शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें

Finance Formula: इन शेयर में बिल्कुल भी न लगाएं पैसा, उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान
Share Price: शेयर मार्केट में शेयरों को खरीदते वक्त काफी ध्यान रखना चाहिए. अगर किसी गलत शेयर में पैसा लगा दिया जाए तो आगे चलकर भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. ऐसे में कुछ बातों पर काफी सोच-विचार करना चाहिए.
5
5
5
5
Stock Market: शेयर बाजार में निवेश करना कोई बड़ी बात नहीं है. हालांकि शेयर बाजार में किन शेयरों में निवेश किया जा रहा है, यह काफी समझदारी वाली बात होती है. अक्सर देखने शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें को मिलता है कि लोग शेयर मार्केट में सोच-समझकर निवेश नहीं करते हैं और किसी भी शेयर को चुन लेते हैं, जो कि निवेश का सही तरीका नहीं है. शेयर मार्केट में निवेश करते वक्त जिन शेयरों को चुना जा रहा है, उन पर काफी ध्यान रखना चाहिए. किन शेयरों में पैसा नहीं लगाना चाहिए, इसको लेकर SMC Group के डायरेक्टर आयुष अग्रवाल ने विस्तार से बताया है.
इन बातों का रखें ध्यान
आयुष अग्रवाल के मुताबिक शेयर मार्केट में पैसा लगाते वक्त जिन कंपनियों के शेयर चुने जा रहे हैं, उनको लेकर कुछ बातों शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें को ध्यान में रखना चाहिए. आयुश अग्रवाल ने बताया कि किसी भी कंपनी के शेयर चुनते वक्त ये ध्यान देना चाहिए कि उस कंपनी पर कर्ज कितना है. कर्ज कम होना चाहिए.
प्रोमोटर की स्थिति
आयुष अग्रवाल का कहना है कि कर्ज के अलावा प्रोमोटर की स्थिति भी देखनी चाहिए. साथ ही इसकी भी जांच करनी चाहिए कि प्रोमोटर का नाम कभी किसी स्कैम में ना जुड़ा हो और कंपनी में प्रोमोटर की होल्डिंग भी अच्छी हो. साथ ही इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि कंपनी के शेयर गिरवी रखे गए हैं या नहीं.
क्रेडिट रेटिंग
आयुष अग्रवाल ने बताया कि किसी भी शेयर को खरीदते वक्त कंपनी के क्रेडिट रेटिंग और एनुअल रिपोर्ट को भी देखनी चाहिए. अगर कंपनी का क्रेडिट स्कोर खराब है और एनुअल रिपोर्ट में भी कुछ गलत सामने आता है तो उस कंपनी के शेयर खरीदने से बचना चाहिए.
यहां देखें पूरा वीडियो-
(डिस्कलेमर : किसी भी तरह का निवेश करने से पहले एक्सपर्ट से जानकारी कर लें. जी न्यूज किसी भी तरह के निवेश के लिए आपको सलाह नहीं देता.)
शेयरों में निवेश करते वक्त इन 10 बातों का रखें ध्यान
इन 10 शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें नुस्खों से शेयरों का वैल्यूएशन और उनका टार्गेट प्राइस निर्धारित करना सरल हो जाता है.
1. जटिलता से बचें
वैलेन्टाइन का कहना है, "हम यहां कोई रॉकेट साइंस पर काम नहीं कर रहे हैं. जटिलता हमारा साथी नहीं है. चींजे जितनी जटिल होंगी, उतना ही गलती होने का शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें आसार या संभावनाएं बनी रहेंगी."
2. सही आंकलन
वैलेन्टाइन के लिए अनुसार, सही आंकलन निकालना जरूरी है. किसी शेयर में पहले किस तरह की खबरों से उतार-चढ़ाव आया और किन कारणों से वह आगे बढ़ रहा है. इन सवालों के जबाव के लिए स्किल जरूरी है. बाजार सेंटिमेंट में बह जाना काफी सरल है.
3. मुख्य बातों पर रखें फोकस
वैलेन्टाइन के अनुसार, इससे दो प्रमुख सवालों के जवाब मिलते हैं. पहला कि किस कारण से शेयर की दिशा में बदलाव आ सकता है और दूसरा कि कहां इस तरह के कारणों की जानकारी मिल सकती है.
4. कंपनी प्रबंधन से नहीं मिलेगी खास जानकारी
वैलेन्टाइन कहते हैं, "विश्लेषण के सर्वश्रेष्ठ नतीजे विशेष जानकारी पर निर्भर करते हैं. कंपनी प्रबंधन से मिली जानकारी इस श्रेणी में नहीं रखी जा सकती है." उन्होंने कहा कि कंपनी से जितनी कम बात होगी, उतनी बेहतर सफलता आपको हासिल होगी.
5. इस तरीक से करें शुरुआत
कन्सेन्सस प्रक्रिया से वैल्यूएशन निकालना अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. इसमें डीसीएफ, पीई, एबिड्टा आदि पर गौर करें. वैलेन्टाइन के अनुसार, शुरुआत के लिए यह सही तरीका है. इसके अलावा दूसरे विकल्पों से तस्वीर साफ होती है.
6. स्ट्रेस टेस्ट को न भूलें
उन्होंने कहा, "हमे यह सोचना होगा कि हम कहा गलत हो सकते हैं. यदि हम भविष्य सही बता पाएंगे, तो वैल्यूएशन की जरूरत ही खत्म हो जाएगी." अपनी बेस कीमत के आधार पर तेजी या गिरावट की स्थिति में शेयर का बर्ताव देखना जरूरी होता है. यह अधिक जटिल नहीं होना चाहिए.
7. क्यों हैं आप अलग
यह समझना जरूरी है कि आपकी वैल्यूएशन अलग क्यों हैं. क्या यह गलत तरीके के वजह से अलग है या फिर शेयर में विश्वास की चलते यह बेहतर है. वैलेन्टाइन ने कहा कि जब तक वजह बड़ी न हो, तब तक कीमतों में अधिक बदलाव नहीं होगा. इसलिए वैल्यूएशन में बार-बार बदलाव होता है.
8. शेयर की खासियत
यह जानना जरूरी है कि आप किसी शेयर की वैल्यूएशन क्यों कर रहे हैं. क्या वह खरीदने के संकेत दे रहा है या उस पर बिकवाली का दबाव है. कंपनी शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें अपनी स्थिति के बारे में क्या कहती है. इन बातों पर ध्यान देने पर काफी मदद मिलती है. बाजार में अपनी उम्मीदों को तथ्यों पर हावी होने का मौका न दें.
9. दिमागी जंजाल से बचें
विश्लेषण के दौरान अपनी गलतियों और दिमागी जंजाल से बचने की जरूरत है. भावनात्मक होकर फैसले न लें. कभी-कभार किसी शेयर के प्रति अत्यधिक विश्वास का खामियाजा भी उठाना पड़ सकता है. तटस्थ रहना जरूरी है. ध्यान रखें कि हर शेयर के बारे में कई मत हो सकते हैं.
10. चुनिंदा शेयर पर ही करें गौर
एक साथ सभी शेयरों पर ध्यान दे पाना संभव नहीं है. अपने लिए सेक्टर्स का चयन करें और फिर उसमें से शेयरों की छंटाई करें. वैल्यूएशन के दौरान यह ध्यान में रखें कि चयनित शेयर आपके पोर्टफोलियो में कुछ जोड़े.
हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.
