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असीमित कमाई

असीमित कमाई
फेसबुक | प्रतीकात्मक तस्वीर : pexels

ये है दुनिया की सबसे महंगी वस्तु, 1 ग्राम खरीदने के लिए दुनिया के 100 छोटे-मोटे देश बिक जाएंगे

एंटीमेटर यानी 'प्रति पदार्थ' को दुनिया सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है। नासा के मुताबिक इसके एक ग्राम की कीमत करीब 5000 अरब रुपये से भी ज्यादा है

आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि सोने, चांदी और हीरे ही दुनिया में सबसे महंगे होते हैं, जिनकी कीमत लाखों-करोड़ों में होती है। लेकिन इनमें से कोई ही सबसे महंगा आइटम नहीं है। बल्कि जो चीज सबसे महंगी है। ज्यादातर लोगों ने तो उसका नाम तक नहीं सुना होगा। दुनिया की सबसे महंगी चीज का नाम 'एंटीमेटर' यानी 'प्रति पदार्थ' है। जिसके एक ग्राम की कीमत इतनी है कि उतने पैसे में एक-दो नहीं बल्कि दुनिया के 100 छोटे-छोटे देश खरीदे जा सकते हैं। बहुत से लोगों ने इस धातु का नाम भी नहीं सुना होगा।

कीमत

एंटीमेटर' यानी 'प्रति पदार्थ' को दुनिया सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है। नासा के मुताबिक इसके एक ग्राम की कीमत 62.5 लाख करोड़ डॉलर यानी करीब 5000 अरब रुपये से भी ज्यादा है। एंटीमेटर हमारे आसपास के वातावरण या जमीन के अंदर नहीं पाया जाता है। बल्कि इसे लैब में तैयार किया जाता है और इसका इस्तेमाल अंतरिक्ष से जुड़े कामों में होता है। इसके बारे में अंतरिक्ष की दुनिया से पता चला था। ये ब्लैक होल में तारों के दो हिस्से में टूटने की घटना में पैदा होता है। इसमें असीमित ऊर्जा असीमित कमाई होती है। इसे सर्न (CERN's) की लैब में पहली बार बनाया गया था। 10 नैनोग्राम से भी कम है। इसे बनाने में भारी भरकम बजट की जरूरत होती है।

Gold Options: गोल्ड ऑप्शंस क्या है, जानिए कैसे हो सकती है बंपर कमाई

What Is Gold Options

What Is Gold Options: गोल्ड को अपने पोर्टफोलियो में रखने की चाहत हर किसी की होती है. बहुत से निवेशक और ट्रेडर कम रिस्क के साथ ज्यादा असीमित कमाई से ज्यादा मुनाफा कमाने की इच्छा रखते हैं. ऐसे लोगों के लिए ऑप्शंस (How To Buy Gold Options) से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. दरअसल, ऑप्शंस में निवेश के जरिए अपने रिस्क को सीमित किया जा सकता है और अधिक से अधिक मुनाफा भी कमाया जा सकता है.

आज की इस रिपोर्ट में हम गोल्ड ऑप्शंस की बारीकियों को समझने की कोशिश करेंगे और साथ में यह भी समझेंगे कि इसमें निवेश से हमें क्या फायदा मिल सकता है और क्या नुकसान है.

कैसे कर सकते हैं गोल्ड ऑप्शंस में ट्रेडिंग
कमोडिटी ऑप्शंस में ट्रेडिंग के लिए सबसे पहले जरूरी यह है कि आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए और अगर आपके पास अकाउंट पहले से हैं तो ब्रोकर को बोलकर ऑप्शंस (Gold Futures & Options) की ट्रेडिंग के लिए उसे एक्टिव करा सकते हैं. निवेशक ऑनलाइन और ऑफलाइन के जरिए ऑप्शंस में ट्रेडिंग कर सकता है. ऑप्शंस वायदा कारोबार के तहत आने वाला एक अनोखा प्रोडक्ट है और इसमें ट्रेडिंग के जरिए जोखिम कम होने के साथ ही असीमित मुनाफा कमाया जा सकता है. मान लीजिए कि आप ऑप्शंस के खरीदार हैं तो बेहद कम प्रीमियम चुकाकर पूरा कॉन्ट्रैक्ट उठा सकते हैं. मतलब यह हुआ कि आपका जोखिम आपके द्वारा जमा किया गया प्रीमियम ही है और मुनाफा अनलिमिटेड. हालांकि इसके विपरीत बिकवाल होने की स्थिति में जोखिम असीमित और मुनाफा सीमित हो जाता है.

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे
आखिर में हम आपको बताते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग क्या फायदे होते हैं. जानकारों का कहना है कि मान लीजिए कि अगर कोई निवेशक गोल्ड ऑप्शंस के कॉन्ट्रै्क्ट में कॉल खरीदता है तो तेजी होने पर निवेशक को फायदा मिलेगा और अगर पुट ऑप्शंस खरीदता है तो गिरावट पर लाभ मिलेगा. वहीं कॉल ऑप्शंस को बेचने वाले कॉल राइटर्स को गिरावट पर फायदा मिलता है और पुट ऑप्शंस को बेचने वाले पुट राइटर्स को तेजी पर फायदा मिलता है. बता दें कि कॉल राइट करने वालों की कमाई सिर्फ प्रीमियम होती है लेकिन उनका नुकसान असीमित होता है. जानकार कहते हैं कि वायदा बाजार के मुकाबले ऑप्शंस में रिस्क कम और रिटर्न ज्यादा मिलता है. इसके अलावा हेजिंग का टूल भी होने की वजह से निवेशकों की भागीदारी काफी ज्यादा होती है.

भारत के नफरत के एजेंडा से ट्विटर और फेसबुक ने खूब मुनाफा कमाया, अब इसे कानून लाकर खत्म करने का समय

फ्रांस की संसद में अब एक कानून है जिसके तहत सोशल मीडिया और ट्विटर, फेसबुक व गूगल जैसी टेक कम्पनियों के लिए अनिवार्य है कि फ्लैग किए जाने के 24 घंटे के भीतर, नफ़रत भरी सामग्री हटा लें.

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फेसबुक | प्रतीकात्मक तस्वीर : pexels

कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के बीच फ्रांस की संसद ने एक क़ानून पास किया है, जिसके तहत सोशल मीडिया और ट्विटर, फेसबुक व गूगल जैसी टेक कम्पनियों के लिए, यूज़र द्वारा फ्लैग किए जाने के 24 घंटे के भीतर, नफ़रत भरी सामग्री को हटाना अनिवार्य कर दिया गया है. अगर सामग्री आतंकवाद या बाल-पोर्नोग्राफी से जुड़ी है, असीमित कमाई तो उसे ‘एक घंटे के भीतर’ हटाना होगा. ऐसा न करने पर इन कम्पनियों पर 13.6 लाख डॉलर्स तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.

अब समय है कि भारत में भी कुछ ऐसे ही कदम उठाए जाएं. यह सुझाव मैं पूरी तरह ये जानते हुए दे रहा हूं कि ऐसे कानून का दुरुपयोग किया जाएगा. भारत सरकार इसका इस्तेमाल, बोलने की आज़ादी का गला घोंटने, सामग्री के अपने प्रतिकूल होने पर उसे सेंसर करने और सही विरोध को दबाने में कर सकती है. अधिकतर कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने, आज़ादी से काम करना बंद कर दिया है और उसकी बजाय वो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विस्तार की तरह अधिक काम करती हैं जो केंद्र और बहुत से प्रांतों में सत्ता में है.

हालांकि ये कुछ जायज़ चिंताएं हैं, लेकिन न चाहते हुए भी मानना पड़ेगा कि तेज़ी से ध्रुवीकरण का शिकार हुए आज के समय में, नफ़रत भरे भाषण और साम्प्रदायिकता के ज़हर के खिलाफ, कानून बनाना ज़रूरी हो गया है.

फर्में कार्रवाई नहीं करेंगी, क़ानून चाहिए

भारत को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने के लिए, सावधानी से तैयार किए गए अपने एजेंडा में, नफरत के सौदागर जो अकसर किसी न किसी पार्टी के रहस्यपूर्ण आईटी सेल का हिस्सा होते हैं, सोशल मीडिया के ज़रिए अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ ज़हर उगलते हैं या फिर जब उनके एजेंडा में सही बैठता हो, तो उनका निशाना बहुसंख्यक समुदाय होता है.

और सोशल मीडिया फर्मों से उम्मीद करना कि वो सफाई का ये काम खुद से कर लेंगी, शायद एक सपना ही रहेगा.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

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अगर आत्म-नियमन मज़बूत होता, तो एक 31 वर्षीय व्यक्ति बरसों तक फेसबुक पर कई फर्ज़ी अकाउंट्स न चला पाता, जिनमें वो एक महिला बनकर हिंदू-मुस्लिम समुदायों को बांटने के लिए धर्मांध टिप्पणियां करता रहा. फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप के साथ भी यही है, जो नफरत भरे विडियोज़ के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है. इनमें मॉब लिंचिंग से जुड़ी वीडियो भी हैं, जिन्हें शांति बिगाड़ने के लिए संपादित कर दिया जाता है.

कारण सीधा सा है- घृणा और धर्मांधता की पैठ भारतीय समाज में बहुत गहरी है और इनके दर्शक बहुत भारी संख्या में हैं, जिसका मतलब है इन कंपनियों के लिए अधिक आमदनी. ये भी है कि अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनातीं फेक न्यूज़ और वीडियो क्लिप को, फेसबुक और ट्विटर पर लाखों व्यूज़ और शेयर्स मिलते हैं लेकिन सच्चाई जांचकर उन रिपोर्ट्स का पर्दाफाश करने वाली ख़बरों को, उतने दर्शक नहीं मिलते.

बहुत लम्बे समय से असीमित कमाई बड़ी इंटरनेट कम्पनियां अरबों डॉलर कमा रही हैं, इस बात की अनदेखी करते हुए कि उनके प्लेटफार्म्स का इस्तेमाल करके कुछ असामाजिक तत्व, भारत के सामाजिक ताने-बाने को कमज़ोर कर रहे हैं. अब समय आ गया है कि नफ़रत के सहारे कमाई जा रही इस असीमित मुनाफाख़ोरी को ख़त्म किया जाए.

ऐसा किस तरह किया जा सकता है?

इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) एक्ट की धारा 79 में गूगल, फेसबुक, यूट्यूब, और ट्विटर जैसी बिचौलिया संस्थाओं को, अधिकतर हालात में दायित्व से मुक्त रखा गया है. इन हालात में वो स्थिति भी शामिल है, जिसमें वो सामग्री बिचौलिया ने ख़ुद नहीं डाली हो, और एक्ट के तहत अपने कर्तव्यों के निर्वहन में ड्यू डिलिजेंस का पालन किया हो.

इस तरह ये विशाल टेक कम्पनियां, ज़रा सी फटकार पड़े बिना ही बचकर निकल जाती हैं, इसके बावजूद कि उनके प्लेटफार्म पर डाली गई सामग्री का नतीजा, साम्प्रदायिक झगड़ों या मौतों की सूरत में सामने आ सकता था.

लेकिन ये कम्पनियां किसी भी अनुचित सामग्री के लिए जवाबदेह ठहराई जा सकती हैं यदि पर्याप्त नोटिस मिलने के 36 घंटे के भीतर, उस सामग्री को हटाया न गया हो. ऐसे समय में, जब स्मार्टफोन से लैस, नौकरशाह से लेकर एक आम आदमी तक, हर कोई स्वयंभू ‘न्यूज़ ब्रॉडकास्टर’ बना हुआ ख़ुशी ये ‘ख़बरें’ भेज रहा हो, तो 36 घंटे एक दशक की तरह होते हैं. इतने समय का मतलब होता है कि नुकसान पहले ही हो चुका है.

इनमें से अधिकतर टेक कम्पनियां दावा करती हैं कि उन्होंने अपने प्लेटफार्म्स के दुरुपयोग को रोकने के लिए इन-हाउस सिस्टम्स बनाए हैं लेकिन उनके रेस्पॉन्स की रफ्तार में ये तथाकथित नियंत्रण व संतुलन अकसर नदारद होते हैं.

2018 में, नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐलान किया कि वो आईटी एक्ट की धारा 79 में बदलाव करने की योजना बना रही है, जिससे इंटरनेट कम्पनियों के लिए अनिवार्य हो जाएगा कि अथॉरिटीज़ द्वारा अनुचित करार दी गई सामग्री को हटा दें और उस सामग्री की उत्पत्ति का पता लगाकर 72 घंटे के भीतर रिपोर्ट करें, लेकिन निजता की चिंताओं के मद्देनज़र, इस प्लान को रद्द कर दिया गया.

स्रोत का पता लगाना

सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के यूज़र्स जिस गुमनामी का फायदा उठाते हैं, वही गुमनामी एक मुख्य कारण है, जिसकी वजह से उनमें से कुछ असामाजिक तत्व, कुछ भी करके निकल जाते हैं.

लेकिन इन कम्पनियों से अब पोस्ट ऑफिस मॉडल अपनाने को कहा जाना चाहिए जिसमें बुरा लगने वाले किसी संदेश के स्रोत का पता होता है, जैसा कि हम अपने पत्रों व पार्सलों के बारे में जानते हैं.

नफरत और अपशब्द फैलाने में आई बे-लगाम तेज़ी, अधिकतर भारत की मुख्यधारा की सियासी पार्टियों से जुड़े, समर्थकों व कार्यकर्ताओं की ओर से आती है, इसलिए पीड़ितों को उस व्यक्ति की पहचान का अधिकार होना चाहिए, जिसने उनके खिलाफ दुष्प्रचार शुरू किया.

केंद्र या राज्य सरकारें नफ़रत भरी भाषा के खिलाफ बने क़ानून का दुरुपयोग न करें, इसे सुनिश्चित करने का एक रास्ता ये हो सकता है कि कुछ कड़ी गाइलाइंस असीमित कमाई बनाई जाएं, जैसे कि जिस पीड़ित को नफरत भरे संदेश या फेक वीडियो में निशाना बनाया गया है, केवल उसी को बिचौलिए से औपचारिक जवाब हासिल करने की इजाज़त होनी चाहिए.

प्रधानमंत्री कार्यालय में एक पूर्व नेशनल साइबर सिक्योरिटी को-ऑर्डिनेटर ने, कुछ साल पहले बड़ी टेक कम्पनियों और वरिष्ठ सरकारी पदाधिकारियों से कहा था, कि बुरे लगने वाले संदेशों, ख़ासकर नफ़रत भरे भाषणों और साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री को सोशल मीडिया पर अपलोड होने से रोकने का, एक रास्ता ये हो सकता है कि ये साइट्स किसी तरह, गुमनाम यूज़र्स से छुटकारा पा लें.

उनके सुझावों पर किसी ने कान नहीं धरा. अब समय है कि कोई इन बड़ी टेक कम्पनियों को मजबूर करे, कि या तो वो इसका कोई निष्पक्ष और पारदर्शी रास्ता निकालें, या फिर माहौल ख़राब करने का दंड भरना शुरू करें. वरना सोशल मीडिया पर डाली गई फेक न्यूज़ और दुर्भावनापूर्ण सामग्री, भारतीय समाज को बांटती रहेगी और राजनेता इस बंटवारे का फायदा उठाते रहेंगे.

ऑनलाइन पैसे कमाने वाले ऐप्स कौन से हैं?

paise kamane wale apps

आज के समय में कई पैसे कमाने वाले ऐप्स भारत में मौजूद हैं जो वास्तव में ऑनलाइन पैसे कमाने का बेहतरीन तरीका बन चुके हैं। यहाँ पर ऐसे ही कुछ ऐप्स की जानकारी साझा की गयी है जिन्हें आप फ्री में डाउनलोड करके बिना किसी निवेश के ऑनलाइन पैसा कमा सकते हैं, जानिए Top Best Online Paise Kamane Wale Apps के बारे में

आप अपने मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करके अपने खाली समय में इन पैसे कमाने वाले ऐप से पैसे कमा सकते हैं। कुछ टॉप पैसे कमाने वाले ऐप्स के बारे में यहाँ बताया गया है जो न केवल भारत में बल्कि यूएसए, यूके, कनाडा, बांग्लादेश, फिलीपींस और कई अन्य देशों में भी उपलब्ध हैं।

ऑनलाइन पैसे कमाने वाले ये App Android स्मार्टफोन और iPhone दोनों के लिए ही उपलब्ध हैं। यहाँ निचे Google Play Store के लिए Download Link दिए हैं। कुछ ऐप बहुत पुराने और कुछ नए ऐप हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं। आप इन ऐप्स को अपने स्मार्टफोन में फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं और इनसे पहले दिन से ही Online Kamai शुरू कर सकते हैं।

Online Paise Kamane Wale Apps 2022 in Hindi

यदि आप अपने खाली समय का इस्तेमाल कुछ अतिरिक्त इनकम कमाने के लिए करना चाहते है तो निचे दिए गए ऐप्स पर काम करके आप ऑनलाइन पैसा कमा सकते हैं।

कैशबडी एक प्रकार का सोशल प्लेटफॉर्म है, जो बेहतरीन पैसा कमाने वाला ऐप है। इससे आप शेयरिंग और शॉपिंग करके कैशबैक कमा सकते हैं और ऐसा करने के लिए आपको कुछ सरल काम करने होते हैं जैसे कि पिक्स और जीआईएफ शेयर करना, एंड्रॉइड ऐप, गेम्स इंसटाल करना और वेबसाइट पर रजिस्टर करना आदि।

इसके अलावा, आप Amazon, Flipkart, Jabong, Myntra और 1000+ से अधिक टॉप साइटों पर कैशबडी ऐप डील्स और कूपन का उपयोग करके खरीदारी करके कैश बैक प्राप्त कर सकते हैं।

2. Meesho (मीशो)

मीशो ऐप डाउनलोड करने, उस पर साइन अप करने के बाद, आप होलसेल मूल्यों पर विभिन्न प्रकार के अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स को ब्राउज़ कर सकते हैं। एक बार जब आपको कोई प्रोडक्ट मिल जाता है जिसे आप बेचना चाहते हैं, तो आप इसे अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम के माध्यम से शेयर कर सकते हैं और ऑर्डर प्राप्त कर सकते हैं।

ऑर्डर प्राप्त करने के बाद आप प्रोडक्ट के होलसेल रेट में अपना प्रॉफिट सेट कर सकते हैं, जब आप उसका भुगतान प्राप्त कर लेते हैं तो आपके बैंक अकाउंट में आपका प्रॉफिट ट्रांसफर हो जाता है।

3.Task Bucks (टास्क बक्स)

टास्क बक्स ऐप से पैसे कमाने के लिए, आपको कॉइन कमाने होते हैं और बाद में उन कॉइन को नकद में बदला जा सकता है, इसके लिए आपको

  • आपको क्विज़ और गेम खेलने होंगे
  • फोन पर सरल कामो को पूरा करना होगा
  • दैनिक प्रतियोगिताओं असीमित कमाई में भाग लेकर मुफ़्त मोबाइल शुल्क जीत सकते हैं
  • रेफरल के माध्यम से भी कमाई कर सकते हैं

इस तरह से आप आप टास्कबक्स के कॉइन को अपने वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं या फिर मुफ्त टॉकटाइम और डेटा रिचार्ज भी प्राप्त कर सकते हैं।

4. Swagbucks (स्वागबक्स)

Swagbucks दुनिया में सबसे ज्यादा पैसे कमाने वाले ऐप्स में से एक है। आप या तो नकद कमा सकते हैं या फ्री गिफ्ट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

इसके मेंबर्स के द्वारा रोजाना 10,000 से अधिक गिफ्ट कार्ड रिडीम किए जाते हैं। आप सर्वेक्षण करके, किराने की रसीदों के लिए नकद कमाकर, अपने पसंदीदा स्टोर पर कैशबैक खरीदारी करके और नए उत्पादों और सामग्री की खोज करके मुफ्त गिफ्ट कार्ड कमा सकते हैं।

5. Earn Karo (अर्न करो)

सबसे पहले, आपको व्हाट्सएप, यूट्यूब, फेसबुक आदि जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना नेटवर्क बनाना होता हैं, और फिर अपने अर्नकारो प्रॉफिट लिंक शेयर करने होते हैं। जब भी कोई आपके लिंक से शॉपिंग करता है तो आपको कमीशन मिलता है।

कमिशन की लाभ दर आपके प्रोडक्ट पार्टनर पर निर्भर करती है जो आपके अर्नकारो अकाउंट में जुड़ जाती है। आप अपने लाभ को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं।

6. Spin and Win Cash (स्पिन एंड विन कैश)

स्पिन और स्क्रैच गेम खेलकर असीमित धन कमाया जा सकता है और आप अपनी पसंद के विभिन्न खेल खेल सकते हैं जिससे आप नकद पुरस्कार प्राप्त करते हैं। ऐसे ही कुछ लोकप्रिय खेल जिन्हें आप खेल सकते हैं, जैसे

  • व्हील घुमाएं और सिक्के एकत्र करें
  • कूपन स्क्रैच करें
  • दैनिक इनाम विकल्प का उपयोग करें

7. Pocket Money (पॉकेट मनी)

आप पॉकेट मनी के साथ कुछ सरल कामो को पूरा करके असीमित मुफ्त मोबाइल रिचार्ज और वॉलेट कैश कमा सकते हैं। अपने स्मार्टफोन के माध्यम से कमाएं और अपने बिलों, मूवी टिकटों, कैब की सवारी आदि का भुगतान करें।

Pocket Money के मुताबिक आप रोजाना 7000 रुपये तक कमा सकते हैं, ऐसा करने के लिए आप

  • लोकप्रिय और अधिक कमाई वाले ऑफ़र ढूंढें
  • डेटा की खपत जैसे विशिष्ट कार्यों को एक दिन में पूरा करें
  • पॉकेट वीडियो देखें
  • तंबोला खेलें
  • देखें और कमाएं

8. Big Time Cash (बिग टाइम कैश)

बिग टाइम कैश आपको वीडियो गेम खेलने के लिए भुगतान करता है। इसमें आने वाले विज्ञापन की कमाई का एक हिस्सा ड्रॉ के माध्यम से एक भाग्यशाली विजेता के साथ साझा किया जाता हैं। इसका फ्री-2-विन मॉडल यूजर को कुछ भी भुगतान किए बिना पैसा कमाने की अनुमति देता है। आपको अधिक से अधिक नकद पुरस्कार प्राप्त करने के लिए बस ऐप से जुड़कर गेम को अनलॉक करना होता है।

9. Shop 101 (शॉप 101)

शॉप 101 ऐप के साथ, आप रीसेल कर सकते हैं और प्रति माह 25,000 रुपये तक कमा सकते हैं। आपको बस अपने ग्राहकों असीमित कमाई की ओर से ऑर्डर देने होते हैं और प्रत्येक बिक्री पर पैसा कमा सकते हैं। आपका लाभ मार्जिन सीधे आपके बैंक खाते में जमा किया जाता है।

10. Real Cash Rewards (रियल कॅश रिवार्ड्स)

यह एप अन्य ऐप्स की तुलना में सैकड़ों-हजारों का क्रेडिट प्रदान करती हैं, आप मुफ़्त ऐप्स आज़माकर, सर्विसेज का परीक्षण करके, सर्वेक्षण पूरा करके और अपनी राय देकर क्रेडिट कमा सकते हैं। यह आपको उच्च भुगतान ऑफ़र और उच्च भुगतान सर्वेक्षण प्रदान करती हैं। इसके माध्यम से आप इसके रेफरल प्रोग्राम से भी पैसा कमाते हैं और बाद में आप अपने क्रेडिट को पेपाल के माध्यम से नकद में प्राप्त कर सकते हैं।

11. Toloka (तोलोका)

तोलोका कुछ विशिष्ट कार्यों जैसे किसी संगठन को खोजना और उसके बारे में जानकारी इकट्ठा करना आदि के लिए भुगतान करता है, इसके माध्यम से आप वीडियो देखकर, सर्च इंजन का मूल्यांकन करने और वेबसाइट चेक करने जैसे काम करके भी पैसा कमा सकते हैं। इससे डॉलर में कमाई होती है जिसे आप PayPal या Payoneer का उपयोग करके अपनी लोकल करेंसी के रूप में पैसे निकाल सकते हैं।

12. Daily Status Earn Money

यह ऐप आपको ऑनलाइन कंटेंट देखने या लोगो के साथ कंटेंट को शेयर करने के लिए रिवॉर्ड देता है, इससे पैसे कमाने के लिए आप निम्नलिखित काम करते हैं, जैसे –

  • वीडियो, फोटो और GIF इमेज देखना और कोट्स पढ़ना
  • अपने दोस्तों के साथ कन्टेन्ट शेयर करना
  • कंटेंट अपलोड करना
  • अपना रेफ़रल कोड शेयर करना

यहाँ बताये गए Paise kamane wale Apps और उनसे पैसे कमाने के तरीको का इस्तेमाल आप Online Earning के लिए कर सकते है, और अपने समय का सही इस्तेमाल करके कुछ अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते है।

असीमित कमाई

डालमिया

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे प्रभावी और धनी संस्था के अध्यक्ष पद के लिए मारामारी ही यह साबित करती है कि यह पद कितना मायने रखता है.

अध्यक्ष पद की चुनावी प्रक्रिया में 30 सदस्य शामिल होते हैं. इनमें से 26 मान्यता प्राप्त राज्य क्रिकेट एसोसिएशन का मत होता है.

तीन मत केंद्र सरकार के हाथ में है. ये हैं यूनिवर्सिटिज, रेलवे और सर्विसेज.

यूनिवर्सिटिज़ मानव संसाधन मंत्रालय से, रेलवे रेल मंत्रालय से और सर्विसेज़ रक्षा मंत्रालय से जुड़ा होता है.

30 वाँ मत होता है क्रिकेट क्लब ऑफ़ इंडिया का. जिसकी अध्यक्षता इस समय राजसिंह डुंगरपुर कर रहे हैं. अध्यक्ष पद मिलने में क्षेत्रीय संतुलन बना रहे इसके लिए हर क्षेत्र को मौक़ा दिया जाता है.

अध्यक्ष का चुनाव रोटेशन के आधार पर होता है. इसके लिए देश को पाँच ज़ोन में बाँटा गया है.

इस बार उत्तरी क्षेत्र का मौक़ा था, जहाँ से डालमिया समर्थकों के उम्मीदवार रणबीर सिंह मैदान में हैं लेकिन पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी ओर से शरद पवार को नामांकित किया है.

वैसे इसकी शुरुआत 1993 में माधवराव सिंधिया के ज़माने से हुई थी जब वे ख़ुद तो सेंट्रल ज़ोन से थे लेकिन उन्होंने हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन से नामांकन लेकर चुनाव लड़ा.

आईएस बिंद्रा भी उत्तरी ज़ोन के प्रतिनिधि थे लेकिन दक्षिणी ज़ोन की बारी के समय वे चुनाव में उतरे.

चुनाव के समय बीसीसीआई अध्यक्ष को असीमित अधिकार होते हैं. क्योंकि अध्यक्ष किसी तरह की गड़बड़ी बता कर किसी भी राज्य एसोसिएशन के अध्यक्ष को वोट देने से रोक सकता है.

बीसीसीआई की कमाई का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि क्रिकेट के प्रसारण अधिकारी से ही उसकी कमाई 400 फ़ीसदी बढ़ने का अनुमान ख़ुद डालमिया ने व्यक्त किया था.

बीसीसीआई को दक्षिण एशिया की सबसे धनी खेल संस्था माना जाता है.

डालमिया का ख़ुद कहना था कि इस साल दिए जाने वाले प्रसारण अधिकार से कमाई एक हज़ार करोड़ तक हो सकती है.

लेकिन असीमित कमाई पारदर्शिता का आलम यह है कि न बीसीसीआई का आधिकारिक दफ़्तर है और न उसकी वेबसाइट ही.

देश की इतने लोकप्रिय खेल संस्था का अध्यक्ष कभी भी कोई प्रमुख खिलाड़ी नहीं रहा. राजा-महाराजाओं से शुरू हुए इस खेल पर उद्योगपतियों और राजनेताओं का ही क़ब्ज़ा बना रहा है.

उनके अलावा अध्यक्ष पद पर रहे प्रमुख नाम हैं, माधव राव सिंधिया, राज सिंह डुंगरपुर, आईएस बिंद्रा, एसी मुतैया और डालमिया.

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