स्टॉप लॉस स्ट्रेटेजी

निवेश रणनीति

निवेश रणनीति
इससे कम अवधि के लिए बेहद कम/कम अवधि के फंड्स पर विचार करें जैसे एचडीएफसी शोर्ट टर्म फंड, एसबीआई शोर्ट टर्म फंड्स, बीएसएल शोर्ट टर्म फंड्स आदि पर विचार किया जा सकता है।

संबंधी पूछताछ: म्युचुअल फंड्स में निवेश कैसे करें

1) मैं एक सेवानिवृत व्यक्ति हूं। मैं अपने 5 से 6 वर्ष तक के लक्ष्य के साथ ऋण फंड्स में निवेश करना चाहता हूं। कृपया संभावित बेहतरीन लाभों को प्राप्त करने के लिए निवेश करने के लिए कुछ फंड्स का सुझाव दीजिए - बीबी स्वायन

उत्तरः सेवानिवृति के दौरान सबसे बड़ी दो चिंताएं हैं नियमित रूप से नकद आय और पूंजी सुरक्षा। अधिकतर ऋण फंड्स में मध्ययम स्तर का जोखिम होता है और वे 5 से 6 वर्ष की अवधि के लिए आदर्श होते हैं। एचडीएफसी हाई इंटरेस्ट फंड-डायनामिक प्लान और बिड़ला सन लाइफ अल्प अवधि के फंड पूर्ण रूप से ऋण फंड्स हैं जिनके पोर्टफोलियो में कोई इक्विटी एक्सपोजर नहीं है।

पिछले कुछ वर्षों के दौरान उन्होंने 9 से 10 प्रतिशत तक लाभ प्रदान किए हैं। अगर कोई व्यक्ति ऋण फंडों में (25-30 प्रतिशत) तक का मध्यम स्तर का इक्विटी जोखिम उठाने के लिए तैयार है तो आईसीआईसीआई प्रु एमआईपी 25, बिड़ला सन लाइफ एमआईपी 2 - वेल्थ 25 प्लान पर विचार किया जा सकता है। आप टाटा बैलेंस्ड फंड, एसबीआई मैगनम बैलेंस्ड, एसबीआई मैगनम बैलेंस्ड जैसे फंड के माध्यम से अधिक आक्रामक इक्विटी जोखिम पर विचार कर सकते है जिनमें इक्विटी में 65 प्रतिशत या इससे अधिक का जोखिम होगा जो आपको वृद्धि प्रदान करेगा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए ऋण उपकरण में 35 प्रतिशत या इससे कम होगा।

बचत करना सीखें

हम पहले ही सीख चुके हैं कि निवेश क्या है। दोहरान के लिए, निवेश करना पूंजी को धन कमाने के लिए अलग अलग उपकरणों में नियोजित करना है। आपकी निधि से कुछ लाभ अर्जित करने के लिए और उसे मुद्रास्फीति से सुरक्षित करने के लिए निवेश सर्वश्रेष्ठ तरीका है। यद्यपि, यह एक बड़ा प्रश्न खड़ा करता है। आपको किन उपकरणों में निवेश करना चाहिए? निम्न संदर्शिका आपकी सहायता कर सकती है।

उपलब्ध निवेश विकल्प इस प्रकार हैं:

इक्विटी शेयर:

इक्विटी शेयर कंपनियों द्वारा आपकी पूंजी के बदले में जारी किए गए अंश होते हैं। अंशधारक कंपनी के मालिक होते हैं एवं वे कंपनी से लाभांश प्राप्त करते हैं। वे कंपनी में प्रस्तावों पर अपना मत भी दे सकते क्योंकि वे मालिक होते हैं। कंपनियाँ अपने अंश शेयर बाज़ार में सूचीबद्ध कर देती हैं ताकि लोग उनके शेयरों में किसी भी समय निवेश कर सकें। देश में मुंबई शेयर बाज़ार और राष्ट्रीय शेयर बाज़ार दो मुख्य शेयर बाज़ार हैं। इक्विटी शेयरों का बड़ी मात्रा में व्यापार यहीं से होता है।

Investment Tips: इस साल निवेश के लिए अपनाएं ये खास रणनीति, एक्सपर्ट्स ने इन सेक्टर्स के शेयरों को दी खरीदने की सलाह

Investment Tips: इस साल निवेश के लिए अपनाएं ये खास रणनीति, एक्सपर्ट्स ने इन सेक्टर्स के शेयरों को दी खरीदने की सलाह

इस साल रणनीति बनाते समय लांग टर्म निवेशकों को एक्टिव मैनेजमेंट और मल्टी एसेट/एसेट एलोकेशन की रणनीति अपनानी चाहिए. (Image- Reuters)

Investment Tips: पिछले दशक में नकदी की आसान उपलब्धता और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा दरों निवेश रणनीति में कटौती के चलते इक्विटी मार्केट का प्रदर्शन शानदार रहा. पिछले एक साल की बात करें तो कोरोना महामारी के झटकों से उबरने के लिए इकोनॉमी में पर्याप्त नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई. हालांकि अब पर्याप्त मात्रा में नकदी के कारण बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों और सरकारों ने धीरे धीरे बाजार से अतिरिक्त निवेश रणनीति नकदी वापस लेने के संकेत दिए हैं. इसका असर भारत समेत दुनिया निवेश रणनीति भर के बाजारों पर पड़ सकता है. ऐसे में इस साल रणनीति बनाते समय लांग टर्म निवेशकों को एक्टिव मैनेजमेंट और मल्टी एसेट/एसेट एलोकेशन की रणनीति अपनानी चाहिए.

रणनीति बनाते समय इन बातों का रखें ख्याल

मौजूदा परिस्थितियों वैल्यूएशन, साइकिल, ट्रिगर्स और सेंटीमेंट के आधार पर भारतीय बाजार मजबूत दिख रहा है.

Stocks in News: LIC, Zomato, अडानी ग्रुप स्‍टॉक समेत इन शेयरों पर रखें नजर, इंट्राडे में दिखा सकते हैं एक्‍शन

Nykaa: फाल्‍गुनी नायर ने ऐसा खेला मास्‍टर स्‍ट्रोक, शेयर में आ गई 19% तेजी, बोनस शेयर का रिकॉर्ड डेट आज

  • वैल्यूएशन: लंबे समय के औसत के मुकाबले विभिन्न एसेट क्लास का वैल्यूएशन बेहतर स्थिति में है. अभी तक का रूझान ये रहा है कि जब कोई एसेट क्लास फुल्ली वैल्यूएड हो तो वह वोलेटाइल होने लगता है. इक्विटी वैल्यूएशन इंडेक्स से पता चलता है कि वैल्यूएशन सस्ता नहीं है और इसके हिसाब से निवेशकों को लांग टर्म के हिसाब से निवेश किया जाना चाहिए और एसेट एलोकेशन पर सख्ती से जमे रहना चाहिए.
  • साइकिल: कंपनियों ने अपना कर्ज घटाया है, सरकार का राजकोषीय घाटा नियंत्रण में है और वित्तीय क्षेत्र के नॉन-परफॉर्मिंग कर्ज का साइकिल भी नियंत्रण में है. सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और अन्य सेक्टर पर खर्च बढ़ा रही है. चालू वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी छमाही में कॉरपोरेट की कमाई बढ़ी है.
  • ट्रिगर्स: अमेरिकी फेड दरों में बढ़ोतरी, अमेरिका के 10 साल के ट्रेजरी यील्ड्स और कोरोना निवेश रणनीति के नए वैरिएंट के खतरों पर नजर रखने की जरूरत है.
  • सेंटीमेंट्स: पिछले छह महीने से निवेशक आईपीओ में निवेश की रणनीति अपना रहे हैं और महंगे इश्यू में भी पैसे लगा रहे हैं जो निवेश रणनीति सेंटिमेंट के हिसाब से खराब संकेत है.

मीडियम टर्म में निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत

  • लांग टर्म में इक्विटी मार्केट बेहतर परफॉर्म कर सकता है लेकिन मीडियम टर्म में निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत है.
  • वैश्विक व घरेलू बाजारों की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सक्रिय रूप से इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट और मल्टी एसेट स्ट्रेटजी अपनाकर शॉर्ट टर्म में बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
  • अगर आपके पोर्टफोलियो में अधिक रिस्क निवेश रणनीति वाले एसेट्स हैं तो इनका वेटेज कम करने का यह बेहतर समय है.निवेश रणनीति
  • सिर्फ एक एसेट क्लास पर फोकस करने की बजाय कई एसेट निवेश रणनीति क्लास में निवेश की रणनीति अपनानी चाहिए. अगर आप सिर्फ इक्विटी में निवेश की सोच रहे हैं तो जिसमें कई कंपनियों व सेक्टर्स में निवेश की फ्लेक्सिबिलिटी हो.
  • सेक्टरवाइज बात करें तो ऑटो, बैंक, टेलीकॉम और डिफेंस स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं. वहीं कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स में निवेश को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि महामारी के बाद भी यह सेक्टर खपत को लेकर जूझ रहा है.

छोटा है पर दमदार है

स्मार्ट मनीः मोटा मुनाफा कमाने का अवसर

  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 04 अक्टूबर 2022, 4:23 PM IST)

नारायण कृष्णमूर्ति

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए बस यह निवेश रणनीति चुनना होता है कि कितने बड़े कारोबार में निवेश किया जाए. बहुत बड़े कारोबारों की खबरें नियमित रूप से आती रहती हैं जिनसे नए लोगों को भी उनके बारे में पहले से मालूम होता है. लेकिन शेयर बाजारों की स्मॉल-कैप श्रेणी में आने वाले कई कारोबारों के बारे में यह बात सही नहीं हो सकती. छोटी कंपनियां खास तरह के कारोबार पर ही ध्यान देती हैं, लेकिन लंबे अरसे में उन बड़ी कंपनियों के मुकाबले उनका राजस्व और मुनाफा बढ़ने की संभावना रहती है, जिन्होंने कई तरह के कारोबार में विविधीकरण कर लिया हो. जो निवेशक जोखिम उठा सकते हैं, वे स्मॉल-कैप फंड को मोटा मुनाफा कमाने का अवसर मान सकते निवेश रणनीति हैं.

Market Outlook: 2022-23 में कैसी हो निवेश रणनीति? साइट्रस एडवाइजर्स के संजय सिन्हा से बातचीत

नये वित्त वर्ष 2022-23 में किस तरह की निवेश रणनीति निवेशकों को सबसे अच्छा लाभ दिला सकेगी?

यह शेयर बाजार में ठहराव का साल होगा, या फिर से नयी ऊँचाइयाँ छूने की निवेश रणनीति निवेश रणनीति ओर बढ़ेंगे सेंसेक्स और निफ्टी? देखें साइट्रस एडवाइजर्स के संस्थापक संजय सिन्हा के साथ निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा की यह बातचीत।

#StockMarkets​ #ShareMarket​ #Equity​ #Investment​ #BSE​ #NSE​ #Stocks​ #Sensex​ #Nifty​ #ShomeshKumar​ #InvestmentPicks​ #Share_Market_Tips​ #Latest_Stock_Market_Tips_In_Hindi​ #Equity​ #indianstockmarket

रेटिंग: 4.50
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 232
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *