मुफ़्त विदेशी मुद्रा रणनीति

इंट्रा डे ट्रेडिंग

इंट्रा डे ट्रेडिंग
इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करने से पहले इन बातो का रखे ध्यान - Intraday Trading for Beginners in Hindi Reviewed by Share Market Help on मार्च 03, 2021 Rating: 5

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेहतरीन शेयर कौन से है 2021

इंट्राडे ट्रेडिंग का अर्थ होता है कि स्टॉक मार्केट खुलने और बंद होने के अंतराल जो भी खरीदारी और बिकवाली होती है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं शेयर बाजार का समय सुबह 9:15 से शाम 3:30 तक होता है इस बीच हम जब किसी शेयर की खरीदारी और बिकवाली करते हैं तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं और ध्यान रहे जिस शेयर को आपने मार्केट के समय खरीदा है उसे मार्केट के बंद होने के अंतराल बेचना भी होता है इस प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग होती है

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए शेयरों को 3:15 पर बेचना अनिवार्य हो जाता है यदि आपने 3:15 पर शेयर को नहीं बेचा तो वह मार्केट प्राइस पर ऑटो स्क्वायर ऑफ हो जाते हैं

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेहतरीन नियम

बताना चाहता हूं आपको शेयर बाजार की बहुत अच्छी समझ है तभी आप इंट्राडे ट्रेडिंग में कदम रखें अधिकांश व्यापारियों ने शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग में विशेष रुप से शुरुआती, शेयर बाजार में उच्च अस्थिरता के कारण इंट्राडे ट्रेडिंग में अपनी पूंजी खो देते हैं आमतौर पर शेयर बाजार में ट्रेडर्स के नुकसान, भय और लालच के कारण होता हैं क्योंकि शेयर बाजार बहुत ही चंचल होता है इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिम से भरी होती है जबकि निवेश जोखिम से भरा नहीं है बस ज्ञान की कमी हो सकती है

इंट्राडे ट्रेडिंग के बुनियादी नियमों की सूची कुछ इस प्रकार है

1 बाजार में इंट्राडे के लिए समय बहुत महत्वपूर्ण है

2 पहले से ही योजना निवेश रणनीति बनाएं

3 छोटी मात्रा में इंट्राडे में निवेश करें

4 लालच और भय से दूर रहे

5 बाजार में पैसा कम समय ज्यादा वितीत करें

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चुनाव कैसे करें

शेयर बाजार मैं आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ रणनीति बताऊंगा। इंट्राडे के लिए शेयर चुनने के लिए सबसे पहले आपको लिक्विडिटी स्टॉक चुनना होगा। जबकि वोलेटाइल स्टॉक्स से दूरी बनाए रखना चाहिए। इंट्राडे के लिए कई सारे स्टॉक चुनने के बजाए आप सिर्फ 3-4 अच्छे स्टॉक का चुनाव करना चाहिए। शेयर चुनते समय बाजार का ट्रेंड भी देखना चाहिए और उस कंपनी के बारे में आपको जानकारी भी होना चाहिए बेहतर होगा कि आप एक्सपर्ट से भी सलाह लेलें। ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक में उतार चढ़ाव काफी जल्दी जल्दी होते हैं। पैसा लगाने से पहले आप लक्ष्य और स्टॉपलॉस जरूर तय करें। और ज्यादा लालच नहीं करें और जो भी मुनाफा मिले उसे लेकर निकल जाए। आप जो भी स्टॉक इंट्राडे के लिए चुने उसे पहले से ही अपने वॉच लिस्ट में ऐड करके उस पर नजर बनाए रखें

इंट्राडे ट्रेडिंग से कमाई के लिए 5 बेहतरीन शेयर

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए हाई लिक्विडिटी वाले शेयर निम्नलिखित हैं इन शेयरों में रोजाना उतार-चढ़ाव आता रहता है। शेयर बाजार की अच्छी समझ और कंपनी के बारे में पुख्ता जानकारी आपको इंट्राडे में पैसा बनाने में मदद करेगी।

  1. रिलायंस
  2. एचडीएफसी बैंक
  3. बजाज फाइनेंस
  4. डिविस लैब
  5. हिंदुस्तान युनिलीवर

इंट्राडे ट्रेडिंग नियमित शेयर बाजार में निवेश की तुलना में जोखिम भरा है. शुरुआती लोगों के लिए महत्वपूर्ण है कि वे वित्तीय कठिनाइयों का सामना किए बिना केवल उस राशि का ही निवेश करें जिसे खोने पर कोई दुख ना हो.

इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ और हानि

अक्सर इंट्राडे व्यापार शेयर बाजार में तुरंत लाभ अर्जित करने के लिए माना जाता है। इंट्राडे ट्रेडिंग से रोजाना आप अपने निवेश पर बहुत अधिक रिटर्न पा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने वित्त का प्रबंधन भी करना होगा। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बहुत जल्दी जल्दी आते हैं इसी का इंट्राडे निवेशक फायदा उठाते हो और बाजार से लाभ अर्जित करते हैं

अगर बात करें इंट्राडे ट्रेडिंग से हानि की तो इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिमों से भरी होती है यहां शेयर बाजार में उतार चढ़ाव बहुत जल्दी जल्दी आते हैं अगर आपकी रणनीति गलत साबित होती है तो आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है क्योंकि यह बाजार के अंतराल ही की जाने वाली ट्रेडिंग होती है इसे आप लंबे समय तक होल्ड नहीं कर सकते

Stock market में यदि आप सूझबूझ से अच्छे स्टॉक चुनकर ट्रेड करते हैं तो आप भी यकीनन intraday trading में लाभ अर्जित कर सकते हैं

निवेशकों के लिए जरूरी जानकारी: इंट्रा-डे ट्रेडिंग पर जानें, कैसे लगेगा आयकर

शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं।

सांकेतिक तस्वीर.

कोविड- 19 महामारी के अनिश्तिता भरे दौर में निवेशक अब शेयर बाजार में लंबे समय तक पैसा लगाने के बजाए इंट्रा-ट्रेडिंग में हाथ आजमाने लगे हैं। नौकरीपेशा व आम आदमी भी इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाना पसंद करता है। ऐसे निवेशकों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग से हुई कमाई पर आयकर गणना कैसे की जाएगी। पेश है प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा मुनाफा
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं। इस तरह ट्रेडिंग का मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि बाजार में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है।

लिहाजा ऐसे मुनाफे को कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा। ट्रेडिंग करते समय भी जब निवेशक स्टॉक खरीदेगा तो भी उसे यह बताना पड़ेगा कि संबंधित स्टॉक को इंट्रा-डे के लिए खरीदा जा रहा अथवा डिलीवरी के लिए। यहां डिलीवरी का मतलब स्टॉक को एक दिन से ज्यादा समय के लिए रखना है।

कोई नौकरीपेशा इंट्रा-डे ट्रेडिंग करता है तो यह कारोबार या पेशे के रूप में अतिरिक्त आय होगी और रिटर्न भरते समय आईटीआर फॉर्म-3 का उपयोग करना होगा। वित्तवर्ष 2020-21 में अगर किसी ने इंट्रा-डे ट्रेडिंग किया है तो उसे आईटीआर-3 में इसके मुनाफे या घाटे का विवरण देना होगा।

निवेशकों के लिए जरुरी जानकारी

  1. स्टॉक में निवेश से हुए नुकसान को समायोजन आठ साल किया जा सकेगा।
  2. एलटीसीजी से नुकसान की भरपाई एसटीसीजी में हो सकेगी, एसटीसीजी की भरपाई, एसटीसीजी से नहीं कर सकेंगे।
  3. इंट्रा-डे से हुए नुकसान का समायोजन करने को पेशेवरसे ऑडिट कराना जरूरी होगा।

खर्च और नुकसान के समायोजन का मौका
आयकरदाताओं को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के कारोबार की श्रेणी में रखने का फायदा भी मिलता है। आयकर कानून के तहत इस ट्रेडिंग पर आए खर्च को आप कारोबारी खर्च की तरह रिटर्न में समायोजित कर सकते हैं। रिटर्न भरते समय करदाता इंटरनेट, टेलीफोन, डीमैट खाते के खर्च के अलावा ब्रोकर शुल्क पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं। हालांकि इसका समायोजन वेतन, अन्य कारोबार, आवासीय संपत्ति या किसी और कमाई के साथ नहीं कर सकेंगे। नुकसान को अगले साल के मुनाफे में समायोजित करने के लिए रिटर्न में भी इसका उल्लेख करना होगा।

एक से ज्यादा निवेश तो भरेंगे आईटीआर फॉर्म-2
स्टॉक में एक दिन से ज्यादा निवेश करने वाले करदाताओं रिटर्न भरते समय आईटीआर-2 फॉर्म चुनना होगा। ऐसे निवेशकों पर दो तरह से आयकर की देनदारी बनती है। अगर उसने 12 महीने से कम समय के लिए निवेश किया है तो लघु अवधि का पूंजीगत लाभ कर देना होगा। यह स्टॉक से एक लाख रुपये से ऊपर के शुद्ध मुनाफे पर 10 फीसदी लगता है। एलटीसीजी के मामले में नुकसान की भरपाई आठ साल तक की जा सकेगी।

विस्तार

कोविड- 19 महामारी के इंट्रा डे ट्रेडिंग अनिश्तिता भरे दौर में निवेशक अब शेयर बाजार में लंबे समय तक पैसा लगाने के बजाए इंट्रा-ट्रेडिंग में हाथ आजमाने लगे हैं। नौकरीपेशा व आम आदमी भी इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाना पसंद करता है। ऐसे निवेशकों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग से हुई कमाई पर आयकर गणना कैसे की जाएगी। पेश है प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा मुनाफा
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं। इस तरह ट्रेडिंग का मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि बाजार में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है।

लिहाजा ऐसे मुनाफे को कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा। ट्रेडिंग करते समय भी जब निवेशक स्टॉक खरीदेगा तो भी उसे यह बताना पड़ेगा कि संबंधित स्टॉक को इंट्रा-डे के लिए खरीदा जा रहा अथवा डिलीवरी के लिए। यहां डिलीवरी का मतलब स्टॉक को एक दिन से ज्यादा समय के लिए रखना है।

कोई नौकरीपेशा इंट्रा-डे ट्रेडिंग करता है तो यह कारोबार या पेशे के रूप में अतिरिक्त आय होगी और रिटर्न भरते समय आईटीआर फॉर्म-3 का उपयोग करना होगा। वित्तवर्ष 2020-21 में अगर किसी ने इंट्रा-डे ट्रेडिंग किया है तो उसे आईटीआर-3 में इसके मुनाफे या घाटे का विवरण देना होगा।

  1. स्टॉक में निवेश से हुए नुकसान को समायोजन आठ साल किया जा सकेगा।
  2. एलटीसीजी से नुकसान की भरपाई एसटीसीजी में हो सकेगी, एसटीसीजी की भरपाई, एसटीसीजी से नहीं कर सकेंगे।
  3. इंट्रा-डे से हुए नुकसान का समायोजन करने को पेशेवरसे ऑडिट कराना जरूरी होगा।


खर्च और नुकसान के समायोजन का मौका
आयकरदाताओं को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के कारोबार की श्रेणी में रखने का फायदा भी मिलता है। आयकर कानून के तहत इस ट्रेडिंग पर आए खर्च को आप कारोबारी खर्च की तरह रिटर्न में समायोजित कर सकते हैं। रिटर्न भरते समय करदाता इंटरनेट, टेलीफोन, डीमैट खाते के खर्च के अलावा ब्रोकर शुल्क पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं। हालांकि इसका समायोजन वेतन, अन्य कारोबार, आवासीय संपत्ति या किसी और कमाई के साथ नहीं कर सकेंगे। नुकसान को अगले साल के मुनाफे में समायोजित करने के लिए रिटर्न में भी इसका उल्लेख करना होगा।

एक से ज्यादा निवेश तो भरेंगे आईटीआर फॉर्म-2
स्टॉक में एक दिन से ज्यादा निवेश करने वाले करदाताओं रिटर्न भरते समय आईटीआर-2 फॉर्म चुनना होगा। ऐसे निवेशकों पर दो तरह से आयकर की देनदारी बनती है। अगर उसने 12 महीने से कम समय के लिए निवेश किया है तो लघु अवधि का पूंजीगत लाभ कर देना होगा। यह स्टॉक से एक लाख रुपये से ऊपर के शुद्ध मुनाफे पर 10 फीसदी लगता है। एलटीसीजी के मामले में नुकसान की भरपाई आठ साल तक की जा सकेगी।

1 रुपए में इंट्रा डे और इन्वेस्टमेंट प्लान: सैमको ने लॉन्च किया भारत का पहला रियल-टाइम स्टॉक ट्रेडिंग ऐप, रिस्क रेशियो पर रख सकते हैं नजर

KyaTrade प्लान्स में बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर हर दिन 5 से 20 ट्रेडिंग आइडिया की सिफारिश मिलती है। आने वाले समय में अन्य श्रेणियों में भी इक्विटी कैश में नए ट्रेडिंग आइडिया जोड़े जाएंगे - Dainik Bhaskar

अगर आप शेयर बाजार के निवेशक हैं तो अब आप एक रुपए के चार्ज पर इंट्रा डे और इन्वेस्टमेंट प्लान का आइडिया पा सकते हैं। इंट्रा डे मतलब एक ही दिन में शेयर खरीदने और बेचने से होता है। सैमको ने इसी तरह का एक ऐप लांच किया है जो रियल टाइम स्टॉक ट्रेडिंग एएप है। निवेशक इसके जरिए रिस्क रेशियो पर भी नजर रख सकते हैं।

लाखों नए निवेशक बाजार से जुड़े

कोविड-19 महामारी में लाखों नए निवेशक इक्विटी मार्केट को आय के एक वैकल्पिक स्रोत के रूप में देख रहे हैं। लेकिन ऐसे लोगों को डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद यह नहीं मालूम होता है कि आगे क्या करना है। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए सैमको सिक्योरिटीज ‘KyaTrade’ नाम से ऐप लांच किया है। यह इस इंडस्ट्री में अपनी तरह का पहला ऐप है। यह एक ऐसा ऐप है, जिस पर निवेशकों को ट्रेडिंग इंट्रा डे ट्रेडिंग के आइडिया से लेकर रेकमेंडशन तक मिलते हैं।

इस ऐप पर निवेशक को नए और काफी अधिक कंविक्शन वाले इक्विटी ट्रेडिंग के साथ-साथ इंवेस्टमेंट आइडिया मिलते हैं।

पहले महीने के लिए एक रुपए का स्टार्टर पैक

KyaTrade मार्केट के इंवेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए बिल्कुल अलग-अलग सोल्यूशन पेश करता है, क्योंकि दोनों के पोर्टफोलियो, रिस्क प्रोफाइल और ऑब्जेक्टिव बिल्कुल अलग-अलग तरह के होते हैं। ग्राहक पहले महीने में मात्र एक रुपए का चार्ज देकर इंट्राडे और इंवेस्टमेंट प्लान दोनों के बेनिफिट्स ले सकते हैं।

बाजार में प्रवेश करना आसान नहीं

सैमको ग्रुप के फाउंडर एवं सीईओ जिमित मोदी ने कहा कि सैमको इक्विटी ब्रोकिंग मार्केट में निवेशकों और ट्रेडर्स की वास्तविक चुनौतियों को सुलझाने में हमेशा से आगे रहा है। हमारा मानना है कि मार्केट में प्रवेश करना आसान है क्योंकि कोई भी ब्रोकिंग और डिमैट अकाउंट खुलवाकर साइनअप कर सकता है लेकिन मार्केट को ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट के जरिए जोखिम को समायोजित कर आय का स्रोत बनाना चुनौतीपूर्ण बना रहता है।

इन्वेस्टर और ट्रेडर हमेशा एक्सपर्ट्स के रेकमेंडेशन चाहते हैं। एक बार जब वे मार्केट में कोई पोजिशन ले लेते हैं तो वह शायद ही यह जान पाते हैं कि उन्हें आगे अपने ट्रेड या इंवेस्टमेंट का क्या करना इंट्रा डे ट्रेडिंग है।

शेयर बाजार से फायदा कमाना आसान नहीं

सैमको सिक्योरिटीज में प्रमुख (इक्विटी रिसर्च) निराली शाह ने कहा कि शेयर बाजार से लाभ अर्जित करना कोई आसान काम नहीं है। आप ऐसे ट्रेडर्स से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं जो बहुत बड़े पैमाने पर और तमाम तरीके के रिसर्च करके इन्वेस्ट करते हैं। ऐसे लोगों के लिए यह आजीविका का साधन होता है। KyaTrade आपके एंट्री के समय के रेट, पोजिशन के आकार, टार्गेट और स्टॉप लॉस को नियंत्रित करता है। इसके साथ ही हमने ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए अलग-अलग रणनीति अपनाई है। इससे यह सबके लिए फायदेमंद विकल्प बन जाता है।

KyaTrade के दो सब्सक्रिप्शन प्लान हैं

KyaTrade के दो सब्सक्रिप्शन प्लान हैं। प्रतिदिन ट्रेडिंग करने वालों के लिए ‘इंट्राडे प्लान’ है। दूसरी ओर, निवेशकों के लिए ‘इंवेस्टमेंट प्लान’ है। इंट्राडे प्लान केवल सीरियस ट्रेडर्स के लिए है, जो सुबह 9.15 बजे से शाम 3.30 तक पूरी तरह समर्पित होकर ट्रेडिंग करते हैं। इसके लिए सबसे कम शुरुआती पूंजी- दो लाख रुपए है। यह केवल प्रोफेशनल ट्रेडर्स के लिए है। इंवेस्टमेंट प्लान में निवेश की शुरुआत करने वालों से लेकर सभी के लिए यह उपयुक्त है।

100 ट्रेड में पैसे नहीं बना तो फीस वापस

अगर निवेशक इन्वेस्टमेंट प्लान सिफारिश के तहत 100 ट्रेड से पैसे नहीं बना पाता है तो पूरी वार्षिक सब्सक्रिप्शन फीस रिफंड हो जाएगी। सभी श्रेणियों में हर ऑर्डर पर 20 रुपए का ब्रोकरेज शुल्क देना होगा। पहले साल के लिए कोई सालाना मैनेजमेंट चार्ज नहीं लगेगा।

5-20 ट्रेडिंग आइडिया हर दिन मिलती है

KyaTrade प्लान्स में बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर हर दिन 5 से 20 ट्रेडिंग आइडिया की सिफारिश मिलती है। आने वाले समय में अन्य श्रेणियों में भी इक्विटी कैश में नए ट्रेडिंग आइडिया जोड़े जाएंगे। इसे मासिक और वार्षिक आधार पर सब्सक्राइब किया जा सकता है। मासिक सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमत 1,500 रुपए प्रति माह और वार्षिक सब्सक्रिप्शन प्लान 9,000 रुपए प्रति वर्ष का है।

इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करने से पहले इन बातो का रखे ध्यान - Intraday Trading for Beginners in Hindi

शेयर मार्किट एक ऐसी जगह है जहा लोग अपना पैसा इन्वेस्ट करके एक अच्छा मुनाफ़ा लेते है किन्तु शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने का अलग अलग तरिका होता है । जिसमे से एक तरिका है इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading)इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करना शेयर मार्किट में नए लोगो के लिए काफी कठिन होता है क्यूंकि अगर आपको इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) के बारेमे कुछ पता नही है तो यह आपको नुकशान भी करवा सकता है ।

  • इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) क्या है ?

इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) एक दिन में शेयर खरीद कर बेचने का ट्रेडिंग होता है मतलब की आप शेयर मार्किट सुबह शुरू होने के बाद आप कोई भी शेयर लेते है और मार्किट बंध होने से पहले उसी दिन आप उस शेयर को बेच देते है आपको शेयर का मुनाफ़ा या नुकशान उस्सी दिन लेकर शेयर को बेचना होता है जो एक ही दिन में करना पड़ता है वो भी मार्किट शुरू होने से बंध होने तक जिसको इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) कहते है।

  • इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) में इन बातो का रखे ध्यान
  • शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग का टाइम सुबह 9:15 से दोपहर 3:30 का होता है जिस टाइम में आपको शेयर की खरीदी और बिकवाली करनी है
  • इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) में आपको एक दिन में ही खरीदी और बिकवाली करनी है अगर आप अपनी पोजीशन मार्किट बंध होने से पहले बंध नही करते तो आपको उसमे पेनाल्टी भी लग सकती है
  • इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) में आपको अपने मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन पर लगातार अपने शेयर पर नज़र रखनी पड़ेगी
  • आपको ऐसे शेयर select करने है जिसमे ज्यादा volatility (उतार-चढ़ाव) रहते हो ताकि जब आपका शेयर आपकी खरीदी हुई किमात से उप्पर जाए तो आप अपना प्रॉफिट लेके जल्दी से निकल सके
  • आपको यह बात का पता होना चैये की इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) में नुकशान भी हो सकते है तो इसलिए आपको अपने लिए गए शेयर के पहले से ही नुकशान की सीमा तय करनी चाहिए
  • आपको किसी भी शेयर में उतना ही invest करना चाहिए जितना आप नुकशान भी जेल सके
  • अपना टारगेट (target) और स्टॉप लोस (stoploss) आर्डर लगाते वक्त तय करे |

अगर आपको टारगेट (target) और स्टॉप लोस (stoploss) के बारेमे पता नही है जो ज्यादा जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करे " टारगेट (इंट्रा डे ट्रेडिंग target) और स्टॉप लोस (stoploss)"

आपको यह जानकारी पसंद आही हो तो अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे और अपना सुजाव कोमेंट करके ज़रूर दे |

इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करने से पहले इन बातो का रखे ध्यान - Intraday Trading for Beginners in Hindi

इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करने से पहले इन बातो का रखे ध्यान - Intraday Trading for Beginners in Hindi Reviewed by Share Market Help on मार्च 03, 2021 Rating: 5

रेटिंग: 4.81
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 654
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *