फोरेक्स रणनीति

आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं?

आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं?

कस्टम ड्यूटी आख़िर क्या है?

कस्टम ड्यूटी को सामान के मूल्य, वज़न आदि के आधार पर लगाया जाता है। अगर वह सामान के मूल्य के ऊपर होते हैं, तो उन्हें “एड वेलोरेम ड्यूटी” कहा जाता है और वज़न पर आधारित कस्टम ड्यूटी को “स्पेसिफिक ड्यूटी” कहा जाता है।

भारत में कस्टम ड्यूटी के बारे में

सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के अनुसार भारत में कस्टम ड्यूटी केंद्रीय उत्पाद और सीमा शुल्क बोर्ड (आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? CBEC) के अंदर आता है, जो सरकार को आयात और निर्यात पर शुल्क लगाने, कुछ सामानों के आयात और निर्यात पर रोक लगाने और दंड लगाने आदि की अनुमति देता है।

CBEC कस्टम ड्यूटी लगाने, अगर कोई कस्टम ड्यूटी चोरी हो तो उसे रोकने, तस्करी को रोकने और कस्टम ड्यूटी से संबंधित अन्य प्रशासनिक निर्णय लेने के लिए सारी नीतियाँ बनाता है।

भारत में कस्टम ड्यूटी के प्रकार

देश में आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी लगाया जाता है। कुछ वस्तुओं पर निर्यात शुल्क लगाया जाता है और वैसे ही कुछ पर आयात शुल्क लगाया जाता है।

इम्पोर्ट ड्यूटी को बेसिक ड्यूटी, अतिरिक्त कस्टम ड्यूटी, वास्तविक कॉउंटरप्रीवेलिंग ड्यूटी, प्रोटेक्टिव ड्यूटी, शिक्षा उप-कर और सुरक्षा शुल्क में बाँटा जाता है।

कस्टम ड्यूटी की गणना कैसे की जाती है?

कस्टम ड्यूटी की गणना सामान की कीमत के आधार पर की जाती है, जो कस्टम ड्यूटी मूल्यांकन नियमों के नियम-3 द्वारा पता किया जाता है।

अगर वैल्यूएशन सारी शर्तों को पूरा नहीं करता है या अगर मूल्य के संबंध में कोई संदेह होता है, तो वैल्यूएशन किसी और तरीके से किया जा सकता है जैसे पदानुक्रम का पालन कर के जैसे कि:

  • कंपरिटीव वैल्यू तरीका (यह एक जैसी वस्तुओं के लेन-देन मूल्य की तुलना करता है)
  • डिडक्टिव वैल्यू तरीका (यह सामान को आयात करने वाले देश में बिक्री मूल्य का इस्तेमाल करता है)
  • कंप्यूटेड वैल्यू तरीका (यह उत्पादन करने वाले देश के निर्माण, सामग्री और मुनाफ़े से संबंधित मूल्य का इस्तेमाल करता है)
  • फ़ॉलबैक तरीका (यह पहले दिए गए तरीकों पर आधारित है, ज़्यादा लचीलेपन के साथ)

कस्टम ड्यूटी कैलकुलेटर ICEGATE पोर्टल में दिया गया है। एक बार जब आप कैलकुलेटर का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको उस सामान का HS (CTH कोड) डालना होगा, जिसे आप आयात करना चाहते हैं। तीस शब्दों के अंदर एक विवरण भरें और उस देश का चयन करें जिसमें सामान बना है। इसके बाद सर्च पर क्लिक करें, आपने जो खोजा है उसके अनुसार आपको सामान आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? की एक लिस्ट दिखाई देगी। किसी भी एक सामान को चुनने के बाद, आप चुने हुए आइटम से जुड़ा हुआ एक चार्ट देख पाएंगे, जिस पर कस्टम ड्यूटी से संबंधित जानकारी दी गयी होगी।

ऑनलाइन कस्टम ड्यूटी

ऑनलाइन कस्टम ड्यूटी ICEGATE या इंडियन कस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स / इलेक्ट्रॉनिक डेटा इंटरचेंज गेटवे के द्वारा देखा जा सकता है।

