भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प

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Mutual Fund: बीमा कवरेज देने वाले म्यूचुअल फंड के बारे में सोच रहे हैं तो जान लें यह बात
भारत में अनेक म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) ने अपनी स्कीमों में नए फीचर को शामिल किया है। इनमें बिना किसी अतिरिक्त लागत के इंश्योरेंस बेनीफिट (Insurance Benefit) को शामिल करना, ताकि वे इनकी लोकप्रियता का लाभ उठा सकें। इस स्कीम में सिस्टेमिक निवेश प्लान (SIP) का विकल्प चुनने वाले निवेशकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के साथ बीमा कवरेज (Insurance Coverage) भी प्रदान किया जाता है।
Mutual Fund: बीमा कवरेज देने वाले म्यूचुअल फंड के बारे में सोच रहे हैं तो जान लें यह बात
आकर्षक है यह योजना पर जान लें यह बात
निवेश के साथ ही जीवन बीमा। यह विचार आकर्षक नज़र आता है, क्योंकि इससे वित्तीय प्लानिंग के लिए महत्वपूर्ण आपके दोनों उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है। लेकिन, इस व्यवस्था की सीमाओं को समझना भी ज़रूरी है। बीमा कवर वाली म्यूचुअल फंड्स स्कीमों के बारे में आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों को जान लेना चाहिए। वैसे आदर्श रूप से, आपको निवेश और बीमा से सर्वश्रेष्ठ परिणाम हासिल करने के लिए दोनों को अलग रखना चाहिए। दोनों के खास उद्देश्य होते हैं, जो भली भांति मिक्स नहीं होते हैं।
एसआईपी अवधि
इस बीमा कवरेज को प्राप्त करने के लिए आपकी एसआईपी निवेश अवधि कम से कम तीन वर्ष की होनी चाहिए। यदि कम से कम अवधि से पहले एसआईपी को बीच में रोक दिया जाता है या निवेशक स्कीम से विदड्रा कर लेता है या वह स्विच कर लेता है, तो फिर बीमा कवर उपलब्ध नहीं रहता है। लेकिन, यदि निवेशक तीन वर्ष के बाद एसआईपी को रोकता है, तो बीमा कवरेज, निवेशक की अधिकतम पात्रता आयु यानि 55 से 60 वर्ष तक जारी रहेगा।
बीमा कवर राशि
आपको मिलने वाला बीमा कवर कितने का होगा, यह एसआईपी राशि पर निर्भर करता है। विशेष रूप से, बीमा युक्त म्यूचुअल फंड निवेश में, पहले वर्ष की कवरेज एसआईपी राशि की दस गुणा होती है। यह दूसरे वर्ष में बढ़ कर 50 गुणा हो जाती है। और तीसरे वर्ष से आगे, यह 100 गुणा तक बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी एसआईपी राशि 1,000 रुपये है, पहले वर्ष का कवर 10,000/- रुपये होगा; दूसरे वर्ष यह बढ़ कर 50,000/- हो जाएगा और तीसरे वर्ष यह एक लाख रुपये हो जाएगा।
उच्चतम कवर कितना होगा?