निवेश से पहले समझदारी: शेयर बाजार में नए निवेशकों के लिए खास बातें, निवेश से पहले इन 6 बातों को रखें याद
शेयर बाजार में निवेश से पहले निवेशकों को कुछ खास बातों को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक होता है। क्योंकि, लापरवाही से निवेशकों को भारी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में शेयर बाजार में निवेश पर बाजार के जानकारों की सलाह को ध्यान में रखा जाए तो निवेशकों को अच्छे रिटर्न की संभावना ज्यादा और घाटे की उम्मीद कम हो जाएगी।
1. बेसिक समझ जरूरी - निवेश से पहले निवेशकों को बाजार के विषय में जानना बेहद आवश्यक होता है। बाजार की जानकारी के लिए किताब, ऑनलाइन आर्टिकल, वीडियो या सर्टिफाइड जानकारों की मदद ली जा सकती है। इससे इक्विटी या कमोडिटी में निवेश को लेकर स्पष्टता होगी। निवेशक शेयर बाजार से संबंधित ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं।
2. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी जरूर बनाएं - स्टॉक मार्केट में निवेश करना है शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें तो निवेशकों को सबसे पहले एक ट्रेडिंग प्लान बनाना चाहिए। इससे निवेश की समय सीमा, रिस्क और कैपिटल एलोकेशन कवर होता है।
3. पोर्टफोलियो में विविधता - पोर्टफोलियो का अर्थ है कि आप शेयर बाजार में अलग अलग तरह की कंपनियों, सेक्टर्स के शेयरों पर दांव लगा रहे हैं। अपने पोर्टफोलियो में एक ही तरह की कंपनियों, एक ही तरह के सेक्टर्स के शेयरों में निवेश से बचना चाहिए। बल्कि अलग-अलग सेक्टर्स के शेयरों में निवेशित रहना चाहिए। इससे रिस्क मैनेजमेंट भी होता है।
4. कर्ज लेकर निवेश से बचें - निवेशकों को निवेश अपने आर्थिक आवश्यकताओं शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें से बची रकम का ही करना चाहिए। बजाय इसके कि निवेशक कर्ज लेकर शेयर बाजार में निवेश करें। क्योंकि बाजार की चाल निवेशकों के अनुकुल न होने पर डेट रिस्क बढ़ जाता है। बाजार के जानकारों की सलाह है कि निवेश के शुरुआती दिनों में निवेशकों को कम शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें रकम ही निवेश करना चाहिए।
5. निवेश पर लगातार नजर - शेयर बाजार में निवेशित सेक्टर्स का रिटर्न कैसा है, अन्य सेक्टर्स में ग्रोथ की स्थिति और निवेशक की आवश्यकता अनुसार शेयरों का प्रदर्शन जैसे महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इसलिए बाजार में निवेशित सेक्टर्स की चाल और रिटर्न पर लगातार नजर रखना जरूरी होता है।
6. संतुलन और अनुशासन - शेयर बाजार में निवेश करते समय संयम और अनुशासन बेहद जरूरी है। इसके बिना सक्सेसफुल ट्रेडिंग करना संभव नहीं। अपने पोर्टफोलियो को समय समय पर मैनेज करना आवश्यक होता है। बाजार के जानकार मानते हैं कि किसी भी शेयर के अचानक उछाल से प्रभावित नहीं होना चाहिए, जब तक उसके फंडामेंटल ठीक न हों। यहां अनुशासन से अर्थ है निवेशक के ट्रेड से कि वो एक बैलेंस्ड रूप में चले और इसमें नियमित अंतराल पर आप बदलाव करते रहे।
शुरुआती के लिए स्टॉक मार्केट के साथ शुरुआती बिंदु
अधिकांश समय, लोग अपने विचारों को टाल देते हैंनिवेश शेयर बाजारों में केवल इस धारणा के कारण कि इसके लिए अत्यधिक धन की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन यह पूरा सच नहीं है। यदि आप के लिए नए हैंमंडी, आप आसानी से रुपये के रूप में कम से शुरू कर सकते हैं। 500 प्रति माह।
अपनी संपत्ति को दोगुना करने की कुंजी अच्छी, लगातार आदतों को लागू करना है, जैसे कि हर महीने नियमित रूप से छोटी मात्रा में निवेश करना। यह न केवल आपको पर्याप्त रिटर्न का आश्वासन देगा बल्कि आपकी वित्तीय स्थिति को भी मजबूत करेगा।
हालाँकि, जब आप नई शुरुआत कर रहे हैं, तो भ्रम और दुविधा आपके रास्ते में आनी चाहिए। ऐसे में आपको एक व्यापक गाइड के अलावा और कुछ नहीं चाहिए। इस पोस्ट में, आप शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार के बारे में सभी विवरण प्राप्त कर सकते हैं।
शेयर बाजार को परिभाषित करना
शेयर बाजार एक एक्सचेंज प्रकार है जो व्यापारियों को स्टॉक खरीदने और बेचने में सक्षम बनाता है। साथ ही, यह कंपनियों को संभावित ग्राहकों को स्टॉक जारी करने में सक्षम बनाता है। एक स्टॉक एक कंपनी का प्रतीक हैइक्विटीज. मुख्य रूप से, दो प्रमुख उद्देश्य हैं कि शेयर बाजार सेवाएं:
- उपलब्ध करानाराजधानी फर्मों के लिए ताकि व्यवसाय का विस्तार किया जा सके
- निवेशकों को कंपनियों के मुनाफे में हिस्सा लेने का मौका प्रदान करना
स्टॉक ट्रेडिंग शब्दावली का अर्थ
स्टॉक ट्रेडिंग शब्दावली को उद्योग-विशिष्ट शब्दों के रूप में संदर्भित किया जाता है जिनका उपयोग अक्सर शेयर बाजार को पढ़ने या बात करने के दौरान किया जाता है। अक्सर, धोखेबाज़ और विशेषज्ञ दोनों इस तरह की शर्तों का उपयोग रणनीतियों, सूचकांकों, स्टॉक मार्केट चार्ट और इस दुनिया के अन्य आवश्यक तत्वों को संप्रेषित करने के लिए करते हैं। इसलिए, शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार की मूल बातें के आवश्यक पहलू आपकी प्राथमिकता पर होने चाहिए।
शेयर बाजार की बुनियादी शर्तें
शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार को समझने के लिए, यहां दैनिक उपयोग की जाने वाली बुनियादी शर्तों के साथ रहना आवश्यक हैआधार. नीचे शेयर शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें बाजार के कुछ ऐसे बेसिक्स दिए गए हैं जो आपके लिए महत्वपूर्ण होंगे।
- खरीदना: किसी कंपनी में पोजीशन लेना या शेयर खरीदना
- बेचना: घाटे को कम करने के लिए शेयर बेचना या यदि आपने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है
- पूछना: लोग अपने स्टॉक को शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें बेचकर क्या प्राप्त करना चाहते हैं, इसकी तलाश कर रहे हैं
- बोली: वह राशि जो आप स्टॉक के लिए भुगतान करने के लिए शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें तैयार हैं
- आस्क-बिड स्प्रेड: लोग क्या प्राप्त करना चाहते हैं और वे क्या खर्च करना चाहते हैं, इसके बीच का अंतर
- सांड: एक बाजार की स्थिति जिससे कीमतों में वृद्धि की उम्मीद है
- भालू: एक बाजार की स्थिति जिससे कीमतों में कमी की उम्मीद है
- सीमा आदेश: एक ऑर्डर प्रकार जिसे बेचने या खरीदने के लिए रखी गई कीमत पर निष्पादित किया जाता है
- बाजार आदेश: एक ऑर्डर प्रकार जिसे बाजार मूल्य पर शीघ्रता से निष्पादित किया जाता है
- दिन आदेश: एक दलाल को एक निश्चित दर पर एक व्यापार निष्पादित करने के लिए एक संकेत जो व्यापार दिवस के अंत में समाप्त हो जाएगा यदि यह पूरा नहीं होता है