यह पोर्टल आपको व्यापार और कार्गो वालों की जानकारी देने के साथ-साथ ग्राहकों को ई-फाइलिंग सेवाएं भी देता है।

ICEGATE शिपिंग बिलों की इलेक्ट्रॉनिक फाइलिंग करने, कस्टम और व्यापार पार्टनर के बीच ई-मेल, FTP या ऑनलाइन अपलोड के माध्यम से संदेश भेजने जैसी सेवाएं देता है।

ऑनलाइन कस्टम ड्यूटी भुगतान करने के कदम नीचे दिए गए हैं:

    पर जाएं
  1. आयात या निर्यात कोड डालें या ICEGATE द्वारा दिए गए लॉगिन क्रेडेंशियल डालें
  2. इसके बाद ई-पेमेंट पर क्लिक करें
  3. आप अपनी सारी भुगतान ना की हुई राशि देख सकते हैं
  4. वह चालान चुनें जिसका आप भुगतान करना चाहते हैं, एक बैंक या भुगतान करने का तरीका चुनें
  5. इसके बाद आपको चुने हुए बैंक के भुगतान गेटवे पर भेजा जाएगा
  6. भुगतान करें
  7. अब आपको फिर से ICEGATE पोर्टल पर भेजा जाएगा, प्रिंट पर क्लिक करें और अपने साथ भुगतान की एक कॉपी रखें

अगर आप अपने व्यापार के लिए एक छोटा सा व्यापार लोन लेना चाहते हैं, तो आकर्षक इंटरेस्ट रेट पर असुरक्षित लोन लेने के लिए आज ही ग्रोमोर फाइनेंस से संपर्क करें!

आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं?

समस्त व्यापारी बंधुओं हेतु ई-मंडी पोर्टल पर नयी सुविधा का प्रारंभ किया जा रहा है जिसमे यदि आप भुगतान पत्र की एंट्री एवं प्रिंट स्वयं करना चाहते है, तो आप अपना पंजीयन दी गयी लिंक के माध्यम से कर,भुगतान पत्र की एंट्री प्रारम्भ कर सकते है|

दिनाँक 02-01-2020 समय 9:00 AM से 4:00 PM तक
ई-अनुज्ञा पोर्टल बंद रहेगा !

The Server under maintainance during
9:00 AM TO 04:00 PM ON 02-01-2020
We are sorry for the inconvenience!

असुविधा के लिए खेद है!

कुल ई-अनुज्ञा पत्र डैशबोर्ड

समस्त व्यापारी बंधुओं हेतु ई-मंडी पोर्टल पर नयी सुविधा का प्रारंभ किया जा रहा है जिसमे यदि आप भुगतान पत्र की एंट्री एवं प्रिंट स्वयं करना चाहते है, तो आप अपना पंजीयन दी गयी लिंक के माध्यम से कर,भुगतान पत्र की एंट्री प्रारम्भ कर सकते है|

मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड

  • कृषि उत्‍पादन के विक्रेता को प्रतिस्‍पर्धात्‍मक मूल्‍य दिलाना, सही तौल के लिये व्‍यवस्‍थायें करना एवं उत्‍पादक को उसी दिन मूल्‍य का भुगतान कराना।
  • मण्डियों की स्‍थापना के लिये सर्वेक्षण, साईट प्‍लान्‍स एवं मास्‍टर प्‍लान का सम्‍पादन।
  • मण्‍डी प्रांगणों एवं उपमण्‍डी प्रांगणों में सुचारु विपणन के लिये नियोजित तरीके से मूलभूत सुविधायें विकसित करना।
  • वित्‍तीय रुप से कमजोर मण्‍डी समितियों को ॠण अथवा अनुदान देना।
  • कृषि उत्‍पादन में वृद्वि के लिये कृषि आदानों को मण्‍डी प्रांगण में उपलब्‍ध कराना।
  • मण्‍डी अधिनियम तथा उसके अधीन बनाये गये नियमों तथा उपविधियों के उपबंधों को कार्यान्वित करना, सुचारु एवं बेहतर विपणन व्‍यवस्‍था स्‍थापित करने के लिये अधिनियम एवं तदाधीन नियमों में आवश्‍यक संशोधन के लिये समय समय पर राज्‍य शासन को सुझाव प्रस्‍तुत करना।

