फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें

व्यापार और तकनीकी निर्णय लेने वाला विक्रय के लिए कैटलॉग सीख रहे हैं
क्या आपने तय किया है कि नई तकनीकों में निवेश करना है या नहीं?
निम्नलिखित कैटलॉग को विशिष्ट डोमेन के मुख्य ज्ञान से प्रबंधित किया जाता है और सबसे बुनियादी से सबसे उन्नत तक आयोजित किया जाता है. यदि सामग्री कई स्वरूप में मौजूद है, तो हम आपको बताएंगे, ताकि आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षण प्रारूप चुन सकें.
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सामग्री | विवरण | स्वरूपित करें | लंबाई |
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के मूल सिद्धांतों को जानें Microsoft Dynamics 365 बिक्री | यह सीखने का पथ शिक्षार्थियों को Dynamics 365 Sales से परिचित कराता है। आप मुख्य उत्पाद क्षमताओं और अन्य उपकरणों के बारे में जानेंगे जिनका उपयोग आप बिक्री प्रक्रिया को सफलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए कर सकते हैं। यह सीखने का मार्ग आपको परीक्षा MB-910 के लिए तैयार करने में मदद करता है:Microsoft Dynamics 365 फंडामेंटल (सीआरएम)। | मुफ़्त, अपनी गति से पढ़ने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण पथ | 1.5 घंटे |
मूल प्लेटफ़ॉर्म ज्ञान
सामग्री | विवरण | स्वरूपित करें | लंबाई |
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Dynamics 365 for Sales Professional के साथ कार्य करें | लीड उत्पन्न करें, अवसर बनाएं, आसान सेटअप और एकीकरण का अनुभव करें, और Microsoft Dynamics 365 for Sales Professional के साथ अपनी विक्रय प्रक्रियाओं को कारगर बनाएं. | 4.5 घंटे | |
Dynamics 365 for Sales के साथ कार्य करना | Microsoft Dynamics 365 Sales के साथ लीड जनरेट करें, अवसर बनाएं और सन्निहित बुद्धिमत्ता का उपयोग करें. यह शिक्षण पथ विक्रय अनुप्रयोगों के प्रमुख तत्वों को शामिल करता है. | 1 घंटा 5 मिनट |
परीक्षा
सामग्री | वर्णन | प्रारूप | लंबाई |
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Dynamics 365 की मूल बातें | साबित करें कि आप Microsoft Dynamics 365 समझते हैं: Power Platform; क्लाउड अवधारणा; लाइसेंसिंग विकल्प; और परिनियोजन और रिलीज़ करने के विकल्प. | परीक्षा, लागत क्षेत्र के अनुसार बदलती है |
क्या आप हमें अपनी दस्तावेज़ीकरण भाषा वरीयताओं के बारे में बता सकते हैं? एक छोटा सर्वेक्षण पूरा करें. (कृपया ध्यान दें कि यह सर्वेक्षण अंग्रेज़ी में है)
सर्वेक्षण में लगभग सात मिनट लगेंगे. कोई भी व्यक्तिगत डेटा एकत्र नहीं किया जाता है (गोपनीयता कथन).
NASDAQ Live Stock Market
NASDAQ StockX NASDAQ स्टॉक एक्सचेंज को स्कैन करता है और आपको निवेश करने के लिए सबसे संभावित स्टॉक दिखाता है। आप स्टॉक मौलिक, स्टॉक तकनीकी विश्लेषण कर सकते हैं, नवीनतम स्टॉक समाचार पढ़ सकते हैं और 100,000 शेयरों के लिए अलर्ट सेट कर सकते हैं - ऑल-इन-वन ऐप!
NASDAQ StockX में एक क्लिक के साथ खरीदने के लिए सर्वोत्तम स्टॉक खोजने के लिए 1000+ स्क्रीनिंग मानदंड हैं। यह # 1 स्टॉक फ़िल्टर और स्कैनर ऐप स्टॉक की कीमतों, स्टॉक वॉल्यूम, स्टॉक मार्केट कैप, स्टॉक सेक्टर, और उनके कई स्टॉक तकनीकी और मौलिक मानकों द्वारा शेयरों को स्क्रीन कर सकता है।
NASDAQ StockX ऐप को अलग करता है क्या?
