कंपनी में कितनी शेयरधारिता है

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियामकीय मानदंड के मुताबिक, सूचीबद्ध कंपनियों को दो प्रतिशत से ज्यादा शेयरधारिता का खुलासा करना होता है.बीपीसीएल का बाजार पूंजीकरण 67,301 करोड़ रुपये है. एलआईसी ने कहा कि 28 दिसंबर, 2021 से 26 सितंबर, 2022 की अवधि के दौरान बीपीसीएल में उसकी हिस्सेदारी दो प्रतिशत से अधिक बढ़ी है.
बिग व्हेल आशीष कचौलिया ने इस कंपनी के शेयरों में की ताजा खरीदारी, 2 साल में दिया है 700 फीसदी रिटर्न
- News18Hindi
- Last Updated : October 25, 2022, 08:42 IST
हाइलाइट्स
1 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले शेयरधारकों ने नाम साझा करती हैं कंपनियां.
आशीष कचौलिया के पास इस कंपनी में 2.49 फीसदी की हिस्सेदारी है.
उनका नाम सितंबर तिमाही के कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में सामने आया है.
नई दिल्ली. शेयर बाजार में ‘बिग व्हेल’ के नाम कंपनी में कितनी शेयरधारिता है से मशहूर दिग्गज निवेशक आशीष कचौलिया ने अग्रवाल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरशन के स्टॉक्स खरीदे हैं. जुलाई-सितंबर के कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में उनका नाम भी नजर आ रहा है. उनका नाम ऐसे व्यक्तियों की सूची में है जिनकी कंपनी में शेयरधारिता 1 फीसदी या उससे अधिक है.
जुलाई-सितंबर तिमाही में आशीष कचौलिया के पास अग्रवाल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन में 2.49 फीसदी हिस्सेदारी थी. बिग व्हेल के पास कंपनी के 3,72,128 शेयर हैं. गौरतलब है कि इससे पिछली तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में आशीष कचौलिया का नाम नदारद था. इसका मतलब है कि सितंबर तिमाही में उन्होंने कंपनी के शेयर में फिर से खरीदारी की है.
एनएसई की सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी दिसंबर में रिकॉर्ड 7.32 प्रतिशत पर
रिपोर्ट के अनुसार, 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा बड़े पैमाने पर 38,521 करोड़ रुपये की निकासी के कारण संस्थागत शेयरधारिता में कुल मिलाकर गिरावट आई।
प्राइम डाटाबेस ग्रुप की पहल प्राइमइन्फोबेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा हिस्सेदारी दिसंबर में 7.32 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई, जो सितंबर में 7.13 प्रतिशत पर थी।
इसके अलावा, रुपये के संदर्भ में खुदरा शेयरधारकों का मूल्य 18.98 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर को छू गया है। यह सितंबर में 18.16 लाख करोड़ रुपये था। इसमें 4.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
LIC ने BPCL में खरीदी हिस्सेदारी, जानिए कितने करोड़ का रहा सौदा?
एलआईसी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसकी, बीपीसीएल में शेयरधारिता 15,25,08,269 से बढ़कर 19,61,15,164 शेयर हो गई है. कंपनी में एलआईसी की हिस्सेदारी चुकता पूंजी के 7.03 प्रतिशत से बढ़कर 9.04 प्रतिशत हो गई है.
सार्वजानिक क्षेत्र की जीवन बीमा निगम (LIC) ने पिछले साल दिसंबर से अब तक सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (कंपनी में कितनी शेयरधारिता है BPCL)में दो प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी खरीद ली है. इस अधिग्रहण का मूल्य करीब 1,598 करोड़ रुपये है.
एलआईसी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसकी, बीपीसीएल में शेयरधारिता 15,25,08,269 से बढ़कर 19,61,15,164 शेयर हो गई है. कंपनी में एलआईसी की हिस्सेदारी चुकता पूंजी के 7.03 प्रतिशत से बढ़कर 9.04 प्रतिशत हो गई है.