- अस्थिरता: स्टॉक कितनी तेजी से नीचे या ऊपर जा रहा है
- लंबा जा रहा है: स्टॉक की कीमत पर दांव लगाना जो उच्च बेचने और कम खरीदने के लिए बढ़ेगा
- औसत नीचे: एक स्थिति जबइन्वेस्टर जिस कीमत पर खरीदा गया है उसे कम करने के लिए स्टॉक के साथ खरीदारी कम हो रही है
- पूंजीकरण: बाजार द्वारा मूल्यांकन के अनुसार कंपनी का मूल्य
- पानी पर तैरना: कंपनी के अंदरूनी सूत्रों द्वारा रखे गए शेयरों को घटाने के बाद कारोबार किए जा सकने वाले शेयरों की संख्या
- अधिकृत शेयर: एक फर्म को व्यापार करने के लिए शेयरों की कुल संख्या
- आईपीओ: प्रारंभिक सार्वजनिकप्रस्ताव यह तब होता है जब एक निजी तौर पर आयोजित कंपनी सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है
- माध्यमिक पेशकश: अधिक स्टॉक बेचने और जनता से धन जुटाने की पेशकश
- लाभांश: कंपनी का एक हिस्साआय जिसे भुगतान किया जाता हैशेयरधारकों
- दलाल: निवेशक की ओर से स्टॉक खरीदने या बेचने वाला व्यक्ति
- अदला बदली: एक ऐसा स्थान जहां विभिन्न प्रकार के निवेशों का व्यापार होता है
- विभाग: एक निवेश संग्रह जो आपके पास है
- मार्जिन: एक खाता जो आपको ब्रोकर से शेयर खरीदने के लिए पैसे उधार लेने की अनुमति देता है
- क्षेत्र: एक ही क्षेत्र में एक स्टॉक समूह
- स्टॉक प्रतीक: एक 1-3 वर्ण वर्णमाला मूल प्रतीक जो एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी को दर्शाता है
स्टॉक मार्केट कैसे संचालित होता है?
शेयर बाजार में कई निवेशक और व्यापारी होते हैं जो स्टॉक खरीदने और बेचने के इच्छुक होते हैं। लेन-देन तब शुरू होता है जब विक्रेता और खरीदार स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करते हैं। स्टॉक की कीमतें मांग और आपूर्ति के आधार पर बढ़ती और घटती हैं। स्टॉक एक्सचेंज एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है जो स्टॉक लेनदेन को सुचारू और निर्बाध तरीके से करने की अनुमति देता है।
निवेश करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
दीर्घकालिक लक्ष्य बनाएं
शेयर बाजार में निवेश शुरू करने से पहले, आपके पास अपना दीर्घकालिकवित्तीय लक्ष्यों और आवश्यकताओं को सूचीबद्ध किया गया है। यह आपको सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगा।
छूटे हुए समय के लिए मेकअप करें
इस बाजार का अधिकतम लाभ उठाने के लिए अत्यधिक, अबाध प्रतिबद्धता की आवश्यकता है। इसलिए, आपको अपनी बचत के अनुरूप होना होगा। इसका मतलब यह है कि अगर आप एक सप्ताह चूक गए हैं, तो आपको छूटे हुए समय की भरपाई के लिए अगले सप्ताह दोगुना निवेश करना होगा।
अपनी जोखिम सहनशीलता को जानें
जोखिम सहिष्णुता आम तौर पर इस बारे में आपकी धारणा से प्रभावित होता हैफ़ैक्टर. निवेश शुरू करने से पहले, आपको अपनी जोखिम सहनशीलता को समझना चाहिए। यह आपको शेयरों को बेहतर तरीके से चुनने में मदद करेगा।
समेट रहा हु
शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार निश्चित रूप से एक जोखिम भरा काम है। सीखने, ज्ञान प्राप्त करने और इसे अच्छी तरह से समझने के बावजूद, हमेशा कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो अछूती रह जाती हैं। हालाँकि, अगर आपको लगता है कि आप नहीं कर सकतेहैंडल स्टॉक,म्यूचुअल फंड में निवेश सिफारिश की जाएगी। न केवल उन्हें प्रबंधित करना आसान है बल्कि किफायती भी है।