लाइव स्टॉक उद्धरण और वॉचलिस्ट
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- स्टॉक से संबंधित समाचार और चर्चा प्राप्त करें
- वॉचलिस्ट और स्टॉक विवरण पृष्ठ पर स्ट्रीमिंग मूल्य
- वैश्विक वित्त सूचना प्राप्त करें।
- पीई अनुपात, ईपीएस, शेयर, बाजार पूंजी, वॉल्यूम, दिन कम - उच्च, वर्ष निम्न - उच्च, दिन परिवर्तन, आदि जैसे स्टॉक का मुख्य विवरण प्राप्त करें।
मुफ्त स्टॉक स्क्रीनिंग उपकरण
स्टॉक स्क्रीनर बिल्डर आपको जितना चाहें उतने मानदंडों को जोड़कर संभावित स्टॉक को निवेश करने की अनुमति देता है।
पूर्व: सेक्टर के साथ सभी शेयर खोजें: प्रौद्योगिकी, मूल्य 10% और वॉल्यूम> 1 एम बढ़ता है
एक या दो क्लिक के साथ आप निवेश करने के लिए सही स्टॉक पा सकते हैं:
- स्टॉक सेक्टर: प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, हेल्थकेयर, वित्त इत्यादि।
- स्टॉक मूल्य से: पेनी, $ 1- $ 10, $ 50- $ 100, आदि
- शेयर बाजार टोपी द्वारा: बड़ी टोपी, माइक्रो टोपी, आदि
- मौलिक और तकनीकी मानकों के कई अन्य शेयरों द्वारा
उन्नत स्टॉक चार्ट
- 100+ तकनीकी संकेतक: एडीएल, एडीएक्स, एटीआर, एमएसीडी और अधिक
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- स्टॉक चार्ट प्रकार: रेखा, मोमबत्ती और बार चार्ट
स्टॉक अलर्ट
- हर 15min, 30min, 1h और 2h मूल्य आवर्ती चेतावनी
पूर्व: मुझे हर कीमत में फेसबुक की कीमत सूचित करें
- मूल्य सीमा चेतावनी
पूर्व: मुझे एएपीएल मूल्य 200 डॉलर से अधिक होने पर सूचित करें
स्टॉक फंडामेंटल विश्लेषण
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स्टॉक डिस्काडाडाक्शंस और स्टॉक समाचार:
- स्टॉक समाचार: किसी भी स्टॉक के लिए समाचार तोड़ना
- स्टॉक ब्लॉग
स्टॉक स्कूल
- मूल स्टॉक अवधारणाओं
- स्टॉक चार्ट मूल बातें
- स्टॉक चार्ट और candlestick पैटर्न
- स्टॉक समर्थन और प्रतिरोध संकेतक
- स्टॉक रुझान, गति, मात्रा और अस्थिरता संकेतक
अस्वीकरण
सभी डेटा और जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए "जैसा है" फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें प्रदान की जाती है, और यह व्यापार उद्देश्यों या सलाह के लिए नहीं है। किसी व्यापार को निष्पादित करने से पहले मूल्य निर्धारण सत्यापित करने के लिए कृपया अपने ब्रोकर या वित्तीय प्रतिनिधि से परामर्श लें।
फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें
बाजार के क्षेत्र में तकनीकी विश्लेषण या टेक्निकल एनालिसिस (टीए) का मतलब चार्टों का अध्ययन कर प्रतिभूति की दिशा के बारे में जानना होता है।
अगर आप दिशा जानते हैं तो उसी दिशा में कारोबार कर लाभ कमा सकते हैं। कीमत ही सबकुछ है, टीए के मूल में यही बात है। अगर आप कीमत जानते हैं तो आपको फंडामेंटल के बारे में जानने या भेदिए, बैंकरों, विश्लेषकों, मौसम विज्ञानियों और नियामकों की बातें सुनने की जरूरत नहीं है।
अगर आप किसी तकनीकी विश्लेषक को कालेपानी की सजा देकर उसे अंडमान निकोबार द्वीप पर भेज देते हैं, जिसके पास अच्छी बैटरी बैक अप वाला कंप्यूटर और इंटरनेट का कनेक्शन है तो वह वहां बैठे-बैठे भी चार्ट का ही अध्ययन करेगा और उसका प्रदर्शन भी वैसे फंडामेंटल विश्लेषक से बेहतर होगा जो जीजीभाय टावर में बैठा ब्लूमबर्ग टर्मिनल, टेलीविजन, कई तरह के आर्थिक अखबारों के ढेर, ज्यादा स्पीड वाले इंटरनेट और टेलीफोनों का इस्तेमाल कर रहा है।
हालांकि एफएमसीजी शेयरों की जांच करने वाला बुनियादी विश्लेषक के पास इस बात का कोई आइडिया नहीं होगा कि उत्तरी अटलांटिक में उठा तूफान किस तरह से वेस्ट टेक्सास की कीमतों को प्रभावित कर सकता है लेकिन एक तकनीकी विश्लेषक सभी शेयरों, कमोडिटीज और मुद्राओं की समान योजनाओं की एक साथ जांच कर सकता है।
