घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे

हालांकि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शेयर बाजारों ने दूसरे विदेशी बाजारों की तुलना में अच्छा किया है. जिससे विदेशी निवेशकों से तेजी से भारत का रुख किया है. हालांकि कहीं भी पैसे लगाने से पहले अपने वित्तीय सलाह की मदद जरूर लें.
हाल के गिरावट के बावजूद ये टॉप फंड मैनेजर भारतीय शेयर बाजार पर है बुलिश, जानिए क्या है बाजार पर इसकी राय
भारी करेक्शन के बाद तमाम स्टॉक अच्छे भाव पर मिल रहे हैं। हमारा मानना है कि अगले 2-3 वर्षों के लिए बाजार में निवेश के लिहाज से काफी अच्छी संभावनाएं बनी रहेंगी.
भारत के सबसे बड़े फंड मैनेजरों में से एक ICICI Prudential उस समय भारतीय बाजार पर काफी बुलिश नजर आ रहा है जब भारतीय इक्विटी बाजार से विदेशी निवेशक भारी मात्रा में निकासी कर रहे हैं। आईसीआईसीआई प्रु एसेट मैनेजमेंट के शंकरन नरेन का कहना है कि 3 महीने पहले मंहगा वैल्यूएशन और निवेशकों का अतिउत्साह ये दोनों ही बाजार के लिए बहुत बड़ी समस्या थे। यहीं वजह थी कि हमने फंड एलोकेशन और डेट फंडों में पैसे लगाने की सलाह दी थी लेकिन अब भारी करेक्शन के घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे बाद तमाम स्टॉक अच्छे भाव पर मिल रहे हैं। हमारा मानना है कि अगले 2-3 वर्षों के लिए बाजार में निवेश के लिहाज से काफी अच्छी संभावनाएं बनी रहेंगी।
घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे, महज 1 डॉलर से कर सकते हैं शुरुआत!
आज की तारीख में निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विदेशी कंपनियों के स्टॉक को भी शामिल करते हैं. ग्लोबल मार्केट में निवेश करने से जहां आप अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई कर सकते हैं. वहीं डायवर्सिफिकेशन के जरिए रिस्क को कम किया जा सकता है. जानकार मानते हैं कि इससे रिटर्न का संतुलन बना रहता है. (Photo: Getty Images)
भारतीयों को विदेशी शेयरों में सीधे निवेश करने की अनुमति मिले अब करीब 17 साल हो चुके हैं. लेकिन अभी जानकारी के अभाव में लोग विदेशी शेयर बाजारों में पैसे लगा नहीं पाते हैं. हमारे देश में अधिकतर लोगों का ये सवाल होता है कि विदेशी शेयर बाजारों में कैसे पैसे लगा सकते हैं? (Photo: Getty Images)
Investment Tips : विदेशी बाजारों में कैसे करें निवेश, आसान तरीके से आप भी कर सकते हैं अमेरिका में कमाई
भारतीय शेयर बाजार अभी अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 5 हजार अंक नीचे ट्रेडिंग कर रहा है.
उतार-चढ़ाव के मौजूदा हालात में पूरा पैसा घरेलू बाजार में ही लगा देना अच्छा फैसला नहीं है. ऐसे में विदेशी बाजारों में जर . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : March 18, 2022, 17:22 IST
नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में अभी काफी उथल-पुथल चल रही है. सबसे घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे ज्यादा निकासी विदेशी निवेशकों की देखी जा रही, जो अक्तूबर से अब तक करीब 2 लाख करोड़ रुपये बाजार से निकाल चुके हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे क्या वे विदेशी बाजारों में निवेश कर रहे.
अगर आपको लगता है कि अमेरिका, यूरोप अथवा अन्य किसी देश के शेयर बाजार में पैसे लगाकर आप ज्यादा कमाई कर सकते हैं, तो हम आपको इसका तरीका बताते हैं. आप भी घर बैठे अमेरिका के शेयर बाजार में पैसे लगाइए और मोटी कमाई कर सकते हैं. इसके लिए लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (एलआरएस) का चुनाव करना होगा.
घर बैठे लगाएं विदेशी बाजारों में पैसा, Apple-Tesla जैसे शेयर में सिर्फ 100-200 रुपए लगाकर करें शुरुआत
US Stocks: यूएस मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक है.
US Stocks: यूएस मार्केट में कुछ घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक है.
Invest in Us Stocks: शेयर में पैसे लगाने की बात कहें तो आमतौर पर हम किसी कंपनी के कुछ स्टॉक खरीदते घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे हैं. स्टॉक की संख्या 10, 20 या कुछ भी हो सकती है. बहुत महंगे शेयर हर तरह के निवेशक नहीं खरीदते हैं. घरेलू बाजार की बात करें तो एक तरीका यह हो सकता है कि हम सीधे शेयर खरीदने की बजाए ऐसे म्यूचुअल फंड में पैसे लगाएं, जिसने उस स्टॉक में निवेश किया हो. लेकिन अगर हम एप्पल, घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे गूगल, अमेजॉन और टेस्ला जैसे महंगे विदेशी शेयरों की बात करें तो इसका क्या तरीका है. यूएस स्टॉक मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप भी इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक ऐसा तरीका है, जिससे यह काम आसानी से हो सकता है.
कुछ महंगे विदेशी शेयरों की रुपये में कीमत
गूगल: 1.76 लाख रुपये (2408 डॉलर)
फेसबुक: 24090 रुपये (330 डॉलर)
अमेजॉन: 2.40 लाख रुपये (3281 डॉलर)
टेस्ला: 43750 रुपये (599 डॉलर)
एप्पल: 9271 रुपये (127 डॉलर)
मौजूदा समय में कई आनलाइल एडवाइजरी और इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म पर फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग की सुविधा दी जा रही है. इसमें 1 शेयर से कम भी आप खरीद सकते हैं. ये प्लेटफॉर्म निवेशकों को यह सुविधा देते हैं कि वे कम से कम 1 डॉलर से विदेशी शेयरों में निवेश की शुरूआत कर सकते हैं. जितना निवेश होगा, कीमत की रेश्यो में शेयर का उतना हिस्सा निवेशक के पोर्टफोलियो में जुड़ जाएगा.
यहां इसे ऐसे समझ सकते हैं कि मान लीजिए किसी शेयर का भाव 200 डॉलर और आपने उसमें 10 डॉलर निवेश किया है. तो शेयर का 0.घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे 05 फीसदी हिस्से के आप मालिक बन जाएंगे. इसी तरह से मान लिया कि आप एप्पल का शेयर में मौजूदा समय में 2 डॉलर निवेश करना चाहते हैं. ऐसे में आपको 0.015 हिस्सा मिल जाएगा. एप्पल का शेयर अभी 127 डॉलर का है.
घर बैठे मोटी कमाई का मौका! ऐसे सस्ते दामों पर खरीदें अमेजन-फेसबुक के शेयर, एक्सपर्ट से जानें कैसे लगाएं पैसा
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: May 12, 2021 | 5:44 PM
देश ही नहीं, अब विदेशों में भी निवेश का रास्ता खुल गया है. ऑनलाइन और डिजिटल होती दुनिया में सबकुछ मुमकिन है. विदेशी बाजार में निवेश करने के लिए स्टॉक मार्केट का सहारा लें या म्यूचुअल फंड घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे का, यह सवाल सबसे अहम है. कुछ लोग ये भी मानते हैं कि सीधा स्टॉक मार्केट में निवेश कर जल्दी में अच्छा पैसा कमा सकते हैं. कुछ लोग स्टॉक के बदले म्यूचुअल फंड को तरजीह देना चाहते हैं. ऐसे में एक्सपर्ट से जान घर बैठे विदेशी शेयर बाजारों में लगाएं पैसे लेना जरूरी है कि कहां और कैसे सुरक्षित निवेश कर सकते हैं.
एक्सपर्ट की राय
अजीत बताते हैं कि एक और तरीका है जो म्यूचुअल फंड का ही है. इसमें आप भारत के म्यूचुअल फंड में पैसा डालेंगे लेकिन उसका निवेश विदेश के किसी म्यूचुअल फंड में हो जाएगा. ये पैसे भारतीय रुपये में जमा होता है जिसके बाद म्यूचुअल फंड का फंड मैनेजर उस पैसे को विदेश में भेज देगा. ‘लिबरलाइज रेमिटेंस स्कीम’ में जहां विदेश में अकाउंट खोला जाता है और फिर उसमें पैसे जमा कर विदेश में निवेश किया जाता है. जबकि दूसरा तरीका डायरेक्ट इक्विटी का है जिसमें म्यूचुअल फंड के जरिये विदेशी कंपनियों में पैसा निवेश किया जा सकता है.
अब सवाल है कि विदेश में निवेश के लिए सबसे अच्छा साधन क्या है? स्टॉक में पैसे लगाना या म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश करना? एक्सपर्ट कहते हैं कि जो लोग 10-15 करोड़ का निवेश करना चाहते हैं वे लिबरलाइज रेमिटेंस स्कीम का रास्ता चुन सकते हैं. दूसरा उपाय है रिटेल निवेशकों के लिए जो 10-15 लाख का निवेश करना चाहते हैं. वे ग्लोबल म्यूचुअल फंड के जरिये विदेश में निवेश कर सकते हैं. इसमें विदेश में कोई अकाउंट खोलने की जरूरत नहीं होती है. इसमें रिस्क भी कम होता है.
अमेरिका में निवेश
जानकारों के मुताबिक विदेश में निवेश करने के इच्छुक लोग नैस्डैक में पैसा लगा सकते हैं. अमेरिका में नैस्डैक और डाउ जोंस का नाम है और उसमें पैसा लगाना भी सुरक्षित माना जाता है. जानकारों का मानना है कि शुरू में अमेरिकी फंड में निवेश करना अच्छा होता है. कुछ साल बाद चाहें तो चाइनिज, कोरियन या वियतनाम के फंड में पैसा लगा सकते हैं.
लोग चाहें तो अमेरिकी कंपनी गूगल या नेटफ्लिक्स में भी निवेश कर सकते हैं. यह निवेश फैंग (Fang) स्टॉक के जरिये होता है. इस स्टॉक की मदद से फेसबुक, अमेजॉन जैसी कंपनियों में भी पैसा लगा सकते हैं. हाल के वर्षों में फैंग स्टॉक से गूगल के निवेशकों को अच्छी कमाई हुई है. इसमें भारत बैठे लोग भी निवेश कर सकते हैं और इसके लिए बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं है. कुछ हजार रुपये से भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं. गूगल का क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनेस छोड़ दें तो बाकी सबसे प्रोफिट है. क्लाउड में गूगल को अभी घाटा चल रहा है.