निवेशक द्वारा किसी फंड स्कीम में धारित सभी प्लान और अकाउंट्स के संबंध में ऐसी स्कीमों के अंतर्गत 50 लाख रुपये की अधिकतम बीमा कवर की अनुमति दी जाती है। कुछ फंड हाउसेज़ द्वारा इस सीमा को 20 लाख रुपये रखा गया है। परम्परागत टर्म बीमा की तुलना में, इस प्रकार की निम्न कवरेज, उच्च आय वाले निवेशकों के लिए पर्याप्त नहीं भी हो सकती है। इसके अलावा, पूर्व में मौजूद बीमारियों के कारण होने वाली मृत्यु को कवर नहीं किया गया है।
विदड्रा या मृत्यु पर क्या होगा
एसआईपी अवधि से पहले, समयपूर्व विदड्रावल के लिए 2% एग्जिट लोड की वसूली की जाती है। इसके अलावा, इससे बीमा कवर मिलना भी बंद हो जाएगा। यदि निवेशक की मृत्यु हो जाती है, तो एग्जिट लोड लागू किया जाएगा और नामिति फंड यूनिट्स को रीडिम करवा सकेगा। कुछ म्यूचुअल फंड लिंक्ड बीमा प्रोडक्ट्स में, निवेश अवधि के दौरान निवेशक की मृत्यु होने के बाद भी, बीमा कवरेज द्वारा शेष इन्स्टालमेंट्स का भुगतान किया जाना जारी रखा जाएगा। नामिति योजना का हिस्सा बना रह सकता है या कवर प्रोसीड को प्राप्त कर सकता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
निवेशक को इस प्रकार के निवेश का विकल्प चुनने से पहले फंड-विशिष्ट ब्यौरे की जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। अलग-अलग फंड हाउस की नियम और शर्तें अलग-अलग होती हैं। म्यूचुअल फंड्स के संबंध में एड-ऑन बीमा एक नया पहलू है। क्योंकि कवरेज समूह बीमा पॉलिसी का हिस्सा है, दावे की स्थिति में, आपको म्यूचुअल फंड हाउस से नहीं बल्कि उस बीमा कंपनी से संपर्क करना होगा जिसने इस प्रोडक्ट को ऑफर किया है। इन प्लान्स में कवर की गई अधिकतम अवधि खास टर्म बीमा प्लान से कम होती है। परम्परागत टर्म प्लान की तुलना में कवर की गई राशि और आयु सीमा कम होती है। इसके अलावा, सभी स्कीमों में बीमा लाभ उपलब्ध नहीं हैं। केवल कुछ खास स्कीमों द्वारा इन बीमा लाभों को उपलब्ध कराया जाता है, और आपको उनका विकल्प चुनना पड़ता है।
भारत में क्रिप्टो निवेश के लिए 3 बेहतरीन एक्सचेंज
भारत में क्रिप्टो की बढ़ती लोकप्रियता क्रिप्टो जगत में निवेश (Investment) के नए मौके तैयार कर रही है। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में क्रिप्टो निवेश की कुल पूंजी 10 बिलियन अमेरिकन डॉलर (10 billion US dollars) के भी पार पहुँच गयी है।
क्रिप्टो और ब्लॉकचेन का भविष्य भारतीय निवेशकों को खूब लुभा रहा है। लेकिन क्योकि बाज़ार में अभी भी क्रिप्टो से जुड़ी पूरी जानकारियाँ उपलब्ध नहीं हैं इसलिए Coin Gabbar लाया है आपके लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टो एक्सचेंज जो बन सकते हैं आपके क्रिप्टो निवेश के लिए पहली सीढ़ी।
3 सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टो एक्सचेंज
एक्सपर्ट्स द्वारा चुने गए यह एक्सचेंज न सिर्फ भारत में निर्मित हैं बल्कि भारतीय भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प निवेशकों की ज़रूरतों को समझने में भी सक्षम हैं। भारत के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज में से सर्वश्रेष्ठ 3 कुछ इस प्रकार हैं।
कॉइन DCX
कॉइन DCX 200 से ज्यादा क्रिप्टो टोकन लिस्ट करने वाला भारत का पहला एक्सचेंज है। सबसे कीमती क्रिप्टो एक्सचेंज के नाम से मशहूर कॉइन DCX भारत में क्रिप्टो के बढ़ते चलन की प्रमुख वजह में से एक है। 2018 में सुमित गुप्ता और नीरज खंडेलवाल के द्वारा शुरू हुए इस एक्सचेंज ने लोगों को न सिर्फ क्रिप्टो ट्रेडिंग का एक मंच दिया बल्कि उन्हें क्रिप्टो के प्रति जागरूक भी किया।