आखिर यह कैसे संभव है? इसका उत्तर इस बात में निहित है कि कीमतें रुझान में चलती हैं और इतिहास अपने आप को दोहराता रहता है। जब बुनियादी विश्लेषक बाजार में कारोबार की स्थिति को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दे पाते है तो उस स्थिति में टेकि्कल्स से बहुत हद तक सहायता मिलती है।
जब कोई शुरुआती रुझान आ रहे होते हैं तो तकनीकी विश्लेषक ही इसकी दिशा के बारे में सही-सही पता लगाने में सक्षम होते हैं। बुनियादी विश्लेषक बाजार में कारोबार की बेहतर या बदतर हालात की शुरुआत के बहुत पहले या बहुत बाद में घोषणा करते हैं। अगर कोई बुनियादी ज्ञान के साथ तालिका पढने की क्षमता भी विकसित कर लेता है तो फिर इस सम्मिश्रण को पछाड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है।
लेकिन इस समय तक जब तक आपने इसमें महारथ हासिल कर ली है तब तक टीए स्टेंडएलोन आधार पर बेहतर फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें परिणाम देगा और कम से कम संसाधनों का इस्तेमाल करेगा। हालांकि शुरू में तालिका तैयार करने वालों को ग्राफ पेपर पर अपनी तालिका तैयार करनी होती थी लेकिन अब सॉफ्टवेयर तकनीक के उपलब्ध हो जाने से तालिका तैयार करना काफी आसान हो गया है।
काफी मात्रा में पिछले आंक ड़े और पिछली जानकारियां प्राप्त करने की ढेरों संभावनाएं और उन पैटर्नों का अनुभव विश्लेषकों को वास्तविक अनुभूति प्रदान करता है और इसमें किसी तरह का जोखिम लेने की बात भी नहीं होती है। किसी तालिका में तारीख एक्स अक्ष पर रहता है जबकि कीमतों वाई अक्ष पर होती हैं।
रैखीय तालिका में किसी खास तारीख को बंद होने वाली कीमतों को नुख्ते से दिखाया जाता है और इसे उपयुक्त एक्स-वाई ग्राफ में दिखाया जाता है। इन सभी नुख्तों को बाद में जोड़कर रैखीय ग्राफ बनाया जाता है। इसके बाद चीजें असानी से दिखने लगती हैं और शेयरों की दिशा के बारे में जानने में काफी आसानी होती है।
हालांकि रैखीय तालिका से प्रत्येक बात की जानकारी नहीं मिलती है क्योंकि ये सिर्फ बंद होने वाली कीमतों को ही ध्यान में रखती हैं। कारोबार के संपूर्ण आयामों को जानने के लिए हमें बंद होने के समय कीमतों के अलावा खुलने के समय कीमत के साथ अधिकतम और न्यूनतम कीमतों को भी ध्यान में रखने की जरूरत होती है।
फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें
आप ने EPS के बारे मे बहोत सुना होगा लेकिन आपके मन मे होता होगा की ये क्या है। तो हम आज इसके बारे मे चर्चा करेंगे। EPS Full Form : Earning Per Share ( प्रति शेअर आय ) EPS Meaning : Earning Per Share क्या होता है ? किसी भी कंपनी के पास लाखों … Read more
Annual Report – वार्षिक रिपोर्ट क्या है
Annual Report – वार्षिक रिपोर्ट के बारे में आपने सुना होगा लेकिन आखिरकार ये वार्षिक रिपोर्ट है क्या? कौन-कौन से मापदंडों को ध्यान में फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें रखकर वार्षिक रिपोर्ट तैयार की जाती है। तो चलिए इसको विस्तार से समझते है। Annual Report Meaning – वार्षिक रिपोर्ट मतलब कंपनी के पूरे वर्ष के अंत में पूरा लेखा जोखा। … Read more
Profit and Loss Account (P&L Account) क्या होता है
Profit and Loss Account (P&L Account) के बारे में सुना होगा कि कंपनी के Fundamental Analysis – फंडामेंटल एनालिसिस में इसका जिक्र होता रहेता है तो हम इसके बारे में विस्तृत में चर्चा करेंगे। Profit and Loss Account : Definition किसी कंपनी वर्ष के अंत में सभी खर्च की आपूर्ति के बाद होने वाले फायदा(Profit) … Read more
Accounting Ratios क्या है ?
Accounting Ratio Definition (Financial Ratio) : लेखा अनुपात क्या है लेखांकन अनुपात Financial Ratios (Accounting Ratios)अनुपात का उप-समूह है, इनका उपयोग लेखाकार या अन्य सम्बंधित पक्षों द्वारा व्यवसाय के वित्तीय विवरण के अन्योन्याश्रित वित्तीय मुद्दों का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। लेखांकन अनुपात (Accounting Ratios) का उपयोग कंपनी की लाभप्रदता(Profitability), दक्षता(Efficiency) और वित्तीय … Read more
Sources of Business Finance – व्यापार वित्त के स्रोत।
Sources of Business Finance – इस विषय में हम जानेंगे कि एक छोटे व्यापार को बढ़ाने के लिए उसके पास पूंजी के लिए क्या-क्या स्रोत होते है। और वो उनका कब कब और कैसे इस्तेमाल करते है। हम यहाँ कौन कौन से वित्त के वैकल्पिक स्रोत (Alternative Sources of Finance) होते है उसके बारे में … Read more
Fundamental Analysis – फंडामेंटल विश्लेषण क्या है।
स्टॉक मार्किट में कंपनी का दो तरीके से एनालिसिस किया जाता है। एक होता है टेक्निकल विश्लेषण(Technical Analysis) और दूसरा फंडामेंटल विश्लेषण(Fundamental Analysis)। फंडामेंटल एनालिसिस क्या होता है : What is Fundamental Analysis एक साल से अधिक समय के लिए जब किसी शेयर(Share) में निवेश(Invest) किया जाता है तो उसे इन्वेस्टिंग कहते है और इन्वेस्टिंग के लिए Share … Read more
Clean Science and Technology Ltd IPO
2003 में स्थापित, क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी लिमिटेड (Clean Science and Technology) विश्व स्तर पर अग्रणी रासायनिक निर्माताओं में से एक है। Clean Science And Technology Comapany Details यह प्रदर्शन रसायन (एमईएचक्यू, बीएचए, और एपी), फार्मास्युटिकल इंटरमीडिएट्स (गुआयाकोल और डीसीसी), और एफएमसीजी केमिकल्स (4-एमएपी और एनीसोल) जैसे कार्यात्मक रूप से महत्वपूर्ण विशेषता रसायनों का निर्माण … Read more
What is Equity – इक्विटी निवेश क्या है ?
इक्विटी डिलिवरी (What is Equity) या डिलिवरी आधारित ट्रेडिंग(Trading) उन तरीकों में से एक है जिनसे आप शेयर बाजार(sharebaazar) में कारोबार(Business) कर सकते हैं। इक्विटी डिलिवरी(Equity Delivery) में, आप कुछ शेयर खरीदते हैं, और उन्हें अपने डीमैट(Demat) खाते में कुछ समय के लिए रखते हैं। डिलिवरी कारोबार में, शेयरों के आपके पास डिलीवर होने के … Read more
Zerodha Reviews 2022 | Demat Account, Brokerage, Stock Trading, Apps
Zerodha अपने ग्राहकों को कई प्रकार के Trading Software और Tool प्रदान करता है। इसने अपने ग्राहकों को थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए अन्य कंपनियों के साथ भी साझेदारी की है। ज़ेरोधा द्वारा पेश किए गए विभिन्न Platforms और Tools को हम आगे समजेंगे। Zerodha Kite (Web Trading Platform) – Click Here Zerodha … Read more
What is Derivative – डेरिवेटिव क्या है?
