क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है

Cryptocurrency से पैसे कमाने के 10 तरीके- How to Earn Money from Cryptocurrency in Hindi
Earn Money from Cryptocurrency in Hindi – दोस्तों आजकल के समय में क्रिप्टोकरंसी बहुत ही लोकप्रिय होती जा रही है केवल भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों के लोग भी इसमें पैसा निवेश कर रहे हैं क्योंकि इसमें उन्हें मुनाफा होते हुए दिखता है। Cryptocurrency के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए कुछ खास जानकारी लेकर आए हैं कि cryptocurrency se paise kaise kamaen?
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्रिप्टो करेंसी से केवल कुछ रुपए नहीं बल्कि लाखों अरबों तक रुपए कमाए जा सकते हैं। क्रिप्टो करेंसी online way to earn money in Hindi कमाने का एक बेहतरीन साधन है। तो आइए आपको बताते हैं कि how to earn money from cryptocurrency in Hindi
Crypto market एक ऐसी जगह है जहां पर आप अपना पैसा लगाकर उससे दुगना पैसा कमा सकते हैं। इसीलिए यह आपके लिए पैसे कमाने का बहुत बढ़िया साधन हो सकता है।
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Cryptocurrency से पैसे कैसे कमाए – Earn Money from Cryptocurrency
Cryptocurrency पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके हैं जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं –
1- Buy And Hold करें
दोस्तों इस तरीके से पैसा कमाने के लिए सबसे पहले क्रिप्टो करेंसी को कम कीमत पर Buy कर लें और इसे कुछ समय तक अपने पास ही hold करके रखें और जैसे ही आपको लगे कि भविष्य में क्रिप्टो की कीमत में वृद्धि हो रही है तो उस समय इन्हें भेज दें और दोस्तों या एक बहुत ही अच्छा तरीका है जिससे आप पैसा कमा सकते हैं हालांकि यह भी बता दें कि यह एक long term process होगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक समय ऐसा भी था जब Ethereum price, 90 रुपए हुआ करता था और आज इसकी कीमत डेढ़ लाख रुपए के लगभग है। और इस बात से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि जिस व्यक्ति ने उस समय Ethereum को ₹90 में खरीदा होगा आज उसे कितना अधिक मुनाफा प्राप्त हुआ होगा। इसके साथ ही क्रिप्टो करेंसी से पैसे कमाने के लिए आप अपनी वेबसाइट का निर्माण भी कर सकते हैं।
2- Trading
Trading क्रिप्टो करेंसी से पैसा कमाने का दूसरा सबसे अच्छा तरीका है इससे आप अच्छा खासा पैसा बहुत कम समय में earn कर सकते हैं। जो व्यक्ति क्रिप्टो की अच्छी समझ रखता है उसके लिए यह तरीका बहुत ही अच्छा है। लेकिन अगर आप crypto की अच्छी समझ नहीं रखते तो यह मुनाफे की जगह घाटे का कारण भी बन सकता है।
Trading में आपको करेंसी खरीद कर उसे तुरंत बेचना पड़ता है। उदाहरण के लिए यदि आज आपने ₹30 की कीमत में 10 Dogecoin खरीदे और 1 दिन में इनकी कीमत 30 से 35 रुपए हो गई तो यहां पर आपको 5 रुपए का मुनाफा प्राप्त हो गया।
3- Initial coin offering
जब भी किसी कंपनी के द्वारा किसी नहीं क्रिप्टो करेंसी को लांच किया जाता है तो उसके लिए fund की जरूरत पड़ती है, और उस Fund को Crowd Funding के रूप में लिया जाता है। इसका मतलब है कि आम जनता मैं से कई निवेशक उस कंपनी को फंड प्रदान करते हैं। इस फंड के बदले वह कंपनी निवेशकों को शेयर या फिर Token प्रदान करती है जिसका इस्तेमाल हम किसी भी तरह से कर सकते हैं।
कंपनी जिस टोकन को आपको प्रदान करती है उसे आप किसी अन्य व्यक्ति को भी बेच सकते हैं या फिर कुछ समय के लिए अपने पास रख कर जैसे ही इसकी कीमत बढ़ती है उस समय इसे बेचकर अच्छा खासा पैसा बना सकते हैं। इसके साथ ही इस Token के द्वारा Bitcoin, litecoin, dogecoin या फिर अपने हिसाब से किसी अन्य क्रिप्टो करेंसी को purchase कर सकते हैं।