BPCL का फैला कारोबार
इस वक्त भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड सरकारी स्वामित्व वाली तेल व गैस एक्सप्लोरर कंपनी में कितनी शेयरधारिता है व प्रॉड्यूसर है. BPCL को साल 2020 की फॉर्च्यून की द वर्ल्ड्स बिगेस्ट कॉरपोरेशंस लिस्ट में 309वां स्थान मिला था, वहीं 2021 की फोर्ब्स की ग्लोबल 2000 लिस्ट में 792वां स्थान मिला था.
BPCL की मुंबई, कोच्चि, बीणा, नुमालीगढ़ में रिफाइनरी हैं. कंपनी का कारोबार 7 स्ट्रैटेजिक बिजनेस यूनिट जैसे रिटेल, लुब्रिकेंट्स, एविएशन, रिफाइनरी, गैस, I&C और LPG में बंटा हुआ है. BPCL का मार्केट कैप इस वक्त 72,030.04 करोड़ रुपये है. कंपनी का टर्नओवर 6.55 करोड़ रुपये है.
ऐसे हुई थी शुरुआत
BPCL भारत के तेल व गैस सेक्टर का एक जाना माना नाम. यह वही BPCL है, जिसका भारतगैस LPG सिलेंडर देश के न जाने कितने घरों के किचन में मौजूद है. साल 1928 में BPCL (Bharat Petroleum Corporation Limited), प्राइवेट कंपनी के तौर पर शुरू हुई थी लेकिन फिर भारत सरकार ने इसे अपने स्वामित्व में ले लिया था.
साल 1976 में Act on the Nationalisation of Foreign Oil companies ESSO (1974) के तहत BPCL का राष्ट्रीयकरण हो गया. यानी यह सरकार के स्वामित्व में आ गई. 24 जनवरी 1976 को एक नए युग की शुरुआत हुई, जब पूर्ण रूप से पब्लिक सेक्टर कंपनी भारत रिफाइनरीज लिमिटेड ने बर्मा शेल के भारत में कारोबार का पूर्ण स्वामित्व प्राप्त कर लिया. बाद में 1 अगस्त 1977 को भारत रिफाइनरीज लिमिटेड का नाम भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड हो गया. 18 नवंबर 1977 को भारत पेट्रोलियम को अपना नया लोगो मिला.
कोल इंडिया 25% अतिरिक्त डिविडेंड दे सकती है, जानिए कब होगा ऐलान
- कोल इंडिया (CIL) दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी (coal mining company) है।
- कंपनी इससे पहले दो अंतरिम लाभांश (interim dividend) की घोषणा कर चुकी है।
- कोल इंडिया (coal india) में सरकार की 66 फीसदी कंपनी में कितनी शेयरधारिता है से ज्यादा हिस्सेदारी (shareholding) है।
इस बैठक में कंपनी वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही (fourth quarter) के नतीजों की भी घोषणा करेगी। सीआईएल हालांकि वित्त वर्ष 2021 के लिए लक्षित उत्पादन और उठाव के लक्ष्यों को हासिल करने में विफल रही। लेकिन उसने 13 हजार करोड़ रुपये के संशोधित पूंजीगत व्यय (capital expenditure) के लक्ष्य को पार कर लिया है।
प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के लिए अनिवार्य अनुपालन
व्यवसाय को एक निजी लिमिटेड कंपनी के रूप में पंजीकृत करना केवल शुरुआत है। एक बार जब यह पंजीकृत हो कंपनी में कितनी शेयरधारिता है जाता है , तो विशिष्ट नियम और कानून होते हैं जिन्हें व्यवसाय द्वारा पालन करने की आवश्यकता होती है। इस पोस्ट में , हम 8 अनिवार्य अनुपालन की खोज करेंगे , जैसा कि कंपनी अधिनियम 2013 में विस्तार से बताया गया है।