डेरीवेटिव क्या है ( What is Derivative ) ? और उसमे कौन कौन सी बाते हमें पता होनी चाहिए। उसे हम यहाँ विस्तार से जानेंगे। डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग क्या है ? – What is Derivative डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग(Derivative Trading) एक ऐसा उत्पाद है जिसका मूल्य एक या अधिक मूल बातों को ध्यान में रखकर निर्धारित किया … Read more
कैसे पाएं शेयर में लॉस पर काबू और समझिये स्टॉक मार्किट सपोर्ट लेवल
सुझाव है फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें कि अगर कोई शेयर आपके स्टॉप लॉस को हिट कर रहा हो तो थोड़ा लॉस बुक कर उससे निकल जाइए। अगर आप उसे फिर से खरीदना चाहते हैं तो अंदाज के आधार पर मत खरीदिए। पता कीजिए कि उसका सपोर्ट लेवल क्या है।
सुनने में ये बात जरा असामान्य लग सकती है कि लॉस यानी नुकसान को आखिर ट्रेडिंग का अनिवार्य अंग कैसे माना जा सकता है। लेकिन यह सच है। वास्तविकता के धरातल पर हर ट्रेडर को इस सच का सामना करना ही पड़ता है। आपके फंडामेंटल और तकनीकी विश्लेषण चाहे कितने ही दुरुस्त हों, इसके बावजूद आपको ट्रेडिंग में नुकसान का झटका लग सकता है। वजह यह है कि शेयर बाजार इतना अनिश्चित है कि इसमें कई बार सारे विश्लेषण धरे रह जाते हैं। इसलिए ट्रेडिंग में प्रॉफिट की तरह लॉस भी स्वाभाविक है। जरूरत इस बात की है कि नुकसान को कैसे सीमित रखा जाए ताकि वह लाभ पर भारी नहीं पड़े। आज हम आपको नुकसान पर काबू पाने का एक नुस्खा बताते हैं।
कागजी नहीं रियल घाटे को पहचानें (Understand about Real Loss no paper loss)
सबसे पहले इस बात को समझना जरूरी है कि किसी ट्रेड में नुकसान होता क्यों है? सीधा जवाब है- शेयर का बाजार मूल्य आपके खरीद भाव के नीचे चला गया। लेकिन गौर से देखें तो यह जवाब पूरी तरह सही नहीं है। मान लीजिए कि आपने 100 रुपए में कोई शेयर खरीदा। उसका भाव गिरकर 99 रुपए हो गया। ऐसे में आपके ट्रेडिंग एकाउंट में प्रति शेयर एक रुपए का घाटा दिखेगा, लेकिन अभी यह घाटा सिर्फ कागज पर है। यह रियलाइज्ड नहीं हुआ है। रियलाइज्ड का अर्थ है कि अभी आपने इस घाटा सहते हुए अपने शेयर को बेचा नहीं है। आप इंतजार कर रहे हैं कि कीमत फिर चढ़ेगी। शेयर का भाव जब 100 रुपए से ऊपर जाएगा, तब फंडामेंटल विश्लेषण की मूल बातें आप उसे फायदे में बचेंगे। इस तरह वह घाटा सिर्फ एकाउंट में है, वास्तविकता में नहीं। लॉन्ग टर्म निवेशक तो इस तरह की हलचल पर ध्यान भी नहीं देते हैं। वे जानते हैं कि लॉन्ग टर्म में 100 रुपए में खरीदा शेयर, 90 रुपए पर जाकर भी वापस लौट सकता है और कुछ महीनों या एक साल बाद 125 रुपए में बिक सकता है। लेकिन आप अगर शॉर्ट टर्म ट्रेडर हैं तो आपको ज्यादा चौंकन्ना होने की जरूरत है, क्योंकि आपने ट्रेडिंग का जो तरीका चुना है, उसमें शेयर को होल्ड करने के लिए वक्त ज्यादा नहीं है।
भाव गिरने पर घबराएं नहीं (Don;t Fear while price decreasing)
आम तौर पर नए ट्रेडर लॉस की सूरत में एक बड़ी गलती करते हैं। अगर किसी शेयर की कीमत 100 से गिरकर 98 रुपए हो जाती है। तो अनाड़ी ट्रेडर का संतुलन बिगड़ने लगता है। वह एक साथ डर और लालच दोनों मनोभावों से ग्रस्त हो जाता है। डर का मतलब है कि उसे लॉस बुक करने में घबराहट होती है। वह जानता है कि स्टॉप लास 98 के आस पास है, लेकिन वह नुकसान के डर के मारे स्टॉप लॉस नहीं लगाता है। लालच का मतलब है कि उसे लगता है गिरते हुए शेयर को पकड़ कर वो मोटा मुनाफा कमा सकता है। उसे लगता है कि 98 तक गिरने के बाद शेयर वापस चढ़ेगा। इसलिए वह 98 के भाव पर एक बार फिर उसे खरीद लेता है। अब उसका औसत भाव 99 हो गया है। गौर करने लायक बात यह है कि 98 पर खरीद के पीछे उसके पास कोई सुनिश्चित आधार नहीं है। उसने जो सोचा है, बाजार उसके विपरीत करवट लेता है। शेयर और गिरकर 96 पर चला जाता है। वह अनाड़ी ट्रेडर थोड़ा और डरता है, उसका लालच एक बार फिर हावी होता है। ऊपर लिखी मानसिक प्रक्रिया दोहराते हुए वह एक बार फिर उसी शेयर को खरीद लेता है। अपनी बची खुची पूंजी भी उसमें झोंक देता है। लेकिन इस बार भी उसकी खरीद के बाद शेयर के गिरने का सिलसिला जारी रहता है, वह 95 पर पहुंच जाता है। अब ट्रेडर के पास न तो पूंजी बची है, और न ही धैर्य। वह अपने मूल स्टॉप लॉस के मुकाबले ज्यादा नुकसान सहते हुए उसे बेचता है।
इसलिए सुझाव है कि अगर कोई शेयर आपके स्टॉप लॉस को हिट कर रहा हो तो थोड़ा लॉस बुक कर उससे निकल जाइए। अगर आप उसे फिर से खरीदना चाहते हैं तो अंदाज के आधार पर मत खरीदिए। पता कीजिए कि उसका सपोर्ट लेवल क्या है।
तीन तरह के सपोर्ट लेवल (Three Types of Support Level)
आम तौर पर किसी शेयर के तीन सपोर्ट लेवल होते हैं। आप हर दो या तीन लेवल पार करने के बाद थोड़ी थोड़ी मात्रा में खरीद सकते हैं। लेकिन खरीदने से पहले इस बात का हिसाब जरूर कर लें कि आप इसे किन स्तरों पर कितनी संख्या में खरीदेंगे। अपने कुल ट्रेडिंग कैपिटल का कितना हिस्सा इस पर लगाएंगे। जैसा कि हम आपको पहले भी आगाह कर चुके हैं, अपनी पूरी पूंजी को किसी एक शेयर में नहीं लगाएं। इस बात का आकलन भी जरूर करें कि कितना नुकसान सहने की क्षमता आपके अंदर है।
इस प्रकार अगर आप लालच और डर से हटकर ट्रेडिंग करेंगे तो आप नुकसान को नियंत्रित कर सकेंगे। एक कहावत याद रखिए, जिस ट्रेडर ने नुकसान बुक करना सीख लिया, वो अक्सर फायदे में रहता है।
ट्रेडिंग में नुकसान कम करने के जरूरी सूत्र
1. फायदा चाहते हैं तो घाटा सहना सीखें
2. स्टॉप लॉस हिट हो रहा हो तो घबराएं नहीं
3. लॉस बुक करने में डरने से बड़े घाटे के आसार
4. सिर्फ अंदाज के आधार पर स्टॉक मत खरीदें
5. अगर कोई शेयर लगातार गिर रहा हो तो अपनी पोजिशन मत बढ़ाएं
6. स्ट्रॉन्ग सपोर्ट लेवल के पास ही दोबारा खरीदें
7. थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ही खरीदें, कारोबार के लिए हमेशा अपनी लिमिट का ध्यान रखें\