ई-अनुज्ञा के प्रमुख तथ्य

प्रदेश की मंडी समितियों में कुल अनुज्ञप्ति धारी व्यापारीयों की संख्या

ई-अनुज्ञा में स्वयं के द्वारा पंजीकृत कुल व्यापारीयों की संख्या

कुल भुगतान पत्रक की संख्या

दैनिक आवक / भाव की जानकारी

रिपोर्ट - भुगतान पत्रक अनुसार
मंडी / फसल अनुसार
फसल अनुसार
मंडी अनुसार
आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं?
सं.क्र. मंडी का नाम कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में)उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में)
सं.क्र. मंडी का नाम कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में)

-->
सं.क्र. फसल कुल आवक(टन में) न्यूनतम दर उचत्तम दर मॉडल दर
स.क्र. फसल समूह फसल न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) कुल आवक (मात्रा क्विंटल में)

दिए गए फीडबैक

eMandi

मध्यप्रदेश राज्य कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 के अंतर्गत अधिसूचित कृषि उपज का विक्रय उपरांत मंडी फीस का भुगतान का एकमात्र प्रमाणिक दस्तावेज है और इसी के माध्यम से व्यापारियों द्वारा क्रय अधिसूचित कृषि उपज का प्रदेश के अंदर एवं बाहर परिवहन किया जाता है इस व्यापक कार्य को सरल एवं सुगम बनाने की दृष्टि से कृषि उपज आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? मंडी समितियों में अनुज्ञा पत्र प्रणाली लागू की गई है इस नवीन आधुनिक प्रणाली के उपयोग से जहां एक और अनुज्ञा पत्र का तत्काल सत्यापन होने से इसके दुरुपयोग की संभावना समाप्त होगी वहीं दूसरी ओर कृषि उपज विपणन गतिविधियों में भी तेजी आएगी

आवश्यक लिंक्स

संपर्क करें

म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड, 26, किसान भवन, अरेरा हिल्स, भोपाल (म.प्र.)
पिन: 462011
Phone: 0755 2550495
Email: eanugya[at]gmail[dot]com

क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत में क्या योजना बन रही है?

क्रिप्टो करेंसी

भारत सरकार ने संसद में क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफ़िशियल डिजिटल करेंसी बिल पेश करने का फ़ैसला लिया है. इस विधेयक के बारे में जानकारी अब तक सार्वजनिक नहीं है.

यह विधेयक भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को क़ानूनी रूप से नियंत्रित करेगा.

क्रिप्टो करेंसी पर भारत के हर क़दम पर दुनिया की नज़र है. संसद के अगले सत्र में अगर इस विधेयक को पेश किया जाता है तो इस पर निवेशकों की क़रीबी नज़र होगी.

इमेज स्रोत, BEATA ZAWRZEL/NURPHOTO VIA GETTY IMAGES

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साफ़ कर चुकी हैं कि सरकार की योजना क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की नहीं है. असल में सरकार क्रिप्टो करेंसी के आधार वाली तकनीक ब्लॉकचेन को रक्षा कवच देना चाहती है.

हालांकि, 25 साल की रुचि पाल की उम्मीदें अभी भी बहुत ऊंची हैं और उन्होंने क्रिप्टो करेंसी में ही व्यापार करने का फ़ैसला किया है.

वो कहती हैं, "मुझे नहीं लगता है कि सरकार इस पर प्रतिबंध लगाएगी. हां वे इसे विनियमित ज़रूर करेगी लेकिन प्रतिबंध नहीं लगाएगी. मैं सोचती हूं कि 2017 में भी ऐसा ही हुआ था जब हर कोई क्रिप्टो करेंसी पर बात कर रहा था और कुछ कार्रवाई हुई थी और फिर सबकुछ समाप्त हो गया था."

भारत सरकार जिस डिजिटल करेंसी पर विचार कर रही है उस पर वो क्या सोचती हैं? इस सवाल पर रुचि कहती हैं, "यह बहुत मुश्किल चीज़ है. इसको शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. हम इसे अंतरराष्ट्रीय लेन-देने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. यह अच्छा विचार है लेकिन हमें बिटकॉइन की तरह इसको स्वीकार करने में वक़्त लगेगा. यह हमारी ज़िंदगियों पर ख़ास असर नहीं डालेगा."