कॉइन DCX को नए और अनुभवी दोनों ट्रेडर्स को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इसमें शामिल ट्रेडिंग टूल्स आसानी से इस्तेमाल में लाये जाने के साथ-साथ आपके निवेश को तेज़ी से बढ़ाने में भी सक्षम हैं। अपने पिछले फंडिंग राउंड में कॉइन DCX $2.15 बिलियन की वैल्यूएशन से $215 मिलियन जुटाने में सफल रहा है।
कॉइन DCX लगातार अपनी लिस्टेड टोकन की सूची में वृद्धि की ओर काम कर रहा है और निवेशकों को विदेशी एक्सचेंज का एक बेहतरीन विकल्प पेश कर रहा है। इसका यूज़र इंटरफ़ेस क्रिप्टो निवेश को और रोचक बनाता है साथ ही निवेश पर कुल फ़ायदे-नुकसान की सही जानकारी आप तक पहुंचाता है। कॉइन DCX की एप एंड्राइड, iOS और DCX Pro के नाम से कम्प्यूटर के लिए भी उपलब्ध है।
यह भी पढ़ें | इस सरकारी कंपनी के शेयर पर ‘बुलिश’ ब्रोकरेज हाउस, एक साल में 42% रिटर्न के लिए दी निवेश की सलाह
कॉइन DCX के फायदे
- 200+ तरह के क्रिप्टो टोकन उपलब्ध
- सरल और समझने में आसान यूजर इंटरफ़ेस
- किफ़ायती एक्सचेंज फीस
कॉइन DCX की कमियां
- INR जमा करने की लम्बी प्रक्रिया
कॉइनस्विच कुबेर
कॉइनस्विच कुबेर 75 लाख यूज़र्स के साथ भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में से एक है।इसका सरल ऐप इंटरफ़ेस और 100 से ज्याद क्रिप्टो टोकन की मौजूदगी दूसरे सभी एक्सचेंज से इसे अलग बनाता है। आशीष सिंघल के द्वारा शुरू किये गए इस एक्सचेंज की मार्केट वैल्यूएशन हाल ही में 2 बिलियन डॉलर के नज़दीक पहुँच गयी है।
भारत में विकसित कॉइनस्विच कुबेर की ट्रेडिंग फीस 0 से 0.5 प्रतिशत के बीच क्रिप्टो टोकन की कीमतों के अनुसार बदलती रहती है। कॉइनस्विच कुबेर अपनी ट्रांज़ैक्शन के लिए IMPS बैंक ऑर्डर्स, NEFT, और UPI को उपयोग में लाता है जो इसे क्रिप्टो निवेशकों की पहली पसंद बनाते हैं।
कॉइनस्विच कुबेर अपने यूज़र्स को क्रिप्टो SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) का विकल्प भी प्रदान करता है और अपने पसंद के क्रिप्टो टोकन में नियमित निवेश को आसान बनाता है। कॉइनस्विच कुबेर क्रिप्टो स्पेस में अपनी बेहतर ग्राहक सेवाओं के लिए भी जाना जाता है। यह एक्सचेंज एंड्राइड और iOS दोनों पर उपलब्ध है।
कॉइनस्विच कुबेर के फायदे
- नए निवेशकों के लिए सरल क्रिप्टो एक्सचेंज
- आसान KYC और बेहतर ग्राहक सेवाएं
- यूज़र सुरक्षा के लिए अतिरिक्त प्रयास
कॉइनस्विच कुबेर की कमियां
- अनुभवी क्रिप्टो ट्रेडर्स के लिए एक अपरिपक्व एक्सचेंज
वज़ीर एक्स
वज़ीर एक्स भारत के चुनिंदा P2P (Peer-to-Peer) ट्रेडिंग एक्सचेंज में से एक है और समय के साथ निवेशकों का भरोसा जीतने में कामयाब रहा है। वज़ीर एक्स की तेज़ सेवाएं क्रिप्टो ट्रेडर्स को होने वाली परेशानियों से ना सिर्फ छुटकारा दिलाती हैं बल्कि उन्हें क्रिप्टो व्यापार के लिए एक सुरक्षित परिवेश भी प्रदान करती हैं। 2017 में वज़ीर एक्स की भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प शुरुवात निश्चल शेट्टी ने अपने सहयोगी समीर म्हात्रे के साथ की और नवंबर 2019 में दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बिनैंस ने इसका अधिग्रहण कर लिया।
वज़ीर एक्स एक सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज है जिस पर स्पॉट ट्रेडिंग फीस 0.2 प्रतिशत है लेकिन यह P2P ट्रेडिंग के लिए अपने यूज़र्स से कोई फीस नहीं लेता है। वज़ीर एक्स अपने यूज़र्स की सुरक्षा के लिए 2FA (Two-Factor Authentication) का सहारा लेता है और किसी भी अनजान गतिविधि के चलते अपने खातों को नियंत्रित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
वज़ीर एक्स का अपना क्रिप्टो टोकन (WRX) भी है जिसके द्वारा भुगतान से यूज़र्स ट्रेडिंग फीस में 50 प्रतिशत तक छूट का लाभ उठा सकते हैं। WRX टोकन यूज़र्स को वज़ीर एक्स के संचालन में अपना मत रखने का अधिकार देता है।वज़ीर एक्स का टोकन माइन भी किया जा सकता है।
हाल ही में हुई प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के कारण वज़ीर एक्स सुर्खियों में रहा है। जांचकर्ताओं के सहयोग और ज़रूरी दस्तावेज़ों को सौंपने के बाद ही यह अपने बैंक ट्रेडिंग विकल्पों को शुरू कर पाया है। वज़ीर एक्स एंड्रॉइड के साथ-साथ iOS, और विंडोज़ के लिए भी उपलब्ध है।
वज़ीर एक्स के फायदे
- सरल P2P ट्रेडिंग
- 80+ क्रिप्टो टोकन
- अनुभवी ट्रेडर्स के लिए विशेष सुविधाएं
वज़ीर एक्स की कमियां
- P2P ट्रेडिंग में होने वाली देरी
क्रिप्टो निवेश से जुड़ी 5 ज़रूरी बातें
क्रिप्टो के लिए बेहतरीन विकल्पों को जानने के बाद आपका उत्साहित होना लाज़मी है लेकिन बिना सावधानी के बाजार में निवेश आपके नुकसान का कारण बन सकता है। ब्लॉग के इस भाग में हम जानेंगे क्रिप्टो निवेश से जुड़ी वो 5 ज़रूरी बातें जो आपके क्रिप्टो सफर को बना सकती है और भी आसान।
- आपके क्रिप्टो टोकन को सुरक्षित रखने के लिए एक क्रिप्टो वॉलेट की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है।
- टोकन में विविधता आपके निवेश जोखिम को कम करने के साथ-साथ फ़ायदे की संभावनाओं को भी बढ़ा सकती है।
- Crypto Markets के अचानक उतार-चढ़ाव से बचने के लिए आप अपनी जमा पूंजी का एक निश्चित भाग ही क्रिप्टो मार्केट्स में निवेश करें।
- निवेश से पहले क्रिप्टो तकनीक को समझना आपको आपके निवेश के प्रति सजग बनता है और निवेश जोखिमों को कम करता है।
- किसी भी करंसी में निवेश से पहले उसकी वास्तविक कीमत का अंदाज़ा होना आपको क्रिप्टो में होने वाले धोखों से बचा सकता है।
निष्कर्ष
क्रिप्टो के बढ़ते चलन के पीछे इस तकनीक की विभिन्न उपयोगिताएं हैं। ब्लॉकचेन के भविष्य की संभावनाओं के अनुसार इसकी कीमतों में उछाल निश्चित है इसलिए क्रिप्टो में छोटा लेकिन नियमित निवेश समय के साथ काफी बड़ा हो सकता है। हमें उम्मीद है की ऊपर बताये गए क्रिप्टो एक्सचेंज और उनसे सम्बंधित जानकारियां आपको अपने क्रिप्टो निवेश से जुड़े फैसले लेने में मदद करेंगी।
क्रिप्टोकरंसी में सही समय पर निवेश आपको कई गुना रिटर्न्स दे सकता है और एक मज़बूत क्रिप्टो निवेश की बुनियाद के रूप में साबित हो सकता है। लेकिन सही निवेश के लिए ज़रूरी है क्रिप्टोकरंसी की सही समझ। इसलिए जुड़िये भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टो कम्युनिटी से सिर्फ Coin Gabbar पर और पाएं क्रिप्टो से जुड़ी सभी जानकारियाँ – सबसे सटीक, सबसे पहले।
म्युचुअल फंड में निवेश के लाभ
क्या आप जानना चाहते हैं कि म्यूचुअल फंड क्या हैं और म्यूचुअल फंड में निवेश करने के क्या फायदे हैं? खैर, आप सही जगह पर हैं। इस लेख में, हम म्यूचुअल फंड के अर्थ और म्यूचुअल फंड के फायदों के बारे में संक्षेप में चर्चा करेंगे।
तो चलिए शुरू करते हैं म्यूच्यूअल फण्ड के अर्थ से।
म्यूचुअल फंड का अर्थ:-
