी का हम प्रातः काल में स्मरण करते हैँ।

*उल्लंघ्य सिंधो: सलिलं सलीलं*
*य: शोक वन्हिं जनकात्मजाया:*
*आदाय तेनैव ददाह लंकां*
*नमामि तं प्रांजलिराञ्जन्नेयम्*

ऐसे श्री हनुमान जी जिन्होंने सिंधु की अगाध जलराशि को लीला ही लीला में लांघकर तथा श्री जानकी जी की शोकाग्नि को लेकर उसी से लंका को फूंक डाला, उन आंजनेय श्री हनुमान जी की हम सभी हाथ जोड़कर वन्दना करते हैं।

श्री हनुमान जी के श्रीचरणों से प्रार्थना करते हुये उन्हें उनकी शक्ति का स्मरण करायें कि हे प्रभू! आप ही हैं जो हमें पिछले कई वर्षों से चल रही इस कोरोना नामक बीमारी से मुक्ति दिला सकते हैँ।

*कहहिं रीछपति सुनु हनुमाना*
*का चुप साधि रहेऊ बलवाना*
*पवन तनय बल पवन समाना*
*बुद्धि विवेक विग्यान निधाना*
*कवन जो काज कठिन जग माहीं*
*जो नहीं होई तात तुम चाहीं*

हे संकटमोचक जगत में ऐसा कौन सा कार्य है जो आप नही कर सकते, इसलिये हे प्रभू! हम सबकी रक्षा करो! रक्षा करो!

श्रीहनुमान जी की असीम कृपा से हम सभी सदैव सुखी, स्वस्थ, समृद्ध,निरोगी एवं दीर्घायु हों। हे देव! इस संसार में कोई भी दुखी न हो ।सबकी मनोकामनाए पूर्ण हों, श्रीचरणों से प्रतिपल यही कामना व प्रार्थना करते हैं।

भोपाल में आतंक की पाठशाला, कौन थे निशाना, किस किस का ब्रेनवाश कर डाला? - अतुल पाठक

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बार फिर आतंकी विचारधारा के बीज दिखाई दिए, आतंकी विचारधारा की पाठशाला मध्य प्रदेश की राजधानी में लंबे समय से चल रही थी|

इसके मास्टर अन्य मुल्कों से भारत पहुंचे और भोपाल को अपना ठिकाना बनाया| भोपाल में यह लगातार अपनी जिहादी क्लासेस लगा रहे थे| भोपाल के अलग-अलग इलाकों की मस्जिदों में एक विशेष समुदाय के युवाओं से मिलकर उन्हें अपने संगठन की विचारधारा से जोड़ रहे थे| यह जिहादी साहित्य भी मुहैया कराते थे| इनका काम करने का तरीका बेहद शातिराना था| इस्लामी शिविर में यह शांति और सद्भावना का ज्ञान तो नहीं दे रहे होंगे|

निश्चित ही ये हमारे यहाँ के युवाओं को अपने ही देश के प्रति खड़ा करने की कोशिश कर रहे होंगे| यह तो चंद आतंकी चेहरे हैं जो पकड़ाए हैं| लेकिन इन चेहरों ने न जाने कितने युवाओं को इनफ्लुएंस में ले लिया होगा, जो स्लीपर सेल में बदल गये होंगे| यह एक तरह प्रोग्रामर की तरह काम करते हैं, यह युवाओं को अपने साथ जोड़ कर, धीरे-धीरे उनके माइंड को अपने मुताबिक सेट कर देते हैं| उनके अंदर ऐसे सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर देते हैं जिससे उन्हें सिर्फ यही विचारधारा सत्य दिखाई देती है| अपने ही देश के खिलाफ युवा जहर से इतने भर जाते हैं कि फिर इन्हें अच्छे और बुरे का ख्याल नहीं रहता| एटीएस निश्चित ही बधाई की पात्र है जिसने ऐसे आतंकियों को पहचानने और पकड़ने में सफलता हासिल की|

लेकिन यह एक्शन यहीं तक सीमित नहीं रहना चाहिए| इस संगठन जेएमबी के तार कहां तक फैले हुए हैं? कैसे यह भारत में प्रवेश करके भोपाल तक पहुंचे| भोपाल को ही इन्होंने अपना अड्डा क्यों बनाया? भोपाल में अब तक कितने छात्रों को अपने साथ जोड़ चुके हैं? कितने छात्रों का ब्रेनवाश कर चुके हैं? कितने छात्रों, लोगों को पूर्णकालिक और अंशकालिक सदस्य बना चुके हैं? निश्चित ही इनका दायरा भोपाल के कई गली गली मोहल्ले तक पहुंच चुका है| बांग्लादेश स्थित मुख्यालय से आने वाले निर्देश क्या होते थे? आखिर यह आतंकवादी क्या करना चाहते थे? शीर्ष आतंकवादियों से इन्हें निर्देश भी मिलते थे, उनसे इनकी बात भी होती थी, बार-बार इन्हें क्या निर्देश मिलते थे?

आखिर Bhopal जैसे शांतिप्रिय तहजीब और नफासत के शहर में, नफरत के बीज बोने की यह प्रक्रिया क्या सिर्फ साल दो साल पुरानी है या इसके तार इससे पहले के दौर से भी जुड़े हुए हैं? निश्चित ही मध्य प्रदेश शांति का टापू रहा है| “जमात ए मुजाहिद्दीन” जेएमबी के चार आतंकियों को गिरफ्तार करने से एक बात तो साफ है कि भोपाल अब आतंकवादियों की निगाह में है| इससे पहले सिमी ने भोपाल को अपना ठिकाना बनाया था| प्रतिबंधित संगठन इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया सिमी का जेएमबी से क्या कनेक्शन है? यह भी तलाश हो रही है|

भोपाल की केंद्रीय जेल में सिमी के आतंकवादियों में से कईयों को सजा भी हो चुकी है| निश्चित ही केंद्र सरकार की एजेंसियां भी मध्य प्रदेश पुलिस के संपर्क में है और आपस में जानकारी साझा कर रही हैं| यह छोटा मामला नहीं है यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है| आतंकियों के पास से जो पर्चे मिले हैं, उससे साफ जाहिर होता है कि उनका मकसद मध्य प्रदेश और पूरे देश को आतंकी घटनाओं से दहलाना रहा है|

जेएमबी बांग्लादेश में भी कई स्थानों पर बम विस्फोट कर चुका है| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था चाक-चौबंद है| अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा| मुख्यमंत्री ने अपने इरादे पहले भी बताए हैं| मध्यप्रदेश में डाकुओं का खात्मा हो चुका है लेकिन आतंकवादियों की किसी भी गतिविधि को एक दो साल तक होते रहने देना निश्चित ही खुफिया एजेंसियों में व्याप्त लापरवाही के संकेत देती है| मध्य प्रदेश की एटीएस को और केंद्रीय एजेंसियों और सजग होना होगा।

टाटा की दो कम्पनीयों पर लगा अपर सर्किट, जानिए कब आती है यह स्थिति

गुरुवार को शेयर मार्केट बूम पर था, क्‍योंकि विधानसभा चुनाव के नतीजे पॉजिटिव रहे। इससे निवेशकों में काफी उत्‍साह था। हुआ यूं कि टाटा समूह की दो कंपनियों- नेल्को और तेजस नेटवर्क- के शेयर बुधवार को बीएसई पर 52-सप्ताह के उच्च स्तर से 37 प्रतिशत करेक्‍शन के बाद 5 प्रतिशत Upper Circuit में बंद हुए। बीएसई और एनएसई पर इन दोनों काउंटरों पर केवल खरीदार ही नजर आए। बता दें कि ट्रेडिंग जानिए निवेशकों को क्यों रहना है सजग डे पर एक स्टॉक जिस उच्चतम कीमत तक पहुंचता है, उसे अपर सर्किट कहा जाता है और किसी ट्रेडिंग दिन पर स्टॉक की सबसे कम कीमत को लोअर सर्किट कहा जाता है।

बीएसई पर नेल्को अपर सर्किट में 637.10 रुपये, जबकि तेजस नेटवर्क्स 384.90 रुपये पर बंद हुआ। नेल्को ने 19 अक्टूबर, 2021 को 52-सप्ताह के उच्च स्तर 968.55 रुपये को छुआ था और दूसरे स्‍टॉक ने 570.20 रुपये के उच्‍च स्तर को 5 अक्टूबर, 2021 को छुआ था।

नेल्को भारत में एक अग्रणी सैटेलाइट कम्‍युनिकेशन (सैटकॉम या वीसैट) सेवा प्रदाता है, जो मुख्य रूप से उद्यम क्षेत्र के लिए देश भर में अत्यधिक विश्वसनीय डेटा कनेक्टिविटी सॉल्‍यूशन देती है। कंपनी का उद्देश्य सैटेलाइट कम्‍युनिकेशन का इस्‍तेमाल करते हुए डिजिटल क्रांति के फायदों को ग्राहकों तक पहुंचाना है। नेल्को के पास वर्तमान में कमर्शियल VSAT कम्‍युनिकेशन सर्विस के लिए लाइसेंस है, दूरसंचार विभाग (डीओटी) द्वारा जारी वाणिज्यिक आधार पर श्रेणी ए आईएसपी सेवा लाइसेंस, डीओटी से इन-फ्लाइट एंड मैरीटाइम कम्युनिकेशन (आईएफएमसी) प्राधिकरण और राष्ट्रीय लंबी दूरी के लिए लाइसेंस ( एनएलडी) सेवाएं।

जबकि तेजस भारत के ऑप्टिकल नेटवर्किंग बाजार में एक अग्रणी कंपनी है। कंपनी के उत्पादों को भारत में अग्रणी दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा इस्‍तेमाल किया गया है, जैसे कि भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, वोडाफोन-आइडिया, टाटा कम्युनिकेशंस, टाटा टेली सर्विसेज, भारत संचार निगम (बीएसएनएल), और कई अन्य कंपनियों द्वारा। पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, ऑयल इंडिया, दिल्ली मेट्रो और गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भी ग्राहक हैं।

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