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स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे

स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे
सबसे पहले हमलोग ये जान लेते है की, ETF का फुल-फॉर्म क्या होता है? ETF full-form Exchange-Traded Fund होता है. आपको मैं बता दूँ की, ETF कोई शेयर नहीं है, जो इसका ETF Share price होगा। लेकिन इसका कीमत जरूर होता है. अब हमलोग ये जानते है की, ETF क्या होता है?

एजेंट कौन होता है?

इसे सुनेंरोकेंव्यापार के सन्दर्भ में अभिकर्ता (एजेंट) वह व्यक्ति है जो किसी अन्य व्यक्ति की ओर से व्यापार संबंधी कार्य करे। अधिकांशत: तो उसका कार्य माल के क्रय, स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे विक्रय अथवा वितरण में अपने प्रधान की सहायता करना है और प्राय: उसका पारिश्रमिक वर्तन (कमीशन) के रूप में होता है। कार्यानुसार अभिकर्ता विभिन्न नामों से पुकारे जाते हैं।

एजेंट का काम क्या होता है?

कानून द्वारा एजेंसी कब समाप्त की जा सकती है?

इसे सुनेंरोकें(ii) एजेन्ट द्वारा एजेन्सी के व्यापार का परित्याग करके :- जब एजेन्ट स्वयं एजेन्सी का परित्याग कर देता है और इसकी सूचना मालिक को दे देता है तो एजेन्सी समाप्त हुआ माना जाता है।

क्या सामयिक एजेंट है?

इसे सुनेंरोकेंएक सामयिक दवा एक ऐसी दवा होती है जो त्वचा या श्लेष्म झिल्ली जैसे शरीर की सतहों पर लागू होती है, जिसमें कणों, फोम, जैल, लोशन और मलहमों तक सीमित नहीं होते हैं, लेकिन इसमें बड़ी मात्रा में वर्गों के माध्यम से बीमारियों का उपचार किया जाता है।

एलआईसी एजेंट बनने के क्या क्या फायदे हैं?

इसे सुनेंरोकेंLic agent banane ke fayde एलआईसी एजेंट सेवानिवृत्त नहीं होता है वह जीवन भर अपना बीमा का कार्य कर सकता है और पेन्सन lic के द्वारा पा सकता है। एलआईसी एजेंट को ब्याज मुक्त राशि दिया जाता है जैसे त्यौहार में दोपहिया गाड़ी या चार पहिया गाड़ी खरीदने में वह कुछ छूट के साथ खरीद सकता है।

1 आर्थिक स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे एजेंट कौन होते हैं?`?

इसे सुनेंरोकेंजनसंख्या के सभी निवासी जो इन गतिविधियों पर अपने विकास को आधार बनाते हैं, इसलिए, वे आर्थिक एजेंट हैं, क्योंकि वे आर्थिक जीवन में भाग लेते हैं। बाजार के मामले को लें जो किसी भी देश का गठन करता है। परिवार हर तरह के सामानों की माँग करते हैं: भोजन, कपड़े, दवाएँ इत्यादि।

1 आर्थिक एजेंट कौन होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउपभोक्ता : वह आर्थिक एजेंट होता है जो वस्तुओं व सेवाओं का कय आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए करता है। सेवाधारी : एक व्यक्ति जो नौकरी करता है तथा अपनी सेवाएं उत्पादन के कारक के रूप में देता है और वेतन या पारिश्रमिक प्राप्त करता है, सेवाधारी कहलाता है। जैसे अध्यापक।

LIC एजेंट को कितना कमीशन मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंLIC Agent Commission Rate 2020 – 2021 – LIC के सभी रेगुलर प्लानों में पहले वर्ष ज्यादातर 25% commission दिया जाता है तथा इसके साथ कमीशन पर 40% अलग से बोनस कमीशन के रूप में भी दिया जाता है। मतलब आपको 15 साल या इससे ज्यादा के योजनाओं पर पहले वर्ष लगभग 35% कमीशन दिया स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे जाता है।

एजेंसी को कैसे समाप्त किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंजब किसी वस्तु के लिये एजेंसी स्थापित की गई हो और वह विषय-वस्तु ही नष्ट हो जाय तो ऐसी दशा मे एजेंसी समाप्त हो जाएगी। नियोक्ता या एजेंट मे से किसी की भी मृत्यु की दशा मे एजेंसी अनुबंध समाप्त हो जाता है। जब नियोक्ता या एजेंट दोनों मे से कोई भी पागल हो जाय तो एजेंसी समाप्त हो जाती है।

रॉ एजेंट बनने के लिए क्या करना पड़ता है?

रॉ एजेंट बनने के लिए बेसिक आवश्यकताए

Trading Account Kya Hai

Trading Account को हिंदी में व्यापार खाता या व्यापारिक खाता कहते है। एक तय समय के अंतर्गत व्यापार से होने वाले लाभ या हानि की जानकारी प्राप्त करने के लिए व्यापारी जो खाता तैयार करता है, उसे Trading Account कहते है। ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर मार्केट में शेयर खरीदने के लिए पैसों के लेन-देन तथा शेयर खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर को आर्डर देने के लिए किया जाता है।

यह खाता हमारे DEMAT अकाउंट के साथ लिंक कर दिया जाता है, और जब ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से हम शेयर खरीदने का आर्डर शेयर मार्केट को देते है, और हमारा आर्डर कम्पलीट हो जाता है तो ख़रीदे गए शेयर हमारे DEMAT अकाउंट में जमा हो जाते है। एवं जितने मूल्य के शेयर हम खरीदते है उस मूल्य के साथ और टैक्स तथा ब्रोकरेज चार्ज के साथ हमारे Trading Account से पैसे कट जाते है।

इसी तरह जब हम शेयर बेचते है तो बेचे गए शेयर को DEMAT Account से कम कर दिए जाते है, और बेचे गए शेयर का अमाउंट हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में ब्रोकरेज तथा टैक्स काटने के बाद जमा हो जाता है। हम सीधे शेयर मार्केट से कोई भी शेयर या अंश खरीदने और बेचने का आर्डर नहीं दे सकते है, हमारा स्टॉक ब्रोकर हमारे शेयर खरीदने और बेचने के आर्डर को शेयर मार्केट तक पहुँचाता है।

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं

Trading Account खोलने या बनने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरुरी है, जब आप DEMAT Account खुलवाते है तो वही से आप अपना ट्रेडिंग अकाउंट भी खुलवा सकते है। ब्रोकर आपके ट्रेडिंग अकाउंट को आपके डीमैट अकाउंट से लिंक कर देता है।

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आप किसी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) जो NSDL या CDSL के ब्रोकर या सब-ब्रोकर होते है उनसे संपर्क कर सकते है। आज कई बैंक और संस्थान डीपी के रूप में कार्य कर रहे है।

इन बैंकों के अलावा देशभर में कई निज़ी वित्तीय संस्थान है जो डीपी के रूप में कार्य कर रहे है, जिनसे आप Trading Account खुलवाने के लिए संपर्क कर सकते है और अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकते है।

Trading Account Kholne Ke Liye Documents

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आगे बताये गए इन आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:

  1. अकाउंट ओपनिंग फॉर्म
  2. फोटो आईडी प्रमाण: पैन कार्ड/ वोटर आईडी/ पासपोर्ट/ ड्राइविंग स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे लाइसेंस/ आधार कार्ड।
  3. एड्रेस प्रूफ़: टेलीफोन या बिजली बिल/ राशन कार्ड/ पासपोर्ट/ वोटर आईडी/ ड्राइविंग लाइसेंस।
  4. बैंक खाता संख्या
  5. पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो

Trading Account Ke Fayde

Shares को Trading Account में रखना बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि Trading Account हमे कई प्रकार की सुविधा देता है जैसे:

  1. इससे शेयर्स खरीदना और बेचना बिलकुल आसान हो जाता है।
  2. यह शेयर्स खरीदने के लिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे की सुविधा भी देता है।
  3. ट्रेडिंग अकाउंट के ऑनलाइन हो जाने से ब्रोकरेज चार्ज पहले के मुकाबले बहुत ही कम हो गया है।
  4. ट्रेडिंग अकाउंट से आप दुनिया में कही से भी शेयर्स खरीद और बेच सकते है।
  5. शेयर खरीदने पर पैसा कटना और बेचने पर खाते में जमा होना आदि कार्य अपने आप हो जाते है।

अब आप सोच रहे होंगे कि Trading Account Aur DEMAT Account Me Antar क्या है क्योंकि दोनों अकाउंट एक साथ खोले जा सकते है तो आइये हम आपको बताते है Difference Between DEMAT Account And Trading Account In Hindi.

हर्षद मेहता हीरो या तकालीन कांग्रेस सरकार विलेन ?

इलियाना डीक्रूज ने फिल्म में उस पत्रकार की भूमिका निभाई है जिसने हर्षद मेहता के करप्शन को उजागर किया था. वो हेमंत शाह (फिल्म में हर्षद मेहता से प्रेरित चरित्र) की आंखोदेखी कहानी नैरेट करती चलती हैं. एक जगह ऑडियंस ग्रुप उनसे सवाल करता है- आपकी नज़रों में हेमंत (हर्षद स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे मेहता) ठीक था या गलत? वो कहती हैं- हेमंत ठीक था या गलत, ये मैं नहीं जानती. लेकिन जो चीज मैंने देखा वो ये कि आजादी के बाद सालों तक ठप पड़े आर्थिक विकास में हेमंत, क्रांति (आर्थिक) की तरह था.

एक जगह इलियाना का एडिटर भी उन्हें मुंबई में निर्माण कार्यों की वृद्धि के लिए हेमंत शाह को श्रेय देता दिख रहा था- मैंने मुंबई को सालों से देखा हैं लेकिन कभी इतनी संख्या में इमारतों के निर्माणाधीन टावर नहीं देखें. इस व्यक्ति (हर्षद मेहता) ने आम आदमी के सपनों को वजह दे दी है. हेमंत शाह (हर्षद मेहता) भी फिल्म में कई जगह ऐसा ही कहता दिखता है कि वो कारोबारी और नेताओं के बीच आम आदमी को भी पैसे बनाने की वजह और मौके दे रहा है. सही मायने में देश का विकास कर रहा है. द बिग बुल में स्थापित किया गया है कि तब की भ्रष्ट राजनीति और कारोबार जगत ने कैसे चीजों को एक सीमा तक नियंत्रित किया हुआ था. आम लोग मौका ही नहीं पा रहे थे. शहरी गरीबी, नेताओं बड़े कारोबारियों की लूट, और समूची बैंकिंग सिस्टम को उद्योगपतियों के हित की सुरक्षा करने वाले के तौर पर दिखाया गया है.

सीधे कांग्रेस पीएम पर हमला

निजी घटनाओं को देखें तो हर्षद मेहता ने बैंकों के कमजोर नियमों का जमकर फायदा उठाया. उसका खेल बैंकिंग लेन-देन में की गई बड़ी हेराफेरी के बाद उजागर हुआ था. उसके ऊपर कई दर्हन आपराधिक केस दर्ज हुए थे. पकड़े जाने के बाद उसने कुछ नेताओं के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्ह राव पर भी सीधे पैसे लेने का आरोप लगाया था. हालांकि आरोपों की जांच करने वाली सयुंक्त संसदीय समिति के सामने वो साबित ही नहीं कर पाया कि उसने राव के आवास तक एक करोड़ रुपये पहुंचाए. द बिग बुल में इन सभी घटनाओं का विवरण है.

एक जगह बड़े कांग्रेस नेता के बेटे की राजा-महाराजाओं वाली लाइफस्टाइल दिखाई गई है जो हर्षद मेहता को ये भरोसा देता दिख रहा है कि कारोबारी फायदे के लिए सरकार और सिस्टम का किसी भी स्तर तक इस्तेमाल कर सकता है. द बिग बुल में सीबीआई भी है लेकिन सरकार के इशारे पर काम करती है. सीबीआई के जरिए हर्षद और उसके वकील को धमकी भी दिखाई गई है (प्रेस कांफ्रेंस वाले सीन में). द बिग बुल में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार और उसके नेताओं के खिलाफ बहुत कुछ है. यही चीजें तत्कालीन सरकार और पार्टी को हर्षद मेहता से ज्यादा बड़ा विलेन साबित कर जाती हैं.

क्या मिस्ट्री है हर्षद मेहता की मौत

साल 2002 में जेल में हर्षद मेहता की मौत की वजह दिल का दौरा थी. उस वक्त उसकी उम्र 47 साल थी. मौत से पहले तक हर्षद मेहता के ऊपर कई दर्जन मामले लंबित थे और मात्र कुछ ही मामलों में उसे दोषी करार दिया गया था. मेहता के स्कैम में हाईप्रोफाइल लोग भी लपेटे में थे. हर्षद मेहता की मौत क्या वाकई दिल का दौरा पड़ने से हुई थी? द बिग बुल ने इस बारे में दर्शकों को राय बनाने की सुविधा छोड़ दी है. आखिर में कुछ विजुअल हैं जिसमें हर्षद पर थर्ड डिग्री टॉर्चर होता दिखता है. इससे पहले कुछ संवादों में भी हर्षद को चेताया गया था कि जिन हाईप्रोफाइल लोगों से लड़ने की कोशिश कर रहा है वो उसका बहुत बुरा हश्र करेंगे. अब अगर द बिग बुल को लेकर कोई व्यक्ति अपनी धारणा बनाए तो अतीत में कांग्रेस की राजनीति को लेकर वह क्या सोचेगा? नकारात्मक.

यही वजह है कि फिल्म पूरी तरह से कांग्रेस की राजनीतिक विरासत पर करारे चोट की तरह है. अच्छी बात सिर्फ यह है कि उस वक्त कांग्रेस के प्रधानमत्री पीवी नरसिम्ह राव थे जिनकी पॉलिटिकल लीगेसी पर पार्टी दावा करने से बचती है. खराब बात ये है कि कांग्रेस उसी राव सरकार के आर्थिक सुधारों का श्रेय लेती रहती है.

ETF कैसे ख़रीदे?

आप ETF को किसी भी ब्रोकर के माध्यम से खरीद सकते है, जैसे की, Zerodha(Coin). यहाँ जैसे आप शेयर ख़रीद सकते ठीक वैसे ही, ETF खरीद सकते है. ETF स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे को सबसे पहले NFO के तौर पर लाया जाता है, फिर उसे शेयर बाजार में लिस्ट किया जाता है. ETF किसी AMC(एसेट मैनेजमेंट कंपनी) का प्रोडक्ट होता है.

ETF खरीदने के लिए सबसे पहले आपको अपने ब्रोकर अकाउंट में पैसे डालने होंगे। उसके आप जैसे म्यूच्यूअल फण्ड खरीदते है, वैसे ही इसको भी खरीद सकते है. इसमें निवेश करने के लिए आपके पास एक डीमैट खाता होना जरुरी है. ETF खरीदना कोई बड़ी बात नहीं है. सही ETF चुनना जरुरी होता है.

ETF में निवेश कैसे करे?

अभी के समय में बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध है, जहां से आप ETFs में निवेश कर सकते है. लेकिन निवेश करने स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे से भी ज्यादा जरुरी होता है, सही ETF खोजना। यहाँ निवेश करने के लिए आप निचे दिए स्टेप्स को फॉलो कर स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे सकते है.

ETF के फायदे और नुकशान

हर चीज़ के फायदे और नुकशान होते है. निवेशक के तौर पर आपको सिर्फ दो ट्ट्रांसक्शन करना होता है, पहला buy और दूसरा sell का.

फायदे

  • कम एक्सपेंस रेश्यो और कम ब्रोकर कमीशन
  • डायवर्सिफिकेशन के माध्यम से रिस्क मैनेजमेंट
  • ये किसी एक इंडस्ट्री पर फोकस्ड होते है.

नुकशान

  • Active ETF के फी ज्यादा होता है.
  • Highly focused होने के कारण diversification लिमिट हो जाता है.

तो कुछ इस तरह से आप ETF में निवेश कर सकते है. अगर यहाँ सही से निवेश किया जाये तो, यहाँ से से अच्छा retrun कमाया जा सकता है. तो उम्मीद है की, आप सब ये समझ स्टॉक ब्रोकर बनने के फायदे चुके है की, ETF kya hai? और इसमें निवेश कैसे करे? अगर इस पोस्ट में कुछ भी वैल्यू है तो, इसे दुसरो के साथ शेयर जरूर करे.

शेयर बाजार की कहानी, झुमरी तिलैया के पिंकू की जुबानी

शेयर बाजार की कहानी, झुमरी तिलैया के पिंकू की जुबानी

माईसेल्फ पिंकू. झुमरी तिलैया के मेन मार्केट में मेरी एक दुकान है. वही झुमरी तिलैया, जिसके बारे में आपने बड़े चर्चे सुने हैं. बॉलीवुड के गानों में और बिनाका गीतमाला में. उस समय के अविभाजित बिहार में मेरे इलाके में प्रॉस्पेरिटी दूसरे इलाके से पहले पहुंची थी. सब माइका माइनिंग का कमाल था. रेडियो के कार्यक्रम में हिस्सा लेना हमारे लिए अखबार में नाम छपवाने जैसा था.

मेरी धाक है- एक ट्रेडर के रूप में और एक इंवेस्टर के रूप में. आसपास के लोग मुझे छोटा झुनझुनवाला मानते हैं. शेयर मार्केट में निवेश के लिए मुझसे टिप्स लिए जाते हैं. इंग्लिश मीडियम से मेरी पढ़ाई की भी शायद एक धाक है. लेकिन अभी हो क्या रहा है?

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