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सिक्योरिटीज मतलब क्या

सिक्योरिटीज मतलब क्या
आज हम जानेंगे NSDL का फुल फॉर्म क्या होता है? (NSDL Full Form In Hindi ) के बारे में क्योंकि हमारे देश में जितने भी लोग हैं, उन सभी ने वर्तमान के समय में किसी न किसी बैंक में अपना अकाउंट खुलवा कर रखा है,सिक्योरिटीज मतलब क्या क्योंकि लोग अपनी कमाई को सेविंग के तौर पर बैंक अकाउंट में बचाकर सुरक्षित रखते हैं।

डिपाजिटरी क्या है इसके कार्य हिंदी में (What is Depository in Hindi)

IIFL Full Form in Hindi

IIFL Full Form in Hindi, IIFL का Full Form क्या है, IIFL क्या होता है, आईआईएफ़एल क्या है, IIFL का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ होता है, ऐसे सभी सवालो के जबाब आपको इस Post में मिल जायेंगे.

IIFL की फुल फॉर्म India Infoline Finance Limited होती है. इसको हिंदी भाषा में इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड कहते है. IIFL मुंबई में स्थित भारत की एक अग्रणी विविध वित्त कंपनी है. यह अक्टूबर 1995 में निर्मल जैन द्वारा स्थापित किया गया है. IIFL को आज के समय में भारत में शीर्ष सात वित्तीय समूहों में गिना जाता है. इसे पहले नवंबर 2011 में इंडिया इंफोलाइन इन्वेस्टमेंट सर्विसेज लिमिटेड का नाम दिया गया था, जिसका नाम बदलकर इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड कर दिया गया था. यह आईआईएफएल होल्डिंग्स लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है.

IIFL आज के समय में बाजार के Retail और Institutional दोनों क्षेत्रों में एक प्रमुख खिलाड़ी है. यह पहला भारतीय ब्रोकर है जिसने कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज की सदस्यता प्राप्त की और सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज की सदस्यता के लिए इन प्रिंसिपल अप्रूवल प्राप्त किया है.

Primary Market और Secondary Market क्या है? जानिए दोनों के बीच क्या है अंतर?

Primary Market & Secondary Market: आपने भी प्राइमरी और सेकेंडरी शेयर मार्केट के बारे में सुना ही होगा। लेकिन क्या आप इसका मतलब जानते है? दरअसल, शेयर बाजार दो तरह के होते हैं। पहला प्राइमरी मार्केट और दूसरा सेकेंडरी मार्केट। आइए इन दोनों बाजार के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।

Primary Market & Secondary Market: फाइनेंसियल मार्केट में जनता को नियमित रूप से नई सिक्योरिटीज जारी की जाती हैं। जनता की व्यक्तिगत जरूरतों के अनुरूप कई वित्तीय उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध हैं। इन वित्तीय उत्पादों का पूंजी बाजार पर कारोबार किया जाता है, जिसे दो खंडों में वर्गीकृत किया गया है।

  1. प्राइमरी मार्केट (Primary Market)
  2. सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market)

डिपाजिटरी क्या होता है (What is Depository in Hindi)

Depository का हिंदी में मतलब होता है, भण्डार या गोदाम या कहें तो ऐसा स्थान जहाँ कुछ जमा करके रखा जाता है.

स्टॉक मार्केट में Depository एक ऐसी संस्था होती है जहाँ पर निवेशकों का Demat Account खोला जाता है. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट Demat Account में ही निवेशकों के द्वारा ख़रीदे गए शेयर, म्यूच्यूअल फण्ड, डिवेंचर, सिक्योरिटीज आदि जमा रहते हैं.

Depository आपके Demat Account का पूरा लेखा – जोखा अपने पास रखती है. इसके अलावा Depository निवेशक को कंपनी से मिलने वाले Dividend, Bonus को भी सीधे निवेशक के बैंक खाते में ट्रान्सफर कर देती है.

डिपाजिटरी की शुरुवात शेयर मार्केट की नियामक SEBI के द्वारा की गयी थी. हर डिपाजिटरी एक स्टॉक एक्सचेंज से लिंक रहती है. भारत में मुख्य रूप से दो स्टॉक एक्सचेंज हैं NSE और BSE.

भारत में कितनी डिपाजिटरी है (How Many Depository in India)

लेख को यहाँ तक पढने पर आप समझ गए होंगे कि Depository क्या है. अब जानते हैं की भारत में कितनी Depository हैं.

भारत में मुख्य रूप से दो डिपाजिटरी Participant हैं –

  • NSDL (National Securities Depositories Ltd)
  • CDSL (Central सिक्योरिटीज मतलब क्या Depositories Services Ltd)

1 – NSDL (नेशनल सिक्योरिटीज डिपाजिटरी लिमिटेड)

NSDL भारत की सबसे पुरानी डिपाजिटरी है, जिसकी शुरुवात 8 नवम्बर 1996 में हुई थी. NSDL को NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और कई सारे बैंकों ने मिलकर स्पोंसर किया था. यह डिपाजिटरी NSE के लिए है.

2 – CSDL (सेंट्रल डिपाजिटरी सर्विस लिमिटेड)

CDSL भारत की दूसरी डिपाजिटरी है, जिसकी शुरुवात फ़रवरी 1999 में हुई थी. CDSL को BSE (Bombay Stock Exchange) और कई अन्य बैंकों ने स्पोंसर किया है. यह डिपाजिटरी BSE के लिए है.

NSDL और CDSL में अंतर (NSDL vs CDSL In Hindi)

NSDL और CDSL दोनों ही Depository हैं, और दोनों सिक्योरिटीज मतलब क्या के कार्य एक जैसे ही होते हैं. हालांकि ये दोनों अलग – सिक्योरिटीज मतलब क्या अलग संस्थाएं हैं. NSDL डिपाजिटरी NSE के लिए है और CDSL डिपाजिटरी BSE के लिए है.

जब भी आप स्टॉक ब्रोकर के द्वारा अपना Demat Account खुलवाते हैं तो ब्रोकर इन दोनों में से एक डिपाजिटरी में आपका Demat Account खुलवाता है. यह ब्रोकर तय करता सिक्योरिटीज मतलब क्या है कि वह कौन से डिपाजिटरी में आपका Demat Account खुलवाएगा.

लेकिन आप पता कर सकते हैं कि आपका Demat Account कौन से डिपाजिटरी में हैं, आइये जानते हैं कैसे.

NSDL का मुख्यालय कहाँ है?

राष्ट्रीय प्रतिभूतियां भंडार सीमित यानी कि NSDL का हेड क्वार्टर हमारे देश सिक्योरिटीज मतलब क्या के महाराष्ट्र राज्य के Mumbai City में स्थित है।

BSE,UTI,NSC और IDBI के द्वारा एनएसडीएल का प्रमोशन किया जाता है। इसके अलावा Demat Account भी एनएसडीएल के द्वारा ओपन किए जाते हैं। इसके अलावा एनएसडीएल के द्वारा पान कार्ड से संबंधित सर्विस भी ऑनलाइन दी जाती है।

NSDL के शेयरधारक कौन हैं?

एनएसडीएल के शेयर होल्डर निम्न Banks हैं:-

  • भारतीय स्टेट बैंक
  • एचडीएफसी बैंक
  • एचएसबीसी बैंक
  • देना बैंक
  • केनरा बैंक
  • ऐक्सिस बैंक
  • ओरिएंटल बैंक ऑफ इंडिया

NSDL का उद्देश्य क्या है?

एनएसडीएल के उद्देश्य निम्नानुसार है:-

  • इंडियन मार्केट में रिस्क को कम करने के लिए और इन्वेस्टमेंट को कम करने के लिए सराहनीय कदम उठाने का काम एनएसडीएल करता है,यह इसका उद्देश्य भी है।
  • एनएसडीएल मुख्य रूप से आर्थिक सर्विस उद्योग की बढ़ती हुई आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रोडक्ट ओर सर्विस का डेवलपमेंट करता है।
  • एनएसडीएल प्रभावी निपटान समाधान उपलब्ध करके इंडिया के इन्वेस्टमेंट मार्केट में सिक्योरिटी और ट्रस्ट सुनिश्चित करने की कोशिश करता है।

NSDL की आधिकारिक वेबसाइट क्या सिक्योरिटीज मतलब क्या है?

NSDL का आधिकारिक ईमेल क्या है?

एनएसडीएल का ऑफिशियल ईमेल [email protected] है।

NSDL के मुख्य अधिकारी कौन हैं?

वर्तमान में एनएसडीएल के मुख्य अधिकारी G.V Nageshwara Rao हैं।

निष्कर्ष

मुझे उम्मीद है की आपको NSDL क्या होता है? और NSDL Full Form In Hindi की पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर अभी भी आपके मन में What Is NSDL Full Form In Hindi, NSDL Kya Hai और Full Form Of NSDL In Hindi को लेकर कोई सवाल हो तो, आप बेझिझक Comment Box में Comment कर पूछ सकते हैं।

LIC के खरीदे इस शेयर में IIFL सिक्योरिटीज के मुताबिक आ सकता है 35% उछाल

  • राहुल ओबरॉय
  • Updated On - April 12, 2021 / 02:27 PM IST

LIC के खरीदे इस शेयर में IIFL सिक्योरिटीज के मुताबिक आ सकता है 35% उछाल

Stock Pick: देश के सबसे बड़े संस्थागत निवेशक लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने सरकारी कंपनी इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिजम कॉरपोरेशन (IRCTC) में मार्च तिमाही में 1 फीसदी हिस्सा खरीदा है. एक्सचेंज पर दी गई मौजूदा जानकारी दिखाती है कि इस इंश्योरेंस दिग्गज ने IRCTC में 17,86,250 शेयर यानी 1.12 फीसदी हिस्सा खरीदा है. इससे पहले की तिमाही में कंपनी ने शेयर धारकों में LIC का नाम नहीं था.

दोपहर 1.10 बजे तक IRCTC के शेयर 7.38 फीसदी की गिरावट लेकर 1,603 रुपये के करीब ट्रेड कर रहे थे. वहीं दूसरी ओर सेंसेक्स इस दौरान 1,708 अंकों (3.54 फीसदी) की कमजोरी के साथ 47,882 पर था.

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