4- Crypto mining के द्वारा
नई कंपनियां जब क्रिप्टो मार्केट में प्रवेश करती है तो उसे करेंसी को maintain रखने के लिए कुछ लोगों को mining का कार्य सौंपना पड़ता है और जो लोग इस कार्य को करते हैं उसके बदले उन्हें क्रिप्टोकरंसी प्रदान की जाती है।
Mining or cryptocurrency mining, क्रिप्टो करेंसी के उत्पादन को कहा जाता है जहां पर आप क्रिप्टोकरंसी को बड़े-बड़े कंप्यूटर्स के जरिए mine करके पैसे कमा सकते हैं। क्योंकि mining मशीन बहुत अधिक ऊष्मा प्रदान करती है इसीलिए उसे हमेशा ठंडी जगह पर रखना होता है।
Cryptocurrency mining setup लगाना थोड़ा महंगा पड़ सकता है लेकिन एक बार इसे लगाने के बाद इस से बहुत अधिक पैसा कमाया जा सकता है। विदेशों में माइनिंग के द्वारा 1 दिन में 5 लाख रुपए तक की माइनिंग की जाती है।
5- Staking Crypto currency
Staking cripto currency, क्रिप्टो करेंसी से पैसा कमाने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है। इस तरीके में आपको अपनी क्रिप्टोकरंसी को अपने वैलेट में जमा रखना होता है और इस जमा की हुई करेंसी का कुछ परसेंट हर महीने हर दिन या फिर हर हफ्ते के हिसाब से दिया जाता है। और जब जमा की भी राशि का मूल्य बढ़ता है तोतो इससे आपको 2 गुना लाभ तक प्राप्त होता है।
6- cryptocurrency payment
यदि आप एक व्यापारी आखिर दुकानदार हैं तो आप को cryptocurrency (Earn money from cryptocurrency) में पेमेंट लेना बहुत लाभ प्रदान कर सकता है –
• क्रिप्टो करेंसी पेमेंट आप कहीं से और किसी से भी प्राप्त कर सकते हैं।
• क्रिप्टो करेंसी पर लगने वाला शुल्क भी बहुत कम होता है।
• क्रिप्टो करेंसी को स्टोर करना बहुत ही आसान है।
• क्रिप्टो करेंसी के द्वारा बड़ी से बड़ी रकम का भुगतान भी कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है।
7- pay to click website
आपने भी ऐसी बहुत सारी वेबसाइट के बारे में सुना और देखा होगा जो हमें छोटे-छोटे टास्क पूरा करने के रुपए देती है। इन टास्क में अधिकतर टास्क होते हैं कि आपको survey या फिर किसी एप्प की टेस्टिंग करनी होती है और जिसकी पेमेंट आपको bitcoin में दी जाती है।
8- Crypto currency उधार
क्रिप्टो करेंसी में पैसा कमाने का यह सबसे सुरक्षित तरीका है, इस तरीके में आपको अपनी क्रिप्टोकरंसी को किसी एक्सचेंज को उधार देनी होती है और वह आपको 8% से लेकर 15% तक का Exchange rate प्रदान करता है। इसे आप interest पर पैसा उधार दिया हो ऐसा समझ सकते है।
इस तरीके में घाटा होने की संभावना ना के बराबर होती है और यह क्रिप्टो करेंसी में रुपया कमाने का सबसे सुरक्षित साधन है।
अगर आपके पास एक या फिर 2 बिटकॉइन है तो आप उन्हें उधार देकर पैसे कमा सकते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि जिस भी क्रिप्टोकरंसी को आप उधार दे रहे हैं वह कानूनी तौर पर वैध होनी चाहिए।
भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है? [2021] | Future of Bitcoin in India Hindi
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 31 मई को बैंकों से कहा कि वे अपने 2018 के आदेश का हवाला न दें, जो क्रिप्टोकरेंसी में काम करने वाले ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं से इनकार करने का कारण है. RBI ने कहा कि उसके 2018 के आदेश को मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था और बैंकों के लिए अब इस आदेश का हवाला देना अनुचित होगा – Future of Bitcoin in India Hindi.
हालांकि, केंद्रीय बैंक ने बैंकों से कहा कि वे एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद की रोकथाम से जुड़े नियमों के तहत क्रिप्टोकुरेंसी व्यापारियों पर अन्य उचित परिश्रम प्रक्रियाओं को जारी रखें.
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भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है? – Future of Bitcoin in India Hindi
मुझे लगता है की अगर दुनिया के बड़े बड़े देश इसे अपनाएंगे तो अंततः भारत को भी बिटकॉइन को अपनाना होगा क्यूंकि भारत भी दुनिया के साथ नयी टेक्नोलॉजी को अपनाना चाहेगा लेकिन भारत सरकार इसपर नए कानून जरूर लागू करेगा – Future of Bitcoin in India Hindi.
RBI के 2018 के सर्कुलर में क्या कहा गया है?
अप्रैल 2018 में, RBI ने एक सर्कुलर जारी कर बैंकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि क्रिप्टोकरेंसी में काम करने वाले ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच की अनुमति नहीं है. निजी पार्टियों द्वारा जारी आभासी मुद्राओं की वैधता के बारे में आरबीआई के अधिकारियों के बीच संदेह के वर्षों के बाद सर्कुलर आया.
केंद्रीय बैंक ने बार-बार उन जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है जो इन अनियमित निजी मुद्राओं से निवेशकों और वित्तीय प्रणाली (financial system) को प्रभावित करते हैं. बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े लेनदेन की सुविधा से रोककर, आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी महत्वपूर्ण रुपये के निवेश पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगा दिया.
SC ने RBI के 2018 के आदेश को बैंकों को क्यों उलट दिया?
सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया बनाम आरबीआई पर अपने फैसले में आरबीआई के 2018 के सर्कुलर को पलट दिया. SC ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी की खरीद या बिक्री पर RBI इन मुद्राओं के व्यापार पर अधिक प्रतिबंध नहीं लगा सकता है. अदालत ने महसूस किया कि इस तरह के प्रतिबंध नागरिकों के किसी भी व्यापार को करने के मौलिक अधिकार में हस्तक्षेप करेंगे जिसे कानून के तहत वैध माना जाता है.
क्या यह RBI और सुप्रीम कोर्ट से क्रिप्टोकरेंसी के लिए मंजूरी की मुहर है?क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है
नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने RBI के आदेश को पलटते हुए बस इतना कहा कि क्रिप्टोकरेंसी पर भारी प्रतिबंध लगाने के लिए फिलहाल कोई कानूनी आधार नहीं है. एक बार संसद में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित होने क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है के बाद, अदालत भविष्य में इस विचार को नहीं रख सकती है. दूसरी ओर, आरबीआई को मौजूदा स्पष्टीकरण जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है क्योंकि कुछ बैंकों ने हाल ही में ग्राहकों को क्रिप्टोकुरेंसी में काम करने से रोकने के लिए 2018 के परिपत्र (जो अब शून्य है) का हवाला दिया है.
वैधता को लेकर अनिश्चितता के कारण बैंक अपने ग्राहकों को क्रिप्टोकरेंसी में सौदा करने देने से हिचक रहे हैं. इस बीच, केंद्र क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है.
भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है?
क्रिप्टोक्यूरेंसी संशयवादियों का कहना है कि दुनिया भर की सरकारें अंततः सभी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा देंगी. उनका तर्क है कि सरकारें और उनके केंद्रीय बैंक पैसे क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है पर अपनी एकाधिकार शक्ति को कमजोर नहीं होने देंगे.
