स्टॉक मार्केट क्या होता है

SME IPO भी पैसा जुटाने का एक जरिया है। इसमें स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज कंपनी के पास शेयर बेचकर पैसा इकट्ठा करने का माध्यम होता है। इसके बाद कंपनियां BSE SME या स्टॉक मार्केट क्या होता है NSE इमर्ज प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होती है। SME IPO के लिए कंपनी के पास पोस्ट इश्यू कैपिटल 1 करोड़ से 25 करोड़ के बीच में रहना चाहिए।
स्टॉक मार्केट में एक्स-डेट और रिकॉर्ड-डेट क्या मतलब होता है?
नई दिल्ली. शेयर मार्केट में पैसा केवल शेयरों की बढ़ती या घटती कीमत से ही नहीं कमाया जाता है. बोनस शेयर और डिविडेंड भी कमाई का एक बहुत बड़ा स्रोत होते हैं. हालांकि, ये लाभ हर शेयरधारक को नहीं मिल जाता है. अगर आप बाजार में नई एंट्री कर रहे हैं तो आपको बता दें कि बोनस या डिविडेंड की घोषणा कई दिन बाद ही ये आपके डीमैट अकाउंट में नजर आता है. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने शेयर कब खरीदे हैं. यहीं 2 नई टर्म्स आपके सामने आती हैं, एक्स-डेट और रिकॉर्ड डेट.
अगर आपने शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू ही किया है या करने की योजना बना रहे हैं तो इन 2 टर्म्स से आपका आमना-सामना होना तय. अक्सर आप लोग सुनते होंगे कि किसी कंपनी ने डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट तय कर दी है या बोनस के लिए रिकॉर्ड डेट फिक्स कर दी गई है. अगर आप भी इन शब्दों को पढ़कर सोच में पड़ जाते हैं तो ये लेख आपके लिए ही है. आज हम बताएंगे कि ये क्या होते हैं और निवेशकों के लिए क्यों जरूरी है.
IPO हो तो ऐसा! SME स्टॉक ने दिया 107% का रिटर्न, इसी महीने लिस्ट हुई थी कंपनी
स्टॉक मार्केट में कई ऐसी कंपनियां होती हैं जिनकी चर्चा कम होती है। Technopack Polymers उन्हीं में से एक है। कंपनी के शेयर 16 प्रतिशत की उछाल के साथ आज बीएसई में 114 रुपये के लेवल तक पहुंच गए थे। बता दें, SME स्टॉक ने मार्केट में 16 नवंबर को डेब्यू किया था। तब से अबतक यह कंपनी का उच्चतम स्तर है।
Technopack Polymers के शेयरों में लिस्टिंग के बाद से ही 107 प्रतिशत तक की उछाल देखने को मिली है। यानी जिस किसी निवेशक ने इश्यू प्राइस पर दांव लगाया होगा उसका रिटर्न दोगुना से अधिक हो गया होगा। बता दें, Technopack Polymers का इश्यू प्राइश 55 रुपये प्रति शेयर था।
शेयर बाजार जुआ नहीं, स्टॉक मार्केट से जुड़े 5 मिथक जो बन सकते हैं नुकसान का कारण
क्या आपको भी शेयर मार्केट (Share Market) जुए (Gambling) की तरह लगता है? लेकिन ऐसा नहीं है. शेयर मार्केट से जुड़े ऐसे कई मिथक (Stock Market Myths) हैं जो शायद आपके नुकसान की वजह बन रहे होंगे. आपको पांच ऐसे मिथकों के बारे में बताते हैं जिन्हें आपको तोड़ना चाहिए.
जुआ अलग चीज है. जुए में जीत हार की 50-50 चांस होती है और इस प्रोबेबिलिटी को आप नहीं बदल स्टॉक मार्केट क्या होता है सकते. लेकिन शेयर मार्केट में स्ट्रेटेजी के साथ की गई इंवेस्टमेंट गेम ऑफ चांस नहीं होता. ये रिस्क और रिवॉर्ड पर बेस्ड है. शेयर मार्केट में नॉलेज और स्किल मुनाफा बना सकता है. इंवेस्टर मार्केट ट्रेंड, पैटर्न्स, कंपनी फंडामेंटल्स जैसे बैलेंस शीट, प्रोफिट एंड लॉस स्टेटमेंट, कैश फ्लो स्टेटमेंट जैसी चीजों का एनालिसिस करे तो शेयर मार्केट में अपने मुनाफे और नुकसान को कंट्रोल कर सकता है. दिमाग और आंखों पर पर्दा डालकर इंवेस्ट करने वालों के लिए शेयर मार्केट जुआ ही है.
दूसरा- कॉपी केट इंवेस्टमेंट या क्लोनिंग
अगर आप सोचते हैं कि किसी का भी इंवेस्टमेंट प्लान देख कर इंवेस्ट कर देंगे तो आप भारी भूल कर रहे हैं. गूगल पर आजकल ये भी पता चल जाता है कि दिवंगत राकेश झुनझुनवाला का इंवेस्टमेंट प्लान क्या है. आईडिया बहुत बुरा है. बड़े बिजनेस मैन का विजन अगल है, उनके निवेश का उद्देश्य अलग है, उनके पास निवेश करने वाली पूंजी आपके पैसे से कई गुना ज्यादा है. अगर आप उन्हें कॉपी करते हैं तो आपकी जरूरत के हिसाब से इंवेस्ट नहीं होगा और वैसे रिटर्न्स नहीं मिलेंगे. मान लीजिए कोई अनुभवी रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहा है और आप 25 की उम्र में सोच रहे हैं कि अनुभवी है तो इनका प्लान कॉपी किया जाए. अब अनुभवी साहब शेयर मार्केट से पैसा निकाल कर पीपीएफ में डाल रहे हैं तो क्या आप भी यही करेंगे? खुद से पूछिए. पता चल जाएगा कि आप खुद का स्टॉक मार्केट क्या होता है नुकसान करवा रहे हैं. कॉपी करना ही है तो आईडियाज, फिलॉसफी को कॉपी करें. प्लान को नहीं.
चौथा- शेयर मार्केट में अमीर लोग ही निवेश करते हैं
आप ये भी बोल सकते हैं कि जिसके पास खूब पैसा है वो ही निवेश कर सकता है लेकिन ऐसा नहीं है. शेयर मार्केट में आप कम पैसा निवेश कर 5-6 साल तक होल्ड करते हैं तो रिटर्न अच्छा मिल सकता है. अब दिग्गज इंवेस्टर वारन बुफे को देख लीजिए विशाल संपत्ति के इस मालिक ने कुछ डॉलर्स के साथ निवेश शुरू किया था. और आजकल शेयर मार्केट में एंट्री लेने का आसान जरिया एसआईपी भी है जिसमें मिनिमम 100 रुपये से लाखों रुपयों तक इंवेस्ट किया जा सकता है. लॉन्ग टर्म तक होल्ड करने की हैबिट बनाएं तो फायदे में रहेंगे. रातों रात शेयर मार्केट से कोई अमीर नहीं बन जाता. ये भी अपने आप में एक मिथक ही है.
शेयर मार्केट में आमतौर आप ऐसा करते हैं लेकिन उसका उद्देश्य अलग होता है. अगर आप 500 रुपये के स्टॉक को 50 रुपये तक गिरने पर खरीदते हैं और सोचते हैं कि वो वापस 500 के पार जाएगा तो ये गलत है. वो कहते हैं न कि गिरते हुए चाकू को पकड़ने की कोशिश करने वालों को ही चोट लगती है. वैसे ही कंपनी के फंडामेंटल्स देखें, जो स्टॉक साल भर में 50 से 70 हुआ है और लगातार बढ़ रहा है. ऐसी जगह ही निवेश करें.
शेयर बाजार में पैसा कैसे निवेश करें? How to Money Invest in Share Market?
शेयर मार्केट में Invest करने से पहले हमारे सामने कई सवाल होते हैं जैसे कि, How to invest in share market, स्टॉक मार्केट क्या होता है कहां निवेश और कैसे निवेश करें या Invest करने में कोई धोखा तो नहीं। इन ही बातो का हमने खयाल रखा तो हम आसानी से शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
- जब कभी स्टॉक मार्केट क्या होता है भी Invest करना हो उससे पहले उस कंपनियों की हालातों पर नजर रखें।
- शेयर विकास दर कम स्टॉक मार्केट क्या होता है स्टॉक मार्केट क्या होता है हो या महँगाई दर ज्यादा हो तो तब बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।
- जब भी शेयर बाजार की हालत थोड़ी कमजोर हो तो बड़ी कंपनियों की तरफ ध्यान रखे।
- कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है, जब आप स्टॉक मार्केट में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो आपको सबसे पहले उनके पास से दो account खोलने पड़ते है " Demat Account " और " Trading Account " यह account खोलने के बाद आप आसानी से कोई भी शेयर की खरेदी-बिक्री कर सकते है।
- आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए की, वह कम फ़ीस में आपको अच्छी और बेहतरीन सेवा दे।
- शेयर बाजार में पैसे लगाना ही सबकुछ नही है बल्कि आपको financial plan की भी जरूरत होती है। इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी financial situation, cash flow और रिक्स लेने की क्षमता पर विचार करना चाहिए।
- शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है वरना आपको बहुत बडी कीमत चुकानी पडती है। इसलिए आप किसी जल्दबाजी में कोई फैसला ना ले।
Trading क्या है Trading कितने प्रकार कि होती है?
Trading क्या है? यह प्रश्न ज्यादातर स्टॉक मार्केट में नए लोगों को परेशान करता है। आज कई small retailers स्टॉक मार्केट में है जो trading और investment में अंतर नहीं समझ पाते है। अगर आपको भी ट्रेडिंग शब्द का मतलब नहीं पता है। तो आज कि लेख में हम आपको trading meaning in hindi के बारे में बारीकी से समझाएंगे। इसलिए स्टॉक मार्केट क्या होता है आज का पोस्ट आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए इस अंत तक पढ़े। तो फिर आइए जानते हैं।
Trading को आसान शब्दों में व्याख्या करें तो हिंदी में इसे " व्यापार " कहा जाता है। यानी कि किसी वस्तु या सेवा का आदान प्रदान करके मुनाफा कमाना।
Stock Market Trading कितने प्रकार के होते हैं?
- Scalping Trading
- Intraday Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
Scalping Trading क्या है?
Scalping Trading वह trade जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders स्टॉक मार्केट क्या होता है स्टॉक मार्केट क्या होता है जो केवल कुछ सेकंड या मिनट के लिए शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं। ऐसे ट्रेडर्स स्टॉक मार्केट क्या होता है को scalpers कहा जाता है। बता दू कि scalping trading को सबसे जायदा रिस्की होता है।
Intraday Trading क्या है?
Intraday Trading वह trade जो 1 दिन के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो Market (9:15 am) के खुलने के बाद शेयर खरीद लेते हैं। और मार्केट बंद(3:30 pm) होने से पहले शेयर को बेच देते है। ऐसे ट्रेडर्स को Intraday ट्रेडर्स कहा जाता है। बता दू कि Intraday ट्रेडिंग scalping trading से थोड़ा कम रिस्की होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए पोस्ट को पढ़े।
Trading और Investment में क्या अंतर है?
- Trading में शेयर को short term के लिए खरीदा जाता है। वहीं Investment में शेयर को लंबे समय के लिए खरीद लिया जाता है।
- Trading में टेक्निकल एनालिसिस की जानकारी होना जरूरी होता है। वहीं Investment में fundamental analysis की जानकारी प्राप्त होनी चाहिए।
- Trading कि अवधि 1 साल तक की होती है। वहीं निवेश कि अवधि 1 साल से ज्यादा कि होती है।
- Trading करने वाले लोगों को traders कहा जाता है। वहीं निवेश (Investment) करने वाले लोगों को निवेशक (Invester) कहां जाता है।
- Trading short term मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है वहीं निवेश लंबी अवधि के मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है।
जैसे कि आपने हमारी आज के लेख में trading kya hai के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है। आज आपने ट्रेडिंग के साथ साथ ट्रेडिंग के प्रकार और निवेश से ट्रेडिंग किस तरह अलग होता है यह भी जाना है। अगर आपको भी share market में trade करना है तो सबसे पहले इसके बारे में विस्तार से जानकारी अवश्य ले। नहीं तो आपको अच्छा खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है।