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इक्विटी सूचकांक

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नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के प्रमुख इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में मामूली तेजी दर्ज की गई।

इक्विटी सूचकांक हरे रंग में, सेंसेक्स 700 अंक से ज्यादा उछला

मुंबई, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत के प्रमुख इक्विटी इंडेक्स, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी50 ने सोमवार की सुबह के कारोबारी सत्र के दौरान हरे रंग में कारोबार किया। दो प्रमुख सूचकांकों में अंतर खुला और उच्चतर मार्च जारी रहा। सेक्टर के हिसाब से टेलीकॉम, हेल्थकेयर, आईटी और बैंकों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ, जबकि मेटल्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। नतीजतन, 30-अंकों का संवेदनशील सूचकांक 59,513.83 स्तर पर सुबह 10.50 बजे, 748.25 अंक या 1.27 प्रतिशत से ऊपर कारोबार किया। सेंसेक्स अपने पिछले बंद 58,765.58 अंक से 59,143 अंक पर खुला। इसके अलावा एनएसई निफ्टी50 211.90 अंक यानी 1.21 फीसदी की तेजी के साथ 17,743.95 अंक पर कारोबार कर रहा है।

सूरत : आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिलेगा स्पष्ट बहुमत, कोई मुकाबला नहीं : पीयूष गोयल

सिंथेटिक एंड रेयॉन टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एसआरटीईपीसी) द्वारा सोमवार शाम आयोजित इंटरएक्टिव बैठक में गोयल उपस्थित रहे

चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित फिल्म आधारित प्रशिक्षण सत्र में फिल्म गुरु की सामग्री पर आधारित 'अनस्टॉपेबल' के बारे में उद्यमियों को जागरूक किया गया

सूरत में दो दिवसीय टाई कॉन्फ्रेंस का समापन

सूरत के स्टार्टअप के बारे में निवेशकों को जानकारी मिले इसलिए शहर में पहली बार दो दिवसीय टायकॉन (टाई कॉन्फ्रेंस) का आयोजन किया गया।

जेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव कपूर को भी इस वेतन कटौती से गुजरना पड़ेगा

इक्विटी सूचकांक

इक्विटी सूचकांक हल्की बढ़त के साथ खुले

नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के प्रमुख इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में मामूली तेजी दर्ज की गई।

इक्विटी सूचकांक हल्की बढ़त के साथ खुले

नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के प्रमुख इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी इक्विटी सूचकांक में शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में मामूली तेजी दर्ज की गई।

सुबह 9.44 बजे सेंसेक्स 0.1 फीसदी या 69 अंक ऊपर 58,638 अंक पर था, जबकि निफ्टी 0.2 फीसदी या 35 अंक ऊपर 17,500 अंक पर था।

दशहरा से पहले शेयर बाजार के निवेशकों की बढ़ गई संपत्ति, एक ही दिन में हुआ ₹5.66 लाख करोड़ का मुनाफा

दशहरा से पहले शेयर बाजार के निवेशकों की बढ़ गई संपत्ति, एक ही दिन में हुआ ₹5.66 लाख करोड़ का मुनाफा

Stock Market Today: घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को जोरदार लिवाली का जोर रहने से इक्विटी निवेशकों की पूंजी 5.66 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। सकारात्मक वैश्विक संकेतों से शेयर बाजारों इक्विटी सूचकांक में शुरू से ही तेजी देखी गई और कारोबार के अंत में बीएसई का सूचकांक सेंसेक्स 1,276.66 अंकों की जबर्दस्त तेजी इक्विटी सूचकांक के साथ 58,065.47 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 386.95 अंक यानी 2.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,274.30 अंक पर बंद हुआ।

Share Market Update: एफआईआई इक्विटी सूचकांक लगातार दूसरे महीने ‘नेट सेलर’ बने, अक्तूबर महीने में 1586 करोड़ की हुई बिकवाली

Share Market

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने अक्तूबर में भारतीय शेयर बाजार में 1586 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। मजबूत अमेरिकी डॉलर सूचकांक, कमजोर रुपये और मौद्रिक नीति के कड़े होने के बीच लगातार दूसरे महीने वे शुद्ध विक्रेता (नेट सेलर) बन गए हैं।

हालांकि बीते सप्ताह भारतीय शेयर सूचकांकों के निवेशकों को बड़ा रिटर्न देने के साथ फंड के बहिर्वाह की मात्रा में काफी गिरावट आई है। पिछले 10 सत्रों में इक्विटी सूचकांक से नौ के दौरान भारतीय शेयर सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए।

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में विदेशी निवेशकों (Foreign Institutional Investors) ने भारत में 7,624 करोड़ रुपये की इक्विटी बेचे हैं। 2022 में अब तक उन्होंने संचयी आधार पर 1,70,375 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।

