क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी

क्रिप्टो करेंसी को खरीदने के लिए कोई लिमिट टाइम नहीं है | देश में बिटकॉइन और डोजी कॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है |
Facebook Libra Cryptocurrency Kya Hai Meaning In Hindi
Facebook Libra Cryptocurrency Kya Hai Meaning In Hindi हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सब दोस्तों आज हम आपको Facebook की Libra Crypto Currency के बारे में बताने वाले हैं जी हाँ दोस्तों फेसबुक ने अगले साल (2020) तक लिब्रा डिजिटल करंसी को लॉन्च करने का ऐलान कर दिया है. आपको बता दें Libra Digital Coin में अकेले फेसबुक ही नहीं बल्कि कई बड़ी क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी बड़ी दिग्गज कंपनियों ने भी पैसा Invest किया है तो आप समझ सकते हैं कि इस Virtual की Value क्या होने वाली है.
दोस्तों आज किस पोस्ट में हम आपको Facebook Libra Crypto Currency के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं और इसकी तुलना हम Bitcoin से भी करने वाले हैं यानी Libra Vs Bitcoin तो आइए आपको सबसे पहले क्रिप्टो करेंसी क्या होती है और Libra Cryptocurrency Kya Hai इसके बारे में बताते हैं.
CryptoCurrency Kya Hai – क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
दोस्तों आपने भारत और दूसरे देशों में कई अलग अलग तरह की Currency (मुद्रा) देखी होगी जैसे भारत में रुपया चलता है अमेरिका में डॉलर पाकिस्तान में पाकिस्तानी रुपया और इसी तरह दूसरे अलग अलग देशों में अलग अलग तरह के करेंसी चलती है जोकि नोट या फिर सिक्कों के रूप में होती है लेकिन मैं आपको बता दूं कि क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है यह फिजिकल करेंसी नहीं है यानी कि आप इसे केवल देख सकते हैं छू नहीं सकते क्योंकि यह कंप्यूटर कोड के डिजिटल साइन की तरह मौजूद होती है.
लिब्रा एक नई क्रिप्टोकरंसी है जिसे Stability और Relaibility के लिए डिजाइन किया गया है, दोस्तों क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी होती है जिसमें सेंट्रल या किसी भी अथॉरिटी का का कोई रोल नहीं होता, यह एक तरह की वर्चुअल करेंसी है जिससे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की जाती है वैसे तो बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसीज वर्ल्ड वाइड अवेलेबल है लेकिन जो सबसे ज्यादा पॉपुलर Cryptocurrency है वह है कि Bitcoin लेकिन अब बिटकॉइन को टक्कर देने के लिए फेसबुक ने लिब्रा क्रिप्टोकरंसी को लॉन्च करने की बात कही है.
What Is Blockchain In Hindi
दोस्तों ब्लॉकचेन एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो ट्रांजैक्शन रिपोर्ट को सुरक्षित तरीके से एक लोकेशन पर ना होकर अलग-अलग नेटवर्क पर Store करती है यानी कि P2P Network (पीयर टू पीयर नेटवर्क) का इस्तेमाल करती है दुनिया भर के इंडिपेंडेंट Servers जिन्हें Nodes भी कहा जाता है यह ब्लॉकचेन संचालित करने वाले नेटवर्क का निर्माण करते हैं.
दोस्तों लिब्रा भी उन्हीं सिक्योरिटी नियमों का पालन करती है जिन्हें बिटकॉइन द्वारा फॉलो किया जाता है लेकिन बिटकॉइन के मुकाबले लिब्रा को अकेले फेसबुक ही नहीं बल्कि इसके साथ 28 और कंपनियां भी साझेदारी करके अपना पैसा इनवेस्ट करेंगी तो आप समझ सकते हैं कि यह कितनी मजबूत करेंसी होने वाली है.
और इन कंपनियों की बात करें तो इनमें सभी बड़ी बड़ी दिग्गज कंपनियां जैसे वोडाफोन, मास्टर कार्ड, पे पाल, इबे, वीजा, शोपिफाई, कैलिबरे, और उबर, जैसी कंपनियां शामिल है अगर हम लिब्रा में की गई इनकी Invested Value की बात करें तो इसके हर एक फोल्डिंग मेंबर ने मिनिमम 10 मिलियन डॉलर इसमें इन्वेस्ट किए हैं फेसबुक का कहना है कि यह सभी 10 Million Doller Reserve रखे जाएंगे जो कि लिब्रा क्रिप्टोकरंसी का बैक एंड बनेगा.
टाटा कॉइन ने 24 घंटे में दिया 1200% का रिटर्न, यहां जानिए क्यों खास है यह क्रिप्टोकरेंस
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। TATA Coin: इस समय शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल है. ऐसे में हर कोई ऐसी जगह निवेश करना चाहता है जहां सुरक्षित और बढ़िया रिटर्न मिले. एक डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी (Decentralised Cryptocurrency) में पिछले 24 घंटों में 1,200 फीसदी की मजबूती देखी गई है. कॉइन मार्केट कैप से मिले डाटा से यह जानकारी मिली है.
पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसी का जबरदस्त बाजार बना है. टाटा कॉइन इस समय 1200 % की मजबूती के साथ 0.09515 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. वहीं, टाटा कॉइन की पूरी तरह डायल्यूटेड मार्केट कैपिटलाइजेशन (market capitalisation) 8,56,355 डॉलर है.
टाटा कॉइन (TATA Coin) का उद्देश्य डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को सुरक्षित बनाना है और दुनिया भर के निवेशकों के साथ-साथ मल्टीनेशनल कंपनियों और संस्थानों को बेहतरीन सुरक्षित पेमेंट सिस्टम उपलब्ध कराना है. इससे उन्हें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) का इस्तेमाल करते हुए आसान और सुरक्षित डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी. इससे लोगों का निवेश सुरक्षित रहेगा.
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है | जिसमे आप बिना बैंक के माध्यम से सीधे खरीद, बेच और विनिमय कर सकते हैं। बिटकॉइन के निर्माता, सतोशी नाकामोतो , ने मूल रूप से क्रिप्टोग्राफिक सबूत पर आधारित एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली” की आवश्यकता का वर्णन किया।
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प्रत्येक बिटकॉइन लेनदेन जो कभी भी किया जा सकता है, जो एक सार्वजनिक वेबसाइट और एप पर मौजूद है, जो सभी के लिए सुलभ है, बिटकॉइन सरकार या किसी भी जारी करने वाले संस्थान द्वारा समर्थित नहीं हैं, और सिस्टम के दिल में पके हुए सबूत के अलावा उनके मूल्य की गारंटी देने के लिए कुछ भी नहीं है।
क्रिप्टो करेंसी की कीमत कैसे तय होती है
क्रिप्टो करेंसी की कीमत मांग और आपूर्ति के सिद्धांत पर तय होती है, यानी जब उसकी मांग ज्यादा होगी और आपूर्ति कम होगी तो इसकी कीमत भी ज्यादा होगी | लेकिन अगर मांग कम हुई आपूर्ति ज्यादा हुई तो उसकी कीमत भी कम हो जाएगी ।
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत की बात करें तो 1983 में अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर डेविड चाम ने ecash नाम से सबसे पहले क्रिप्टोग्राफिक इलेक्ट्रॉनिक मनी बनाई थी .
1995 में डिजिटल कैश के जरिए इसे लागू किया गया | 2009 में साकोशी नाकामोतो नाम के वर्चुअल निर्माता ने बिटकॉइन नाम की क्रिप्टोकरेंसी बनाई इसके बाद ही क्रिप्टोकरंसी को दुनिया भर में लोकप्रियता मिली ।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे ख़रीदे
क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया काफी आसान है | क्रिप्टो करेंसी की खरीद बिक्री क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज वेबसाइट और ऐप के जरिए की जा सकती है |
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इसके लिए सबसे पहले इन्वेस्टर को इन प्लेटफार्म पर साइन अप करना होता है| फिर अपना केवाईसी प्रोसेस पूरा करके वैलेट में मनी ट्रांसफर करना होता है या फिर बैंक खाते ,डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए भुगतान करके इन्वेस्टर क्रिप्टो करेंसी की खरीद बिक्री कर सकता है |
Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से बड़ी खबर, जानें क्या है Cryptocurrency फायदे नुकसान की बात
Cryptocurrency : दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बाजार का नाम काफी सुर्खियों में है। वर्तमान में लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को अमीर बनने का सबसे सरल मार्ग समझ लिया है। लोग क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के माध्यम से काफी पैसा कमा रहे हैं। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से अमीर बनने का रास्ता समझने वाले लोगों के सपने उस वक्त टूट गए जब दुनिया भर की सरकारों ने इस मार्केट पर सख्ती बरतना शुरू किया। सरकारों की सख्तियों के कारण ये मार्केट अचानक से लुढ़कने लग गया। लेकिन बावजूद इसके कई क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) लोगों को कई गुना ज्यादा मुनाफा उपलब्ध करा रही थीं। लेकिन फिलहाल शेयर मार्केट में कुछ क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) अभी भी गिर रही हैं,। जानिए कौनसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) जा रही नीचे.
