कॉमर्स संदर्भ

कॉमर्स संदर्भ
Q. Consider the following statements with reference to the Trade Related Analysis of Flora and Fauna in Commerce (TRAFFIC):
1. TRAFFIC is a joint कॉमर्स संदर्भ conservation programme of WWF and UNEP.
2. The mission is to ensure that trade in wild plants and animals is not a threat to the conservation of nature.
3. SAWEN is a regional network supported by TRAFFIC.
Which of the above given statements is/are correct?
Q. ट्रेड रिलेटेड एनालिसिस ऑफ़ फ्लोरा एंड फौना इन कॉमर्स (TRAFFIC) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. TRAFFIC WWF और UNEP का संयुक्त संरक्षण कार्यक्रम है।
2. मिशन यह सुनिश्चित करता है कि जंगली पौधों और जानवरों का व्यापार प्रकृति के संरक्षण के लिए खतरा नहीं है।
3. SAWEN एक क्षेत्रीय नेटवर्क है जो TRAFFIC द्वारा समर्थित है।
ई-कॉमर्स, एफएमसीजी की नजर डिजिटल पर
भारत तेजी से 5जी अपनाने की तरफ बढ़ रहा है, वहीं ई-कॉमर्स और दैनिक उपभोग की वस्तुओं का निमार्ण करने वाली कंपनियां (एफएमसीजी) अपने उपभोक्ताओं के अनुभव में सुधार के लिए अधिक अत्याधुनिक डिजिटल समाधानों की ओर रुख कर रही हैं।
पिछले महीने ‘फ्लिपवर्स’ की लॉन्चिंग के साथ फ्लिपकार्ट मेटावर्स स्पेस में कदम रखने वाले सबसे बड़े नामों में से एक बन गई। फायरड्राप वेबसाइट के अनुसार फ्लिपकार्ट वेब-3 प्लेटफॉर्म इसका पायलट रन था, जो 17 से 23 अक्टूबर एक सप्ताह तक लाइव रहा। इसने 1500 शहरों में लोगों को वर्चुअल रूप से खरीदारी करते देखा, जिसमें 300 से 500 उपयोगकर्ता वर्चुअल रियलिटी (वीआर) स्पेस को अपने स्मार्टफोन से हर मिनट स्ट्रीम कर कॉमर्स संदर्भ रहे थे।
कोलकाता की एक युवा आईटी पेशेवर बरनाली रॉय ऐसी ही एक यूजर थी। उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ भी खरीदने की योजना नहीं बना रही थी। न ही मैंने वीआर-हेडसेट का उपयोग किया। मैंने अपने स्मार्टफोन के जरिए फायरड्रॉप को एक्सेस किया। प्यूमा, नॉइज और इनके जैसे अन्य ब्रांडों के 3डी और वीआर-आधारित स्टोर का अनुभव करने की तीव्र जिज्ञासा के कारण मैंने फ्लिपकार्ट के नए मेटावर्स के लिए साइन अप किया। ‘तीव्र जिज्ञासा’ के ऐसे उदाहरणों के कारण आने वाले डिजिटल फुटफॉल में वृद्धि को भुनाने के लिए कंपनियां आ रही हैं।
हालांकि ईवाई इंडिया में टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग लीडर महेश मखीजा बताते हैं कि एआर/वीआर तकनीकें अभी बहुत शुरुआती चरण में हैं। ‘अभी तक एक ऐप विकसित करना बाकी है जो गेमिंग से परे इस तकनीक के उपयोग को बड़े पैमाने पर लेकर जाए। ई-कॉमर्स के संदर्भ में उपभोक्ताओं को 3डी इमर्सिव कंटेंट में उत्पाद कैटलॉग का पता लगाने की क्षमता है। हालांकि इसमें कई चुनौतियां भी हैं। हेडसेट हल्का होना चाहिए, लंबे समय तक उपयोग के लिए अधिक आरामदायक हो, लंबी बैटरी लाइफ हो, और बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए सस्ता भी होना चाहिए।’
इसके अलावा 360°डिग्री वीडियो एप्लिकेशन जैसे कि फ्लिपवर्स द्वारा पेश किए गए इमर्सिव अनुभवों के लिए बहुत अधिक डेटा की आवश्यकता होती है। निम्न से मानक रिज़ॉल्यूशन (720 पिक्सल से कम पर) 360°डिग्री इमर्सिव अनुभव की स्ट्रीमिंग के लिए कम से कम 25 एमबीपीएस डेटा स्पीड की आवश्यकता होती है, जबकि उच्च रिजॉल्यूशन (एचडी टीवी के जैसे) इमर्सिव अनुभव की स्ट्रीमिंग के लिए 80 से 100 एमबीपीएस तक की डेटा स्पीड की आवश्यकता है। ई-कॉमर्स के लिए मेटावर्स-केंद्रित सेवाओं के प्रसार के लिए भी उच्च कंप्यूटिंग शक्ति की आवश्यकता होगी।
एफएमसीजी उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार महामारी ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लेनदेन में वृद्धि को तेज कर दिया है। इन बढ़ती उपभोक्ता जरूरतों को पूरा करने के लिए नेस्ले, डाबर और एचयूएल जैसी प्रमुख एफएमसीजी कंपनियां डिजिटलीकरण के लिए एक अलग दृष्टिकोण अपना रही हैं। नेस्ले इंडिया ने मैगी डॉट इन और माई नेस्ले डॉट इन जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी डेटा और एनालिटिक्स की शक्ति का लाभ उठाया है, जहां कंपनी पोषण और प्रतिरक्षा पर व्यंजनों की जानकारी साझा कर रही है।
उत्पादन, लॉजिस्टिक्स और वितरण चैनलों में डिजिटाइजेशन से एफएमसीजी कंपनियों को कुशलतापूर्वक सेवाएं देने में मदद मिल रही है। भले ही ऑनलाइन मार्केटप्लेस में डिजिटलीकरण तेजी से उपभोक्ताओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने का मंत्र बनता जा रहा है। मगर उद्योग विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र की पूरी क्षमता का लाभ उठाने के लिए बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। फ्लिपकार्ट ने मझोले और छोटे शहरों में अपने कुछ उच्च-स्तरीय तकनीकी समाधानों को पूरा करने की चुनौतियों को स्वीकार किया।
मानकों का उल्लंघन: नकली कुकर बेचने पर 15 ई-कॉमर्स कंपनियों को नोटिस जारी
प्रेशर कुकर बेच रही 15 ई-कॉमर्स संस्थाओं और विक्रेताओं पर वैधानिक कॉमर्स संदर्भ आईएसआई मार्क के मानक और केंद्र सरकार द्वारा इस संदर्भ में जारी किए गए उपभोक्ताओं की सुरक्षा नियमों की अवहेलना करने का मामला है। इस पर बीआईएस द्वारा स्वत संज्ञान लेकर यह कार्रवाई की गई है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण ने मानकों के विरुद्ध बिक्री के मामले में प्रेशर कुकर बेच रही 15 ई-कॉमर्स संस्थाओं और विक्रेताओं को नोटिस जारी किया है। इन पर वैधानिक आईएसआई मार्क के मानक और केंद्र सरकार द्वारा इस संदर्भ में जारी किए गए उपभोक्ताओं की सुरक्षा नियमों की अवहेलना करने का मामला है। इस पर बीआईएस द्वारा स्वत संज्ञान लेकर यह कार्रवाई की गई है।
प्रेशर कुकर और हेलमेट में हो रही थी कॉमर्स संदर्भ मानकों की अनदेखी
इसे लेकर मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कॉमर्स संदर्भ बीआईएस ने घरेलू प्रेशर कुकर के मानकों के उल्लंघन के लिए तीन नोटिस और हेलमेट के लिए क्यूसीओ के उल्लंघन के लिए दो नोटिस जारी किए गए हैं। केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को अलर्ट जारी करते हुए घरेलू उपयोग में आने वाले सामानों में आईएसआई की अनिवार्यता का सख्ती के साथ पालन करने को कहा है, और बिना मार्क वाले उपकरणों को न खरीदने की सलाह दी है।
इतना ही नहीं, विभाग ने सीसीपीए के तहत छह दिसंबर को ही सुरक्षा नोटिस जारी करके उपभोक्ताओं को अनिवार्य मानकों का उल्लंघन करने वाले हेलमेट, प्रेशर कुकर और रसोई गैस सिलेंडर खरीदने के प्रति सचेत किया था।
विस्तार
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण ने मानकों के विरुद्ध बिक्री के मामले में प्रेशर कुकर बेच रही 15 ई-कॉमर्स संस्थाओं और विक्रेताओं को नोटिस जारी किया है। इन पर वैधानिक आईएसआई मार्क के मानक और केंद्र सरकार द्वारा इस संदर्भ में जारी किए गए उपभोक्ताओं की सुरक्षा नियमों की अवहेलना करने का मामला है। इस पर बीआईएस द्वारा स्वत संज्ञान लेकर यह कार्रवाई की गई है।
प्रेशर कुकर और हेलमेट में हो रही थी मानकों की अनदेखी
इसे लेकर मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि बीआईएस ने घरेलू प्रेशर कुकर के मानकों के उल्लंघन के लिए तीन नोटिस और हेलमेट के लिए क्यूसीओ के उल्लंघन के लिए दो नोटिस जारी किए गए हैं। केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को अलर्ट जारी करते हुए घरेलू उपयोग में आने वाले सामानों में कॉमर्स संदर्भ आईएसआई की अनिवार्यता का सख्ती के साथ पालन करने को कहा है, और बिना मार्क वाले उपकरणों को न खरीदने की सलाह दी है।
इतना ही नहीं, विभाग ने सीसीपीए के तहत छह दिसंबर को ही सुरक्षा नोटिस जारी करके उपभोक्ताओं को अनिवार्य मानकों का उल्लंघन करने वाले हेलमेट, प्रेशर कुकर और रसोई गैस सिलेंडर खरीदने के प्रति सचेत किया था।
ई-कॉमर्स पॉलिसी के ड्राफ्टिंग प्रोसेस से जुड़ना चाहती हैं विदेशी कंपनियां
ई-कॉमर्स पॉलिसी पर शुरुआती दौर की चर्चा में शामिल होने से बची रह गईं विदेशी कंपनियों ने सरकार से अनुरोध किया है कि ड्राफ्ट रूल्स को रिव्यू कर रही कमेटी ऑफ सेक्रेटरीज इस संदर्भ में उनसे भी बात करे। सरकार ने इंडियन प्रमोटर्स की ई-कॉमर्स और इंटरनेट कंपनियों को उस टास्क फोर्स का हिस्सा बनने का कॉमर्स संदर्भ न्योता दिया था, जिसने जुलाई में जारी ड्राफ्ट पॉलिसी पर विचार-विमर्श किया था।
सांकेतिक चित्र
कमिटी के एक मेंबर ने पहचान जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि वह विदेशी सहित सभी कंपनियों से फीडबैक और कॉमेंट ले रही है। उन्होंने कहा, 'यह लोकतांत्रिक देश है और फीडबैक के लिए सभी कंपनियों का स्वागत है। पिछले दौर में भी नैस्कॉम जैसी संस्था के जरिए विदेशी कंपनियों ने प्रतिनिधित्व किया था।' हालांकि इंडस्ट्री इस बार प्रोसेस में ज्यादा दखल चाहती है। US इंडिया बिजनेस काउंसिल की प्रेसिडेंट निशा बिस्वाल ने ईटी से कहा कि उनका संगठन भारत सरकार के साथ काम करना चाहता है।
बिस्वाल ने कहा, 'हम इस बात को लेकर फिक्रमंद हैं कि जिस ड्राफ्ट पॉलिसी पर विचार विमर्श चल रहा है, उसमें डेटा फ्लो में रुकावट लाने वाले नियम डाले जा सकते हैं। अगर ऐसी पॉलिसी अपनाई गई तो उससे प्रिइवसी और सिक्यॉरिटी को बढ़ावा नहीं मिलेगा और आखिरकार उससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रेड, इनवेस्टमेंट और टेक्नॉलजी एक्सचेंज में कमी आएगी।'
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