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डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है
कब तक आएगा वेब 3.0?
अभी इसकी कोई निश्चित टाइमलाइन नहीं है. यूजर्स ब्लॉकचेन का उपयोग करना जारी रखेंगे और डेवलपर्स इसके लिए उत्पाद बनाना जारी रखेंगे और एक दिन यह हर जगह उपलब्ध होगा. फिलहाल कई सारी वेब 3.0 क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स पर काम किया जा रहा है. डेवलपर्स वायरलेस इंटरनेट, नए डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है ब्राउज़र, पीयर-टू-पीयर फ़ाइलों को साझा करने और बेहतर सामाजिक नेटवर्क के लिए प्रोटोकॉल और ऐप बना रहे हैं. कह सकते हैं कि एक डिसेंट्रलाइज्ड इंटरनेट के लिए नींव तैयार की जा रही है.

डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

द सूत्र का एकमात्र उद्देश्य दबाव मुक्त होकर विश्वसनीय और सरोकारों वाली पत्रकारिता करना है। इस विचार को जीने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इसी प्रतिज्ञा से जन्मा डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है है हमारा ध्येय वाक्य- हम सिर्फ़ भगवान से डरते हैं।इसीलिए हमने ये भी तय किया है कि हमारा मीडिया प्लेटफ़ॉर्म समाज पोषित होगा।हम हमेशा आम जनता/नागरिकों के पक्ष में खड़े रहेंगे।अपनी प्रतिबद्धता साबित करने के लिए ही हम,सवाल उठाते हैं पालकी नहीं।

जानिए क्या है क्रिप्टो करेंसी और क्यों है ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से अलग?

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News18 हिंदी 20-08-2022 News18 Hindi

© News18 हिंदी द्वारा प्रदत्त "जानिए क्या है क्रिप्टो करेंसी और क्यों है ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से अलग?"

नई दिल्‍ली. देश में डिजिटल करेंसी के तौर पर इस्तेमाल हो रही ‘क्रिप्टो-करेंसी’ के बीच ‘ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी’ टर्म भी आपने सुना ही होगा. आखिर ‘ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी’ क्‍या है, और यह ‘क्रिप्टो-करेंसी’ के साथ क्‍यों जोड़कर देखी जा रही है, क्या ये दोनों एक हैं? ऐसे तमाम सवाल आपके मन भी उठे होंगे. आज आप इसके बारे में जान जाएंगे. ‘क्रिप्टो-करेंसी’ के बढ़ते ट्रेंड ने लोगों को इस तरह की चीजों को जानने या इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया है. आपको बता दें कि, ‘ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी’ एक डिजिटल बहीखाते जैसी सुविधा है.

डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

द सूत्र का एकमात्र उद्देश्य दबाव मुक्त होकर विश्वसनीय और सरोकारों वाली पत्रकारिता करना है। इस विचार को जीने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इसी प्रतिज्ञा से जन्मा है हमारा ध्येय वाक्य- हम सिर्फ़ भगवान से डरते हैं।इसीलिए हमने ये भी तय किया है कि हमारा मीडिया प्लेटफ़ॉर्म समाज पोषित होगा।हम हमेशा आम जनता/नागरिकों के पक्ष में खड़े रहेंगे।अपनी प्रतिबद्धता साबित करने के लिए ही हम,सवाल उठाते हैं पालकी नहीं।

Explainer: वेब 3 क्या है, जानिए इससे इंटरनेट यूजर्स को क्या फायदा होगा

क्या है वेब 3.0

क्या है वेब 3.0

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 18 अप्रैल 2022,
  • (Updated 18 अप्रैल 2022, 2:07 PM IST)

फेसबुक अपनी मर्जी से कुछ भी नही हटा पाएगी

सोशल मीडिया पर एक शब्द काफी समय से प्रचलित है और ये काफी भ्रमित करने वाला भी है. इसे "वेब 3.0" या "वेब3" भी कहा जाता है. कुछ लोगों द्वारा इस घटना को इंटरनेट के भविष्य के रूप में पेश किया जा रहा है. इससे वेब के विकेंद्रीकरण की शुरुआत होगी. मौजूदा समय में ज्यादातर लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. आज लगभग पूरी दुनिया इस पर निर्भर है. शायद आपने इससे पहले कभी Web 3.0 का नाम न सुना हो. लेकिन आपको बता दें कि यह शब्द काफी समय से सुर्खियां बटोर रहा है और ये इंटरनेट से जुड़ा हुआ है.