भारतीय बड़ी संख्या में क्रिप्टो करेंसी ख़रीद रहे हैं लेकिन इसको लेकर कोई आधिकारिक डाटा नहीं है. वे पर्याप्त लाभ कमाने के मौक़े को छोड़ना नहीं चाहते हैं.

क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले एक व्यक्ति बिना नाम सार्वजनिक किए हुए कहते हैं, "मैं चाहता हूं कि अगर कोई प्रतिबंध लगने वाला है तो मैं उसके होने से पहले अच्छा लाभ कमाऊं. मैं पैसा बनाने का मौक़ा छोड़ना नहीं चाहता हूं."

सड़क निर्माण देखने पहुंचे ऊर्जा मंत्री : अधिकारियों से बोले क्यों भई मुझे क्या नंगे पैर ही घूमना पड़ेगा

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। शहर के अंदर अधिकांश सड़कें पूरी तरह से जवाब दे चुकी है जिसके कारण लोग खासे परेशान है, लेकिन ऊर्जा मंत्री को सबसे अधिक चिंता अपने विधानसभा की खस्ताहाल सड़कों को लेकर है, क्योंकि इन्ही सड़कों को लेकर कांग्रेस लगातार उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने खस्ताहाल सड़कों को लेकर होने वाली आलोचना को लेकर 20 अक्टूबर को जूते-चप्पल त्याग दिए थे और उसी दिन से वह नंगे पैर चल रहे है। यही कारण है कि कब पैरों में जूते पहने इसको लेकर निर्माणाधीन सड़कों को बार-बार निरीक्षण करने पहुंच रहे है, लेकिन काम इतना धीमा चल रहा है कि उससे शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री को निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से कहना पड़ा कि लगता है कि आप मुझे नंगे पैर ही घूमता हुआ देखना चाहते हो।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह जबसे जूते-चप्पल त्याग कर नंगे पैर चल रहे है उस दिन से अभी तक तीन बार सड़कों का निरीक्षण कर चुके है, लेकिन हर बार अधिकारियों का एक ही जवाब रहता है कि माननीय जल्द ही सड़कों का काम पूरा हो जाएगा। शुक्रवार को तड़के जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह भोपाल से ग्वालियर पहुंचे तो वह सबसे पहले गेंडेवाली व लक्ष्मण तलैया वाली सड़क निर्माण का निरीक्षण करने पहुंचे। ऊर्जा मंत्री को विश्वास था कि 21 दिन हो चुके है तो सड़क का निर्माण पूरा हो गया होगा, लेकिन वह जब उन सड़कों को देखने पहुंचे तो हालात कुछ सुधरे थे, लेकिन पूरी तरह से काम नहीं हो सका था। ऊर्जा मंत्री के सड़कों का निरीक्षण करने पहुंचने की जानकारी अधिकारियों को लगी तो वह भी वहां पहुंच गए और मंत्री के आगे-पीछे घूमने लगे। इस दौरान मंत्री ने सड़क निर्माण कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लगता है कि आप लोग मुझे नंगे पैर ही घूमता हुआ देखना चाहते है। अब मंत्री की इस बात को लेकर अधिकारी एक-दूसरे का मुंह तो देखते रहे, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं दे सके, क्योंकि जब दो सड़के ही 21 दिन में नहीं बन सकी तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि काम किस रफ्तार से चल रहा होगा?

आखिर मंत्री के फरमान पर गंभीर क्यों नहीं अधिकारी :

