Trading क्या है?

Trading Account: ट्रेडिंग अकाउंट से कैसे अलग है Demat अकाउंट, क्या है दोनों में फर्क
दुनियाभर में कहीं भी आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट के साथ शेयर और सिक्योरिटीज को खरीद या बेच सकते हैं। बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप यह काम नहीं कर पाएंगे। ट्रेडिंग अकाउंट के अस्तित्व में आने के बाद से ही संपूर्ण शेयर-व्यापार प्रक्रिया काफी सहज हो चुकी है
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए एक ट्रेडिंग अकाउंट उतना ही जरूरी है जितना की कार के लिए ईधन। इस खाते के होने के बाद ही आप शेयर मार्केट में निवेश करके लाखों, करोड़ों का लाभ उठा सकेंगे। अक्सर देखा जाता है कि लोग ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट दोनों को एक मान लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। ये दोनों खाते ही अलग-अलग होते है।
जहां डीमैट अकाउंट को ट्रेडिंग की दिशा में पहला कदम कहा जाता है। भारत में शेयर खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग खाता खोलना जरुरी और अनिवार्य कदम है। डीमैट अकाउंट का उपयोग शेयरों के रिकॉर्ड को रखने के लिए किया जाता है। अगर हम दूसरे शब्दों में कहें तो एक डीमैट अकाउंट आपको आपके पहले से खरीदे गए शेयरों और सभी सिक्योरिटीज को स्टोर करने की अनुमति देता है, जबकि एक ट्रेडिंग खाते से आप वास्तविक लेनदेन करते हैं।
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दुनियाभर में कहीं भी आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट के साथ शेयर और सिक्योरिटीज को खरीद या बेच सकते हैं। बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप यह काम नहीं कर पाएंगे। ट्रेडिंग अकाउंट के अस्तित्व में आने के बाद से ही संपूर्ण शेयर-व्यापार प्रक्रिया काफी सहज हो चुकी है। इस वजह से अब आम लोग भी आसानी से ट्रेडिंग करने का लाभ उठा पा रहे हैं। वर्तमान समय में आप अपना ट्रेडिंग मार्केट में मौजूद किसी भी कंपनी में खुलवा सकते है। यह कंपनी आपकी खरीद और स्टॉक एक्सचेंजों के बीच मध्यस्थता की तरह काम करता है।
सभी ट्रेडिंग खाते के लिए एक आईडी मैप की जाती है, और प्रत्येक खाते को अतिरिक्त सुरक्षा के लिए एक पासवर्ड द्वारा सुरक्षित भी प्रदान किया जाता है। आपको इस आर्टिकल में हम एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बारे में सभी जानकारी स्टेप वाइज बताने वाले हैं और साथ ही एक ट्रेडिंग अकाउंट को खोलने में आपको कौन से डॉक्यूमेंट की जरुरत होगी इसकी भी जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की प्रक्रिया
●ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए किसी भी ट्रेडिंग अकाउंट जैसे 5paisa की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या इसका मोबाइल एप भी डाउनलोड कर सकते हैं।
●उस प्रॉम्प्ट पर क्लिक करें जिसमें लिखा होगा कि 'एक ट्रेडिंग खाता खोलें'।
●वेबसाइट आपको एक नए पृष्ठ पर री डायरेक्ट करेगी, जहां आपको अपने सभी बुनियादी विवरण दर्ज करने होंगे।
●एक बार जब आप उन विवरणों को जमा कर देते हैं, तो आपको अपने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जायेगे।
●ओटीपी को संबंधित क्षेत्रों में इनपुट करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
●ओटीपी के सत्यापन के बाद, आपको एक ट्रेडिंग खाता खोलने का फॉर्म भरना होगा।
●एक बार ऐसा करने के बाद, एक रिलेशनशिप मैनेजर (आरएम) दस्तावेजीकरण आवश्यकताओं के संबंध में आपके फोन या आपके ईमेल पर आपसे संपर्क किया Trading क्या है? जाएगा।
●दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया पूरी होने और बाद में सभी हस्ताक्षरित फ़ॉर्म प्राप्त करे और इसके बाद आपका ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता 24 घंटों के भीतर चालू हो जाएगा।
Share market में Intraday trading क्या होता है?