भारत सरकार इस मामले पर परस्पर विरोधी संकेत देती रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्च में कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं होगा. लेकिन केंद्र जल्द ही आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन (Law) को पेश करने की योजना बना रहा है, जिसमें कहा गया है कि सभी क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने वाले प्रावधान हैं. इस प्रकार, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य अभी भी अधर में है – Future of Bitcoin in India Hindi.
विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
क्या भारत में NFT (Non-Fungible Token) खरीदना या बेचना कानूनी है? जानें क्या है देश में NFTs की कानूनी स्थिति
साल 2009 में सतोषी नाकामोटो नाम के व्यक्ति द्वारा ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित पहली वर्चुअल या क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को बनाया गया, तब से अब तक समय के साथ धीरे-धीरे ब्लॉकचेन तथा क्रिप्टोकरेंसी को दुनियाँ भर में लोकप्रियता मिलती गई है और पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी को सामान्य मुद्रा की भाँति इस्तेमाल किया जाने लगा है। दक्षिण अमेरिकी देश एल सेल्वाडोर ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने क्रिप्टोकरेंसी को वैधानिक मुद्रा के समान मान्यता प्रदान की है।
बिटकॉइन समेत हजारों क्रिप्टोकरेंसी, जो वर्तमान समय में प्रचलन में हैं ब्लॉकचेन तकनीक का केवल एक अनुप्रयोग है, जबकि समय के साथ ब्लॉकचेन तकनीक पर हुई शोधों से यह स्पष्ट हो चुका है, कि इस तकनीक का इस्तेमाल कई अन्य क्षेत्रों जैसे शिक्षा, चिकित्सा, गवर्नेंस, बिजनेस इत्यादि में किया जा सकता है। ब्लॉकचेन तकनीक का ऐसा ही एक महत्वपूर्ण अनुप्रयोग NFTs या Non-Fungible Token पिछले कुछ समय से काफ़ी चर्चाओं में रहा है।
NFT ब्लॉकचेन आधारित डेटा की एक युनिट है, जिसमें किसी डिजिटल संपत्ति जैसे फोटो, वीडियो, पेंटिंग, संगीत इत्यादि की जानकारी दर्ज होती है। ब्लॉकचेन आधारित होने के चलते क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है इस टोकन में मौजूद डेटा को बदला नहीं जा सकता अतः एक बार किसी संपत्ति को NFT रूप में परिवर्तित कर लेने से कोई डिजिटल कलाकार अपने स्वामित्व को सुरक्षित रख सकता है।
NFT क्या है? कैसे कार्य करता है? तथा इसके फायदे एवं नुकसानों समेत NFTs से जुड़े कई प्रश्नों को हम एक अन्य लेख में विस्तार से समझा चुके हैं, जिसे आप नीचे दी गई लिंक के माध्यम से पढ़ सकते हैं। इस लेख में हम चर्चा करने जा रहे हैं NFTs की भारत में कानूनी स्थिति (Legality of NFT in India) पर, जानेंगे भारत में NFTs खरीदने या बेचने के संबंध में कानून क्या कहता है।
भारत में NFTs का नियमन
किसी देश में कोई भी व्यवस्था तब तक प्रासंगिक नहीं है जब तक कि, उसे कानूनी मान्यता प्राप्त न हो। NFT एक क्रिप्टोकरेंसी आधारित बाज़ार है और क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में भारतीय कानून व्यवस्था वर्तमान में मौन है। हालाँकि 2020 में सर्वोच्च न्यायालय की तीन-न्यायाधीशों की बैंच ने Internet and Mobile Association of India बनाम Reserve Bank of India मामले की सुनवाई करते हुए, अप्रैल 2018 में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग पर रिजर्व बैंक द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को रद्द कर दिया था, किन्तु इस फैसले का यह आशय बिल्कुल नहीं है कि, देश में क्रिप्टोकरेंसी क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त हैं।
इसके अतिरिक्त यदि बात NFTs की करें तो भारत सरकार द्वारा इस संबंध में भी अभी तक कोई कानून नहीं बनाया गया है, जो किसी भारतीय निवासी को NFTs खरीदने या बेचने से रोकता हो। यहाँ तक कि अभी तक यह भी तय नहीं है कि, NFTs कोई कमॉडिटी है या प्रतिभूति। सीधे तौर पर NFTs की खरीद-बिक्री गैर-कानूनी नहीं है किंतु जैसा कि, हम जानते हैं NFTs एक डिजिटल संपत्ति हैं अतः पूर्व में संपत्तियों के क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है हस्तांतरण के संबंध में लागू कई अन्य कानून हैं, जो NFT ट्रेडिंग को गैर-कानूनी घोषित कर सकते हैं, ऐसे कुछ कानून निम्नलिखित हैं।
Securities Contract (Regulation) Act, 1956
ऐसे वित्तीय उपकरण, जो अपना मूल्य किसी अंतर्निहित परिसंपत्ति (Underlying Asset) द्वारा प्राप्त करते हैं उन्हें डेरिवेटिव (Derivatives) कहा जाता है, उदाहरण के तौर पर 100 रुपये का नोट डेरिवेटिव उत्पाद है, क्योंकि नोट की अपनी कोई कीमत नहीं है, उसकी कीमत केन्द्रीय बैंक द्वारा निर्धारित की गई है, इसके विपरीत कोई सिक्का डेरिवेटिव नहीं है, क्योंकि उस सिक्के की कीमत उसके पदार्थ या जिस धातु से वह बना है उससे होती है।
हालाँकि सरकार ने NFTs को अभी डेरिवेटिव की श्रेणी में शामिल नहीं किया है, किन्तु NFTs भी ऐसे डिजिटल वित्तीय उपकरण हैं, जो अपना मूल्य किसी अंतर्निहित संपत्ति (डिजिटल कलाकृति) से प्राप्त करते हैं, अतः यदि इन्हें “ डेरिवेटिव उत्पाद ” समझा जाए तो Securities Contract (Regulation) Act, 1956 की धारा 18A के तहत डेरिवेटिव उत्पादों की खरीद-बिक्री किसी वर्चुअल प्लेटफ़ॉर्म पर नहीं की जा सकती है, यह केवल मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE या NSE में ही ट्रेड किए जा सकते हैं, जो NFT ट्रेडिंग को गैर-कानूनी बना सकता है।
Collective Investment Scheme Regulations, 1999
किसी भी कंपनी द्वारा प्रस्तुत की गई कोई ऐसी व्यवस्था, जिसके तहत निवेशकों द्वारा किए गए योगदान (Contribution) या भुगतान को आय, लाभ या संपत्ति प्राप्त करने के उद्देश्य से जमा किया जाता है एवं निवेशकों के लिए प्रबंधित किया जाता है, Collective Investment Scheme कहलाती है। म्यूचुअल फंड इस प्रकार की व्यवस्था के मुख्य उदाहरण हैं, जहाँ निवेशकों से प्राप्त धनराशि को जमा कर उनके लाभ हेतु निवेश किया जाता है।
PAK द्वारा निर्मित NFT “The Merge” की स्थिति में हमनें देखा कि, उसे 28,983 संग्राहकों द्वारा 312,686 अलग-अलग शेयरों के रूप में US $91.8 मिलियन में खरीदा गया। अतः यदि NFTs सामूहिक रूप से खरीदने योग्य वित्तीय उत्पाद हैं, जो भविष्य में निवेशकों को लाभ दे सकते हैं तो ये उक्त कानून के अंतर्गत आ सकते हैं, जो बिना किसी वैध लाइसेंस के इनकी ट्रेडिंग गैर-कानूनी बनाता है।
Intellectual Property Rights, 1957
किसी कलाकार की बौद्धिक संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिहाज़ से बौद्धिक संपदा कानून बनाए गए हैं, किन्तु NFTs के संबंध में यह कानून किस प्रकार लागू होगा यह बहुत हद तक स्पष्ट नहीं है। उक्त कानून में कुछ विशेष कलाकृतियों को ही सुरक्षित किया गया है, जबकि इसके इतर भी कई डिजिटल संपत्तियों (GIF, ट्वीट) को NFT रूप में बनाया एवं बेचा जा रहा है।
उदाहरण के तौर पर हमनें ऊपर देखा “जैक डोर्सी” ने अपने पहले ट्वीट का NFT 2.9 मिलियन डॉलर में बेचा, जो बौद्धिक संपदा अधिकारों के तहत संरक्षित नहीं हैं, ऐसे में इस प्रकार की डिजिटल संपत्तियों के निर्माता अपनी कृति पर कानूनी दावा कैसे करेंगे यह एक चुनौती है।
इसके अतिरिक्त NFT एक अंतर्निहित डिजिटल संपत्ति पर बनाया गया डिजिटल टोकन है, इसलिए यह सवाल उठना भी लाज़मी है कि, क्या NFT बनाने वाले व्यक्ति के पास कानूनी तौर पर उस संपत्ति का स्वामित्व या कॉपीराइट है, जिस पर NFT को निर्मित किया गया है? ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं, जब कुछ लोगों द्वारा ऐसी संपत्तियों के NFTs बनाए गए, जिनके कानूनी मालिक वे स्वयं नहीं थे। चूँकि NFTs कॉपीराइट विशेषाधिकार प्रदान नहीं करते हैं अतः किसी कलाकृति का NFT होने क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है का यह आशय नहीं है कि, NFT धारक ही उसका कानूनी तौर पर मालिक है।
Foreign Exchange Management Act, 1999 (FEMA)
भारत में निवास कर रहे व्यक्तियों द्वारा यदि भारत के बाहर किसी परिसंपत्ति (Asset) को खरीदा या उसे बेचा जाता है, क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है तो ऐसे लेन-देन विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 द्वारा विनियमित होते हैं। चूँकि NFTs कोई भौतिक संपत्ति नहीं हैं अतः इन्हें अमूर्त संपत्तियों (Intangible Asset) के तौर पर परिभाषित किया जा सकता है। कोई NFT लेन-देन इस कानून के तहत गैर-कानूनी न हो इसके लिए उक्त कानून का अध्ययन आवश्यक हो जाता है।
उदाहरण के तौर पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून ऐसे देशों में किसी प्रकार की संपत्ति के लेन-देन की मंजूरी नहीं देता, जिन्हें Financial Action Task Force द्वारा गैर-सहयोगी देशों की सूची में शामिल किया गया है। अब चूँकि NFTs की भौतिक स्थिति ज्ञात करना लगभग नामुमकिन है अतः इस बात की बहुत संभावना है कि, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर NFT ट्रेडिंग FEMA कानून का उल्लंघन करे। इसके अतिरक्त NFTs का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग तथा अन्य आपराधिक गतिविधियों को संचालित करने के उद्देश्य से भी किया जा सकता है।
निष्कर्ष
जैसा कि, हमनें पूर्व में बताया अभी तक देश में क्रिप्टोकरेंसी तथा NFTs (Legality of NFT in India) को विनियमित करने हेतु कोई कानून नहीं है, किन्तु इस बात की संभावना है कि, सरकार आने वाले समय में इसके संबंध में कोई ठोस कानून निर्मित करे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी रूप देने के संबंध में सरकार एक विधेयक “ डिजिटल करेंसी बिल ” पर विचार कर रही है। इसके अनुसार कुछ अपवादों को छोड़कर लगभग सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने की संभावना है, जबकि ट्रेडर्स को केवल रिजर्व बैंक द्वारा जारी स्वदेशी क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल की छूट दी जाएगी।
क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने में अमेरिका और चीन से भी आगे हैं भारतीय और पाकिस्तानी-रिपोर्ट
बिज़नस न्यूज़ डेस्क-क्रिप्टोकरेंसी हमारे जीवन को प्रभावित कर रही है जैसा कि इंटरनेट ने अतीत में किया है। हालांकि इस बारे में अभी भी अनिश्चितता है कि दुनिया भर की सरकारें इसे कैसे नियंत्रित करेंगी, अपूरणीय टोकन और विकेंद्रीकृत वित्तीय परियोजनाओं में निवेश बढ़ रहा है। क्रिप्टो डॉट कॉम के अनुसार, वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी रखने वाले लोगों की संख्या इस साल दोगुनी होकर लगभग 220 मिलियन हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, निवेशकों ने 2021 में क्रिप्टोकरेंसी में करीब 30 अरब डॉलर का निवेश किया, जो पिछले सभी सालों से ज्यादा है। जबकि अल सल्वाडोर जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में स्वीकार किया है, कई देश क्रिप्टो से सावधान हैं। चैनलिसिस ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उच्चतम क्रिप्टो अपनाने की दर वाले शीर्ष छह देशों पर एक नज़र डालते हैं।
> वियतनाम - वियतनाम ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में 1 के इंडेक्स स्कोर के साथ पहले स्थान पर है। इसके पीछे मुख्य कारण रेमिटेंस पेमेंट है। क्रिप्टोक्यूरेंसी वियतनामी यात्रियों को विनिमय शुल्क का भुगतान किए बिना घर लौटने का एक तरीका प्रदान करती है। नतीजतन, लगभग 20 प्रतिशत वियतनामी बिटकॉइन में निवेश करने का दावा करते हैं।
भारत - भारत ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में 0.37 के इंडेक्स स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत में 7.3 मिलियन क्रिप्टो उपयोगकर्ता हैं और .8 21.8 बिलियन से अधिक का कारोबार है। छोटे भारतीय शहरों के लोगों ने भी क्रिप्टो में क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है निवेश करना शुरू कर दिया है। बिटकॉइन की कीमत में तेज उछाल भारत में क्रिप्टो में बढ़ती दिलचस्पी का मुख्य कारण था।
> पाकिस्तान- पाकिस्तान इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स पर देश का स्कोर 0.36 है। अधिकांश निवेश खनन और व्यापारिक क्रिप्टोकरेंसी से आता है। सोशल मीडिया और ऑनलाइन एक्सचेंजों ने पाकिस्तान में क्रिप्टो को बढ़ावा दिया।
यूक्रेन - यूक्रेन 0.29 के स्कोर के साथ ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में चौथे स्थान पर है। यूक्रेनी सरकार ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाया है। देश का दैनिक व्यापार $37 मिलियन से अधिक है! इसके अलावा, यूक्रेनी सरकार जल्द ही निवेशकों और व्यवसायों के लिए एक क्रिप्टो बाजार खोलने की योजना बना रही है।
केन्या - केन्या पांचवें स्थान पर है। यहां क्रिप्टो एडॉप्शन स्कोर 0.28 है। यह केन्या में पीयर-टू-पीयर लेनदेन की बढ़ती संख्या के कारण है। केन्या में लोग दुनिया में कहीं और की तुलना में अधिक सक्रिय रूप से एक दूसरे के साथ क्रिप्टो व्यापार कर रहे हैं।
नाइजीरिया - नाइजीरिया ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में छठे स्थान पर है। कुल नाइजीरियाई आबादी का लगभग 24.2% विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी का मालिक है। परिणामस्वरूप, देश का क्रिप्टो एडॉप्शन स्कोर 0.26 है। बिटकॉइन नाइजीरिया में सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो है, इसके बाद एथेरियम है। विनिमय-व्यापार की मात्रा में उल्लेखनीय गिरावट के कारण इस वर्ष अमेरिका और चीन 6वें से 8वें और चौथे से 13वें स्थान पर आ गए हैं।
Articles about क्रिप्टोकरेंसी
केंद्र सरकार प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक लेकर आएगी। मंगलवार को सरकार ने लोकसभा में पेश किए जाने वाले विधेयकों की सूची जारी कि जिनमें क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक भी शामिल है।
क्रिप्टोकरेंसी को इंटरनेट की दुनिया और मेटावर्स का भविष्य माना जा रहा है और अब एक अमेरिकी देश अल साल्वाडोर दुनिया की पहली 'बिटकॉइन सिटी' बनाने जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सभी लोकतांत्रिक देशों से क्रिप्टोकरेंसी पर एक साथ काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी देशों को ये सुनिश्चित करना होगा कि क्रिप्टोकरेंसी गलत हाथों में न पड़े।
इंटरनेट यूजर्स को फंसाने के लिए स्कैमर्स तरह-तरह की तरकीबें आजमाते हैं और अब क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा स्कैम सामने आया है।
बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन भारत की उन बड़ी सेलिब्रिटीज में से एक बने हैं, जो इस साल अपनी नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) सीरीज लेकर आई हैं।
नॉन-फंजिबल टोकन्स (NFTs) के तौर पर किसी डिजिटल आर्ट के लाखों रुपये में बिकने की खबरें आपने जरूर पढ़ी होंगी।
साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन कंपनी सोफोस की ओर से आईफोन यूजर्स को चेतावनी दी गई है और कहा गया है कि वे क्रिप्टोकरेंसी अटैकर्स के निशाने पर हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कानून बेशक साफ ना हो लेकिन इसे खरीदने वालों की कमी नहीं है।
गूगल ने प्ले स्टोर पर मौजूद एक क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ऐप पर बैन लगाया है, जिसे हजारों यूजर्स ने डाउनलोड किया था।
क्रिप्टोकरेंसी, यानी कि नए जमाने की डिजिटल करेंसी। इसका जिक्र आजकल खूब किया जा रहा है और इसे भविष्य की मुद्रा मानते हुए युवा एकदूसरे को इसमें निवेश की सलाह दे रहे हैं।
सर्च इंजन कंपनी गूगल ने हाल ही में गूगल प्ले स्टोर से आठ ऐप्स को बैन किया है।
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर यूजर्स को अपने फॉलोअर्स से क्रिप्टोकरेंसी में टिप लेने का विकल्प जल्द मिल सकता है।
सर्च इंजन कंपनी गूगल ने आठ खतरनाक ऐप्स प्ले स्टोर से हटाई हैं और ये सभी ऐप्स क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग से जुड़ी थीं।
पाकिस्तान के सबसे ज्यादा शेयर किए गए मीम्स में शामिल 'फ्रेंडशिप ब्रेकअप' की कीमत लाखों में लगाई गई है।
दुनिया का सबसे बड़ा शॉपिंग प्लेटफॉर्म अमेजन जल्द यूजर्स को बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की मदद से पेमेंट का विकल्प दे सकता है।
डिजिटल दुनिया में नए ट्रेंड्स आते रहते हैं और इन दिनों यूजर्स ट्वीट, फेसबुक पोस्ट और फोटोज जैसे डिजिटल असेट्स खरीद रहे हैं।
अगर आप गेमिंग के शौकीन हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि एक नया मालवेयर आपको टारगेट कर सकता है।
बिटकॉइन और इससे जुड़ा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट तेजी से बढ़ा है और चाइनीज टेक कंपनी वनप्लस भी इसका हिस्सा बन सकती है।
डिजिटल दुनिया में नए और अनोखे ट्रेंड्स देखने को मिलते हैं लेकिन शायद ही किसी ट्रेंड की कीमत करोड़ों रुपये में हो।
डिजिटल दुनिया में नए ट्रेंड्स आते रहते हैं और इन दिनों यूजर्स ट्वीट, फेसबुक पोस्ट और फोटोज जैसे डिजिटल असेट्स खरीद रहे हैं।
भारत सरकार जल्द बिटकॉइन जैसी प्राइवेट करेंसी पर बैन लगाने से जुड़ा कानून ला सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। अब बैंक क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन कर सकेंगे।
कुछ ही महीनों में फेसबुक ने एक क्रिप्टोकरेंसी डब्ड क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है लिब्रा को लॉन्च करने की योजना बनाई है, जो लोगों को व्यवसायों के बीच डिजिटल भुगतान को कारगर बनाने के लिए है।
आपने यह कहावत तो सुनी होगी कि खाली हाथ आए थे, खाली हाथ जाना है। अब इस कहावत को बदलना पड़ेगा।