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स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
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ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?

Trading kya hai in hindi

दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

Trading kya hai in hindi

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Table of Contents

ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)

ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.

Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.

उदाहरण- अगर हम शेयर मार्केट में शेयर्स खरीदते हैं तो कोई दूसरा व्यक्ति उन शेयर्स को बेच रहा होगा. मान लीजिए कि आपने किसी होलसेल स्टोर से कोई सामान 50 खरीदा और उसके बाद में उसका दाम बढ़ने पर आपने उसे 60 रूपये में बेच दिया तो इसे ट्रेडिंग कहा जायेगा. वैसे तो Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी को ये नही पता होता है कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या उतार-चढाव आएगा.

ट्रेडिंग कैसे करें?

ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.

शेयर मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है?

शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती है, इसमें एक ही दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)

स्विंग ट्रेडिंग मे शेयर्स को खरीदकर कुछ दिनो या कुछ हप्तो के अंदर बेचा जाता है इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही होती है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर नुकसान और फायदे को आसानी से झेल सकते है, स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्कैलपिंग ट्रेडिंग से काफी अलग होता है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए भी करते हैं.

शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग (Short term trading)

जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो की होती है उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होता है इसमें आपको अपने स्टॉक पर नजर रखनी होती है तभी आप अपने स्टॉक को मिनीमाइज कर सकते है.

लॉंग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)

जब कोई ट्रेडिंग एक साल या उससे ज्यादा समय में की जाती है तो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहते है.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (Trading kya hai in hindi) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है.

Written by Web Desk Team | Published :September 9, 2022 , 6:32 am IST

महंगाई का मुकाबला करने के लिए, शेयर बाजारों और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश और ट्रेडिंग पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. यदि आप अपनी गाढ़ी कमाई को केवल फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट (traditional financial instrument) में सेव करते हैं, तो आप अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने से पीछे रह सकते हैं.

एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने से पहले, जो व्यक्ति बॉन्ड, शेयर, या अन्य सिक्योरिटीज जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदना या बेचना चाहते थे, उन्हें अपनी ब्रोकरेज फर्मों से संपर्क करना पड़ता था और उन्हें उनकी ओर से लेनदेन की व्यवस्था करने के लिए कहना पड़ता था. इसके बाद, प्राइस चेक करने, कॉन्ट्रैक्ट वेरीफाई करने और अंत में ट्रेड की पुष्टि करने की एक लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था. हमें उस फीस को नहीं भूलना चाहिए जो ये ट्रेडिशनल ब्रोकर सर्विस के लिए मांगते थे. फिर आया डिस्काउंट ब्रोकर्स या ऑनलाइन ब्रोकर्स का युग, जिसने खेल को पूरी तरह से बदल दिया. इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग जो पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध थी अब बहुत बड़ी संख्या में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है.

ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का एक सुविधाजनक तरीका है. इन लेन-देन को ऑनलाइन ब्रोकर्स के माध्यम से आसान बनाया जा सकता है जो इक्विटी, कमोडिटीज, बॉन्ड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, फ्यूचर्स आदि जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करते हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं?
किसी भी समय कहीं से भी ट्रेड करने की सुविधा: यदि आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच है तो आप अपने मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से किसी भी समय (बाजार के घंटों के दौरान) कहीं से भी ट्रेड/निवेश कर सकते हैं.

अपने निवेश को रियल-टाइम के आधार पर ट्रैक करें और निवेश का निर्णय आसानी से लें: आप अपने निवेश और ट्रेंड्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर ट्रैक कर सकते हैं. अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म ढेर सारे डेटा पॉइंट भी प्रदान करते हैं जिनसे आप खुद भी रिसर्च कर स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों में ट्रेड कर सकते हैं. यह आपको स्मार्ट निवेश और ट्रेडिंग डिसीजन लेने में मदद कर सकता है. जब भी आप अपने फोन या कंप्यूटर से लॉग इन करते हैं तो आप रीयल-टाइम प्रॉफिट या लॉस देख सकते हैं.

ट्रेड करने से पहले अपने ब्रोकर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं: आपको कोई भी लेनदेन करने से पहले अपने ब्रोकर से बात करने की भी आवश्यकता नहीं है. इनफॉर्म्ड इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग डिसीजन लेने के लिए, आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखनी चाहिए और डेटा पॉइंट, पैटर्न, ट्रेंड और प्राइस मूवमेंट की समझ प्राप्त करनी चाहिए.

शुरुआती लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?
1) ब्रोकर का चयन करें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग में पहला कदम यह निर्धारित करना है कि ब्रोकर वैध है या नहीं. यह देखना होगा कि यह सेबी पंजीकृत ब्रोकर है या नहीं. हर एक ब्रोकर को अपनी सेबी पंजीकृत आईडी को अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर डिस्प्ले करना जरूरी है. एक बार जब आप ब्रोकर की वैधता चेक कर लेते हैं, तो आपको दो प्रकार के ऑनलाइन ब्रोकरों में से चुनना होगा:

– डिस्काउंट ब्रोकर या
– फुल-सर्विस ब्रोकर्स

एक डिस्काउंट ब्रोकर आपको कम शुल्क में सभी आवश्यक ट्रेडिंग टूल प्रदान करेगा, एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज फर्म आपको उच्च शुल्क में निवेश सलाह प्रदान करेगी. इस प्रकार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर, आप यह तय कर सकते हैं कि आप डिस्काउंट ब्रोकर या फुल-सर्विस ब्रोकर के साथ जाना चाहते हैं. असल में, डी-आई-वाई ट्रेडर बनने के लिए इंटरनेट पर कई संसाधन उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजारों के बारे में सीख सकते हैं. आप डिस्काउंट ब्रोकरेज चुन सकते हैं. यदि आपके पास अपने दम पर ट्रेड करने का ज्ञान है, यदि आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास बाज़ार स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें का समय या समझ नहीं है, तो एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज अकाउंट एक बेहतर विकल्प हो सकता है.

2) डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए अगला कदम और आरंभ करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना है. डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जहां यह आपके स्टॉक, एमएफ इत्यादि को डीमैटरियलाइज्ड रूप में रखता है जैसे बैंक आपकी नकदी रखता है. जबकि, ट्रेडिंग अकाउंट एक इंटरफ़ेस है जिससे आप एक्चुअल ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इन दिनों डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद सहज, तेज और स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें पेपरलेस हो गया है. एक बार जब आप कुछ बेसिक डॉक्यूमेंट प्रस्तुत कर देते हैं तो आप उसी दिन से ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

3) ट्रेडिंग शुरू करें: निवेश या ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना, शेयर बाजारों का कुछ ज्ञान हासिल करना और वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करना एक अच्छा आईडिया है. एक बार जब आप इसे जान लें तो अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ट्रेडिंग शुरू करें. D-I-Y (do-it-yourself) इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए अपने ब्रोकर के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न टूल्स का उपयोग करें.

निष्कर्ष ये है कि शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए आपको एक ऑनलाइन ब्रोकर का चयन करना होगा, एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा और ट्रेडिंग शुरू करनी होगी. सुनिश्चित करें कि आप अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म और वेब पर उपलब्ध लर्निंग मटेरियल और टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं

शेयर बाजार में कैसे निवेश करें

शेयर बाजार में कैसे निवेश करें

एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें लॉन्ग पोजीशन दर्शाती है कि मार्केट में आपके दृष्टिकोण के हिसाब से तेजी है। अपने विश्लेषण करने के बाद यदि आपको लगता है कि मार्केट मौजूदा पोजीशन से ऊपर जाएगी तो आपको निफ़्टी, बैंक निफ़्टी या सेंसेक्स या स्टॉक खरीदने चाहिए।

आइए इसको एक उदाहरण के साथ समझे मान लीजिए निफ़्टी 13500 पर है और आप यह सोचते हैं कि यह अभी और ऊपर जाएगा। इस परिदृश्य में आप निफ्टी या अपनी पसंद का स्टॉक खरीदेंगे।

शार्ट पोजीशन का अर्थ है कि मार्केट में आपके दृष्टिकोण के हिसाब से मंदी है और आप यह सोचते हैं की करंट पोजीशन से मार्केट नीचे जाएगी।

उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि निफ्टी 13500 पर है (12-12- 2020) और विश्लेषण करने के बाद आप यह मान लेते हैं कि अगले कुछ दिनों में या उसी दिन यह 13000 तक गिर जाएगा। तब इस परिदृश्य में आप निफ्टी बेचकर शार्ट पोजीशन लेते हैं। वैसे, शार्ट पोजीशन का अर्थ यह है कि आप सेल साइड पर हैं।

ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस बहुत महत्वपूर्ण है। असल में, अक्सर यह कहा जाता है कि स्टॉप लॉस ट्रेडिंग में आपका मित्र हैं। आप यह निश्चित नहीं कर सकते कि स्टॉक मार्केट आपको कितना लाभ देगा परंतु आप यह अवश्य ही निश्चित कर सकते हैं कि आप कितना हारने को तैयार हैं।

नीचे दिए गए उदाहरण के द्वारा मैं आपको यह दर्शाने की कोशिश कर रहा हूं की स्टॉप लॉस का शेयर बाजार में कितना महत्व है।इस समय भारतीय स्टेट बैंक का शेयर प्राइस ₹272.45 पैसे है और हम यह मान लेते हैं की मेरे दृष्टिकोण के अनुसार यह और ऊपर जाएगा और अगले कुछ दिनों में एसबीआईइन शेयर का भाव ₹300 पहुंचेगा। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए मैंने एसबीआई के 100 शेयर बिना स्टॉप लॉस के खरीदें।

परंतु अचानक मार्केट में क्रैश आने के कारण शेयर प्राइस ₹300 को छूने की बजाय ₹50 घटकर ₹222.45 पैसे पर रुक गया। अब 2755 रुपए कमाने की बजाए (मैंने सोचा था की शेयर की प्राइस ₹27.55 पैसे तक बढ़ जाएंगे, ₹27.50 पैसे x 100 शेयर्स) मुझे ₹5000 का नुकसान हुआ (₹50 x 100 शेयर के मूल्य में गिरावट)।

इसी प्रकार इसी ट्रेड में यदि मैंने ₹10 के स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड से एग्जिट करना निश्चित किया होता तो उसका अर्थ यह होता कि यदि एसबीआई के प्राइस ने ₹265.45 पैसे को छुआ होता तो मैं एग्जिट हो गया होता और मुझे केवल ₹1000 का नुकसान होता।

इस ट्रेड को मैं अधिकतर आदर्श 1:3 जोखिम और इनाम अनुपात में करता।ऊपर दिए गए उदाहरण के द्वारा हमने यह सीखा कि कैसे स्टॉप लॉस ऑर्डर की मदद से शेयर मार्केट में होने वाले नुकसान को हम सीमित कर सकते हैं।

इसलिए ट्रेड शुरू करने से पहले एक क्लियर टारगेट और स्टॉपलॉस निश्चित कीजिए और उस प्राइस पर सख्ती से एग्जिट कीजिए।

मेरा यह मानना है कि अब आप शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए तैयार हैं। यह आप जैसे उन सभी लोगों के लिए पूर्ण रूप से मार्गदर्शक है जो यह जानना चाहते हैं कि शेयर बाजार में निवेश कैसे कर सकते हैं और कैसे ट्रेडिंग कर सकते हैं।

10 Stock Market Tips for Beginners: नए निवेशकों को शेयर ट्रेडिंग कैसे करनी चाहिए? सीखिए

How to trade in Share Market: अगर अपने स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें भी दूसरों के सुनी सुनाई बातों में आकर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का मन बनाया है तो यहां कुछ टिप्स बताएं गए है, जिसे आपको फॉलो जरूर करना चाहिए। बताए गए टिप्स से सामान्य गलतियों से बचा जा सकता है।

Share Market Tips for Beginners: तो आपने अकेले अपने दम पर शेयर मार्केट में निवेश करने का फैसला किया है, तो यह बुरा विचार नहीं है। हालांकि, शेयर बाजार में उतरने से पहले आपको कुछ चीजें जाननी चाहिए। अगर आप इस लेख में दी गई सलाह का पालन करते हैं तो आप अपना बहुत समय, प्रयास और धन बचा सकते हैं। यह लेख खासकर उन निवेशकों के लिए तैयार किया गया है जो पहली बार शेयर मार्केट की दुनिया में छलांग लगाना चाह रहे है। तो आइए बताते है 10 Share Market Tips in Hindi

10 Share Market Tips for Beginners in Hindi

1) ट्रेडिंग और डीमैट एकाउंट प्राप्त करें

शेयर मार्केट में सीधे निवेश शुरू करने के लिए आपको एक स्टॉक-ट्रेडिंग एकाउंट और एक डीमैट एकाउंट की आवश्यकता होगी। कई ब्रोकरेज फर्म हैं, और आप उनमें से चुन सकते हैं। आप जो सबसे आसान काम कर सकते हैं, वह है अपने बैंक से संपर्क करना। अधिकांश बैंक ब्रोकरेज और डीमैट सर्विस प्रदान करते हैं। अगर आपके पास पहले से बैंक एकाउंट है तो आपके लिए डिमैट खाता अपने बैंक ब्रांच में खुलवाना आसान होगा।

2) ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट का विकल्प चुनें

आप अपने स्टॉक-परचेस ऑर्डर को फोन पर या ऑनलाइन दे सकते हैं। एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट आपके लेनदेन में बहुत अधिक पारदर्शिता लाता है। एक ऑनलाइन एकाउंट से आप न केवल खुद ऑर्डर दे सकते हैं, बल्कि आप यह भी ट्रैक कर सकते हैं कि आपके ऑर्डर का वास्तविक समय में क्या हो रहा है। साथ ही, कभी भी ब्रोकर या किसी और को अपनी ओर से ट्रेड न करने दें। आपको केवल वही होना चाहिए जिसकी आपके स्टॉक-ट्रेडिंग खाते तक पहुंच हो।

3. ब्रोकर सलाह से सावधान रहें

जब आपका स्टॉक-ट्रेडिंग एकाउंट खोला जाता है, ब्रोकर चाहता है कि आप रेगुलर स्टॉक टिप्स और गाइडेंस सहित कई सर्विस का विकल्प चुनें। ब्रोकर चाहते है कि आप और अधिक व्यापार करें। अपने ब्रोकर की सलाह के अनुसार कभी भी खरीदने और बेचने के लिए बाध्य महसूस न करें। अपने निर्णय, विश्लेषण और शोध पर भरोसा करें।

4) रिकॉर्ड रखें

आपके ब्रोकर को आपके द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक व्यापार के लिए आपको एक कॉन्ट्रैक्ट नोट भेजना चाहिए। आपको इसे वेरिफाई करना चाहिए और इसे सहेज कर रखना चाहिए, यह लेन-देन का प्रमाण है। साथ ही आपको एक एक्सेल शीट में अपनी खरीद की कीमतों और तारीखों, बिक्री की कीमतों और तारीखों, लाभ और हानि, खरीदी और बेची गई मात्रा आदि का एक नोट बनाना चाहिए। यह न केवल आपको अपने निवेश परिणामों को ट्रैक करने और टैक्स का भुगतान करने में मदद करेगा बल्कि आपके निवेश के दृष्टिकोण में अनुशासन भी लाएगा।

5) छोटी शुरुआत करें

थोड़े से पैसे से निवेश की शुरुआत करें, चूंकि आप शेयर बाजार में अपने शुरुआती चरण के दौरान सीख रहे होंगे, इसलिए बेहतर होगा कि आप कम रकम का निवेश करें। यहां तक ​​कि अगर आपके पास स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें निवेश करने के लिए एक बड़ा फंड है, तो धीमी गति से चलें। एक बार जब आप पर्याप्त अनुभव प्राप्त कर लेते हैं और सफलतापूर्वक निवेश करने की अपनी क्षमता के प्रति आश्वस्त हो जाते हैं, तो आप आवंटन बढ़ा सकते हैं।

6) शिक्षा में निवेश करें

बेंजामिन फ्रैंकलिन ने कहा, 'ज्ञान में निवेश सबसे अच्छा ब्याज देता है।' आप बाजार में तब तक सफल नहीं हो सकते जब तक आप इसके बारे में खुद को शिक्षित करने में निवेश नहीं करते। स्टॉक कैसे काम करता है, इसके बारे में ज्ञान आपको महंगी गलतियां करने से भी रोकेगा। आप शेयरों में निवेश करने के सही तरीकों के बारे में भी जानेंगे। कई शेयर निवेशकों के अच्छा प्रदर्शन न करने का एक प्रमुख कारण यह है कि वे सीखने के लिए कोई प्रयास नहीं करते हैं। ऐसी कई अच्छी किताबें हैं जिन्हें आप पढ़ सकते हैं, जैसे वन अप ऑन वॉल स्ट्रीट, द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर, व्हाट वर्क्स ऑन वॉल स्ट्रीट इत्यादि। शेयर बाजार में सफल होने के लिए स्टॉक गुरुओं से सीखना एक स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें बहुत ही प्रभावी तरीका है।

7. स्टॉक ट्रेडिंग, डेरिवेटिव और स्टॉक टिप्स से दूर रहें

स्टॉक ट्रेडिंग बाजार में उतार-चढ़ाव से लाभ उठाकर क्विक प्रॉफिट कमाने का प्रयास है। अधिकांश शेयर व्यापारी हार जाते हैं, इसलिए यह एक योग्य खोज नहीं है। गहन विश्लेषण और शोध करने के बाद शेयर बाजार में लंबी अवधि के लिए निवेश करें।

साथ ही, फ्यूचर्स और ऑप्शंस के बहकावे में न आएं, जिन्हें सामूहिक रूप से डेरिवेटिव कहा जाता है। डेरिवेटिव लीवरेज का उपयोग करते हैं और नाटकीय रूप से आपके रिटर्न को बढ़ा सकते हैं। हालांकि, वे कुछ ही क्षणों में आपकी पूंजी को मिटा भी सकते हैं। ज्यादातर डेरिवेटिव ट्रेडर्स हारते हैं, इसलिए डेरिवेटिव से दूर रहें। डेरिवेटिव्स में पूरी वित्तीय प्रणाली को तहस-नहस करने की क्षमता होती है, जिससे वॉरेन बफेट ने उन्हें 'सामूहिक विनाश के हथियार' कहा।

नए स्टॉक निवेशक को स्टॉक टिप्स से दूर रहना चाहिए। शेयर बाजार में बहुत सी अटकलें लगती हैं और स्टॉक टिप्स आम तौर पर चारों ओर घूम रहे हैं। ये स्टॉक टिप्स आम तौर पर विश्वसनीय नहीं हैं और मुनाफा कमाने का एक निश्चित तरीका नहीं हैं।

8) खुद पर इमोशनल चेक रखें

किसी ने ठीक ही कहा है, 'दुनिया के सबसे अच्छे निवेशकों के पास वित्त की तुलना में मनोविज्ञान में अधिक बढ़त है।' जब आप स्टॉक की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखते हैं तो एक नए निवेशक के रूप में आप भावनाओं की एक पूरी श्रृंखला का अनुभव करेंगे। अगर आपके शेयरों का मूल्य बढ़ता है, तो आप तुरंत मुनाफावसूली करने के लिए ललचाएंगे, और जब आपके स्टॉक गिरेंगे तो आपको डूबने का एहसास होगा। बहुत से लोग स्टॉक की कीमतों में लगातार बदलाव को देखते हुए तर्कहीन व्यवहार करना शुरू कर देते हैं। स्टॉक की कीमत में गिरावट एक सामान्य घटना है, और आपको जल्दी पैसा बनाने के लिए स्टॉक नहीं बेचना चाहिए। स्टॉक खरीदना और बेचना आपकी स्टॉक रणनीति पर आधारित होना चाहिए, जो कि नीचे की बात है।

9) एक रणनीति तैयार करें

एक बार जब आप बाजार में काम करना शुरू कर देते हैं, तो आपको एक स्टॉक रणनीति की आवश्यकता होगी जो आपको स्पष्ट रूप से बताए कि क्या खरीदना है, कब खरीदना है, कब बेचना है और ग्रोथ को कैसे ट्रैक करना है। एक ठोस रणनीति के अभाव में, आपका शेयर बाजार करियर एक ऐसे जहाज की तरह होगा जो अपना रास्ता खो चुका है। आपकी स्टॉक रणनीति अंतिम फिल्टर है जो आपको शेयर बाजार में शोर से बचाएगी। जैसे-जैसे आप निवेश के साथ आगे बढ़ते हैं, आप रणनीति में सुधार करते रह सकते हैं। स्टॉक निवेश पर आप जो किताबें पढ़ेंगे, वे आपकी रणनीति में आपकी मदद करेंगी। हालांकि, आपकी रणनीति तैयार करने में प्रमुख मदद बाजार में आपके वास्तविक जीवन के अनुभव के साथ आएगी।

10) बने रहें

पहले दिन से शानदार परिणाम की उम्मीद न करें। शुरुआत में आपको कुछ धन की हानि भी हो सकती है। फिर भी अपनी खोज में लगे रहो। अच्छे धन प्रबंधन कौशल के साथ स्टॉक निवेश को मिलाएं। नियमित रूप से निवेश करें। वहां बहुत से लोग हैं जो स्टॉक निवेश के बारे में बहुत कुछ जानते हैं लेकिन जो कभी भी धन का निर्माण करने में सक्षम नहीं होते हैं क्योंकि उनके पास शायद ही कभी निवेश करने के लिए पैसा होता है। निवेश के किसी भी रूप में, अनुशासन और नियमितता सफलता के सबसे महत्वपूर्ण निर्धारक हैं।

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