बचत योजनाएं

अब इन अलग-अलग लघु बचत योजनाओं पर चर्चा करते हैं :
निवेश करना सीखें
भारत में लोगों के लिए उनके फण्ड के निवेश के लिए सरकार समर्थित अनेक बचत योजनायें हैं. इन विकल्पों में कर से छूट का प्रावधान भी किया गया है ताकि लोगों को निवेश करके अपनी रकम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिल सके. आइये, बचत योजनाओं को समझते हैं.
निवेश करना अपनी बचतों में वृद्धि करने का एक साधन है जो आपको रिटायरमेंट के बाद जीवन की ज़रूरतें पूरी करने जैसे अलग-अलग लक्ष्यों को पूरा करने में मददगार हो सकता है. निवेशन वह साधन है जिसके द्वारा अलग-अलग प्रपत्रों में फण्ड रखकर बिना परिश्रम के आमदनी अर्जित की जाती है. (अधिक जानकारी के लिए ‘निवेशन क्या है’ पढ़ें). हम उन विभिन्न प्रपत्रों के बारे में भी जान चुके हैं जिनमें निवेशकर्ता निवेश कर सकता है.
भारत में सरकार ने अनेक प्रकार की लघु बचत योजनायें लागू की हैं. इन योजनाओं का उद्देश्य है कि समाज के सभी लोग निवेश के माध्यम से कमाई करें. कई लोगों के पास बचत की बहुत बड़ी रकम नहीं होती है और इस कारण छोटी बचत से स्टॉक मार्केट या रियल एस्टेट में या गोल्ड में निवेश करना उनके लिए संभव नहीं हो पाता है. ऐसे लोग भी अपने लिए और अपने परिवार के लिए एक बड़ी राशि खड़ी कर सकें, यह सुनिश्चित बचत योजनाएं करने के लिए कई योजनायें हैं. इस तरह की योजनाओं के लिए न्यूनतम अंशदान को जान-बूझकर कम रखा गया है ताकि हर कोई इस तरह की योजनाओं में शामिल हो सके. चूंकि इन योजनाओं को सरकार का समर्थन हासिल है, इसलिए इन पर प्रतिलाभ (रिटर्न) सुनिश्चित होता है.
बचत योजनाएं
-राष्ट्रीय डाक सप्ताह में डाक विभाग ने मनाया वित्तीय सशक्तिकरण दिवस
-वित्तीय समावेशन के तहत हर व्यक्ति को डाकघर बचत व बीमा योजनाओं से जोड़ने पर जोर
वाराणसी, 10 अक्टूबर (हि.स.)। वित्तीय सशक्तिकरण को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में डाकघरों की अहम भूमिका है। आज भी डाकघर की बचत योजनाएं सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी निवेश करते आ रहे हैं। डाकघरों में एक ही छत के नीचे बचत, डाक जीवन बचत योजनाएं बीमा और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सुविधा होने से लोगों को निवेश के ढेरों विकल्प उपलब्ध है। सोमवार को यह बातें वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहीं। मौका रहा राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत वाराणसी प्रधान डाकघर में आयोजित वित्तीय सशक्तिकरण दिवस का। डाक विभाग द्वारा वाराणसी, जौनपुर, भदोही, चंदौली, गाजीपुर, बलिया जनपदों में अभियान चलाकर सुकन्या समृद्धि डाक बचत योजना, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और डाक जीवन बीमा से अधिकाधिक लोगों को जोड़ा गया।
Post Office New Scheme : डाकघर की इस स्कीम में हर रोज जमा करें 95 रुपये, 10 लाख रुपये बोनस के साथ मिलेंगे 14 लाख
Updated: September 1, 2022 1:51 PM IST
Post Office New Scheme : आज भी देश का एक बड़ा वर्ग डाकघर योजना पर बहुत भरोसा करता है. डाकघर अपने ग्राहकों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाता है. डाकघर में आम लोगों के लिए ऐसी कई छोटी बचत योजनाएं हैं. जिसमें आपको शानदार रिटर्न मिल सकता है. ऐसे ही एक बचत योजनाएं डाकघर में सुमंगल ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना है. अगर आप इस योजना के तहत रोजाना 95 रुपये जमा करते हैं. फिर इसकी मैच्योरिटी पर आपको 14 लाख रुपये मिल सकते हैं.
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यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. इस योजना के साथ-साथ बीमित व्यक्ति के जीवित रहने पर भी मनी बैक योजना का लाभ मिलता है. मनी बैक का मतलब है कि जिसने भी निवेश किया है उसे सारा पैसा वापस मिल जाएगा. इसके साथ बीमा कवर भी उपलब्ध है.
