मुद्रा जोड़े

Foreign Exchange Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी है. 21 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में यह 3.847 बिलियन डॉलर घटकर 524.52 बिलियन डॉलर रह गया. यह दो सालों का निचला स्तर है. यह जुलाई 2020 के बाद सबसे न्यूनतम स्तर है. इससे पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.50 बिलियन डॉलर घटकर 528.37 बिलियन डॉलर रह गया था. पिछले कई महीनों से विदेशी मुद्रा भंडार में कमी होती देखी जा रही है. एक साल पहले अक्टूबर 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था.
डिजिटल मुद्रा के स्तर पर क्या है भारत की स्थिति
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में घोषणा की थी कि बिटकॉइन को भारत में मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव केंद्र को नहीं मिला है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 'बैंक नोटों' की परिभाषा को व्यापक करने की सिफारिश की थी ताकि इसके दायरे में केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) को भी शामिल किया जा सके।
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी विधेयक का इंतजार है लेकिन विश्लेषण से पता चलता है कि भारत एकमात्र प्रमुख अर्थव्यवस्था नहीं है जो डिजिटल मुद्रा तैयार कर रही है।
अटलांटिक काउंसिल के डेटाबेस से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 90 फीसदी का योगदान देने वाले 87 देश सीबीडीसी पर काम कर रहे हैं जबकि तीन ने पहले ही अपनी परियोजनाओं को रद्द कर दिया है। सात देशों ने अपनी डिजिटल मुद्रा शुरू कर दी है जिनमें नाइजीरिया बिल्कुल नया है जबकि 16 देश प्रायोगिक परीक्षण जबकि 15 देश डिजिटल मुद्रा के विकास के चरण में हैं।
क्या है Digital Rupee, कैसे आप कर सकते हैं इस्तेमाल? जानिए हर सवाल का जवाब
- नई दिल्ली,
- 01 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 01 नवंबर 2022, 10:56 AM IST)
अब जेब में कैश लेकर चलता पुराने जमाने की बात होगी. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का खास उपयोग के लिए आज 1 नवंबर से डिजिटल रुपया (E-Rupee) का पायलट लॉन्च करने जा रहा है. यानी मंगलवार से आरबीआई की अपनी डिजिटल करेंसी (RBI Digital Currency) हकीकत बनने जा रही है. आइए जानते हैं ये डिजिटल करेंसी कैसे काम करेगी और आपके लिए किस तरह फायदेमंद साबित होगी.
RBI ने पिछले महीने की थी घोषणा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर महीने की शुरुआत में घोषणा करते हुए कहा था कि वह जल्द ही खास इस्तेमाल के लिए डिजिटल रुपया (E-Rupee) का पायलट लॉन्च शुरू करेगा. इसके लिए केंद्रीय बैंक ने 1 नवंबर 2022 की तारीख तय की थी. यह फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के तौर पर शुरू किया जा रहा है. RBI होलसेल ट्रांजैक्शन और क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट के लिए अपने डिजिटल रूपी की शुरुआत कर रहा है.
Sultanpur News: एक जोड़े ने दो दिन में ही रचा ली दोबारा शादी
लखनऊ ब्यूरो
Updated Mon, 28 Nov 2022 11:51 PM IST
सुल्तानपुर। कूरेभार क्षेत्र के ममरखा गांव में एक जोड़े ने दो दिन में ही दोबारा शादी रचा ली। घर पर शादी करने के बाद सामूहिक विवाह योजना में शादी के बंधन में बंधकर योजना का आंशिक लाभ ले लिया। खुलासे के बाद अधिकारी सफाई देने में जुटे हैं।
ममरखा गांव निवासी मदन चंद की बेटी की शादी कमनगढ़ के दीपक के साथ तय थी। शिकायत के मुताबिक शादी लिए दोनों पक्षों से बाकायदा निमंत्रण के लिए लोगों को कार्ड भी भेजा गया। 24 नवंबर को घर पर वर-वधू की शादी संपन्न हुई। बेटी की शादी करने वाले मदन चंद ने सामूहिक विवाह योजना में आवेदन किया था। आवेदन पर सामूहिक विवाह योजना के तहत ठीक दूसरे दिन 25 नवंबर को उनकी बेटी की शादी कूरेभार ब्लॉक में आयोजित कार्यक्रम में मुद्रा जोड़े करा दी गई। सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी में विभाग की ओर से कपड़े, बर्तन समेत अन्य उपहार जोड़ों को दिए गए। प्रकरण की शिकायत गांव के ही पंचराम वर्मा की ओर से किए जाने के बाद हड़कंप मच गया। खुलासे के बाद अधिकारी बचाव की मुद्रा मुद्रा जोड़े में आ गए।
योजना के तहत अन्य जगहों पर हो रहे आयोजन में भी गड़बड़ी का संदेह जताया जाने लगा है। जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित सिंह का कहना है कि मदन चंद की बेटी की शादी घर पर 24 नवंबर को तय थी। सामूहिक विवाह योजना में चयन के बाद उनकी बेटी की बरात 24 नवंबर को घर पर आई लेकिन शादी नहीं हुई। बरात मदन चंद के घर पर रुकी थी। 25 नवंबर को सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी कराई गई। बताया कि अभी मुद्रा जोड़े योजना की धनराशि नहीं भेजी गई है।
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92 43A. ( 1) एक निर्धारिती के बाद किसी भी समय अपने व्यवसाय या पेशे के उद्देश्यों के लिए भारत के बाहर एक देश से किसी भी संपत्ति का अधिग्रहण और विनिमय की दर में परिवर्तन के परिणाम में है, जहां मुद्रा जोड़े इस अधिनियम के किसी अन्य प्रावधान में किसी बात के होते हुए भी ऐसी परिसंपत्ति के अधिग्रहण, पूरी की दिशा में भुगतान या संपत्ति की लागत का एक हिस्सा बनाने के लिए या पूरी की अदायगी या उधार धन के एक भाग के लिए भारतीय मुद्रा में व्यक्त रूप निर्धारिती की देयता में वृद्धि या कमी नहीं है विशेष रूप से (या तो मामले में किया जा रहा है विनिमय दर में परिवर्तन के प्रभाव लेता है उस दिन से ठीक पहले मौजूदा दायित्व), राशि द्वारा संपत्ति प्राप्त करने के प्रयोजन के लिए किसी भी विदेशी मुद्रा में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी भी व्यक्ति, से उसके द्वारा दायित्व पूर्वोक्त इतनी वृद्धि हुई है या पिछले वर्ष के दौरान कम हो मुद्रा जोड़े जाता है, जो करने के लिए जोड़ा जाएगा, या, मामले के रूप मुद्रा जोड़े में, धारा 43 या खर्च की राशि (1) के खंड में परिभाषित के रूप में संपत्ति की वास्तविक लागत से कटौती की जा सकती है करने के लिए भेजा एक पूंजी प्रकृति की 93 [खंड (चतुर्थ) उप - धारा (1) के खंड 35 का या धारा 35 क में] या में उप - धारा (1) के खंड 36, या, मामले में की के खंड (नौ) एक पूंजी परिसंपत्ति की (धारा 50 में निर्दिष्ट एक पूंजी परिसंपत्ति न हो), तो तत्संबंधी धारा 48, और राशि के प्रयोजनों के लिए अधिग्रहण की लागत जैसे जोड़ या कटौती के बाद पर पहुंचे संपत्ति की वास्तविक लागत से बनने लिया जाएगा या एक पूंजी प्रकृति के खर्च की राशि या, जैसा भी मामला हो सकता है, उपरोक्त के रूप में पूंजी परिसंपत्ति के अधिग्रहण की लागत.
100 बिलियन डॉलर का रिजर्व बेच चुका RBI
इधर रुपए की वैल्यु लगातार घट रही है. डॉलर के मुकाबले रुपया 83 के स्तर को भी पार कर गया है. रुपए को संभालने के लिए रिजर्व बैंक इस साल अब तक 100 बिलियन डॉलर का रिजर्व बेच चुका है. रुपए में इस साल अब तक 12 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
आज हफ्ते के आखिरी दिन यह 14 पैसे की गिरावट के साथ 82.47 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. पिछले मुद्रा जोड़े कारोबारी सत्र में रुपया 48 पैसे की उछाल के साथ 82.33 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. शेयरखान बाइ बीएनपी परिबा में रिसर्च ऐनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘भारतीय रुपया एक सीमित दायरे में रहा. मजबूत डॉलर सूचकांक ने रुपए पर दबाव डाला लेकिन सकारात्मक घरेलू बाजारों और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से रुपए को थोड़ा समर्थन मिला. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी रुपए को निचले स्तर पर संभाला.’’