आमतौर पर कहा जाता है कि म्यूचुअल फंड धन का एक पूल है जो विभिन्न निवेशकों के योगदान से बना है, लेकिन एक फंड मैनेजर द्वारा प्रबंधित किया जाता है। योगदान किए गए धन को विभिन्न प्रतिभूतियों जैसे स्टॉक, बॉन्ड, सोना, आदि में निवेश किया जाता है। मूल रूप से, यह विविध जोखिम और कम लागत के साथ शेयर बाजार में प्रवेश करने का प्रवेश द्वार प्रदान करता है।
एक उदाहरण से समझते हैं-
तीन व्यक्ति ए, बी और सी हैं। वे सभी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं लेकिन इन समस्याओं का पालन करते हैं:-
ए. निवेश करने के लिए केवल 200 रुपये हैं लेकिन शेयर 1000 रुपये का है।
बी. वित्तीय बाजार के बारे में जानकारी नहीं है।
सी. बाजार के उतार-चढ़ाव से डरते हैं।
यहां म्यूचुअल फंड की भूमिका आती है। म्यूचुअल फंड से दी गई सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। ए, बी, और सी से पैसा एकत्र किया जाएगा और प्रतिभूतियों में निवेश किया जाएगा और उनके योगदान के अनुसार उन्हें इकाइयां प्रदान की जाएंगी। इस प्रकार, ए के पास अपने निवेश के अनुसार इकाइयाँ हो सकती हैं, बी फंड मैनेजर द्वारा अपने फंड के पेशेवर प्रबंधन का लाभ उठा सकता है और सी अपने जोखिम में विविधता ला सकता है और शेयर बाजार में निवेश का आनंद ले सकता है। अब हम म्यूचुअल फंड के अर्थ के बारे में स्पष्ट हैं। आइए जानते हैं म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते समय कौन-कौन से लाभ उठा सकते हैं।
म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे:-
1. व्यावसायिक प्रबंधन:
म्युचुअल फंड में निवेश करने का सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि आपको पेशेवर प्रबंधन मिलता है। यदि आप बाजार के बारे में नहीं जानते हैं और निवेश करना नहीं जानते हैं, तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। म्यूचुअल फंड में, आपका फंड मैनेजर फंड के आवंटन के संबंध में सभी प्रमुख निर्णय लेगा। इस प्रकार, किसी भी म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करने से पहले फंड मैनेजर के रिकॉर्ड की जांच करना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
2. विविध जोखिम:
म्यूचुअल फंड में, निवेश का जोखिम विविध हो जाता है क्योंकि फंड मैनेजर केवल एक सुरक्षा में निवेश नहीं करता है। फंड को स्टॉक, बॉन्ड, सोना और अन्य प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। एक से अधिक परिसंपत्ति वर्गों में निधियों के विविधीकरण के साथ जोखिम कम हो जाता है। इस प्रकार, विविधीकरण से बाजार की अस्थिरता से बचा जा सकता है।
3. लिक्विडिटी:
म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय तरलता एक प्रमुख विचार बन जाती है। जब तक आप क्लोज-एंडेड म्यूचुअल फंड का विकल्प नहीं चुनते हैं, तब तक म्यूचुअल फंड में तरलता की विशेषता होती है। आप किसी भी समय अपनी इकाइयों को भुना सकते हैं, जब तक कि यह एक क्लोज-एंडेड फंड न हो, कोई प्रतिबंध नहीं है। यह म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लाभों में से एक है।
4. कर कुशल:
अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में म्युचुअल फंड कर कुशल हैं और यही म्यूचुअल फंड में निवेश करने का लाभ है। हालांकि, लंबी अवधि के लिए रखे गए म्यूचुअल फंड अधिक कर-कुशल हैं उदाहरण के लिए- आप कर-बचत म्यूचुअल फंड में 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं जो आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत आते हैं।
5. छोटी राशि से शुरू कर सकते हैं निवेश:
हां, यदि आपके पास निवेश करने के लिए बड़ी राशि नहीं है, तो चिंता न करें, आप छोटी राशि से शुरुआत कर सकते हैं। आप मात्र 500 या 1000 के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश करने का कितना बड़ा फायदा है।
6. सुरक्षा:
सभी म्यूचुअल फंड कंपनियां सेबी और एएमएफआई के नियमन के तहत आती हैं। सभी प्रमुख विचार जैसे ऐतिहासिक प्रदर्शन, फंड मैनेजर, और उनका अनुभव, म्यूचुअल फंड योजना का प्रकार और प्रकृति, योजना में निवेशकों के सामने प्रकट की जाती है।
विकल्पों की भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प संख्या:
म्यूचुअल फंड में कई विकल्प उपलब्ध हैं जैसे इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम, डेट म्यूचुअल फंड और हाइब्रिड म्यूचुअल फंड आदि। आप अपने वित्तीय लक्ष्य के अनुसार अपनी पसंद बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप पूंजी वृद्धि के लिए लंबी अवधि के निवेश की तलाश में हैं और जोखिम लेने के लिए तैयार हैं तो आप इक्विटी म्यूचुअल फंड चुनने के लिए जा सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश का यह सबसे अच्छा विकल्प है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक अन्य लाभ वह लागत है जो निवेश के लिए उपलब्ध अन्य निवेश साधनों की तुलना में कम है और व्यय अनुपात आमतौर पर वर्ष के कुल निवेश का भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प 2-3% वसूला जाता है।
आसानी से सुलभ:
आधुनिक दुनिया में, म्यूचुअल फंड जैसे निवेश विकल्प आपकी नोक पर हैं, आप उन्हें आसानी से एक्सेस कर सकते हैं और निवेश शुरू कर सकते हैं। ब्रोकरेज फर्म, रजिस्ट्रार, एजेंट और बैंक और सबसे आसान ऑनलाइन म्यूचुअल फंड निवेश प्लेटफॉर्म जैसे कई चैनल हैं।
एसआईपी या एकमुश्त -आपकी पसंद
निवेश के दो तरीके हैं- एक घूंट (व्यवस्थित निवेश योजना) और दूसरा एकमुश्त। इस प्रकार म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए लचीलापन प्रदान करते हैं।
अब जैसा कि आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदों के बारे में जानते हैं। लेकिन इससे पहले कि आप निवेश करना शुरू करें, आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करने के नुकसान पर भी विचार करने की जरूरत है क्योंकि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। इसलिए, केवल अच्छे पक्ष को जानना स्वीकार्य नहीं है, आपको एक अच्छा और कुशल निर्णय लेने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश के नुकसान के बारे में जानने की जरूरत है। कमजोर पड़ने, उच्च व्यय अनुपात, निकास भार, लंबी लॉक-इन अवधि आदि जैसे कई नुकसान हैं, जिन पर आपको म्यूचुअल फंड का चयन करते समय विचार करने की आवश्यकता है।
आप म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़े जोखिमों पर पूरा लेख भी ब्राउज़ कर सकते हैं।
अस्वीकरण: निवेश करने से पहले म्यूचुअल फंड सलाहकार से सलाह लेने की सलाह दी जाती है।
आपके काम की बात : पैसा जमा करने की कोई टेंशन नहीं. PPF भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प अकाउंट ऐसे कराएगा आपकी बंपर कमाई
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) योजना एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट (Long Term Investment) ऑप्शन है, जो निवेश की गई राशि पर आकर्षक इंटरेस्ट रेट और रिटर्न देता है.
PPF अकाउंट से कर सकते हैं बंपर कमाई.
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 18 फरवरी 2022,
- (Updated 18 फरवरी 2022, 11:41 AM IST)
PPF पर वर्तमान रेट ऑफ इंटरेस्ट 7.1% प्रति वर्ष है
पीपीएफ (PPF) एक सरकार समर्थित भारत में 12 सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्प योजना है
भारत में रहने वाले लोगों के पास सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश (Investment) के कई ऑप्शन्स मौजूद हैं लेकिन, इन ऑप्शन्स सबसे ज्यादा प्रचलित पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)को माना जाता है. इसमें कम पैसे की बचत के साथ मैच्योरिटी पर अच्छी खासी रकम मिल जाती है. साथ ही इसे निवेश के लिहाज से सबसे सुरक्षित माना जाता है. पीपीएफ की कम से कम अवधि 15 साल की होती है और अकाउंट खोलने के लिए कम से कम 500 रुपये जमा करने होते हैं.
इसके साथ ही आप पीपीएफ अकाउंट (PPF Account) में पैसा जमा किए बिना भी इसका फायदा उठा सकते हैं. जी हां, बिना निवेश किए भी ब्याज का फायदा ले सकते हैं. दरअसल, 15 साल के बाद दूसरे ऑप्शन के तौर पर आप बिना निवेश के पीपीएफ खाते को चला सकते हैं. इसमें आपके निवेश के साथ 15 साल में जो रकम मैच्योर होगी उस पर आपको हर साल सरकार की तरफ से तय ब्याज मिलता रहेगा.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को भारत में 1968 में निवेश के रूप में छोटी बचत को जुटाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था. टैक्स बचाने और गारंटीड रिटर्न अर्जित करने के लिए सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश करने वाले किसी भी व्यक्ति को पीपीएफ खाता खोलना चाहिए.
क्या है पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) योजना एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है, जो निवेश की गई राशि पर आकर्षक इंटरेस्ट रेट और रिटर्न देता है. इस योजना के तहत आपको पीपीएफ अकाउंट खोलना होगा और एक साल के दौरान जमा की गई राशि पर धारा 80सी के तहत कटौती का दावा किया जाएगा.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)का महत्व
पीपीएफ अकाउंट उन व्यक्तियों के लिए सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक है, जो कम जोखिम लेने की क्षमता रखते हैं.
पीपीएफ एक सरकार समर्थित योजना है, और निवेश भी बाजार से जुड़ा नहीं है. इसके कारण, यह कई लोगों की निवेश आवश्यकताओं की रक्षा के लिए गारंटीड रिटर्न प्रदान करता है.
पीपीएफ खातों से रिटर्न निश्चित होता है, इसलिए उनका उपयोग निवेशक के पोर्टफोलियो के विविधीकरण उपकरण (Diversification Tool)के रूप में किया जाता है. इसके साथ ही यह टैक्स सेविंग लाभ भी देता है.
कैसे खोलें PPF अकाउंट ?
एक पीपीएफ अकाउंट या तो डाकघर या किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक जैसे भारतीय स्टेट बैंक या पंजाब नेशनल बैंक आदि के साथ खोला जा सकता है. इन दिनों, यहां तक कि कुछ निजी बैंक जैसे आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक भी इसे खोल रहे हैं.
इन दस्तावेज का होना जरूरी :
- अकाउंट खोलने के लिए भरा गया फॉर्म
- केवाईसी दस्तावेज जैसे आधार, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि
- रेजिडेंशियल एड्रेस प्रूफ
- नॉमिनी डिक्लेरेशन फॉर्म
- पासपोर्ट के आकार की तस्वीर
इन दस्तावेजों को जमा करने के बाद आप खाता खोलने के लिए एक निर्धारित राशि जमा कर सकते हैं.
PPF पर रेट ऑफ इंटरेस्ट क्या है?
PPF पर वर्तमान रेट ऑफ इंटरेस्ट 7.1% प्रति वर्ष है, जिसे सालाना कंपाउंड किया जाता है. वित्त मंत्रालय हर साल इंटरेस्ट रेट निर्धारित करता है, जिसका भुगतान 31 मार्च को किया जाता है. ब्याज की गणना पांचवें दिन की समाप्ति और हर महीने के अंतिम दिन के बीच मिनिमम बैलेंस पर की जाती है.