विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक

किसी भी वाक्य में क्रिया को क्रियान्वित करने वाला व्यक्ति वस्तु अथवा तत्व कर्ता कहलाता है, लेकिन वह जिस व्यक्ति, वस्तु अथवा तत्व के लिए ऐसा करता है उसे संप्रदान कारक कहा जाता है। संप्रदान कारक की विभक्ति “के लिए” होती है।
यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी
यूनाइटेड इंडिया इन्शुरन्स कंपनी मोटर बीमा, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा, घरेलू बीमा, विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक स्वास्थ्य बीमा, और कई अन्य बीमा उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है। कंपनी कस्टमाइज्ड और किफायती हेल्थ इन्शुरन्स सॉल्यूशंस प्रदान करती है, जो हर सेगमेंट, उम्र और आय प्रोफाइल को पूरा करती है।
कंपनी द्वारा पेश किए जाने वाले हेल्थ प्लान में इंडिविजुअल प्लान, फैमिली फ्लोटर प्लान, सीनियर सिटीजन प्लान, क्रिटिकल इलनेस प्लान, टॉप-अप प्लान से लेकर ग्रुप हेल्थ इन्शुरन्स प्लान तक शामिल हैं। कई स्वास्थ्य योजनाओं की उपलब्धता के साथ, कंपनी ऑनलाइन नवीनीकरण सुविधाएं भी प्रदान करती है।
यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस रिन्यूअल प्रक्रिया के बारे में और जानें:
हेल्थ इंश्योरेंस नवीनीकरण कंपनियां
स्टार हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
केयर हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड हेल्थ इंश्योरेंस नवीनीकरण
मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
एसबीआई हेल्थ इंश्योरेंस नवीनीकरण
एचडीएफसी एर्गो हेल्थ इंश्योरेंस नवीनीकरण
रॉयल सुंदरम हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
टाटा एआईजी हेल्थ इंश्योरेंस नवीनीकरण
ओरिएंटल हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
यूनिवर्सल सोमपो हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल
मणिपालसिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल
रिलायंस हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण
इफको-टोकियो हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल
न्यू इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल
बजाज आलियांज हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल
फ्यूचर जनरली हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल
अपनी पॉलिसी को रिन्यू करने से कई लाभ मिलते हैं जैसे कि:
ग्रेस पीरियड क्या है? क्या मुझे रिन्यूअल प्रीमियम के अलावा कोई जुर्माना देना होगा?
अनुग्रह अवधि वह अवधि है, जिसके दौरान, यदि कोई पॉलिसीधारक समय पर अपने स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम का भुगतान करने में विफल रहता है, तो उनके पास अपने लाभों को निर्बाध रखने के लिए 30 दिनों की अनुग्रह अवधि विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक के दौरान लंबित भुगतान का भुगतान करने का अवसर होता है। यदि इस समय सीमा के भीतर प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है, तो बीमा समाप्त हो जाएगा, और प्राप्तकर्ता सभी लाभों को जब्त कर लेगा।
ग्रेस पीरियड के दौरान अपने प्रीमियम का भुगतान करने से आप जुर्माना अदा करने से बच जाते हैं।
जल प्रदूषण के कारण, प्रकार और इसके स्रोत
आप जानते होंगे कि पृथ्वी का 70 प्रतिशत भाग पानी है और केवल 2.5 प्रतिशत ही ताजा पानी है, यानी उपयोग करने योग्य। जल मानव जाति और पर्यावरण के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है। जैसे-जैसे पृथ्वी की आबादी बढ़ रही है, इस ग्रह के जल संसाधनों पर लोगों का दबाव बढ़ रहा हैं।
आइए विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक अब हम जल प्रदूषण को समझते हैं। जल प्रदूषण तब होता है जब प्रदूषकों (रसायन या रासायनिक कण जो पानी दूषित करते हैं) को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जल निकायों में बिना पर्याप्त उपचार के विसर्जित कर दिया जाता है। अतः, सरल भाषा में हम कह सकते हैं कि यदि पानी की गुणवत्ता खराब है और वह मानव या अन्य जीवित प्राणियों के लिए असुरक्षित या हानिकारक है, जल प्रदूषण कहा जाता विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक है।
जल प्रदूषण के प्रकार और इसके स्रोत
- भूजल प्रदूषण
- भूतल जल प्रदूषण और
- समुद्री जल प्रदूषण।
भूजल प्रदूषण और इसके स्रोत
पानी की बढ़ती मांग के कारण समय बीतने के साथ विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक भूजल का उपयोग बढ़ रहा है। शहरी केंद्रों में मानव सघनता ने इन जल स्रोतों पर एक बड़ा दबाव बनाया है। भूजल प्रदूषण हानिकारक मानव गतिविधियों के कारण हो रहा है जैसे खतरनाक अपशिष्ट निस्तारण प्रणाली, दोषपूर्ण कृषि प्रथाओं और उर्वरक के अनुचित उपयोग भूजल प्रदूषण का कारण है ।
प्रदूषक जो भूजल की गुणवत्ता को प्रभावित करता है उसमें रोगजनकों, नाइट्रोजन, क्लोराइड, सल्फेट, भंग कार्बनिक कार्बन, भारी धातु, हलोजनयुक्त सॉल्वैंट्स, ईंधन और स्नेहक, आदि शामिल हैं जो विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न होते हैं। प्रदूषक के स्रोतों में भूमिगत भंडारण टैंक, सेप्टिक टैंक, लैंडफिल साइट, बड़ी औद्योगिक सुविधाएं, उर्वरक अनुप्रयोग, फैल, कीटनाशक अनुप्रयोग, खतरनाक अपशिष्ट साइटें, सतह के अशुद्धियां, खारे पानी की घुसपैठ, सीवर लाइन, उथले इंजेक्शन कुएं, खनन और खान जल निकासी, अपशिष्ट ढेर, आदि सभी ऐसे स्रोत हैं जो प्रदूषक पैदा करते हैं जो भूजल की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं।
जल प्रदूषण के कारण
1. औद्योगिक अपशिष्ट: उद्योगों का अशोधित कचरा और घरेलू सीवर जल स्रोतों में डाल दिया जाता है जो उन्हें उपयोग के लिए अनुपयुक्त बनाता है और जलीय जीवों के लिए भी हानि उत्पन्न करता है। जल प्रदूषण का एक कारण घरेलू कूड़ा कचरा जल में बहा दिया देना है एवं घरेलू तथा सार्वजनिक शौचालयों से निकला मल-मूत्र जब नदी विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक नालों तथा तालाबों में मिल जाता है तो जल प्रदूषण का कारण बनता है।
2. मानव स्वच्छता गतिविधियाँ : नहाना, कपड़े धोना, आदि जल स्रोतों को दूषित कर देता है क्योंकि सफाई कार्य के लिए प्रयुक्त साबुन में हानिकारक रसायन होते हैं।
3. रासायनिक उर्वरक-किसानों द्वारा प्रयुक्त कीटनाशक और उर्वरक जल स्रोतों में बहा दिए जाते हैं और जलीय पौधों और जीव के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। यह अवसर मिलने पर खाद्य श्रृंखला के माध्यम से मानव शरीर में पहुँच सकता है।
ऑनलाइन खरीदारी में ध्यान रखने योग्य बातें
कल इत्तेफाक से एक पुराने मित्र की दुकान पर गया, वैसे तो कोरोना नाम के इस हऊए के डर से पिछले सात-आठ महीनों से मिलना-मिलाना और आना-जाना बंद सा ही है, लेकिन कल सुबह अखबार में उसके पूरे एक पन्ने के विज्ञापन को देखकर रहा नहीं गया। पचासी परसेंट डिस्काउंट, फिर दुकान पर अपना पुराना मित्र और कुछ ना करेगा, तो ठीक-ठाक माल तो दे ही देगा, लेकिन दुकान पर जाकर ताज्जुब हुआ कि दिन के दो बज रहे थे, मौसम भी ठीक था, लेकिन पूरी दुकान में मुश्किल से 10 ग्राहक, जबकि पिछले साल की मुझे याद है और पिछले क्या पिछले और उसके पिछले साल भी, इस दुकान पर सुबह 10:00 बजे से रात 9:00 बजे तक तिल रखने की जगह नहीं रहती थी।
‘क्या बात है मधुकर भाई यह…
मैंने जान-बूझकर अपना सवाल अधूरा छोड़ दिया। ‘अरे भाई साहब, एक तो कोरोना ने वैसे ही कमर तोड़ रखी थी, सोचा था कि फेस्टिव सीजन में कुछ दाल-दलिया हो जाएगा, लेकिन देख रहे हैं कि क्या हाल है। पूरे एक लाख का विज्ञापन दिया था और आए हैं सुबह से मुश्किल से 50 ग्राहक, उसमें भी 50 परसेंट फोकटिये।’
मैं करता भी तो क्या कहता, वैसे ही कुछ फॉर्मल बोल-बाल कर चला आया। घर आकर देखा, तो बाहर अमेजॉन का कोरियर बॉय खड़ा है। मैं चौंका मैंने विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक तो कोई आर्डर दिया ही नहीं था, फिर… तभी अंदर से श्रीमती जी निकलीं। मैंने सवालिया निगाहें उनकी तरफ उठाई तो बोलीं, ‘अरे चार सूट मंगवाए हैं। बहुत ही चीप रेट में हैं…’ कहकर वह पैकेट लेकर अंदर चली गईं।
गृहलक्ष्मी Web Stories
अब मुझे मधुकर भाई की दुकान की पिक्चर फेल होने का कारण कुछ-कुछ समझ में आ रहा था। समझ में आ रहा था, कि लाकडाउन से पहले धीरे-धीरे एक-एक कदम रखती कंपनियों की चाल अब बदल चुकी है। लॉकडाउन के पीरियड में जिन एकाध सेक्टर में उछाल आया है, उनमें ई-कॉमर्स भी शामिल है। ऑनलाइन खरीदारी अब आदत में आती जा रही है। अब तो अखबारों में भी यह कंपनियां बड़े-बड़े विज्ञापन दे रही हैं और नेट पर तो इनके विज्ञापनों की पकड़ बेहद मजबूत है ही। कोरोना ने आम आदमियों की बाजार जाकर शॉपिंग करने की आदत पर जो रोक लगाई, उसका पूरा-पूरा फायदा इन ई-कॉमर्स कंपनियों को मिला है। सुरक्षा की चिंता, बाहर जाने का डर, इंफेक्शन की चिंता आदि ने ऑनलाइन शॉपिंग को आज जरूरत बना दिया है। कमाल की बात यह है कि यह ट्रेंड अब उच्च वर्ग के अलावा मध्यम वर्ग से होता हुआ विकल्प खरीदते समय विचार करने योग्य कारक निम्न मध्यम वर्ग तक फैलता जा रहा है।
विराम चिन्ह MCQ Quiz - Objective Question with Answer for विराम चिन्ह - Download Free PDF
Key Points योजक चिह्न:- हिंदी में अल्प विराम चिन्ह के बाद योजक चिह्न का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है। योजक का अर्थ मिलाने वाला या जोड़ने वाला होता है।
दो शब्दों के मध्य अर्थ में स्पष्टता लाने के लिए योजक चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण -
- सुख-दुःख जीवन में आते जाते रहते हैं।
- जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते ही हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण :-
विस्मयादिबोधक चिह्न-
- जो शब्द वक्ता या लेखक के हर्ष , शोक , नफरत , विस्मय , ग्लानी आदि भावो का बोध कराता है उसे विस्मयादिबोधक कहते हैं।
- इसका चिन्ह (!) होता है।
- 'इतना गहरा तालाब !' , वाक्य में विस्मयादिबोधक चिह्न का प्रयोग हुआ है ।
कारक के भेद
- कर्ता कारक
- कर्म कारक
- करण कारक
- संप्रदान कारक
- अपादान कारक
- संबंध कारक
- अधिकरण कारक
- संबोधन कारक
कर्ता कारक
वाक्य में जो शब्द कार्य करता है उसे कर्ता कारक कहा जाता है। इस प्रकार के कारक कर्ता द्वारा किए गए कार्य को दर्शाते हैं। इसका प्रयोग सदैव भूतकाल में होता है, एवं उसकी विभक्ति ने द्वारा होती है।
“ने” द्वारा प्रदर्शित कर्ता सदैव संज्ञा या सर्वनाम होता है।
कर्ता कारक के उदाहरण :-
- राम ने खाना खा लिया।
- धीरज ने अपना काम कर लिया।
- वैशाली ने यह कहा था।
- माताजी ने कुत्ते पालें हैं।
- तुम ने क्या किया?
- ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली।
- रविंदर ने चुप रहना सही समझा।
- प्रतिलिपि ने प्रतियोगिता शुरू की है।