अगर आप शेयर बाजार पर अपने शेयर को buy या sell करते रहते हैं। तो, आप में से बहुत सारे लोगों ने Intraday ट्रेडिंग के बारे में तो जरूर सुना होगा। आपने से बहुत सारे लोग Intraday trading के बारे में जानकारी भी रखते होंगे।
लेकिन, आज का हमारा यह पोस्ट उन सारे लोगों के लिए है जो intraday ट्रेडिंग के बारे में नहीं जानते हैं।या उन्हें शेयर मार्केट के बारे में इतनी अधिक जानकारी नहीं है। वास्तव में Intraday trading का अर्थ शेयर मार्केट में एक ही दिन में शेयर खरीद करके उसे बेचना होता है।
आज के हमारे इस पोस्ट में हम आप लोगों को Intraday trading क्या होती है? इसके कौन-कौन से जोखिम हो सकते हैं? इनके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।
Intraday Trading क्या होता है? – What is Intraday Trading in Hindi
Intraday Trading का अर्थ एक ही दिन के भीतर शेयर या स्टॉक खरीद-फरोख्त करना यानी कि share को खरीद करके बेचना शामिल होता है।
Intraday trading में निवेशक एक ही दिन के भीतर में stock या share खरीदते हैं। उसके बाद Stock Exchange बंद होने से पहले उसे बेचनी होती है। इस तरह की trading को Intraday ट्रेडिंग कहा जाता है।
संक्षेप में समझे तो जिस दिन आपने day trading के लिए stock या शेयर खरीदते हो, तो आपको वह शेयर उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले square off यानी कि बेचना होता है। साधारण दिनों में day trading सुबह 9:15 से शुरू हो करके शाम में 3:30 बजे तक किया जा सकता है।
Intraday trading करने का मुख्य उद्देश्य, किसी भी तरह के स्टॉक किया शेयर में निवेश करना नहीं होता है। बल्कि, डे ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीद करके Stock Exchange के index पर होने वाले तेजी और मंदी से मुनाफा कमाना होता है। क्योंकि शेयर मार्केट दिन भर के अंतराल में कई बार ऊपर और नीचे चढ़ता एवं उतरता है। इसमें आप सुबह शेयर खरीद करके शाम तक उसे बेच सकते हैं। इस तरह से आप Intraday Trading के जरिए मुनाफा कमा सकते हो। हमसे एक उदाहरण के जरिए समझाना चाहते हैं।
मान गया कि कोई कंपनी XYZ के शेयर सुबह 9:15 पर ₹101 Trading क्या है? प्रति शेयर पर खुलती है। आपने Intraday Trading के जरिए एक ही दिन में शेयर खरीदने एवं बेचने का फैसला किया है। आपने 10 शेयर खरीदे। जिसकी कीमत 10×101 = 1010₹ होती है, लेकिन day trading के दौरान XYZ कंपनी के शेयरों में उछाल आता है। और किसी भी अंतराल पर उस कंपनी के शेयर की कीमत ₹120 तक पहुंच जाते हैं। तो , आप मुनाफे के साथ इसे बेच सकते हैं। इस संदर्भ में आपको 10×120 = 1200₹ मिलते हैं आपका लाभ 1200₹-1010₹=₹190 होता है।
यानी कि 1 दिन में होने वाले share trading के दौरान ही आपको अपने पूरे शेयर जिसे आपने खरीदा है उसे बेचने होते हैं। Stock Exchange 3:30 बजे तक खुला हुआ होता है। आपको स्टॉक एक्सचेंज बंद होने से पहले उसे बेचना होता है। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो यह ऑटोमेटिक closing कीमत पर बिक जाती है। और आपके पैसे आपके अकाउंट पर ट्रांसफर हो जाते हैं।
इसके अलावा भी दूसरे सारे बहुत से विकल्प मौजूद है, जैसे कि मान लिया जिस दिन आपने शेयर खरीदा है। उस दिन शेयर की कीमत लगातार घटती जा रही हो। और आप उससे मुनाफा कमाने के बारे में सोच रहे हैं। आपने जो शेयर खरीदा है वह intraday trading के लिए खरीदा है। ऐसे में बहुत से broker अपने निवेशकों को यह सुविधा देते हैं कि वह अपने शेयर को holdings पर रख सकते हैं। जब उनकी कीमतों पर सुधार हो तब उन्हें दोबारा से बेच सकते हैं।
Intraday Trading करने के लिए किन-किन चीजों की जरूरत होती है?
Intraday Trading करने के लिए Trading क्या है? आपको शेयर मार्केट की निम्नलिखित चीजों की जरूरत पड़ सकती है। जिसे हमने सूचीबद्ध तरीके से नीचे बताने की कोशिश की है।
- SEBI के दिशा निर्देश अनुसार शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपके पास में Demat account होना जरूरी है। account के साथ-साथ आपके पास में trading account होना भी जरूरी है।
- Trading account लेते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि, आपके ब्रोकर द्वारा intraday trading के दौरान खरीदी के शेयर को होल्डिंग में रखने की सुविधा प्रदान करती हो।
- मुनाफे को अपने बैंक अकाउंट पर ट्रांसफर करने के लिए आपके ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आपका बैंक अकाउंट नंबर जुड़ा हुआ होना चाहिए।
ऐसे तो नियमित शेयर बाजार में निवेश करने के मुकाबले intraday trading ज्यादा जोखिम भरा होता है। क्योंकि इस सौदे में आपको आपके द्वारा खरीदे गए शेयर को एक ही दिन के अंदर में खरीदना और बेचना होता है। चाहे इस सौदे में आपको फायदा हो या नुकसान।आपको डे ट्रेडिंग करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी होना आवश्यक है, नुकसान से बचने के लिए आपको विशेष रूप से इस तरह की ट्रेडिंग की बुनियादी बातों को समझना जरूरी होता है।
Technical analysis – तकनीकी विश्लेषण का उपयोग
अधिकतर लोग जो Intraday trading करते हैं, वे लोग ज्यादातर तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करते हैं। यह निर्धारित करने के लिए कि कब मार्केट की स्थिति के मुताबिक अपनी पोजीशन लॉन्ग या शॉर्ट (buy and sell) करना है, इसके बारे में शोध एवं तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करते हैं।
जब intraday trading पर लाभ कमाने की बात आती है तो आपको बहुत से शोध की आवश्यकता होती है। सूट के लिए आपको कुछ indicator chart का पालन करना होता है। Indicator chart से हमारा मतलब है, की intraday trading ग्राफ चार्ट, जिसमें आप किसी भी शेयर के उतार चढ़ाव यानी कि तेजी और मंदी शेयर के मूल्य में होने वाली गिरावट एवं तेजी की स्थिति को दर्शाता है। हालांकि यह indicator chart पूरी तरह से सही जानकारी उपलब्ध तो नहीं कराता है। लेकिन आप पुराने डाटा का इस्तेमाल करके शेयर की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव का आकलन आसानी से कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के हमारे इस पोस्ट से आपने यह सीखा कि share market पर Intraday Trading क्या होती है? Intraday Trading पर आपको कौन-कौन से जोखिम उठाने पड़ सकते हैं? इसके अलावा इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कौन-कौन सी चीजों की जरूरत पड़ सकती है।Intraday trading आप किस तरह से कर सकते हैं? इसके बारे में हमने आप सभी को जानकारी दी है। उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ, रिश्तेदारों के साथ, और कलीग्स के साथ social media पर शेयर भी कर सकते हैं। इससे संबंधित अगर आपकी कुछ सवाल है तो आप ही से कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Admin Desk हम हिंदी भाषा में यहां सरल शब्दों में आपको ज्ञानवर्धक जानकारियां उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर जानकारी है इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा में मौजूद है। हमारा उद्देश्य आपको हिंदी भाषा में बेहतर और अच्छी जानकारी उपलब्ध कराना है।
Trading vs Investment में क्या फर्क है इन हिंदी ?|Difference Between Trading & Investment In Hindi.
Difference Between Trading And Investment In Hindi : Quickguruji के आज के आर्टिकल में हम Trading vs Investment में क्या फर्क होता है ? इस के उपर बात करेंगे.
जो लोग स्टॉक मार्केट के फील्ड में अपना नया कदम रखते है,तो ये दो शब्द वो काफी बार सुनते है.इसलिए आज इन्ही दो शब्द के बारे में डिटेल में चर्चा करेंगे.तो चलिए शुरू करते है.