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह हमेशा से छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों का सम्मान करते देखे जा सकते है और इसका फायदा अधिकारी उठा रहे है। जब मंत्री कई बार निर्देश दे चुके है, उसके बाद भी काम की गति में रफ्तार नहीं होना तो यही दर्शाता है कि अधिकारी मंत्री के फरमान पर गंभीर नहीं है। अब जनता को होने वाली परेशानी को महसूस करने के लिए ऊर्जा मंत्री 20 अक्टूबर से नंगे पैर चल रहे है, लेकिन इसके बाद भी जब काम में सक्रियता न हो तो यह स्पष्ट हो जाता है कि जब तक अधिकारियों में मंत्री का भय नहीं होगा ऐसे ही नंगे पैर रहने के लिए मजबूर रहना पड़ेगा। अब मंत्री तो चुनाव में जनता के बीच जाना है, इसलिए उनको तो जनता की तकलीफो को दूर करना ही है, लेकिन हालात यह है कि अधिकारी ऊर्जा मंत्री का भावना को शायद नहीं समझ पा रहे है और अगर समझ रहे है तो वह उनके फरमान को नजरअंदाज कर अपनी चाल से ही चलना चाह रहे है।

21 दिन में जब दो सड़के ही नहीं बनी तो फिर अंदाजा लगाओ :

प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के आदेश के बाद भी जब 21 दिन होने के बाद दो सड़कों का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका तो फिर पूरे शहर की सड़कें बनने में कितना समय लगेगा कहना मुश्किल है। हालात यह है कि शहर की सड़के पूरी तरह से ऊबड़-खाबड़ हो चुकी है और आम लोग हर दिन परेशान हो कर धूल खाने के साथ ही दचके भी खाने के लिए मजबूर हो रहे है। मंत्री को भी इसकी चिंता है, लेकिन मजबूरी यह है कि व्यवस्था के खिलाफ वह बोल तो सकते नहीं है इसलिए नंगे पैर रहकर एक तरह से अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे है, लेकिन इस नाराजगी का भी अधिकारियो पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है, अगर दिखता तो 21 दिन में सिर्फ दो सड़कों का निर्माण कार्य पूरा क्यों नहीं हो पाया? यही कारण है कि शुक्रवार को जब पुन: ऊर्जा मंत्री सड़कों का निरीक्षण करने पहुंचे तो उनको अधिकारियों के सामने यह कहना पड़ा कि क्यों भई क्या मुझे ऐसे ही नंगे पैर घूमना पड़ेगा? अब मंत्री की इस बात तो उनकी सम्मान देने की तरह समझा जाएं या फिर मजबूरी?

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

This is the biggest secret of direct selling यह है डायरेक्ट सेल्लिंग का सबसे बड़ा रहस्य

This is the biggest secret of direct selling. आज के इस लेख में मैं आप सभी को डायरेक्ट सेल्लिंग की एक सबसे बड़ा रहस्य के बारे में बताऊंगा जिससे कि डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में जुड़ने का फैसला आप ले रहे हैं तो आप सोच समझकर यह फैसला ले सकें कि आपको डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में जुड़ना चाहिए या नहीं,

या फिर अगर आप डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में जुड़ चुके हैं तो आप यह समझ सके कि आपको इस बिजनेस में किस तरह से आगे बढ़ना है।

तो डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस का एक सबसे बड़ा रहस्य यह है कि 20 सालों में जो चैलेंज, जो मुश्किल ,जो परेशानी आपको आती है ,

This is the biggest secret of direct selling-min

वही चैलेंज, वही मुश्किल और वही परेशानी आपको डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में सिर्फ 2 सालों में ही आती है।

और जो पैसा आप बाहर की दुनिया से 20 साल में कमा पाते हैं वह पैसा आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? आप डायरेक्ट सेल्लिंग की दुनिया में सिर्फ 2 साल में कमा लेते हैं यह डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस का सबसे रहस्य है।

अब आप सभी को यह समझ में आ गया होगा कि ट्रेडीशनल मार्केटिंग के तुलना में डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में 10 गुना ज्यादा मुश्किलें भी आती है और 10 गुना ज्यादा आपको पैसे भी मिलते हैं।

अब आप सभी को यह बात अच्छे से समझ में आ चुका होगा कि डायरेक्ट सेल्लिंग में पैसे इसलिए ज्यादा आते हैं क्योंकि इसमें ज्यादा मुश्किलें भी हैं ज्यादा चैलेंजेस भी है।

तो डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस का यह सबसे बड़ा रहस्य है कि जितना ज्यादा आप चैलेंजेस को हैंडल कर पाएंगे उतना ज्यादा आप इस डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में पैसा भी कमा पाएंगे।