विस्तार

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने अक्तूबर में भारतीय शेयर बाजार में 1586 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। मजबूत अमेरिकी डॉलर सूचकांक, कमजोर रुपये और मौद्रिक नीति के कड़े होने के बीच लगातार दूसरे महीने वे शुद्ध विक्रेता (नेट सेलर) बन गए हैं।

हालांकि बीते सप्ताह भारतीय शेयर सूचकांकों के निवेशकों को बड़ा रिटर्न देने के साथ फंड के बहिर्वाह की मात्रा में काफी गिरावट आई है। पिछले 10 सत्रों में से नौ के दौरान भारतीय शेयर सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए।

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में विदेशी निवेशकों (Foreign Institutional Investors) ने भारत में 7,624 करोड़ रुपये की इक्विटी बेचे हैं। 2022 में अब तक उन्होंने संचयी आधार पर 1,70,375 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने बीते एक वर्ष से भारतीय बाजारों में इक्विटी की बिकवाली कर रहे हैं, यह सिलसिला पिछले वर्ष अक्तूबर में अलग-अलग कारणों से शुरू हुआ था। इस बीच सिर्फ जुलाई और अगस्त महीने में वे शुद्ध खरीदार रहे।

इक्विटी सूचकांक

स्वास्थ्य और शिक्षा के परिणामों पर ध्यानकेंद्रण को संस्थागत बनाने और जल संसाधन के बेहतर प्रबंधन और उपयोग के लिए , नीति आयोग ने राज्यों के लिए राज्यवार निष्पादन संकेतक तैयार किए हैं ताकि तीन क्षेत्रकों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहन करने और परिणामों में सुधार के लिए नवाचारों हेतु राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को प्रोत्साहित किया जा सके।

जल इक्विटी सूचकांक

सतही और भूजल दोनों की उपलब्धता एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न होती है। जल संसाधनों की उपलब्धता संबंधी सीमाओं और जल की बढ़ती माँग को देखते हुए , जल संसाधनों के संधारणीय प्रबंधन का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है। नीति आयोग ने जल संसाधनों के कुशल प्रबंधन में प्रदर्शन का आकलन और सुधार करने के लिए एक उपयोगी साधन के रूप में समग्र जल प्रबंधन सूचकांक तैयार किया है।

सूचकांक का इक्विटी सूचकांक उद्देश्य राज्यों के लिए और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों / विभागों के लिए उपयोगी जानकारी प्रदान करना और उन्हें जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के लिए उपयुक्त कार्यनीति तैयार करना और कार्यान्वित करना है।

सूचकांक में 28 प्रमुख निष्पादन संकेतक ( केपीआई ) का एक समूह है , जिसमें सिंचाई की स्थिति , पेयजल और अन्य जल से संबंधित क्षेत्रों को शामिल किया गया है। स्रोत वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र ; प्रमुख और मध्यम सिंचाई ; जलसंभर विकास ; भागीदारी सिंचाई पद्धतियां ; कृषि में जल के संधारणीय उपयोग के तरीके ; ग्रामीण पेयजल ; शहरी जल आपूर्ति और स्वच्छता ; और नीति और शासन को उच्च प्राथमिकता दी गई है।

स्वास्थ्य

सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद की भावना के माध्यम से जन स्वास्थ्य में परिवर्तनकारी परिवर्तन लाने के लिए , नीति आयोग ने राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के वार्षिक निष्पादन को मापने के लिए और वृद्धिशील परिवर्तन के आधार पर राज्यों को रैंक प्रदान करने के साथ ही राज्यों के निष्पादन की संपूर्ण स्थिति प्रदान करने और सुधार के विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य सूचकांक पहल की शुरुआत की है।

राज्य स्तरीय ' स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक ' ( एसईक्यूआई) भारत में शिक्षा के परिणामों (सीखने , उपयोग , इक्विटी) में सुधार पर ध्यान केंद्रित करता है। यह स्वीकार करता है कि स्कूली शिक्षा समवर्ती सूची से संबंधित एक विषय है और किफायती तरीकों से परिणामों में सुधार के लिए राज्य-स्तरीय नेतृत्व महत्वपूर्ण है।

एसईक्यूआई में संकेतकों का एक समूह शामिल है जो स्कूली शिक्षा क्षेत्र की समग्र प्रभावशीलता और दक्षता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है। एसईक्यूआई लक्ष्य प्राप्ति का एक माध्यम है , ताकि स्कूलों में पठन-पाठन में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। यह प्रत्येक राज्य / संघ राज्य क्षेत्र की शक्तियों , कमजोरियों और अधिक केंद्रित कार्रवाई और संसाधनों की आवश्यकता वाले क्षेत्रों में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।

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