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वैश्विक बाजार

वैश्विक बाजार
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी का रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.27, जर्मनी का डैक्स 0.19, जापान का निक्केई वैश्विक बाजार 0.40 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.17 प्रतिशत मजबूत रहा वहीं चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.06 प्रतिशत की गिरावट रही।

MSME क्षेत्र का निर्यात बढ़ाने को वैश्विक बाजार intelligence वैश्विक बाजार network स्थापित करेगी सरकार

नई दिल्ली/नेशनल ब्यूरो। केंद्र सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (MSME) क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में कई अहम कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कोरोना काल में सबसे ज्यादा झटका खा चुके MSME क्षेत्र को मंदी से उबारने और सिक उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए कई अहम फैसले लेने के साथ ही अब निर्यात को बढ़ावा देने वैश्विक बाजार के लिए वैश्विक बाजार intelligence network स्थापित करने की भी तैयारी शुरू कर दी है, ताकि वे नए बाजार में अपने लिए अवसर तलाश सकें।

नेहरू संग्रहालय का भी बदला नाम, अब PM म्यूजियम के तौर पर होगी पहचान
MSME मंत्रालय वैश्विक बाजार और एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (EDII) की ओर से मंगलवार को यहां आयोजित शिखर सम्मेलन में यह जानकारी साझा करते हुए केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्री नारायण राणे ने कहा कि सरकार MSME क्षेत्र को मजबूत बनाने को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में MSME के योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से MSME न्यूनतम संसाधनों के मध्य काम कर रहे हैं। ऐसे वैश्विक बाजार में अब हमारा ध्यान MSME को आसान ऋण, बेहतर प्रौद्योगिकी सहायता और निर्यात बाजारों तक पहुंच मुहैया कराने पर है। हम चाहते हैं कि हमारा MSME क्षेत्र प्रतिस्पर्धी बने और विकसित हो।

वैश्विक बाजार में तेजी जारी, 10 सप्ताह के उच्चतम शिखर पर पहुंचा सेंसेक्स

मुंबई। वैश्विक बाजार में जारी तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर अल्ट्रासिमको, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस, एसबीआई, मारुति, टाटा स्टील और एलटी समेत 18 दिग्गज कंपनियों में हुई लिवाली की बदौलत आज सेंसेक्स लगातार छठे दिन चढ़ता हुआ दस सप्ताह के उच्चतम स्तर 56 हजार अंक के पार पहुंच गया।

बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 390.28 अंक की छलांग लगाकर दस सप्ताह के वैश्विक बाजार उच्चतम स्तर 56 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 56072.23 अंक पर रहा। वैश्विक बाजार वैश्विक बाजार इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 114.20 अंक उछलकर 16719.45 अंक पर वैश्विक बाजार रहा। वहीं, बीएसई की बड़ी और छोटी कंपनियों के विपरीत मझौली कंपनियों में बिकवाली हुई। इस दौरान मिडकैप 0.17 प्रतिशत फिसलकर 23,660.37 अंक रह गया वहीं स्मॉलकैप 0.21 प्रतिशत की बढ़त लेकर 26,773.41 अंक पर पहुंचा।

वैश्विक बाजार में सॉफ्टवेयर स्थानीयकरण का महत्व

स्थानीयकरण उस विकास प्रक्रिया को संदर्भित करता है जहां वैश्विक बाजार उत्पादों को विदेशी देशों की भाषा और संस्कृति के अनुसार विकसित किया जाता है। यह किसी भी कंपनी के लिए सबसे अधिक आयात सॉफ्टवेयर है जो वैश्विक बाजार में प्रवेश कर रहा है या विदेशी ग्राहकों के साथ संवाद करने का मौका मिला है। यह अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सफल होने की कुंजी है। इसे मुख्य रणनीति के रूप में माना जाता है जब कोई कंपनी किसी विदेशी देश में एक नए बाजार में प्रवेश करना चाहती है।

लक्ष्य बाजार की जानकारी को वेबसाइटों के रूपांतरण में परिवर्तित करने से, सॉफ्टवेयर स्थानीयकरण सुनिश्चित करता है कि संगठन यह समझने में सक्षम है कि उपभोक्ता क्या चाहते हैं और तदनुसार सेवाओं के साथ उपभोक्ता की मदद करने में सक्षम हैं। कई कंपनियों ने सॉफ्टवेयर स्थानीयकरण के बिना वैश्विक बाजार में प्रवेश किया है, और सांस्कृतिक उदासीनता और ग्राहकों के उत्पाद से संबंधित नहीं होने के वैश्विक बाजार कारण उन्हें नुकसान हुआ है। इसलिए, स्थानीयकरण के साथ बाजार में प्रवेश करने वाली कंपनियां लक्षित वैश्विक बाजार में उत्पाद और कंपनी की वृद्धि का प्रदर्शन कर रही हैं। यूजर इंटरफेस बाजार में एक विश्वास और ग्राहक आधार बनाए रखने में मदद करता है और देश में वैश्विक बाजार नए बाजार में और विस्तार करने में मदद करता है।

कंपनी नतीजों, वैश्विक संकेतों से तय होगी बाजार की दिशा

इस हफ्ते मंगलवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर अवकाश होने से कारोबारी सप्ताह छोटा होगा।

स्वास्तिका इंवेस्टमेंट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, "घरेलू मोर्चे पर बाजार बीपीसीएल, कोल इंडिया, टाटा मोटर्स, आयशर मोटर्स, हिंडाल्को और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों के तिमाही नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया देगा।"

उन्होंने कहा कि कंपनी नतीजों के अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का प्रवाह भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा रहा है। एफआईआई की दिलचस्पी एक बार फिर से भारतीय बाजार को लेकर पैदा हुई है।

करीब दो महीनों तक भारतीय बाजार से निकासी करने वाले विदेशी निवेशकों ने नवंबर के पहले हफ्ते में जोरदार वापसी की है। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में 15,280 करोड़ रुपये की लिवाली की है। अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि के सख्त रुख में थोड़ी नरमी आने की उम्मीद में विदेशी निवेशक खरीदार बने हुए हैं।

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