Table of Contents
Introduction
अगर आप Stock market में इंटरेस्ट रखते हो या Stock market सिखना चाहते हो,तो Investment और Trading के बारे में अपको मालूम होना चाहिए.
बहुत सारे लोगों को Trading और Inveatment का मतलब एक ही लगता है,मगर ऐसा नहीं है,दोनों में काफी फर्क है.Trading क्या है? तो आज की आर्टिकल में हम इन्हीं दोनों के फर्क को समझने वाले हैं.
What Is Trading In Hindi ?(Trading किसे कहते है ?)
Stock market में आप Trading से बहुत ज्यादा पैसा कमा सकते हो.क्युकी यहां Profit कमाने की कोई limit नहीं है.
लेकिन एक बात याद रखना Trading में बहुत ज्यादा risk होता है.Trading में आप शेयर को Short Term के लिए Buy करते हो.
Short Term के लिए Buy करना मतलब 1 साल या 1 साल से कम टाइम तक अपने पास वो शेयर Hold करके रखना.अब उस शेयर को Trader अपने पास,
- 1 Min के लिए,
- 1 week के लिए,
- एक महिन के लिए,
- 6 महिने के लिए,
- या ज्यादा से ज्यादा एक साल के लिए अपने पास hold करके रख सकता है.
जो लोग स्टॉक मार्केट में Trading करते है उन्हें Trader कहां जाता है.
ये जो बड़े बड़े Trader होते है,वो Trading करते time सिर्फ company के stock price के pattern को analysis करके उन्हें buy or sell करते है.
यहां Trader को किसी company की पूरी कुंडली निकालने की जरूरत नहीं होती. क्योंकि Trading करते time हर मिनट हर सेकंड में price चेंज होता रहता है,इसलिए यह stock price के पैटर्न और वॉल्यूम का analysis किया जाता है.
Types Of Trading In Hindi (Trading के प्रकार)
मैने आपको उपर पहिले ही कहा था,की Trading एक Short Term Investment होती है.इसलिए,
Scalp Trading
अगर कोई Trader कुछ मिनिट के लिए Share को Buy करके अपने पास रखेगा और उसे बाद में तुरंत Sell कर देगा तो उसे Scalp trading कहा जायेगा.
Intraday Trading
वहीं अगर कोई Trader सिर्फ एक दिन के लिए shares को Buy और Sell करेगा,तो उसे Intraday trading कहा जायेगा.
Swing Trading
Trader अगर कुछ दिनों के लिए,या कुछ हफ्तों के लिए Shares को Hold पे रखता है और बाद में उसे sell करता है, तो उसे Swing Trading कहेंगे.
Position Trading
अगर कोई Trader किसी Shares को कुछ महीने के लिए अपने पास Hold करके रखता है,तो उसे Position Trading कहेंगे.
क्या Trading से रेगुलर Income कमाई जा सकता है ?
तो इसका जवाब है हा,लेकिन इसके लिए आपके अंदर कई सारी क्वालिटी होनी चाहिए.जैसे की,
- Trading से पैसे कमाने के लिए कई सारे shares को खरीदना पड़ता है,इसलिए आपके पास बहुत ज्यादा पैसा होना चाहिए.
- जरूरी नहीं कि अपको पहिले बार में सफलता मिले,सुरु सुरु में अपको loss भी हो सकता है.लेकिन आपके पास Patience होना चाहिए.
- यहां अपको अच्छी खासी Practice और सीखते रहने की चाह होनी चाहिए.
- Trading से अच्छे खासे पैसे कमाने के लिए आपके पास Technical Analysis की भी अच्छी खासी knowlege होनी चाहिए.
अगर ये सारी क्वालिटी आपके पास है,तो आप Trading करके इनकम कमा सकता है .
What Is Investment?(Investment किसे कहते है ?)
Investment जो है वो long term के लिए की जाती है, यहा Shares को long term के लिए hold किया जाता है.Long Term मतलब 1 साल से ज्यादा टाइम के लिए.
जो लोग Investment करते है,उन्हें Investor कहा जाता है.ये जो investor होते है,वो Smart Work करते है,वो Buy-hold-sell Approach को use करते है .
Buy-hold-sell मतलब किसी कंपनी के Shares को Purchase करना ,सालो तक उसे Hold पर रखना और opportunity देख कर उसे market में sell करना.
जैसे Trader का फोकस Technical Analysis के उपर होता है,उसी तरह Investor का focus Fundamental Analysis पर रहता है.
जब कोई Investor कंपनी के Fundamental Analysis करते है,तब उन्हें कंपनी के बारे एक Idea मिल जाती है,की Future में ये कंपनी कहा तक Growth कर सकती है.
Types Of Investing (Investing के प्रकार.)
Value Investing
Value investing का focus,future में जो industry ज्यादा develope होगी उसे पहचाना और उस में invest करना होता है.
Growth Investing
Growth investing का मकसत उन कंपनियों में invest करना होता है ,जो fundamentally काफी strong होती है.और जिनका मार्केट में नाम हो.
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दोस्तो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट / ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है.आप चाहे तो Upstox में अपना डीमैट अकाउंट ओपन करके इन्वेस्टमेंट या ट्रेडिंग की शुरवात कर सकते हो.
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FAQ |सवाल जवाब
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से रिलेटेड गूगल पर पूछे जाने वाले कुछ फेमस सवाल और उनके जवाब.
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
ट्रेडिंग के कई सारे टाइप है, लेकिन शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म ये दो ट्रेडिंग के मुख्य टाइप है.
Trading क्या होता है ?
जब शेयर मार्केट में से आप कोई शेयर खरीदते हो,और उसे 1 साल के अंदर बेच देते हो,तो उसे ट्रेडिंग बोला जाता है.
इन्वेस्टमेंट किसे बोला जाता है ?
जब शेयर मार्केट में से आप कोई शेयर खरीदते हो,और उसे 1 साल के लंबे गैप के बाद बेच देते हो,तो उसे इन्वेस्टमेंट बोला जाता है.
आखरी शब्द
दोस्तो में उम्मीद करता हु आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (Difference Between Trading & Investment In Hindi.) आपको पसंद आई होगी.आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कॉमेंट करके या फिर ईमेल करके जरूर बताए.ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे ब्लॉग पर दोबारा जरूर विजिट करे.
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Insider Trading क्या होती है और कैसे ये काम करता है?
डीएनए हिंदी: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं या करने Trading क्या है? के इच्छुक होंगे तो आपने इनसाइडर ट्रेडिंग का नाम भी सुना होगा? इनसाइडर ट्रेडिंग क्या होता है? क्या यह कानूनी है? अमूमन इस तरह के सवाल हमारे जेहन में आते रहते हैं. यहां हम आपको बताएंगे कि इनसाइडर ट्रेडिंग होती क्या है और ये कैसे काम करती है?
इनसाइडर ट्रेडिंग क्या होती है?
आम भाषा में समझें तो जब कोई व्यक्ति गैर कानूनी तरीके से शेयरों की खरीद बिक्री करके फायदा कमाता है तो इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) कहते हैं. इसे हिंदी में भेदिया कारोबार भी कहते हैं. ऐसा खासकर किसी बड़ी कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ व्यक्ति कंपनी के अंदर की अहम जानकारियों के आधार पर करता है.
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए अगर कोई कंपनी किसी दूसरी कंपनी के साथ मर्जर यानी कि विलय करने वाली है या अपनी कंपनी के शेयर गिरवी रखकर पैसा जुटाने के फिराक में है. ऐसे में प्रमोटर या कंपनी से जुड़े लोगों को हल्का सा भी अनुमान है कि इस कदम से कंपनी का शेयर बढ़ेगा तो वो डील अनाउंस होने से पहले ही अपने करीबियों के नाम पर शेयर खरीद लेते हैं. अब डील के अनाउंस होने से जैसे ही शेयर के दाम में उछाल आता है वो शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं. इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं. हालांकि प्रमोटर अगर शेयर की खरीद करता है तो यह गलत नही है बस उसे SEBI के दिशा निर्देशों के मुताबिक शेयर में खरीदारी करनी चाहिए.
इनसाइडर ट्रेडिंग के लिए सेबी के उठाये गए कड़े कदम
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इनसाइडर ट्रेडिंग की पहचान करने के लिए मार्केट सर्विलांस सिस्टम लागू की है जो मार्केट में चल रहे असामान्य मार्केट पैटर्न पर नजर बनाए रखती है. सेबी समय-समय पर अपने सिस्टम में सुधार करता रहता है. इस नियम के तहत कई कंपनियों को दंडित भी किया जा चुका है.
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Trading Vs Investing in Hindi
Equity Market में समय का Importance बहुत ज्यादा है। अगर आप सही Decision लेते हैं और सही Strategy के साथ Market में Invest करते हैं, तो आपको समय के साथ अच्छा Profit Earn कर सकते है। जब भी कोई व्यक्ति Stock Market में Investment शुरू करना चाहता है तो उसके मन में सबसे ज्यादा जो सवाल आता है वो ये है की उसे Trading करनी चाहिए या फिर Investing (Trading vs Investing in Hindi)? आइए Trading और Investing को Detail में समझते हैं और जानते हैं की Trading और Investing में क्या Difference है?
Share Market में Trading क्या होती है?
Capital Market में Stock, Commodities या किसी Other Securities को Buy और Sell करने को ट्रेडिंग (Trading) कहा जाता है। Trading में आप Comparatively, Short Time में शेयर को Buy और Sell करते हैं। ट्रेडिंग का Primary Target, Small Return Generate करना है, लेकिन इसकी Frequency ज्यादा होती है जिस कारण Buy और Hold करने के Compare में हमें ज्यादा Return मिल सके। आम तौर पर, Trading में, Buy किए गए Shares की डिलीवरी होने से पहले ही इसे Sell कर दिया जाता है।
Trader को Mainly 4 Category में Divide किया जा सकता है-
- Position Trader – Stocks को कुछ महीनों से लेकर सालों तक Hold करता है.
- Swing Trader – Stocks को कुछ दिन से लेकर कुछ हफ्तों तक Hold करता है. (मै भी एक Swing Trader हूँ, लेकिन साथ में एक Investor भी जिसके बारे में आगे बात करने वाले हैं)
- Day trader – Stocks को 1 दिन तक Hold कर सकता है.
- Scalp Trader – Stocks को केवल कुछ Seconds या Minute के लिए Hold करता है.
Share Market में Investing क्या है?
किसी Share को Buy कर उसे लंबे समय तक Hold रखना और अच्छा Profit मिलने पर बेचना ‘Investing’ कहलाता है. Investing के दौरान आप जो भी Share Buy करते हैं उसकी Delivery आपके Demat Account में Digitally हो जाती है.
Trading vs Investing: Trading और Investing में क्या Difference है?
अब आप समझ चुके हैं की Stock Market में Trading और Investing क्या होता है, तो आइए अब देखते हैं की ऐसे क्या Difference हैं जो इन्हें एक-दूसरे से अलग करते है। दोनों के ही अपने कुछ Advantages और Disadvantages हैं तो चलिए Detail में इसे जानते हैं।
Time Limit
Trading के लिए – Traders Stock Buy करने के बाद उसे जल्द से जल्द बेच कर Profit Earn करना चाहते हैं. Stock को Buy और Sell करने के बीच Traders बहुत कम समय लेते हैं. यह कुछ सेकंड, मिनट या हफ्ते हो सकता है.
Investing के लिए – Investing Long Time के लिए Stock को Hold करने के नजरिए से की जाती है. Stock को Select करने से पहले उसके लिए Research करनी पड़ती है, Company का Fundamental Analysis करना होता है। इसके बाद Stock को Select करके इसे Long Term यानी कुछ सालों, 10 सालों या उससे भी ज्यादा Trading क्या है? समय के लिए Hold किया जाता है, इस उम्मीद से की Company, Financial Strong है और Future में अच्छी Growth करेगी जिससे अच्छा Profit मिलेगा.
Risk का अंतर
Trading के लिए – Trading में लिया गया हर एक Decision बहुत ही Crucial होता है. Trading Risky होती है क्योंकि इसके लिए आपको तेजी से सोचना और जल्दी फैसला करना होता है और ये फैसला गलत हो तो आपको बड़ा Loss हो सकता है.
Investing के लिए – एक Investor के तौर पर आप एक शेयर को तब तक Hold कर सकते हैं जब तक कि आपको उससे Profit न मिलें। इसलिए Investing में Trading के Compare में Risk कम है. इसके अलावा आपको Compounding और Dividend से भी Extra Profit मिलता है. साथ ही Fundamental Strong होने के कारण Daily के Ups-Downs से Investment Portfolio पर कोई Impact नहीं पड़ता है.
Technique का अंतर
Trading के लिए – जैसा की हमने बताया की Trading के लिए जल्दी से सोचना और फैसला लेना होता है. आपको Market से जुड़ी हर Update से जुड़े रहना होता है और उसके According Stocks को Select करना होता है. इसके अलावा आपको Stock के Chart को समझना होता है जिसमें आपको Moving Average, Stock Volume, Resistance, Support जैसे Important Data को समझकर Stock का Technical Analysis करना होता है.Trading क्या है?
Investing के लिए – शेयर बाजार में Investing एक Slow और Steady Method है और इसके लिए आपको धैर्य रखने की जरूरत होती है। एक Detail Fundamental Analysis और Market पर गहरी नजर रखने से आपको अपने Investment को Maximize करने में Help Trading क्या है? मिलेगी। Trading क्या है? Fundamental Analysis में आपको Company का Revenue, Net Profit, Debt to Equity Ratio, Reserves जैसी Fundamental Data को देखना होता है और Stock को Select करना होता है.
Profit का अंतर
Trading के लिए – Trading में Profit कम Price पर खरीदकर और ज्यादा Price पर बेचने से मिलता है। हालांकि, इसका Opposite भी Possible है जहां High Price पर बेच कर और कम Price पर खरीद के Profit Earn किया जा सकता है। इस Method को Short Selling कहा जाता है.
Investing के लिए Trading क्या है? – Investing में Investor, Stock Select करने के बाद उसे कई सालों तक Hold करते हैं और कई सालों बाद अच्छा Profit मिलने पर इस बेच देते हैं लेकिन Investing के दौरान बीच में Downfall आने पर घबराकर Stock Sell नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बहुत बड़ा Loss हो सकता है.
Trading Vs Investing – मेरा अनुभव
मै एक ऐसे पेशे में हूँ जहां पर काम करने से मुझे Stock Market की काफी अच्छी समझ हो गयी है। यही कारण है की मैंने ये Blog शुरू किया है, जहां मै अपनी Knowledge आप सब के साथ Share करूंगा.
वैसे आप लोगो से सुना होगा की आपको Trading और Investing में से किसी एक को Select करना चाहिए। मै भी इस बात को मानता हूँ लेकिन पूरी तरह से नहीं क्योंकि मैं Trading में Swing Trading करता हूँ और Long Term के लिए Investing और इसमें मुझे कोई समस्या नहीं होती क्योंकि Swing Trading के लिए मैं Sunday के दिन अपने लिए Stock का Technical Analysis कर लेता हूँ और केवल ऐसी Company को Select करता हूँ जिसका Fundamental अच्छा होता है। ऐसे में अगर 1% भी मेरा Swing Trade गलत भी जाता है तो मै उसे Long Term के लिए Hold कर लेता हूँ.
साथ ही Investing के लिए मै Stock का Fundamental Analysis Trading क्या है? करता हूँ और Investment के लिए Stock का चयन करता हूँ. इस तरह से मुझे एक साथ Swing Trading और Investing करने में कोई Problem नहीं होती है.
तो इस तरह मेरे अनुभव से अगर आप Swing Trade के साथ Investing करते हैं Trading क्या है? तो Trading और Investing दोनों ही सही है लेकिन अगर आप Day या Scalp Trader हैं तो आपको केवल Trading पर Focus करना चाहिए या फिर आप सिर्फ Investing पर भी Focus कर सकते हैं.
Trading Vs Investing से जुड़े सवाल और उनके जवाब
क्या ट्रेडिंग, इन्वेस्टमेंट से बेहतर है?
हो सकता है ट्रेडिंग में आपको कम समय में अच्छा प्रॉफिट हो जाये लेकिन इसके विपरीत ट्रेडिंग में आपको कम समय में बड़ा नुकसान भी हो सकता है। दूसरी ओर सही इन्वेस्टमेंट में आपको शार्ट टर्म में कोई खास प्रॉफिट तो नहीं दिखेगा लेकिन लम्बे समय तक निवेश करने पर आपको जरूर अच्छा प्रॉफिट मिलेगा। इसलिए मेरी नज़रों में इन्वेस्टमेंट, ट्रेडिंग से बेहतर है।
आपको यह पोस्ट Trading Vs Investing in Hindi कैसी लगी, हमें Comment करके जरूर बताएं. धन्यवाद