क्रिप्टोकंरेसी कैसे काम करती है:
क्रिप्टोकंरेसी Blockchain के माध्यम से काम करती है।पावरफुल कंम्प्यूटर द्वारा लेन-देन का रिकॉर्ड और निगरानी रखी जाती है,जिसे क्रिप्टोकंरेसी माइनिंग(minning) कहते है और माइनिंग करने वालो को माइनर्स(miners) कहते है।जब भी क्रिप्टोकंरेसी मे कोई ट्रांजेक्शन होता है तो उसकी पूरी डिटेल्स Blockchain मे रिकॉर्ड हो जाती है।ब्लाक की पूरी डिटेल्स को सुरक्षित रखने का काम माइनर्स का होता है।
माइनर्स हर ब्लाक के लिए उचित कोड (hash) निश्चित करते है। उचित कोड रखकर सुरक्षित किए हुए ब्लॉक को ब्लॉक चैन से जोड़ दिया जाता है। और आसपास के नेटवर्क मे उपस्थित कंप्यूटर में यह जानकारी वेरीफाई हो जाती है।इस पूरी प्रोसेस को consensus कहा जाता है।जब consensus की पूरी जांच हो जाती है तो सिक्योर करने वाले माइनर को क्रिप्टो काइन्स दिए जाते है।यह एक रिवार्ड होता है और इसे प्रूफ ऑफ वर्क कहा जाता है।
क्रिप्टोकंरेसी के प्रकार:
इस समय दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में मौजूद है, पर हमें इसकी जानकारी नहीं। आइए नीचे कुछ टॉप क्रिप्टोकरंसी के बारे में जानते हैं।
Bitcoin(बिटकाइन):
बिटकॉइन आज दुनिया की सबसे सफल, डिजिटल क्रिप्टो करेंसी है। यह सबसे महंगी क्रिप्टोकरंसी है, जिसकी कीमत आसमान छू रही है। जिसने भी इसे कम कीमत में लिया है उसे आज मुनाफा ही मुनाफा मिल रहा है।इसे 2009 मे Santoshi Nakamoto ने बनाया।इसे सफल बनाने मे भी काफी मेहनत करनी पड़ी। आज के समय मे एक बिटकॉइन खरीदने के लिए आपको 13 लाख रुपए से 15 लाख रुपए देने होगे।
Ethereum:
बिटकॉइन के बाद यह दुनिया की दूसरी पसंदीदा क्रिप्टोकंरेसी है।इस क्रिप्टोकंरेसी के टोकन को Ether भी कहा जाता है।इस करंसी के फाउंडर का नाम Vitalik Buterin है।इसे 2015 मे लांच किया गया।
बिटकॉइन की तरह यह भी ओपनसोर्स, डिसेन्ट्रर्लाइज्ड, ब्लाकचैन प्लेटफार्म है।हाल ही मे यह दो हिस्सो मे विभाजित हुआ, एक का नाम Etherem(ETH) और दूसरे भाग का नाम Etheriem Classic(ETC) है।
CryptoCurrency के फायदे:
अब चलते है और जानते है कुछ CryptoCurrency के फ़ायदों के बारे में:
- Cryptocurrency में धोखे/खतरा होने के chances बहुत ही कम है।
- यह सामान्य डिजिटल payment से ज्यादा सुरक्षित होते हैं।
- इसमें transaction fees दूसरो के मुकाबले बहुत ही कम है।
- इसमें अकाउंट/ब्लाक बहुत ही सुरक्षित हैं।
Cryptocurrency के नुकसान:
- हर एक चीज के फायदे है तो नुकसान भी होते है।आइए CryptoCurrency के हानिकारक तथ्यो के बारे में जानते हैं।
- Cryptocurrency में एक क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी बार transaction पूर्ण हो जाने पर उसे reverse कर पाना असंभव होता है क्यूंकि इसमें वैसे कोई आप्शन ही नहीं होती है।
- अगर आपके Wallet के ID खो जाती है तब वो हमेशा के लिए खो जाती है क्यूंकि इसे दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है। ऐसे में आपके जो भी क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसकी पूरी जानकारी पैसे आपके wallet में होते हैं वो सदा के लिए खो जाते हैं।
- कुछ देशो मे यह अभी भी लीगल नही है।
मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को क्रिप्टोकरेंसी क्या है? उनके प्रकार आदि के बारे में पूरी जानकारी दी और मैं आशा करती हूँ आप लोगों को Cryptocurrency के बारे में समझ आ गया होगा।इस महत्वपूर्ण जानकारी को सभी के साथ जरूर शेयर करे।धन्यवाद.