जब आप ट्रेडीशनल मार्केटिंग के 20 सालो के तुलना में डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में सिर्फ 2 सालों में ही आप उन सारे मुश्किलों को सारे चैलेंजेस को अच्छे से हैंडल कर लेते हैं तो आपको बड़े-बड़े चैलेंजेस नहीं मिलेंगे ,

डायरेक्ट सेल्लिंग की कम्पलीट इनविटेशन गाइड हिंदी ई-बुक की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

ebooks

क्योंकि उन सारे मुश्किलों को हैंडल करने के बाद आपके पास ज्यादा एक्सपीरियंस भी होगा, ज्यादा नॉलेज भी होगी और आपके पास एक अच्छी कामयाबी भी होगी।

तो इसीलिए जब आप डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस को ज्वाइन कर लेते हैं तो आपको बार-बार यह बोला जाता है कि हर मीटिंग और सेमिनार को अटेंड करना है ,

क्योंकि डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस जो चैलेंजेस और परेशानियां आती है इन परेशानियों को हैंडल करने के लिए आप हमेशा मोटिवेट रहें।

आपका जो प्रॉब्लम को सॉल्व करने का एटीट्यूट है वह बेहतरीन हो सके इसलिए आपको हमेशा अपने अपलाइन के संपर्क में ही रहना है,

क्योंकि अपलाइन उन सारी मुश्किलो, परिस्थितियों से गुजर चुका है जिस मुश्किल परिस्थिति से आप गुजरने वाले हैं।

इसलिए अपलाइन आपको जो भी तरीके बताएंगे उस मुश्किल परिस्थितियों से निकलने के लिए सबसे बेस्ट तरीका होगा।

अगर आप ट्रेडीशनल मार्केटिंग में होते हैं तो उसमें आपको जो भी परेशानियां आती हैं उन परेशानियों को आपको अकेले ही झेलना पड़ता है।

लेकिन अगर आप डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में आते हैं तो जितनी भी मुश्किल है आपके सामने आती है उन सारी मुश्किलों से बाहर निकलने का रास्ता आपको अपलाइन ही बताते हैं।

इसलिए आपको अपने अपलाइन की हर बात को मानना चाहिए, अपने अपलाइन का वैल्यू करना चाहिए, अगर आप अपलाइन के बताए हुए रास्ते पर चलेंगे तो आप आगे चलकर अपनी प्रॉब्लम को खुद सॉल्व कर पाएंगे।

नेटवर्क मार्केटिंग की कम्पलीट फॉलो-अप गाइड हिंदी E-Book की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

ebooks

और आपको धीरे-धीरे यह भी समझ में आ जाएगा कि इस डायरेक्ट सेल्लिंग बिज़नेस में जितने ज्यादा मुश्किल हैं उतने ज्यादा पैसे भी हैं,

इसलिए आप हमेशा इस बात को याद रखिए कि जितने ज्यादा मुश्किलें आएंगे उतना ज्यादा आपको पैसे भी आएंगे।

जितनी कम मुश्किल उतना कम पैसा जितनी ज्यादा मुश्किल है उतना ज्यादा पैसा।

यहां पर मैं आप सभी को यह बता दूं कि डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री में तीन प्रकार के मुश्किलें आपके सामने आती है ,

1. खुद को संभालना

नेटवर्क मार्केटिंग या डायरेक्ट सेल्लिंग की सम्पूर्ण गाइड और वर्कशॉप पॉवरपॉइंट फाइल आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

ebooks

सबसे पहले तो आपको अपने आपको हैंडल करना पड़ेगा, क्योंकि आपको सफल और असफल बनने के लिए किसी और व्यक्ति की जरूरत नहीं पड़ता है आपके सफलता आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? या असफलता के पीछे कोई और नहीं बल्कि आप खुद होते हैं।

क्योंकि अगर आप सफल है तो आप अपनी वजह से हैं और अगर आप आज सफल नहीं है तो आप अपनी वजह से सफल नहीं है।

क्योंकि जो व्यक्ति कामयाब होता है वह व्यक्ति अपने आप से लड़ता है अपने अंदर के कमजोरियों से लड़ता है और वो अपनी कमजोरियों को मजबूत बनाता है और वह कामयाब हो जाता है।

इसलिए मैं आप सभी को यह समझाना चाह रहा हूं कि अगर आप अपने जिंदगी में कामयाब होना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपने कमजोरियों को मजबूत कीजिए आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक पाएगा।

2. लोगों को संभालना

यह जो डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस है लोगों का बिजनेस है, इस बिजनेस को करने के लिए अलग-अलग जाति से अलग-अलग धर्म से लोग इस बिजनेस में आते हैं,

इसलिए आपको उन सारे लोगों का एक संगठन बनाकर रहना पड़ेगा यह भी आपका एक बहुत बड़ा चैलेंज है डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में।

तो अगर आप डायरेक्ट सेल्लिंग बिज़नेस में है तो आपको लोगों को भी हैंडल करना पड़ेगा क्योंकि लोगों के अंदर भी बहुत सारी कमजोरियां है उस कमजोरियों को दूर करके ही आपको उन लोगों को ही लीडर बनाने पड़ेंगे,

क्योंकि आपको कोई और लीडर नहीं मिलेंगे आपको उन आम इंसान को ही लीडर बनाने पड़ेंगे।

इसलिए आप आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं? उनके अंदर के कमियों को और कमजोरियों को दूर कीजिए और आप उन लोगों को ही एक अच्छे लीडर बनाइए।

3. स्थितियों को संभालना

आपको इस बात को मानना पड़ेगा कि इस जिंदगी में कुछ भी निश्चित नहीं है सब कुछ अनिश्चित ही है, क्योंकि अगर जिंदगी में सब कुछ निश्चित ही होता तो कोई भी व्यक्ति किसी भी मुश्किल काम को करना ही नहीं चाहता।

क्योंकि उसको पहले से ही यह पता होता है कि पहले यह काम होगा फिर यह काम होगा इसलिए वह कुछ भी नहीं करना चाहता।

और जिंदगी में जब सब कुछ अनिश्चित है तो किसी भी व्यक्ति को यह पता नहीं होता है कि कब क्या होने वाला है इसलिए वो हमेशा अच्छे का उम्मीद रखता है और बुरे के लिए तैयार रहता है।

यानी कि हमेशा पॉजिटिव सोचता है और इसलिए भी तैयार रहता है कि अगर जैसे सोच रहा हूं वैसे नहीं हुआ कोई मुश्किल परिस्थिति सामने आ गई तो उन मुश्किल परिस्थितियों से बाहर कैसे निकलना है।

इसलिए कहा जाता है कि जिंदगी में कुछ भी निश्चित नहीं है सब कुछ अनिश्चित ही है।

यहां पर मैं आप सभी को यह बताना चाहूंगा कि डायरेक्ट सेल्लिंग ही एक ऐसा इंडस्ट्री है जो आपको आपके हर सपने को पूरा करने का मौका देती है।

आपको दुनिया की सारी खुशी देती है और यह सब कुछ तभी संभव हो पाएगा जब आप इस लेख में बताए गए तीनों सिचुएशन को याद रखेंगे।

  1. सबसे पहले तो आपको अपने आप को हैंडल करना पड़ेगा।
  2. आपको अपने साथ-साथ लोगों को भी हैंडल करना पड़ेगा।
  3. आप बार के अंदर कब व्यापार कर सकते हैं?
  4. आपको सिचुएशन को हैंडल करना पड़ेगा क्योंकि जिंदगी में कुछ भी निश्चित नहीं है, कभी भी कुछ भी हो सकता है इसलिए आपको परिस्थितियों को भी हैंडल करना पड़ेगा।

यदि आप सभी को आज का हमारा यह लेख (This is the biggest secret of direct selling यह है डायरेक्ट सेल्लिंग का सबसे बड़ा रहस्य) पसंद आया हो तो कृपया करके आप सभी हमारे इस लेख को अपने टीम के हर मेंबर के साथ जरूर शेयर करें।

ताकि वह सभी लोग भी (This is the biggest secret of direct selling यह है डायरेक्ट सेल्लिंग का सबसे बड़ा रहस्य) के बारे में समझ सके और दूसरों को समझा सके।

रेटिंग: 4.20
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 191
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *