क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड

3) लीवरेज्ड ईटीएफ (Leveraged ETF)
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश का दायरा बढ़ाने पर विचार करेगा EPFO
ईपीएफओ को निवेश पर सर्वाधिक 17.01 प्रतिशत रिटर्न यूटीआई म्यूचुअल फंड से मिला है. इसमें 8,995.04 करोड़ रुपये का निवेश किया गया. (IE)
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का न्यासी बोर्ड शेयर में निवेश पर रिटर्न अधिकतम करने के लिये इक्विटी से जुड़ी योजनाओं या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश का दायरा व्यापक बनाने पर कल होने वाली बैठक में विचार कर सकता है. बैठक के लिए सूचीबद्ध एजेंडा के अनुसार इसके अलावा ईपीएफओ निदेशक मंडल अपने कोष के प्रबंधन के लिये पांच कोष प्रबंधकों … एसबीआई, आईसीआईसीआई सिक्योरिटी प्राइमरी डीलरशिप, रिलायंस कैपिटल, एचएसबीसी एएमसी तथा यूटीआई एएमसी को छह माह का विस्तार देने के प्रस्ताव पर भी विचार करेगा.
टाटा म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया Nifty India Digital ETF, डिजिटल थीम में निवेश का मिलेगा फायदा
TV9 Bharatvarsh | Edited By: संजीत कुमार
Updated on: Mar 15, 2022 | 7:00 AM
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने वालों के लिए काम की खबर है. टाटा म्यूचुअल फंड (Tata Mutual Fund) ने टाटा निफ्टी इंडिया डिजिटल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Tata Nifty India Digital Exchange Traded Fund) लॉन्च किया है. यह एक ओपन-एंडेड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) है जो निफ्टी इंडिया डिजिटल इंडेक्स (Nifty India Digital Index) को ट्रैक करता है. न्यू फंड ऑफर (NFO) 14 मार्च से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है. इसमें 25 मार्च तक निवेश किया जा सकता है. इस योजना में कोई एंट्री या एक्जिट लोड नहीं है. फंड का प्रबंधन मीता शेट्टी करेंगी. इस फंड में मिनिमम 5,000 रुपये से निवेश की शुरुआत की जा सकती है.
इन कंपनियों में होगा निवेश
इंडेक्स में वेटेज के शीर्ष घटक अब 28 फरवरी 2022 तक भारती एयरटेल (Bharti Airtel), टीसीएस (TCS), इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म (Indian Railway Catering and Tourism), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies), इंफोसिस (Infosys), टाटा कम्युनिकेशंस (Tata Communications), इंफो एज (Info Edge), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra), विप्रो (Wipro) और हनीवेल ऑटोमेशन इंडिया (Honeywell Automation India) हैं.
टाटा म्यूचुअल फंड का यह ईटीएफ टाटा डिजिटल इंडिया फंड से अलग है, जो इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश करने वाली एक ओपन एंडेड स्कीम है. फंड के मुख्य पोर्टफोलियो में बड़ी और बड़ी आईटी सेवा कंपनियां हैं और सैटेलाइट पोर्टफोलियो में उभरती हुई टेक्नोलॉजी और सर्विस कंपनियों का समावेश है.
म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं. इसमें निवेश करने से पहले आपको एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।.अगर आप बिना जानकारी के इसमें में निवेश करते हैं, तो आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
निवेशकों को सलाह - जल्दबाजी में निर्णय न लें
“निवेशकों को घबराहट में या जल्दबाजी में गोल्ड ईटीएफ से निकासी नहीं करनी चाहिए,” यह कहना है आईआईएफएल के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता का। गुप्ता के अनुसार शेयरों में तेजी का लाभ लेने के क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड लिए निकासी अभी नहीं करनी चाहिए। उन्हें उम्मीद है कि रूस-यूक्रेन के संकट और चीन-ताइवान के तनाव को देखते हुए सोने की कीमतों में उछाल आ सकता है। वहीं भारत में भी त्योहारों का समय आने वाला है। ऐसे में गोल्ड ईटीएफ में यदि निवेश किया जाए और यह निवेश बनाए रखा जाए तो यह सौदा मुनाफे वाला हो सकता है।
गोल्ड ईटीएफ में ₹20,038 करोड़ का निवेश है और ईएलएसएस में ₹1.47910 करोड़ का निवेश है। वहीं मल्टी कैप फंड में ₹59,303 करोड़ और मिड कैप फंड में ₹168,438 करोड़ का निवेश है। अगर लार्ज कैप फंड में कुल निवेश की बात की जाए तो यह ₹231,851 करोड़ है तो स्मॉल कैप फंड में ₹113,332 करोड़ और फोकस फंड में ₹99,933 करोड़ का निवेश है।
Gold ETF के बारे में जानकारी
Gold ETF: क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड म्यूचुअल फंड उद्योग संगठन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने सोने में निवेश करनेवाले खाताधारकों की संख्या में वृद्धि हुई है। लेकिन साथ ही निवेशकों द्वारा निकासी भी की जा रही है। देखा गया है कि जुलाई के महीने में सोने में निवेश के लिए निवेशकों का रुझान कम हुआ है। ईटीएफ गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के मुताबिक 2022 में जुलाई माह के दौरान ₹457 करोड़ निकाले गए हैं। लेकिन वहीं इसी महीने ईटीएफ फोलियो की संख्या में 37,500 की बढ़त भी हुई है। फोलियो की कुल संख्या अब 46.43 लाख हो गई है। इस लेख में जानने की कोशिश करेंगे कि निवेशकों ने निकासी किन कारणों से की होगी।
दरअसल गोल्ड ईटीएफ एक अच्छा विकल्प है यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हों। यह म्यूचुअल फंड का हिस्सा है और इसकी खरीद यूनिट के हिसाब से की जाती है। इसमें शेयर की तरह ही कारोबार होता है। यूनिट बेचने पर निवेशक को सोने के मूल्य के बराबर रकम मिलती है, सोना नहीं मिलता। यह एक ग्राम सोने के जेवर खरीदने से सस्ता और अच्छा विकल्प है। एक ग्राम के जेवर, एक ग्राम सोने के यूनिट से कहीं अधिक महंगे होते हैं क्योंकि उस पर मेकिंग चार्ज का भी अतिरिक्त भुगतान ग्राहक को करना पड़ता है। गोल्ड ईटीएफ के निवेश में ऐसा कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं है और इसमें चोरी का भी कोई डर नहीं है।
आखिर निवेशकों ने क्यों की निकासी
ऐसा माना जा रहा है कि
- शेयरों में तेजी होने के कारण उसका लाभ लेने की दृष्टि से निकासी की जा रही है।
- ब्याज की दरों में वृद्धि होने के कारण पीली धातुओं की कीमतों में कमी आई है जिसके कारण भी ईटीएफ से निकासी की गई।
- सोने की मांग और आपूर्ति पर रुपये में गिरावट का भी असर पड़ा है।
- गोल्ड ईटीएफ की ओर निवेशकों का रुझान कम होने का कारण सोने की कम कीमत भी माना जा रहा है और इसके कारण निकासी की गई है।
Investment Tips: गोल्ड ईटीएफ क्या है? इसमें निवेश करने की जानिए 5 वजहें
Updated Nov 19, 2022 | 09:05 AM IST
गोल्ड ईटीएफ में निवेश के टिप्स जानिए
यह सभी जानते हैं कि भारतीय लोग गोल्ड को पसंद करते हैं। इसके परम्परागत महत्व को देखते हुए, सदियों से विशेष रूप से विशेष अवसरों पर जैसे विवाह या त्योहारों पर गोल्ड एक पसंदीदा क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड उपहार और निवेश रहा है। निवेश के तौर पर, यह मेटल पसंदीदा विकल्पों में आता है क्योंकि इसके साथ लिक्विडिटी की सुविधा के साथ-साथ जब मार्केट में उतार-चढ़ाव होता है, तो आपके पोर्टफोलियों को स्थिरता भी मिलती है। गोल्ड में निवेश करना अब वास्तविक रूप से गोल्ड खरीदने तक सीमित नहीं रहा है। अन्य विकल्प जो अब उपलब्ध हैं, उनसे शुद्धता के साथ समझौता किए बिना सुविधा भी प्राप्त क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड होती है। एक प्रकार का विकल्प गोल्ड ईटीएफ है। ये क्या हैं और क्या ये आपके लिए सही विकल्प है, जानने के लिए पढ़िए।
गोल्ड ईटीएफ क्या है?
गोल्ड ईटीएफ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) है जो वास्तविक गोल्ड की घरेलू कीमत से जुड़ा है। गोल्ड ईटीएफ के एक यूनिट की वैल्यू 1 ग्राम वास्तविक गोल्ड से जुड़ी है। स्टॉक की तरह, गोल्ड ईटीएफ को स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया है, जहां पर उन्हें डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल करके खरीदा और बेचा जा सकता है। होल्डिंग और शुद्धता के आश्वासन के संबंध में पूर्ण पारदर्शिता के साथ, इलेक्ट्रॉनिक तरीके से गोल्ड में निवेश करने का यह एक आदर्श विकल्प है। अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, तो गोल्ड ईटीएफ के जरिए ऐसा करने के पांच कारणों पर आपको विचार करना चाहिए।
गोल्ड ईटीएफ 99.5% शुद्धता से समर्थित होते हैं। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट एक ग्राम वास्तविक गोल्ड की जारी कीमत के बराबर होती है। जब आप गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट को खरीदते हैं, तो कस्टोडियन द्वारा एक ग्राम वास्तविक गोल्ड खरीदा जाता है। भारत में गोल्ड ईटीएफ में कुल निवेश 20,000 करोड़ रूपये का है। जो कि पांच वर्ष पहले की तुलना में यह चार गुणा हो चुका है। यह अपवर्ड ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड निवेश के तौर पर गोल्ड ईटीएफ के बढ़ते प्रचार-प्रसार को दिखाता है।
निम्न लागत- निम्न जोखिम निवेश
जोखिम और लागत के संदर्भ में, गोल्ड ईटीएफ वास्तविक गोल्ड से बढ़कर है। गोल्ड ईटीएफ डीमैट अकाउंट के माध्यम से बेचे और खरीदे जाने वाला डिजिटल निवेश है। क्योंकि इन्हें इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर किया जाता है, वास्तविक गोल्ड की तुलना में चोरी का जोखिम बहुत कम है। इसके अलावा, वास्तविक गोल्ड में निवेश करने की लागत उच्च है क्योंकि आभूषणों पर मेकिंग चार्ज लगाए जाते हैं। गोल्ड ईटीएफ के साथ इस प्रकार का कोई चार्ज नहीं जुड़ा है, इसलिए ये कम लागत पर निवेश का साधन हैं।
क्योंकि गोल्ड ईटीएफ को ऑनलाइन खरीदा जाता है और उन्हें डीमैट अकाउंट में धारित किया जाता है, किसी भी निवेशक द्वारा कभी भी इसे खरीदा और बेचा जा सकता है। इनसे उच्च लिक्विडिटी भी मिलती है क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की तरह इनकी भी वर्तमान गोल्ड कीमत पर ट्रेडिंग की जा सकती है।
टैक्स-अनुकूल
ईटीएफ के ज़रिए गोल्ड में निवेश पर वास्तविक गोल्ड निवेश की तरह सम्पदा कर नहीं लगाया जाता है। लेकिन, गोल्ड ईटीएफ से मिलने वाले रिटर्न, इंडेक्सेशन लाभ के साथ दीर्घकालिक पूंजी लाभ के अंतर्गत आते हैं। गोल्ड ईटीएफ के लिए दीर्घकालिक पूंजी कर होल्डिंग के 36 महीनों के बाद बेचे गए यूनिट्स पर मिलने वाले लाभ पर लगाया जाता है, और इस प्रकार ये टैक्स-अनुकूल निवेश (साधन) बन जाते हैं। अल्पकालिक पूंजी लाभ- तीन वर्ष की धारिता अवधि से पहले अर्जित लाभ पर, आपकी आय में इस लाभ को जमा करने के बाद, लागू स्लैब दर के अनुसार कर लगाया जाएगा।
गोल्ड ईटीएफ के कारण गोल्ड में निवेश करना अधिक आसान और अधिक अफॉर्डेबल बन गया है। निवेशक 1000 रूपये की निम्न राशि से एसआईपी के आधार पर गोल्ड ईटीएफ खरीद सकते हैं और समय के साथ एक बड़ा निवेश संचित कर सकते हैं। दूसरी तरफ, वास्तविक गोल्ड को केवल बड़े मौद्रिक निवेश के बाद ही खरीदा जा सकता है।
What is ETF in Hindi | ईटीएफ क्या है? | Types of ETF in Hindi | ETF के बारें में सम्पूर्ण जानकारी
ETF in Hindi: अगर आप निवेश की दुनिया में नए है तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि ईटीएफ क्या है? (What is ETF in Hindi) और ईटीएफ के प्रकार (Types क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड of ETF in Hindi) क्या है? यह लेख ETF के बारें में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
ETF in क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड Hindi: निवेश के लिए म्युचुअल फंड (Mutual Fund) और स्टॉक (Stock) दो सबसे पसंदीदा विकल्प हैं। अगर आप एक निवेशक हैं, तो निश्चित रूप से आपको अपनी निवेश आवश्यकताओं के लिए दो में से किसी एक को चुनने में दुविधा का सामना करना पड़ा होगा। म्यूचुअल फंड डायवर्सिफिकेशन का फायदा प्रदान करते हैं, जबकि स्टॉक ट्रेडिंग अपने आप में आसान है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्या क्या है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड होगा अगर कोई ऐसा प्रोडक्ट मौजूद हो जो आपको दोनों में निवेश करने का विकल्प प्रदान कर सके?