आप और हममें से अधिकतर लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. बता दें कि हम जिस इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं वो वेब 2.0 है और इससे पहले पूरी दुनिया वेब 1.0 का इस्तेमाल कर रही थी. ये एप्लिकेशन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलते हैं. जब कोई यूजर किसी ऐप्लिकेशन से बाहर निकलना चाहता है, तो वह सिर्फ लॉग ऑफ डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है करता है, अपने वॉलेट को डिस्कनेक्ट करता है, और अपना डेटा खुद के पास सेव कर लेता है.

What डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है is Blockchain Technology: ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए UPI से भी बड़ी क्रांति करेगा भारत, जानें क्या है ये टेक्नोलॉजी और कैसे करती है काम

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What is Blockchain Technology: ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए UPI से भी बड़ी क्रांति करेगा भारत, जानें क्या है ये टेक्नोलॉजी और कैसे करती है काम

ब्लॉकचेन पर नेशनल स्ट्रैटेजी ड्राफ्ट के मुताबिक, ऐप्लीकेशंस बनाने के लिए प्राइवेट डेवलपर्स के लिए सरकार द्वारा समर्थित ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर एक हब बन सकता है। अगर इंडिया स्टैक डेवलपर्स को ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हुए पेमेंट्स प्रॉडक्ट्स बनाने की इजाजत दे दे तो यह हेल्थकेयर, साइबर सिक्योरिटी, डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है गवर्नेंस, मीडिया, लॉजिस्टिक्स व हॉस्पिटैलिटी, एजुकेशन, कानून, एनर्जी, स्मार्ट सिटीज आदि सेक्टर्स में उत्पादों और सेवाओं में क्रांति ला सकता है। इंडिया स्टैक भारत सरकार का एक महत्वाकांक्षी टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट है।

सरकार जुटा रही आम लोगों की राय

ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारत सरकार के ड्राफ्ट में कहा गया है कि सच्चाई के एकल स्त्रोत के तौर पर ब्लॉकचेन का इस्तेमाल विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा जनरेट होने वाले सभी ट्रांजेक्शंस और डेटा के ऑथेंटिकेशन व वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ड्राफ्ट पर सरकार अभी आम लोगों की राय जुटा रही है। नागरिक 16 फरवरी तक MyGov प्लेटफॉर्म के जरिए सरकार तक अपनी राय पहुंचा सकते हैं।

क्या है ब्लॉकचेन

ब्लॉकचेन एक ऐसा डेटाबेस है, जहां जानकारी/सूचना ब्लॉक्स में स्टोर रहती है। ये ब्लॉक्स एक चेन के जरिए आपस में जुड़े रहते हैं। उदाहरण के लिए बिटक्वॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी डिसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन पर आधारित होती हैं। इसमें हर ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड तो होता है लेकिन व्यक्ति डेटा को कंट्रोल नहीं कर सकता। जानकारी कई कंप्यूटर्स में सेव रहती है. इसके चलते डिटेल्स में बदलाव करना, हैक करना या सिस्टम के साथ धोखाधड़ी असंभव होती है।

UPI देश का सबसे सफल डिजिटल प्रोजेक्ट

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आधुनिक टेक्नोलॉजी को अपनाने की दिशा में भारत के इस अगले कदम को एक बार फिर टेक दिग्गजों से वाहवाही मिलने की उम्मीद है। ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना देश में टेक्नोलॉजी के मामले में यूपीआई से भी कहीं बड़ा कदम रह सकता है। यूपीआई को अभी भारत का सबसे सफल डिजिटल प्रोजेक्ट कहा जाता है। ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर की बदौलत होने वाले बदलावों का स्तर UPI क्रांति से कहीं बड़ा होगा।

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