बोनस प्राप्त करें
सुमंगल ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना बीमा योजना आपकी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकती है. यह एक बंदोबस्ती योजना है. इसकी शुरुआत वर्ष 1995 में हुई थी. इस योजना के तहत छह अलग-अलग बीमा योजनाएं पेश की जाती हैं. यह योजना उन लोगों के लिए बहुत अच्छी है. जिन्हें समय-समय पर पैसों की जरूरत होती है. इसके तहत 10 लाख रुपये की बीमा राशि मिलती है यानी अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को 10 लाख रुपये प्लस बोनस राशि मिलेगी.
इस पॉलिसी की अवधि 15 और 20 वर्ष है. पॉलिसी लेने के लिए आपकी आयु कम से कम 19 वर्ष होनी चाहिए. 15 साल की पॉलिसी के तहत, बीमित राशि का 20-20 फीसदी छह, नौ और 12 साल पूरे होने पर मनी-बैक के रूप में दिया जाएगा. शेष 40 प्रतिशत राशि बोनस के साथ परिपक्वता पर प्राप्त होगी. इसी तरह 20 साल की पॉलिसी के तहत आठ, 12 और 16 साल पर 20-20 फीसदी राशि मनी बैक के रूप में मिलेगी. शेष 40 प्रतिशत राशि मैच्योरिटी पर बोनस के साथ उपलब्ध होगी.
किस्त देनी होगी
अगर किसी व्यक्ति ने 25 साल की उम्र में 7 लाख की बीमा राशि के साथ 20 साल के लिए यह पॉलिसी ली है. फिर ऐसे में 95 रुपये प्रतिदिन यानी 2850 रुपये प्रति माह किस्त के रूप में चुकाने होंगे. तीन महीने की किस्त भरने पर 8,850 रुपये और 6 महीने के लिए 17,100 रुपये देने होंगे. इसके बाद आपको मैच्योरिटी पर करीब 14 लाख रुपये मिलेंगे.
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PO की ऐसी निवेश योजना, जो देती है बैंक से अधिक ब्याज, जाने क्या है डाकघर बचत योजना
व्यापार, डेस्क रिपोर्ट। मध्यमवर्ग वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की चिंता में भी रहते है। बचत योजनाएं इसलिए वह वर्तमान के साथ-साथ भविष्य (Future plan) को सुरक्षित रखने के लिए निवेश नीति को ढूंढते हैं। ऐसे निवेश नीति (Investment Policy), जिसमें रकम लगाने के बाद उन्हें अच्छे रिटर्न (Good return) के साथ-साथ भविष्य का सुरक्षात्मक जरिया भी उपलब्ध हो। Post Office Fixed Deposit का भारत के मध्यम वर्ग और वरिष्ठ नागरिकों के साथ एक अनूठा रिश्ता है। सबसे लंबे समय तक, फिक्स्ड डिपाजिट भारतीय मध्यम वर्ग के लिए निवेश का विकल्प था।
छोटी बचत योजनाएं
यकीनन इस समय देश में छोटी बचत करने वाले करोड़ों लोग छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाली कम ब्याज दर के कारण बढ़ती महंगाई की चुनौती का सामना कर रहे हैं। यह उम्मीद की जा रही थी कि जिस तरह पिछले दो-तीन महीनों में स्थायी जमा (एफडी) के साथ-साथ अन्य ब्याज दरों में वृद्धि हो चुकी है, उसी तरह जुलाई से सितंबर 2022 के लिए छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। जब तक महंगाई का दौर बना रहे, तब तक छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कुछ वृद्धि कर दी जाए, तो एक बड़े वर्ग को राहत मिल सकती है।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और वस्तुओं की आपूर्ति बाधित होने से कीमतों में तेज वृद्धि से पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी महंगाई तेजी से बढ़ रही है। मई, 2022 में थोक महंगाई दर 15.88 फीसदी और खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी के चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई। ऐसे में रिजर्व बैंक महंगाई को नियंत्रित करने के लिए अब तक 0.90 फीसदी रेपो दर बढ़ा चुका है, बैंक एफडी पर 0.50 फीसदी से अधिक ब्याज दर बढ़ा चुके हैं, बॉन्ड पर यील्ड भी बढ़ता जा रहा है, ऋण महंगे हो बचत योजनाएं रहे हैं, ऋण पर ज्यादा किस्त और ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ रहा है और कर्ज के भुगतान की किस्त चूक में भी बढ़ोतरी हो रही है।