Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है

क्रिप्टोकरेंसी के जनक सातोशी नकामोटा को माना जाता है जो 2009 में पहली Decenterlized क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin Introduced की थी लेकिन इस पर प्रश्न चिन्ह तब लग जाता है जब ऐसा कहा जाता है की क्रिप्टोकोर्रेंसी जैसा ही करेंसी यूएस ने 1996 में डिजिटल फोम में गोल्ड बनाया था जिसे 2008 में वैन कर दिया गया। क्रिप्टोकरेंसी(criptocurrency ) दो word से मिलकर बनी है, Cripto जिसका लैटिन भाषा के Criptography से बना है जिसका मतलब होता है छुपा हुआ , उसी तरह Currency लैटिन भाषा के Currentia से आया है जिसका मतलब होता है पैसा। ये एक ऐसी मुद्रा है जिस पर किसी का अधिकार नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, कैसे काम करती है और भारत मार्किट
क्रिप्टोकरेंसी word आपने कई बार सुना होगा क्योंकि चाहे Elon Musk हो या फिर Warren Buffett कोई भी क्रिप्टोकरेंसी के नाम से अछूता नहीं है। अग़र आप क्रिप्टो के बारे में नहीं जानते है तो ये Article आपके लिए है। इस Article में हमने क्रिप्टोकरेंसी के Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी है, जो आपको इस वर्चुअल करेंसी को समझने में वहुत मदद मिलेगी।
आसान भाषा में कहे Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है तो क्रिप्टोकरेंसी डिजिटिल फोर्म में है जो एक डिजिटल क़ैश प्रणाली है जिसे कंप्यूटर के कोडिंग language के algorithem पर काम करती है। ये डिजिटल फॉर्म उसी तरह सुरक्षित है जिस तरह अन्य देशों की मुद्रा। यह एक वर्चुअल करेंसी है जिसे छुआ नहीं जा सकता। आजकल इस मुद्रा का चलन काफी बढ़ता जा रहा है, इस डिजिटल क्रिप्टो करेंसी का उपयोग इंटरनेशनल मार्किट में खरीदारी, इन्वेस्टमेंट और सर्विसेज़ में किया जा रहा है। इसका उपयोग आप कहीं भी किसी भी Time कर सकते है और साथ ही इन्वेस्ट करके अपने पैसे में मुनाफा कमा सकते है।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार
April,2021 तक लगभग 10000 प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी हो गयी है। इस बात से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है क्या होने वाला है। Cripto में सबसे ज्यादा फेमस Bitcoin है, इसके अलावा और भी Cripto काफी Famous हो रही है जैसे –
Rank | Name | Symbol |
1 | Bitcoin | BTC |
2 | Ethereum | ETH |
3 | Binance Coin | BNB |
4 | Cardano | ADA |
5 | Tether | USDT |
6 | XRP | XRP |
7 | Dogecoin | DOGE |
8 | USD Coin | USDC |
9 | Polkadot | DOT |
10 | Uniswap | UNI |
भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी
भारतीय रिज़र्व बैंक ने क्रिप्टो को कभी भी आधिकारिक मंजूरी नहीं दी है तथा इसे अवैध भी करार नहीं किया है क्योंकि क्रिप्टो Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है पर किसी का अधिकार नहीं है तो rbi इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देता है इसलिए ही rbi ने अपनी खुद की डिजिटल करेंसी रेगुलेट करने के बारे में कहा है। सूत्रों से पता चला है की rbi इस साल के Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है अंत तक अपनी करेंसी लेकर आ सकता है जो क्रिप्टो की तरह ही वर्क करेगी पर उसका रेगुलेशन rbi ही करेगा। इस करेंसी का नाम होगा सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central bank digital currency ) होगा।
क्रिप्टोकरेंसी के लाभ
- क्रिप्टोकरेंसी के लेन -देन कहीं से भी किया जा सकता है और किसी भी टाइम।
- इस तरह की करेंसी में गोपनीयता बहुत होती है जिसकी वजह से लोगों की निजी जानकारी सुरक्षित रहती है।
- इन करेंसी का उपयोग विश्व में कहीं भी किया जा सकता है बिना किसी अतरिक्त शुल्क के।
- कोई भी व्यक्ति इसका उपयोग कर सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य उसके इन्वेस्टर और ट्रेडिंग के भरोसे पर निर्भर रहेगा। कई देशों ने इसे अपनाकर और वड़े -वड़े इन्वेस्टरों ने इसमें पैसा लगाकर इस पर भरोसा जताया गया है और इसका नतीजा इसकी आर्थिक गतिविधियाँ तेजी से बढ़ना। आज लोग धीरे -धीरे जागरूक हो रहे हैं साथ ही इसमें इन्वेस्ट करके अच्छा मुनाफा भी कमा रहे है। वहीँ दूसरी और कुछ देशों में इसे सही नहीं माना जा रहा है क्योंकि इसकी रेगुलेटरी कोई भी नहीं है तो इसकी जवावदेही भी किसी की नहीं बनती। वैसे यह भी देखा जा रहा है की कुछ देश रेगुलेटरी के साथ अपनी -अपनी डिजिटल मुद्रा को लाने की तैयारी भी कर रहे हैं। इससे यह कहा जा सकता है की क्रिप्टो आगे चलन में आएगी जो आजकल दिख भी रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी की इस बात में कोई दोहराह नहीं है कि यह व्यापार,निवेश और अन्य बिभिन्न क्षेत्रों में तेज़ और काम खर्च वाली डिजिटल प्रणाली है लेकिन फिर भी अगर वर्तमान स्वरुप पर गौर किया जाये तो इसकी गोपनीयता, अस्थिरता और इसकी नीति की वजह किसी भी देश को अनिवार्यता देना बहुत मुश्किल होगा। लेकिन भविश्य को अगर देखा जाये तो इसमें उपलब्ध अवसरों को ध्यान में रखते हुए सरकार और क्रिप्टोकरेंसी के बीच समन्वय को बढ़ाने पर वाल देना होगा साथ ही जन जागृति भी लानी होगी जिससे एक हितकारी तंत्र बन सके।
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल, क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित मुद्रा है।
Cryptocurrency is a digital, cryptographically secured and blockchain technology based currency.
क्रिप्टो करेंसी का मतलब | Cryptocurrency Meaning in Hindi
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।
आज के समय में लोगों ने कैश रखना बहुत कम कर दिया है जो लेनदेन हो रहे है उसमें ज्यादातर डिजिटल होते है, और यह डिजिटल लेनदेन आम जनमानस का हिस्सा बन गए है। कॉर्पोरेट्स और कंस्यूमर धीरे धीरे कैश से लेनदेन कम करते जा रहे हैं और स्मार्टफोन ने इस डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया को आसान और तेज कर दिया है।
डिजिटल लेनदेन के साथ डिजिटल करेंसी भी पैर जमा रही है, यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी है।
क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पत्ति | Origin of Cryptocurrency word in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी शब्द कह सकते हैं नया शब्द है, जो 21 वीं सदी की शुरुआत से ही आया है। यह दो शब्दों – ग्रीक शब्द ‘kryptos’ जिससे ‘क्रिप्टो’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘छिपा हुआ या गुप्त’ और लैटिन शब्द ‘currere’ जिससे ‘करेंसी’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘चलाना’ से मिलकर बना है।
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मनी है जिसे आप छू नहीं सकते, जेब में नहीं रख सकते यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और इनकी कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी नहीं है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नयी डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसका लेनदेन का सत्यापन बैंकों पर निर्भर नहीं होता है और क्रिप्टोक्यूरेंसी का इस्तेमाल वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए ऑनलाइन आदान-प्रदान किया जा सकता है।
करेंसी किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi
हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।
CryptoCurrency कैसे काम करती है
यह एक blockchain के माध्यम से काम करती है| इसमें जो भी लेनदेन होता है| उसका रिकॉर्ड रखा जाता है| यहां हाइटेक कंप्यूटर द्वारा इसकी देखरेख की जाती है|
जिसे cryptocurrency mining कहते है जो mining करते हैं उनको miners कहा जाता है | जो इसकी सिक्योरिटी करते हैं उनको फीस के तौर पर कुछ coin दिए जाते हैं|
Cryptocurrency के फायदे और नुकसान
किसी भी चीज के लोगों के लिए फायदे हैं तो नुकसान भी होते हैं।
✅ आपको पता है यह डिजिटल करंसी है और इसमें कोई भी खतरा या फ्रॉड नहीं है।
✅ इसका सबसे बड़ा फायदा है कि आप इससे किसी भी देश विदेश में लेनदेन कर सकते हैं।
✅ आप अपने देश की करेंसी से किसी भी देश में लेनदेन करते हैं तो आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है। लेकिन CryptoCurrency में आपको कुछ नहीं देना पढ़ता।
✅ अगर आपके पास एक्स्ट्रा पैसे हैं तो आप इसमें इन्वेस्ट भी कर सकते हैं। Price बढ़ने पर एक अच्छा फायदा ले सकते हैं
✅ आप इससे किसी भी सामान की shopping कर सकते हैं।
Cryptocurrency के नुकसान क्या है।
❌ क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी देश का नियंत्रण नहीं है। तो इसकी कीमत बढ़ती घटती रहती है।
❌ इसमें एक नुकसान यह भी है अगर आप किसी को गलत transaction कर देते हैं।तो अप इसको वापिस नहीं ले सकते।
❌ इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए भी हो सकता है क्योंकि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच ही होता है।
भारत में CryptoCurrency कैसी है | इसे कैसे खरीदा जाए
भारत में CoinSwitch, CoinDCX ,or WazirX,आदि क्रिप्टो एक्सचेंज बहुत पॉपुलर है जिसकी Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है मदद से आप C ryptocoin खरीद सकते हैं और भारतीय रुपए में payment कर सकते है
अगर आपको क्रिप्टोकरंसी खरीदनी है तो इस लिंक पर जाएं और Sign up कर के यहां से आप CryptoCurrency खरीद सकते हैं
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कैसे काम करती है क्रिप्टोकरेंसी? क्या है सरकार व RBI का रुख? जानें हर सवाल का जवाब
- क्रिप्टोकरेंसी को कोई सेंट्रल अथॉरिटी Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है रेगुलेट नहीं करती।
- क्रिप्टोकरेंसी की संख्या हजारों में हैं, जिनकी अलग-अलग कीमत है जो बढ़ती-घटती रहती है।
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है, न ही रेगुलेशन का कोई सिस्टम है।
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में अबतक आपने बहुत पढ़ा-सुना देखा होगा। आज हम आपके सारे डाउट क्लियर कर देंगे।। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी भारत में अवैध तो नहीं है, सरकार का इस मामले में स्टैंड क्या है, चिंताएं क्या-क्या हैं? क्या क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट रिस्क वाला फैसला है? ऐसे ही 10 सवालों के जवाब यहां मिलेंगे।
Cryptocurrency क्या है? (What is Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकुरेन्सी भुगतान का एक रूप है जिसे माल और सेवाओं के लिए ऑनलाइन बदला जा सकता है। कई कंपनियों ने अपनी खुद की मुद्राएं जारी की हैं, जिन्हें अक्सर टोकन कहा जाता है, और इनका विशेष रूप से उस सेवा के लिए कारोबार किया जा सकता है जो कंपनी प्रदान करती है।
क्रिप्टोकुरेंसी नामक एक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके काम करता है जिसे ब्लॉकचैन कहा जाता है। ब्लॉकचैन एक विकेंद्रीकृत तकनीक है जो कई कंप्यूटरों में फैली हुई है जो लेनदेन का प्रबंधन और रिकॉर्ड करती है। इस तकनीक की अपील का हिस्सा इसकी सुरक्षा है।
क्रिप्टोकुरेन्सी एक डिजिटल मुद्रा (Digital Currency) है जो पैसे उत्पन्न करने और लेनदेन को सत्यापित करने के लिए एन्क्रिप्शन (क्रिप्टोग्राफी) का उपयोग करती है। लेन-देन को एक सार्वजनिक बहीखाता में जोड़ा जाता है – जिसे एक लेनदेन ब्लॉक श्रृंखला भी कहा जाता है – और नए सिक्के खनन (Mining) के रूप में जानी जाने वाली प्रक्रिया के माध्यम से बनाए जाते हैं।
क्रिप्टोक्यूरेंसी को इसका नाम कैसे मिला (How did the Cryptocurrency get its Name)
क्रिप्टोकुरेन्सी को इसका नाम मिला क्योंकि यह लेनदेन को सत्यापित करने के लिए उपयोग करता है। इसका मतलब Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है है कि उन्नत कोडिंग वॉलेट्स और सार्वजनिक लेजर के बीच क्रिप्टोकुरेंसी डेटा को स्टोर करने और ट्रांसमिट करने में शामिल है। एन्क्रिप्शन का उद्देश्य सिक्योरिटी और सुरक्षा प्रदान करना है।
पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल क्रिप्टोक्यूरेंसी को यकीनन “बिट गोल्ड” (bit gold) में खोजा Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है जा सकता है, जिस पर 1998 और 2005 के बीच निक स्ज़ाबो (Nick Szabo) द्वारा काम किया गया था, लेकिन इसे कभी लागू नहीं किया गया था।
हालांकि बिट गोल्ड को व्यापक रूप से बिटकॉइन का पहला अग्रदूत माना जाता है, क्रिप्टोक्यूरेंसी अग्रणी डेविड चाउम की कंपनी डिजीकैश (DigiCash), वेई दाई का बी-मनी, और “ई-गोल्ड” सभी उल्लेखनीय प्रारंभिक उल्लेख हैं।
कुल कितनी क्रिप्टो करेंसी है (How much Cryptocurrency is the total till now)
शायद अब तक सभी ने बिटकॉइन के बारे में सुना होगा। यह मुख्यधारा में जाने वाला पहला क्रिप्टोकुरेन्सी था, लेकिन अन्य लोकप्रियता में बढ़ रहे हैं। क्रिप्टोकुरेन्सी के 2,000 से अधिक विभिन्न प्रकार हैं, और हर दिन अधिक विकसित होते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी को कई कारणों से आलोचना का सामना करना पड़ता है, जिसमें अवैध गतिविधियों के लिए उनका उपयोग, विनिमय दर में अस्थिरता, और उल्लंघन की कमजोरियां शामिल हैं। हालाँकि, उनकी सुवाह्यता, विभाज्यता, मुद्रास्फीति प्रतिरोध और पारदर्शिता (portability, divisibility, іnflаtіоn resistance, and trаnѕраrеnсу) के लिए भी उनकी प्रशंसा की गई है।