अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें

संरचनात्मक समस्याओं को स्वीकार करना
मधुमक्खी पालन कर आर्थिक स्थिति सुधारें किसान
देवरिया : क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्र मल्हना में ग्रामीण सेवा समिति लखनऊ द्वारा किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। उपेंद्र शर्मा ने कहा कि मधुमक्खी पालन से किसान अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है। बिना जमीन के भी विभिन्न फसलों के पास बाक्स को ले जाकर प्रति बाक्स 25-30 किलो अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें शहद प्राप्त कर सकते हैं, जहां फूलों की उपलब्धता खत्म हो जाती है उस क्षेत्र में बाक्स का स्थानांतरण किया जा सकता है।
अजय तिवारी ने कहा कि महिला कृषक स्वरोजगार के लिए मधुमक्खी पालन के साथ-साथ सब्जी एवं पुष्पोत्पादन कर अपनी जीविका अच्छी तरह से चला सकती हैं। उन्होंने विभिन्न सब्जियों की वैज्ञानिक खेती के अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें बारे में बताया। पशु चिकित्सा वैज्ञानिक डा. अभय कुमार ¨सह ने अंडमान निकोबार में हुए सफल मधुमक्खी पालन के अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें अनुभवों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान पशुओं में होने वाले रोगों एवं उसके रोकथाम पर प्रकाश डालते हुए पशुपालन में आने वाली तकनीकी समस्याओं के उपचार के लिए वीडियो फिल्म दिखाया गया। मधुमक्खी पालक नरेंद्र यादव ने मधुमक्खी पालन बाक्स से मधु निकालने के बारे में बताया।
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मेष : आज आपको जो जोरदार गतिविधियां करनी चाहिए, अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें वे आपको आनंदित करेंगी, और आप काम पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास दें। आपके आस-पास के लोग आपकी ऊर्जा और आत्म-मुग्धता से प्रभावित होंगे। हालांकि अपनी भावनाओं को किसी भी तरह से अपनी निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित न करने दें। व्यापार यात्रा की सलाह दी जाती है जिससे नए वित्तीय अवसर मिल सकते हैं।
वृष: आज चिंता की कोई बात नहीं है। आज आपके चेहरे पर मुस्कान रहेगी क्योंकि किस्मत का साथ मिलेगा। चीजें सही समय पर सही दिशा की ओर होंगी। काम को पूरा करने के लिए अपनी क्रिएटिविटी का सदुपयोग करें। अपने सहकर्मियों को दिखाएं कि आप परवाह करते हैं। यह कार्यस्थल पर आपकी प्रोफाइल को ऊंचा करेगा और आपको आपके प्रयासों के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
भारतीय वैश्विक परिषद
चीन का केंद्रीय आर्थिक कार्य सम्मेलन 8-10 दिसंबर 2021 को बीजिंग में आयोजित किया गया था। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की , जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के महासचिव भी हैं। इसमें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के सभी सदस्यों सहित चीन के शीर्ष नेतृत्व ने भाग लिया। सम्मेलन ने 2022 के लिए चीन की शीर्ष आर्थिक नीति प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। इस संदर्भ में , लेख का उद्देश्य चीनी अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों और वर्ष 2022 के लिए इसकी आर्थिक प्राथमिकता का विश्लेषण करना है।
स्थिरता को प्राथमिकता
केंद्रीय सम्मेलन ने वर्ष 2022 के लिए एक प्रमुख नीति प्राथमिकता के रूप में ' स्थिरता ' पर प्रकाश डाला और कहा कि "वृहद आर्थिक स्थिरता की रक्षा के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए , प्रमुख आर्थिक संकेतकों को उचित सीमा के भीतर रखें और सामाजिक स्थिरता बनाए रखें। चीन के राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग के उप प्रमुख निंग जिझे ने कहा कि सम्मेलन ने ' स्थिर आर्थिक विकास ' को अपने मूल में रखा। [i]
अनुचित पहल
विशेषज्ञों में इस बात को लेकर व्यापक सहमति है कि स्थायी रूप से उच्च वृद्धि हासिल करने के लिए भारत को आर्थिक सुधार की प्रक्रिया को आगे ले जाने की आवश्यकता है। देश में रोजगार तैयार करने तथा लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए ऐसा करना आवश्यक है। इस पूरी प्रक्रिया का एक अहम पहलू यह है कि सरकार अपनी वित्तीय स्थिति का प्रबंधन कैसे करती है। उच्च वृद्धि और वित्तीय स्थिरता के लिए यह आवश्यक है कि सरकारी वित्त का सही ढंग से प्रबंधन हो। बीते दो दशकों में केंद्र और राज्य सरकारें मोटे तौर पर इस दिशा में बढ़ी हैं। हालांकि कुछ ऐसे बदलाव हो रहे हैं जिनको खतरनाक करार दिया जा सकता है। हालांकि महामारी के कारण बजट घाटे में इजाफा हुआ है लेकिन राजनीतिक दल और सरकारें ऐसे व्यय में बढ़ोतरी कर रही हैं जो दीर्घावधि में काफी बुरा असर डाल सकता है। इसका एक बड़ा उदाहरण कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकारों द्वारा पेंशन सुधारों के बजाय पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा है।
पत्थरबाजी से कहीं आर्थिक विकास प्रभावित न होने लगे
अभी हाल ही में अमेरिकी रेटिंग एजेंसी फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण (आउटलुक) में सुधार (अपग्रेड) किया है। फिच रेटिंग्स ने भारत की सॉवरेन रेटिंग के आउटलुक को “नकारात्मक” श्रेणी से अपग्रेड कर “स्थिर” श्रेणी में ला दिया है। भारत की सावरन रेटिंग में यह सुधार देश में तेजी से हो रहे आर्थिक सुधारों के कारण मध्यम अवधि के दौरान भारत की विकास दर में गिरावट की जोखिम के कम हो जाने के चलते किया गया है।
भारत में आर्थिक मोर्चे पर इस तरह की बहुत सी अच्छी खबरों यथा पूरे विश्व में सबसे तेज गति से आर्थिक विकास करने वाली अर्थव्यवस्था, विदेशी व्यापार में तेज वृद्धि दर हासिल करने वाली अर्थव्यवस्था, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मा, मोबाइल फोन उत्पादन, ऊर्जा, औटोमोबील, यूनिकोन की संख्या में वृद्धि, आदि क्षेत्रों में पूरे विश्व में नायक्तव की भूमिका निभाने की स्थिति प्राप्त करना, आदि, को कई देश प्रतिस्पर्धता के चलते पचा नहीं पा रहे हैं। भारत द्वारा की जा रही तेज आर्थिक विकास दर एवं विदेशी व्यापार के क्षेत्र में हो रहे सुधार के चलते भारत की साख वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है। एशिया क्षेत्र से चीन, जापान के बाद भारत भी तेजी से एक आर्थिक ताकत के रूप में उभर रहा है, जिसे विश्व के कई अन्य देश वैश्विक स्तर पर अपनी आर्थिक ताकत में कमी के रूप में देख रहे हैं। इसलिए भारत के आर्थिक विकास में कई प्रकार की बाधाएं खड़ी करने के प्रयास कुछ देशों द्वारा किए जा रहे हैं।